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@ZeenathKauser3 ай бұрын
🙋🏻♀️🤔Guruji👍🇮🇳
@PrakashKumar-lh9us3 ай бұрын
Railway 🚂🚂 ke liye bhi test lagaba dijiye sar ji Railway ka ladka ka bhi achha lage ga Jese aap SSC ka test laga rahe hai ussi tarah railway ka bhi test de dijiye
@Sunilkumar-nh6jm3 ай бұрын
सर जी झारखण्ड में उत्पाद सिपाही दौड़ में 10 log ki jaan ja chuki hai ispr ak session kigye 🙏
@pradippilane66973 ай бұрын
❤😊
@CipherGhostlhy3 ай бұрын
Gajab topiwaaz ha ja to ed badi tariff krta ha uska glt kaam nhi dekhta iss acha ravish Kumar offical dekho Jada clearty ayegi to sarkar ka agent hai
@गरुड़सोल्जर3 ай бұрын
सुप्रीम कोर्ट आम जनता के लिए है ही नहीं आप देश विरोधी बातें करो नक्सली और आतंकवादियों के मानवाधिकार की बात करो सुप्रीम कोर्ट भी आपका भरपूर साथ देगा
@shivkumar-fb7uk3 ай бұрын
Absolutely correct
@dileepsahara50263 ай бұрын
अगर इस कानून गलत इस्तेमाल हो रहा है तो उसे कैसे रोका जाए ये भी जिम्मेदारी है
@CryptoTeligram2 ай бұрын
@@गरुड़सोल्जर sahi hai
@kedar60983 ай бұрын
Corruption is the right ,punishment is exception 😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
@VANIX7713 ай бұрын
Tumhe jail me band kardeta hun bina koi saboot ke tabtak tum jail me raho aur tumhe ye baat proof karne me 2 saal lag jayega thik hai na
@siddhimathmatics533 ай бұрын
Right 😂
@lotusvines36983 ай бұрын
I had same in my mind.😂
@subhashneginhal24603 ай бұрын
Absolutely This country is going to lose independence because of these dirty politicians and khatarnak judges that Chandrachud will retire very soon but the next person also will be the same God save india
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@ganeshjalan59353 ай бұрын
हमारे महान संविधान के अनुसार से अगर कोई पैसा वाला है तो हर बार क्राइम करके पैसा देकर जमानत पर छुट जायेंगे । फिर कोर्ट का मतलब केवल गरीबों को सजा देना।
@student8103 ай бұрын
I agree with you
@tanishEkumang3 ай бұрын
Mere bhai sanvidhan me aisa nhi hai bss corrupt leaders ki wjah se aisa hai🥲
@DineshKandu-wj6ke3 ай бұрын
👌👌🙏
@logicalyash32713 ай бұрын
Ganja foonk rkha h kya sale? Constitution k kis article m yeh likha h???? Freedom of speech h to kuch bhi baketi krega kya?
@prasoonmishra39593 ай бұрын
@@tanishEkumang Savindhan copy paste hai
@PkjKhanadi3 ай бұрын
Supreme court is not working properly for nyay
@unexploredadventure54113 ай бұрын
Tumhare Modi papa jb jail jayenge tb yahi judgement se jamanat milega😂
@aemurkhapnichavisudhar3 ай бұрын
@@unexploredadventure5411mtlab man liye ho tumhare papa modi hai 😂😂
@jattdhillon19903 ай бұрын
court give judgement not justice
@durgalalmeghwal77973 ай бұрын
@@unexploredadventure5411 sach h bhai😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@biplabroy26473 ай бұрын
Money laundering case me bakti am admi ki tarah durbol nahi hoti hai.oh log bohit khamtaban hota hai.ise lie public ka unnion ki Paisa chakri lut karsakte hai.😢😢
@lakhiramchamoli31333 ай бұрын
भारत देश इन कायदा कानून के कारण ही पिछड रहा हे चाइना के जैसे कानून होना चाहिए ये आदालत पैसे वालो के लिए हैं।
@ribhavmanoj72773 ай бұрын
जिसने जल्दी विकाश किया है उसका उतने जल्दी विनाश हुआ है
@pintukumarmandal37313 ай бұрын
Abe tumko pata India me kitna court h or kitna judge h or kitna case h sirf kanoon banane se nhi hota h beta use execution krni hoti h or uske liye court judge police or bahut chij chahiye uspar v thoda awaj uthao beta or thoda achhe jagah se padayi kro or tumko pata h India me itne kam judge q h or nhi pata h to tum c_utiuya ho
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@surendragupta43483 ай бұрын
सुप्रीम कोर्ट कहता है कि सौ अपराधी छुट जाएं तो अच्छा है परंतु एक भी निर्दोष को सजा नहीं हो। इसके आड़ में सुप्रीम कोर्ट ने निर्दोष लोगों को दसकों तक न्याय के नाम सजा मिलता है।न्याय पाने के लिए लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं।पुरा परिवार दसकों तक सजा भुगत रहा होता है।
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@YORSGroupsIndia2 ай бұрын
Chhattisgarh me kaanon kehta hai, nirdoshi ko jail Jana jaruri hai na ki uske sath niyay ho
@kpsingh52353 ай бұрын
फिर देश ने ये सफ़ेद हाथी ( SC /HC) क्यों पाल रखे है ,जब हर क्राइम को जीने के अधिकार के बहाने से सबको आजाद करने का हक़ है तो।जब कि सजा का मतलब हि जीने की प्रक्रिया को बाधित करना होता है। जिन लोगों के सुटकेस हलके होते है या नहीं होते कानून उनके लिए ही है मी लार्ड?
@sushantsamal39063 ай бұрын
In logon ko laaj nehi ata hei. Judges bante hein.
@yogeshkrsharma30543 ай бұрын
Agree
@storywithpawan3 ай бұрын
लगता है सुप्रीम कोर्ट के पास पैसा पहुँच गया हैं😅
@islamkikhubsurti80573 ай бұрын
हमारे देश की न्ययायिक व्यवस्था केवल जज, वकील, नेता, अभिनेता और धनवान लोगों के लिए बनी है। बाकि गरीब आदमी न्याय के लिए चप्पले घिसते-घिस्ते मर जाता है। अगर किसी नेता पर भ्रष्टाचार का मामला आता भी है तो जज की मंशा पहले ही छोड़ने वाली हो जाती है। अगर कोई जज सजा दे भी देता है तो ऊपरी कोर्ट का जज बरी कर देता है। यदि ऊपरी कोर्ट का जज सजा देता भी है तो बहनत कम देता है। अर्थात अपराधी को उसके अपराध के स्तर को देख कर सजा दी जानी चाहिए लेकिन सजा का स्तर अपराध की दर को न देख कर अपराधी के रसूख को देख कर सजा दी जाती है। इसलिए लालू जैसे अपराधियों को सजा मिलने के बावजूद भी वो न के समान सजा काटते है। बाकि हमारे देश के जज मनीष सिसौदिया, और केजरीवाल पर तो मेहरबान है ही। करोड़ों ₹ की हेरा-फेरी हुई। इसके पुरे साक्ष्य भी उपलब्ध है। अब साक्ष्य होने के बावजूद भी कोर्ट इन्हे सजा क्यों नही दे रहा?? क्यों मनीष जैसो को जमानत दे दी? क्या जज को पता नही कि अपराध हुआ है? फिर भी न्याय करने में इतनी देरी क्यों? अगर अपराधी आम आदमी हो तो यही न्यायायिक व्यवस्था उस आम आदमी पर तो ऐसे मेहरबान नही होती।
@guptaji8463 ай бұрын
इन्हीं मियां लार्डो के कारण हमारे देश में भस्टाचार्य बढ़ता जा रहा है,,
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@rishipal31113 ай бұрын
कानून तो सिर्फ गरीब लोग के लिऐ है
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@purushottamagarwal32003 ай бұрын
SC ke judges ko is bat ka bhi dhyan rakhna chahiye ki in culprits ko pakdne me hmari security agencies ko kitni mehnat karni pdi hogi. Ap 2 minute me bail de dete hein.
@arnabpritamsingh72303 ай бұрын
Bail nhi interim bail di hai ek ko toh jabki bail khud main hee interim provision hai.....interim provision main bhi interim provision nikala hai.......adalat badi hai toh logic bhi toh bada hee hona chahiye..........
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@ramashishthakur68023 ай бұрын
यदि ऐसा ही है तो जेल में लाखो अंदर ट्रायल और निर्दोष कैदी सालों से बंद हैं। सबको एक ही झटके में बेल दे दीजिए CJI साहेब।
@storywithpawan3 ай бұрын
उनके पास पैसे नही है😅😅
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
Best lawyer chahiye PMLA ke bail ke liye aur agar evidence raha to kabhi bail nhi milega kitna bhi bada lawyer hi kyu na ho. Bail ke liye innocent hona prega PMLA law ke liye
@gayatripaliwal60913 ай бұрын
जीने का अधिकार हर बार हर जगह आड़े ही जाता हैं तो "कृपया ये समझाए की सज़ा का मतलब क्या होता हैं?"
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@CookLoveFood3 ай бұрын
अब तो भारत का ऐसा कोई वर्ग नही बचा , जिसने गाली देने का मन ना करें 😅😅😅😅😅😅
@coffeechoice3 ай бұрын
भारत में कानून का राज है तभी यहां तीन दशक तक लग जाते है न्याय मिलने में । ऐसे में महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेगी।
@CryptoTeligram3 ай бұрын
अब देश में सरकार की जरूरत ही नहीं है, सर्वोच्च न्यायालय सभी निर्णय लेने लगी है,
@love14383 ай бұрын
नाम तो ज्ञान है पर इसकी भरपूर कमी है,,,,,, indian पॉलिटिकल and ज्यूडिशियल के deffrence नहीं पता है। पता करो। ,,,
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@HinduRashtra09993 ай бұрын
जहा आम जनता को न्याय नहीं मिलता. देश विरोधी फैसले सुनाये जाते है. अमीर लोग जमानत पर झूट जाते है, कोर्ट की क्या जरुरत?
@PKS00063 ай бұрын
क्रिमिनल राइट्स जब से बन गई तब से आम जनता की वाट लग चुकी है और लगती रहेंगी l
@mahendrapratapsingh34983 ай бұрын
जिम्मेदारी वाले पदों पे बैठे उनको तुरंत फयदा नहीं
@lomkishoracharya57593 ай бұрын
कोर्ट की यही रवैया और निर्णय के कारण कलकत्ता जैसी घटना होती है क़ानून कडा होना चाहिए
@coffeechoice3 ай бұрын
सर , पटना के फतुआ के पास एक गांव को वक्फ बोर्ड ने खाली करने का निर्देश दिया है इस पर एक सेशन अवश्य करिएगा।
@neeleshnagwanshi24233 ай бұрын
Sir 498 A me bhi आरोपी को सिद्ध करना होता है की उसने यह अपराध नहीं किया है इसीलिए इस कानून का बहुत दुरुपयोग होता है
@Lavlesh103 ай бұрын
Same in PoCso act
@shivshankarmaurya52623 ай бұрын
498 A, Pocso , ye case wale bahut hai jail me kyoki mai jail ja chuka hu
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
Sec 45A
@Lavlesh102 ай бұрын
@@shivshankarmaurya5262 mera v cousin h jail m jbki medical evidence m ye saabit nhi hua ki rape hua h phir v life sentence de diya h
@theiqtest63743 ай бұрын
Judges disclose your property to Public.
@shivkumar-fb7uk3 ай бұрын
HC,SC ke judges ko exam se judg banna hona chahiye
@shivkumar-fb7uk3 ай бұрын
Most of the judges are belonging to ex judge familyies or politician family it is a biggest Bhai bhatija vaad ie-" अंधा बांटे रेवड़ी। फेर फेर अपनों को दे।" 😂😂,,😭😭😡🤬😈👿👹👺
@MukeshKumar-yh6vs3 ай бұрын
एक घटना ये भी थी कि बिस्कुट किंग के। नाम से मशहूर व्यक्ति जैल में बिना उपचार के मर जाता है उसको जमानत नही मिलती अलग अलग लोगों के लिए नियम कोर्ट के। थैली देख कर नियम बनेगे।
@RajuSingh-sw7iy3 ай бұрын
इससे देश में और अपराध बढ़ेगा कि क्योंकि अपराधियों को पता है कि इतने ज्यादा आपके पास chesh हैं कि उनको सुनाने के लिए कोर्ट के पास टाइम ही नहीं है तो वह हर बार अपराध करेंगे और बाहर घूमते नजर आएगा.....😮
@RajeevSingh375953 ай бұрын
सुप्रीम कोर्ट का अलग अलग नियम कानून अलग अलग लोगों के लिए होता है, इसपर ज्यादा दिमाग लगाने का कोई मतलब नहीं बनता है।
@PKS00063 ай бұрын
40 साल बाद भी 1984 के दांगे और रेप केस जो सिखों पर हुए थे आज तक जस्टिस नही मिला l
@storywithpawan3 ай бұрын
पैसे भिजवा दो सुप्रीमकोर्ट को कल ही bail दिलवा देते ह😅
@guptaji8463 ай бұрын
हमारे देश में आतंकियों की सुनवाई के लिए रात 12 बजे कोर्ट खुल जाते हैं,,
@sansakarii_bacchi3 ай бұрын
Ap bahut bariki se chize explain karte hai...Great😊❤ Channel Subscribed...🙏
@kamaldeep77813 ай бұрын
ये टिप्पणी सिर्फ खुजलीवाल को बाहर निकालने के लिए है। वाह मायलार्ड्स
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
PMLA आसान भाषा में समझें तो PMLA के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को जमानत के लिए भी अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार हैं। हालांकि, यब साबित करना बेहद मुश्किल हो सकता है। धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें वर्तमान सरकार ने 2018 में पीएमएलए में संशोधन किया था, जिसके मद्देनजर धारा 45 के तहत जमानत के लिए दो सख्त शर्तें है। पहला यह कि कोर्ट को यह मानना होगा कि आरोपी दोषी नहीं है और दूसरा यह कि जमानत के दौरान आरोपी का अपराध करने की कोई भी मंशा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ईडी की शक्तियों और पीएमएलए अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक जघन्य अपराध है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक मामले को प्रभावित करता है।
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
Evidence aur aroop mein difference hota hai , PMLA bilkul bhi bail nhi milta agar physical evidence hota court ke paas , ED ke paas Best ASG tha bharat ka
@UmeshGupta-ge5ep3 ай бұрын
Suprim Court Ko Rajneet Nahi Karni Chahiye .??? Nyaye Karna Chahiye..??? Suprim Court Me Old Case Kitney Pending.???🤔🤔🤔
@yogeshsandge3 ай бұрын
83000
@samir70353 ай бұрын
Neta ( Yogi ) ko bhi buldozer nyay nahi karna chahiye wo kam hogi court ya supreme court ka kam hai
@KajalPARIHAR-yp3ll3 ай бұрын
Fir to bhul jaao justice kabhi nahi mil skti desh me , never ever , india ka pehli baat koi kaanun hi nahi h , bss savidhan ek written book h , nothing else , koi law and follow vese bhi nahi is desh me , yahan k supreme court pr bhi aatankwadi hamla jaaye ,to bhi supreme court unko bacha legi , nayay ki wajh ,bachane ka kaam krti h supreme court , curruption ,in miya lord ki wajh se hi aaya h @@samir7035
@KajalPARIHAR-yp3ll3 ай бұрын
@@samir7035 krna chahye , jb supreme court niyaay nahi de skti , ab to vo bss ek supreme palace h ,jishme libranduo ko betha diya , itne rape hote h india me , na india ki women safe h ,or nahi videshi aurte safe h india me ,jo yahaan ghumne aati h , kisi kaam ka nahi supreme court , jb tym pr justice nahi de skta , aatankwadiyo k bhi human right ki vakalat krke chhod deta h , tabhi pure world me india ek unsafe ,or criminal country bn gya h
@mayankm52003 ай бұрын
@@samir7035 owaisi aur zakir naik ko hate speech nahi deni chahiye.
@akchoudhary30433 ай бұрын
घोटाला करने वाले और आरोपी को तत्काल प्रभाव से सभी पद से हटाया जाना चाहिए यह भी कोर्ट को करना चाहिए
@ShivajiraoPatil-n3j3 ай бұрын
इस लोक तंत्र में कोर्ट की जरूरत ही नहीं है जहां पर लफड़ा हूवा वहीं जनता ने मिलकर न्याय करलेना चाहिए नहीं तो बुद्धि जीवी वकिलों को पालने के सिवाय कुछ भी नहीं मिलेगा जय श्री राम
@ashishkumar-zd5qg3 ай бұрын
दूसरे देश चले जाइए । लोकतंत्र आपको बेकार लग रहा हो तो ।
@mdaasif95133 ай бұрын
Fr smjh me aa jayega jo jyada takatbar h bo apne se kmjor ko dba dega. Sbse phle to tmhe Mai dba dunga
@lokeshchoudhary60633 ай бұрын
25 sal tak court ka faisala nahi ata hai.
@ANILKUMAR-rk8hs3 ай бұрын
मेरे ख्याल से कोई अधिक मायने नहीं रखती है यह टिप्पणी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में अधिकतर न्यायधीश सवर्ण हैं । जय जवान जय किसान जय संविधान। कई ऐसे होंगे जो रिटायरमेंट के बाद भाजपा और संघ ज्वाइन कर लेंगे ।
@Shivjiparivar063 ай бұрын
BHU gang rape के आरोपी, आसाराम, राम रहीम सभी rapist को ज़मानत मिल रही हैं लेकिन केजरीवाल को अभी तक जमानत नहीं मिला, बंगाल में 1 rape पर इतना बवाल up में 3 किसी के मुह से एक आवाज तक नहीं निकला
@KrishnaKumar-vk1om3 ай бұрын
भारत में यह हमेशा से देखा गया है जैसे जैसे सरकार कमजोर होती है सुप्रीम कोर्ट सरकार के विपक्ष में निर्णय देने लगती है।
@Had-ShAke3 ай бұрын
Respected sir, Thankyou for this wonderful session You explained this lecture in a way that even persons who have non law background can understand it.
@jawaharvidhani36343 ай бұрын
What about Lalu .What rule applies to him?
@yogeshdubey19833 ай бұрын
सर मैं आपके माध्यम से कहना चाहता हूं कि जो भी जेल जा रहा है वह विपक्ष का ही नेता है निकलता कुछ भी नहीं राम राम 🙏
@rameshpatil68143 ай бұрын
जज काम हि नही करते , तो बोज बढेगा हि . हमने केस किया था 1996 मे ऐसा बहुत बार हुआ कि जज बस सुनते थे , फिर दो / तिन साल मे बदली होकर चले जाते थे . मतलब इन्हे डिसीजन देना भी नही आता . अब तक केस चल रहा हे . 30/35 साल मे तो एक पिढी खतम हो जाती हे जैसे मेरे पिताजी 50 से अब स्वर्गीय हो गये . 3rd class सिस्टीम हे भारत कि कोर्ट वाली . सुप्रीम कोर्ट को अपने कोर्ट सिस्टीम पर ध्यान देना चाहीए पर सुप्रीम कोर्ट सरकार पर ध्यान देने लग जाता हे . कानुन बनाना संसद का काम हे पर सुप्रीम कोर्ट लगा हे कानुन बनाने मे
@KBDB-yl4lf3 ай бұрын
चलो मान लेते हैं की जमानत जरूरी है लेकिन जमानत लेने वाले के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक टैग लगाना जरूरी है कि मैं जमानत पर हूं मेरे ऊपर यह केस चल रहा है
@sanjaykumarsingh53852 ай бұрын
Case charge seat one page ka hota hai and case dairy multiple page ka hota hai charge seat means conclusion. Thanks sir,I am 53years old.mujhe aapka videos acha lagta hai issliye mai aapka sara videos dekhne ka koshish karta hun
@DasharathTalks3 ай бұрын
सिर्फ़ आरोप लगा कर किसी को जेल में रखना बिलकुल गलत है, पहले आरोप तय हो जाय फिर जेल में रखना चाहिए, जमानत नियम ही है, जेल अपवाद है।। ED दोष सिद्ध कर ले उसके बाद जेल में रखे।
@ChandraShekhar-iy5yb3 ай бұрын
गुरु जी उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की दलित तो लड़की के साथ जो हुआ उसके ऊपर भी वीडियो बनाओ
@coffeechoice3 ай бұрын
इसमें परिचित दो लडको को गिरफ्तार किया गया है।
@thespiderguy35153 ай бұрын
क्या वो दलित थी इसीलिए हत्या हुई , नही ना फिर फर्जी मैं दलित कहकर बुलाने का मतलब क्या है
@kpsingh52353 ай бұрын
जलीलो को फरुखाबाद हि क्यो याद आता है क्योकि उसमे डाउनो हिन्दु थे।वरना संदेश खाली ,राजस्थान केरला,ओर भी बहुत है वो क्या पिछवाड़े मे डाल लेते हो?
@jobpointacademy3 ай бұрын
HC हो या SC के ऑर्डर या गाइडलाइन हमेशा करोड़पति लोगों के ही फेवर मे आते है।
@KundanKumar-pi8dq3 ай бұрын
Sir Bihar me ho rhe Jamin Survey pr video chahiye
@guptaji8463 ай бұрын
सारे कायदे कानून सिर्फ गरीबों पर ही लागू होता है, अमीर तो अपने पैसे के बल पर पूरा कानून ही बदलवा देते हैं,,
@Y007293 ай бұрын
Explained very nicely Sir👌
@Virendra_sharma_703 ай бұрын
कानून गरीबो के लिए है पैसे वालो के लिए नही है ?
@NikhilKumar-kn5wz2 ай бұрын
इस देश में दो कानून एक गरीबों के लिए एक पैसे वाले अमीरों और राजनेतोओ के लिए 😢😢😢।
@vimleshsingh57223 ай бұрын
मैने बहुत गरीबों को देखा जिसको बेल नहीं मिली। अगर पैसा है तो आपको जेल नहीं होगी। मनीष कश्यप का केस देख लो।
@futuresinger9562 ай бұрын
0.44 sec gali nikal gyi muh se Ye svabhik hai 😂😂 koi na 😂😂
@myvideostatus90673 ай бұрын
Kanun kitna bhi achha bana lo hamare court ki jo hal jai insaf nahi hota 😢
@murarilalkhetan54573 ай бұрын
Awasthi ji You are absolutely RIGHT I understand - LAW is the PROCESS. If for all the punishment Jail is necessary. India will need HOW MANY JAILS. Thnx
@PKS00063 ай бұрын
It seems की जनता कानून हाथ में न ले ले क्योंकि 30 से 40 साल तक कोर्ट केस फाइनल ही नही हो रहे हैं l
बेल दिया जाए परंतु सरकारी और गैर सरकारी पद का हकदार नहीं होगा किसी भी राजनीतिक पदों पर नहीं रहना चाहिए
@veerendrasharma80903 ай бұрын
अंकित जी केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट इतनी जल्दी क्यों सुन रहा है और लोगों को सुनने के लिए उसके पास टाइम नहीं है लोग 10 वर्ष से जेल में बंद है
@AlokKumar-kc5yu2 ай бұрын
Paisa hoga lawyer hoga tabhi
@deogharbasukinath3 ай бұрын
इस प्रकार का विकल्प सुप्रीम कोर्ट भ्रष्ट नेताओ को बचाने के लिए जन्म देती है, नेताओ को वैसे भी सजा नाम मात्र का होता है,अब तो और भी नही होगा Suprem court ko kuch achha bhi sochna chahiye netao ko liye bahut soch liye
@midsetoffers71973 ай бұрын
तो फिर भाजपा नेताओं को अब तक सजा क्यों नहीं मिली ऋषिकेश में बृजभूषण शरण सिंहका जन्म प्रांजल अरे बन्ना और बहुत सारे अपराधी जो खुलेआम घूम रहे हैं
@sudhirpandey85632 ай бұрын
शातिर और पैसे वालों के लिए कोर्ट स्वर्ग है जो लाखों लोग बगैर मुकदमों के जेल में हैं उनको क्यों नहीं छोड़ा जाता.
@vermaseries8553 ай бұрын
Sir सहारा इंडिया कंपनी से पैसे कब मिलेंगे हमें 😢😢😢
@krushnaprasadpadhi92743 ай бұрын
Thanks Sirji for this lecture.
@kailasmali38393 ай бұрын
सभी गुन्होमे सभी अारोपीयोको अपने निर्दोष होनेका प्रमाण,पुरावा देना अनिवार्य करना चाहीये।
@Modernindia-u7b3 ай бұрын
कानून केवल गरीबों को पिस्ता है अमीरों को नही😡😡😡😡😡😡😡😡😡
@Had-ShAke3 ай бұрын
Sir, nice knowledge about law
@MOHANJAAT-b4f3 ай бұрын
Crime krke savidhan khtre me h rona rhte hai politician
@Jayhoshreehanuman3 ай бұрын
यहां बच्चा लोग बीएड कर के बैठा है की कोई शिक्षक की भर्ती निकलेगी उसे भरेंगे। ससुरा उमर निकली जा रही है, परंतु ई सरकार पर ढेला भर भी असर नहीं हो रहा है। इतना महंगाई में दू पैसा कमा नही पाई। तब शादी बियाह कैसे होई।
@exploreglobe50803 ай бұрын
Dr. Arvind Kumar Shukla, Sir Ji 🎊🙏🎊, I too much respect you. I have some questions about this issue. These laws very long time present our indian judiciary system, only consider politicians, business man, it is not applied common citizens of India. Why is the judiciary system and you giving example of politicians to applying this laws.😢😢😢
@AnandoMondal-gv6cn3 ай бұрын
Oo o na 😊
@ashishbanerjee74492 ай бұрын
कहा था ना! देश की कानून ही वैसे बनाया गया ता कि कोई अपराधी को सजा न मिले।
@Mrmonitor183 ай бұрын
Nicely explained 🎉❤
@inshaimam70963 ай бұрын
good morning apka class bhot aha hai bhot achcche se samjh ata he. Sir ek request hai ncert bhi kerwaiye me upsc ki taiyari ker rahi hu.6 to 12 all subject please sir.
@titutheRottweiler2 ай бұрын
Sir aparadhi to bahar hi rahate hain. Isi jamanat pe
@rajeshchandra89263 ай бұрын
Who's running the country, Parliament or the Supreme Court of India 🇮🇳? Some times it's so confusing.
@rameshbhadri12943 ай бұрын
Kamaal ki baat hai ki ye inko aaj yaad aaya ki "bail is rule and jail is an exception" Supreme court apne pasand ke netaon ke liye aise rules banati rehti hai.
@rohan_s5603 ай бұрын
Bharat mein sanvidhan teen Prakar ka hai( first )amiron ke liye Alag Sunday ho ya Mande raat ko 12:00 Supreme Court khul jata hai( second )garibon ke liye Alag (third) musalmanon ke liye Alag Garib aur Musalman ke liye to Koi Kanoon Nahin Inko jabardasti Kuchh Bhi exam laga do
@jawaharvidhani36343 ай бұрын
Then SC should release all those with peti crimes roting in different jails
@shashigupta2183 ай бұрын
There should be no bail for criminals who loot the nation. Yes , bail for few other crimes !!!! Laws are needed to be amended.
@dimanktiwari62613 ай бұрын
Suprabhat sir 🙏
@harinderpal70773 ай бұрын
🙏🙏 JAI HIND SIR BHARAT MATA KE JAI 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@HVR6123 ай бұрын
Court ko sirf criminal case dekhne boliye or koi case nhi dekhne boliye
@brucewayne69013 ай бұрын
Very right... Innocent Ab innocent log jail nhi jayenge
@nikhilkumar-ef9yu3 ай бұрын
इस विषय पर जानकारी दिजिए सर Please please sir!
@gkstudybt80613 ай бұрын
Bat t sahi bole hai sir ji but yaha t mujlim khule amm ghum rahe hai.atche logo par jaldi injam lagate hai
@adarshsingh62493 ай бұрын
Jamanat Dene ke bad apradhi fir se koi apna criminal record ko khatam kre aur dusra koi aur crimes kren
@HopefulLake-hn3xd3 ай бұрын
Court neta bhai bhai Not only bollywood had nepotism. Judge ,ias,ips,neta inke rishtedar hi inki jagah lete hai.
@NavdeepSingh-ll1db2 ай бұрын
बड़ी बड़ी मछलियां तो सरकार को चुना लगा के भाग गई , इन ग़रीबों ने आपका क्या बिगाड़ा है
@AbhayKumar-lc6yp2 ай бұрын
This all depends on the Judges of High Court and Lower Courts, many times they interpret differently.
@Baba-Bholenath-oe8oy3 ай бұрын
This rule should be exception for corrupt people,terrorists,rapiest.
@lakhmanrabdia74033 ай бұрын
Jai.hind.dstst
@VikramKumar-hl8ru3 ай бұрын
Sir ager kisi ka FIR me (dhara 302) name aa jaye chaaye uska koi lena dena he na ho police jail me daal deti hai jab tk tmaant ka time ayega utne me tho ghr wale tension se khtm ho jayenge
@goutam00073 ай бұрын
That's why the corruption or crime rate in India is so high.
@SachinKumar-bq5lr3 ай бұрын
Iska matlab ab neta log ghotala krne se darenge nhi 😅😅
@subhashdeshpande45363 ай бұрын
न्यायालय ने न्याय देना कानुनी आवश्यक ज्ञै ,पर न्याय 33 सिवा न देना ये यार नज्ञी ज्ञोता 😅
@OmprakashKumar-bk9fw3 ай бұрын
सर नाया जो कानून बनी है उस पर् भी लागु होगा pml से कितना दिन मे सजा मिलेगा 180 दिन का अब क्या हो
@jawaharvidhani36343 ай бұрын
This will continue if collegium continue. President should look into this and advice.
@भारत-ब7ष3 ай бұрын
एक हत्या में कोई गिरफ्तार होता है,, और बाद में वह रिहा हों जाता है कोर्ट से,, लेकिन वास्तव में हत्या अगर हुई तो उसका हत्यारा कौन,,भारतीय न्यायिक प्रक्रिया में कोई इसका जिम्मेदारी नहीं,,😮यह नौटंकी नहीं तो और क्या है
@RAHULBHAI203 ай бұрын
Kab tak proved nhi ho jata haibO doshibkaise hoga Agar sach me bhaiya doshi fir bhi proved to karna padega n
@manishkumar-kd2ib3 ай бұрын
यही कारण है की भारत मे अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ रहे हैं
@rsrahulsoni1113 ай бұрын
व्यक्ति का समय बर्बाद होने पर उसको हर्जाना मिलना चाइए
@alkatiwari8542 ай бұрын
Mister jail gye tab pta chali ye baat court ko...tab acha hai ki ministers jail jate rhen aur judge bhi isi bahane kanun me sudhar krte rhen, aam aadami to jhel hi Raha hai sab... minister se le ke nyay vyawastha tak sab ek dm matiyamet kr ke rkhe hain Desh ko
@surend33543 ай бұрын
Jo sarkar me he o apne opposition parti ko jail me daldete he Supremecourt ka faisale Best he