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🔽 सत्संग के मुख्य अंश:🔽
🔹 अपने आप से प्यार करें ।
🔹 अ-मन ध्यान का वाहन है ।
🔹 जो चाहूँ वो मिल जाये यह बड़ी बात नही है चाह पैदा न हो यह बड़ी बात है ।
🔹 मन मे बुरे विचार आये तो क्या करें ।
🔹 आप कभी ये न सोचना की हम तो कितना इंतजार करते है बापू अभी तक क्यों नही आये ।
🔹 बापू जी तो हमारा इतना भला चाहते है कि हमको नींद में बी नहीं छोड़ते ।
🔹 साधक का गुरु से विस्मरण हो सकता है वियोग नहीं हो सकता ।
गुरु से बाहर से वियोग होता है तो भीतर संयोग बाद जाता है ।
🔹 ॐ कार गुंजन ।
श्री सुरेशानंदजी का यह तात्विक सत्संग हर साधक जरूर जरूर सुने व अन्य साधकों तक पहुंचने की सेवा करें 😊🙏🏼