भारत सरकार सारे बौद्ध स्थलों और बौद्ध विहारों को पाखंडियों से मुक्त कराये और उन्हें बुद्धिस्ट को सौंपने का कष्ट करें
@Wanghka3 ай бұрын
Buddhist monestries??where are indian monestries in india??
@fanishmundhra35293 ай бұрын
बुद्ध की शरण मे ही भय,भूख और हिंसा द्वेष नफरत का समाधान है । अंगुलीमाल जैसे क्रूर प्राणी का ह्रदय परिवर्तन संभव है बुद्ध की शरण मे।
@mahenderSingh-ix1eg3 ай бұрын
सब सुधर सकते हैं लेकिन मोदी का सुधरना मुश्किल है ।
@devkotpara89713 ай бұрын
मोदी जी तो एक नेता है इनको वोट लेना है ये सबके बारे अच्छा बोलेंगे ये अभी बुद्ध की बात करते है कल जो है ही नही उसकी भी तारीफ करने उनका तो विशाल मंदिर ही बना दिए
@krishanashapane7643 ай бұрын
@@mahenderSingh-ix1egकही पर भी गलत मत बोलो गलत तो गलत बोलना चाहिए।इस समय ये बहुत बड़ा काम किया मोदीजी ने।
@SangitaKumari-e7d3 ай бұрын
Modi ji ranga Hua siyar hain.mithe Bol isliye Hain ki sare bharatwasi b.j.p.ko vote de aur Bharat ko Hindu rastra banaya jaye.
@hemantsethia56113 ай бұрын
Mahavir ko bhi padna chahiye
@purushottamghritlahre12663 ай бұрын
एस धम्मो सनतनो बुद्ध ही सनातन है ❤❤❤
@bitookumar847003 ай бұрын
बुद्ध राष्ट बना तभी मैं मानूंगा कि आपके प्रति बुद्ध पर गर्व करते हो
@hemantsethia56113 ай бұрын
Kyo Jab hindu raashtra ki baat ho tb Ssvidhan ki duhai dete ho Keval buddh raastra ko Baat kyo kar rahe ho Kya soch he Ab sabidhan k anusar Bt kyo nhi kar rhe ho
@Suraj_singh_1113 ай бұрын
सरकार अब एक और काम करवा दे जितने भी बौद्ध स्थल हैं सारे मुक्त करवाएं पाखंडियों से और बौद्धो को सौप दे
@PRSINGH25723 ай бұрын
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@haroonshaikh25793 ай бұрын
Bahot sahi baat kahi hai bhai aapne. 👌👌👍 🙏🙏
@surajkumar-lk6if3 ай бұрын
ye log kuch nhi karenge,vote lena h bs
@ranjanadevi6393 ай бұрын
Very good
@shagamershakyagroup73673 ай бұрын
Yah log Satya ko kab tak chhupaye ge
@KaushalMauray-x3r3 ай бұрын
भारत में मुख्य लड़ाई दो धाराओं के बीच होने वाली है आंबेडकरवाद और ब्राह्मणवाद जिसकी शुरुआत हो चुकी है।
@Hatthinkers3 ай бұрын
HA HA HALALA 😂 🤣 😆 😄 4 WIFE IS LAW BY KONGRESS पाकिस्तान ने सभी पूजा धर्म खत्म कर दिए (लेकिन वहां 4 पत्नी हलाला है)। यहां जय भीम फोटो पूजा...जय भीम मूर्ति पूजा..जय हो बुद्ध पूजा...जय संविधान पुस्तक पूजा
@ramlakhanmaurya95813 ай бұрын
प्रिय देशवासी बन्धुओं आप सभी लोगों ने हाल में कुछ महीने पहले तथागत बुद्ध ऐतिहासिक धरोहर स्थल साकेत _अवध में प्राचीन बावरी बुद्ध विहार को भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार ने नष्ट कराकर वहां अयोध्या राम मन्दिर है। अयोध्या खुदाई में प्राप्त अभी बुद्ध अवशेषों को लाक डाउन में नष्ट करवा कर वहां मनमाने ढंग से राम मन्दिर बनाने को मा ०सुप्रीम कोर्ट ने सहयोग दिया। साक्ष्यों एवं प्रमाणों के आधार पर अयोध्या ऐतिहासिक बौद्ध स्थल है। यदि मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी में कुछ नैतिकता ईमानदारी बची है तो ऐतिहासिक बुद्ध विरासत बौद्ध स्थल जैसे विहार प्रदेश का महाबोधि विहार (मन्दिर) जहां तथागत भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। उस महाबोधि विहार बुद्ध मन्दिर पर मानवता विरोधी मनुवादियों का कब्जा हटाकर। मानवतावादी बुद्ध अनुयाइयों बौधिष्ठों को प्रदान करें । इसी तरह संकिसा आदि अनेकों बौद्ध स्थलों को मानवता विरोधी मनुवादियों से मुक्त कराएं। यदि इन ऐतिहासिक बौद्ध स्थलों पर जबरन अवैध कब्जा करने वाले लोगों को तत्काल जल्द से जल्द वहां से अवैध कब्जा मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी नहीं हटवाते हैं तो मानवतावादी प्यारे देशवासियों को भली भांति जान लेना चाहिए कि वर्तमान मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी भगवान बुद्ध का नाम लेकर बौद्ध स्थलों को मिटवा (नष्ट) कर रहे हैं। जो एक नम्बर के झुठ्ठा, जुमलेबाज , पिछड़ों दलितों (शूद्रों) के हकाधिकार छीनने वाले नरेन्द्र मोदी प्रधान मंत्री हैं। जय भारत जय संविधान जय विज्ञान। जय सम्राट अशोक महान जय भीम।😊
@Murti_Joshi3 ай бұрын
Bahat Jaldi hoaa
@Dhan_Dhan_Sadguru3 ай бұрын
@@Hatthinkers पाकिस्तान चले जाओ 🤣🤣
@sangeetcerma3123 ай бұрын
Ham santi yani budh ke sath hai namo budhy jai shree krishna 🙏🙏🙏
@ANIMES_EDITS__NARUTO3 ай бұрын
मोदी जी अपने इस भाषण में बोले गए शब्दों को याद रखियेगा आप बदलते बहुत जल्दी हैं।
@shekharjoshi72923 ай бұрын
मोदी जी को मेधा वटी का नियमित सेवन करना चाहिए 😅स्मृति वर्धक है 😅
@Hatthinkers3 ай бұрын
HA HA HALALA 😂 🤣 😆 😄
@RasilThattai3 ай бұрын
Nich OBC aur pandat ki koi baat seriously nai lene ka hum general category castes wale inko seriously nai lete toh phir Dalit adivasi inko kyo seriously lete ho yeh kaluve subse bade shudar aur varnashankar hai aur baat dusro ki kar rahe hai
@shivratansinghyadav65763 ай бұрын
जितने यह बुद्धिस्ट के बुद्ध विहार हैं पूजा स्थल बनाए हुए ब्राह्मण पूजा करवा रहा है वह सब बुद्धिस्ट की विरासत को बुद्धिस्ट को एससी एसटी ओबीसी को लौटा दिया जाए यह सबसे बड़ा काम है मोदी जी
@chhayakomal80823 ай бұрын
Right 👍
@PRSINGH25723 ай бұрын
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@narayanananaya60043 ай бұрын
ये इ तना बढ़िया काम मरते दम तक नही करेगा ये सारी भाषा इसकी दिखावे की हे।और कुछ नहिं।
@sunnymourya-x5f3 ай бұрын
शतरी bhsa नहीं चाहे हम बहुजन को पाली प्राकृत भाषा ही रहने दo
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@GovindnarayanKushwaha3 ай бұрын
राम और कृष्ण से अब इनका काम चलने वाला नहीं है तब इन्हें बुद्ध याद आने लगे हैं
@hvp22983 ай бұрын
@@GovindnarayanKushwaha बुद्ध ही सत्य है
@ScientificZoom3 ай бұрын
Dharamdas Dholera Zholerawala 😂😅
@RituGautam-lm6gc3 ай бұрын
Right 😂😂😂
@shakyasingh14043 ай бұрын
kzbin.info/www/bejne/f4erq6Kbpcxni80si=B2YOTJVmWzS_2BX8 Namo buddhaya 🇮🇳🦚☸️💟❤️🙏🙏🙏🙏🙏
@swapnildhoke32503 ай бұрын
Barabar bola bro
@krishnabaitha72463 ай бұрын
किसी को रंग बदलना सीखना है तो मोदी जी से सीखे जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी 🙏🙏
@PRSINGH25723 ай бұрын
@@krishnabaitha7246 आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@nilamlokhande33903 ай бұрын
Like your comment Bhai
@sadhuyadav74413 ай бұрын
भगवान बुद्ध को विचारों को धन्यवाद दिया हुं बहुत अच्छा बात लगा है मैं बुद्ध को साथ हुं
@amodkumar29533 ай бұрын
ये तो गिरगिट से भी आगे हैं । ब्राह्मणवाद को सबसे ज्यादा मजबूत करने वाला यही व्यक्ति है। हालाकि इन लोगों की सोच की विपरीत हो गया। इन्ही के शासन काल में बौद्ध विरासत का बहुत तेजी से उभार हो रहा है
@ravendrakushwaha40793 ай бұрын
Right
@Mahishortvideo993 ай бұрын
अब पालि भाषा मे जरूर मिलावट की जाएगी
@RNMimrot-ql7ds3 ай бұрын
😊😊😊
@rehanveersingh65883 ай бұрын
😂baat to sahi hai.... sj sir dr rajinder parsad ji... hai so don't worry
@PRSINGH25723 ай бұрын
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@vishwaswahule55063 ай бұрын
इंन लोगोमे इतनी ताकद नही है यह लोग धम्म लिपी नही पढ पाये सम्राट अशोक ने शिलालेख लिखे वह पिल्लर को भीम की गदा बोल रहे जब अंग्रेज प्रिन्सेप ने पाली की खोज की तब ब्राह्मण नालायक साबित हुये
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@anrmusic643 ай бұрын
कुछ नहीं ये सब राजनीति है ऐसा भाषण करके बहुजनो तथा बौद्धों का दिल जितना चाह रहा है मोदी ऐसे व्यक्ति के बहकावे में भूलकर भी ना आएं हमारे सीधे-साधे भोले-भाले भाईयो सावधान रहना सियरा वहीं है पोंछवा रंगइले बा ।
@nilamlokhande33903 ай бұрын
Don't warry Bhai ,ab hum sab Educated hain ! Don't warry Bhai
@KKTWIST3 ай бұрын
Namo budhay भगवान बुद्ध की वाणी में इतनी शक्ति हैं कि किसी का भी हृदय परिवर्तन कर सकता हैं बुध ही एकमात्र कल्याण का रास्ता है.... ये भगवान बुद्ध की धरती है ❤
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@Wanghka3 ай бұрын
@divyawhy you need modi to free them,why can't you ..imagine if it under muslim leader.you dare to speak against.nshnaturals2246
@bharatwankar78233 ай бұрын
मोदीजी और एक काम कर दिजिए..पालि भाषा को संविधान की आठवी अनुसुचि में सामिल किजिए..🎉
@narayansinghtawar77153 ай бұрын
महामानव तथागत गोतम बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने से ही राष्ट्र समृद्ध हो सकता है ❤❤❤❤❤❤❤
@nilamlokhande33903 ай бұрын
Like your comment Bhai
@bhimsen83173 ай бұрын
मोदी जी सिर्फ एक काम कर दीजिये नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिये और कुछ मठो को स्वतंत्र करवा दीजिये
@vijaykurmi5743 ай бұрын
विररत्ने भंतेजी का आभार और धन्यवाद
@BRAnand-lu6ye3 ай бұрын
पाली भाषा से मोदीजी का पुराना नाता है और जो भिक्षुगण तालियां बजा रहे हैं क्या उन्हें नहीं पता कि तालियां बजाने की बजाय साधु साधु साधु बोलने की परम्परा है इनमें भी आर एस एस के लोग हो सकते हैं बहुत से भिक्षु ऐसे हैं।
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@Gaonkar-s9p3 ай бұрын
S
@laxmankamble48093 ай бұрын
Thanks
@manilalbanerjee24203 ай бұрын
घड़ियाली आंसू बहा रहा है। झूठों के सरदार है। जुमले बाज है। कोई षडयंत्र रचा रच रहा है।जिसका भी जीक्र किया उसका सर्वनाश किया है। सतर्क रहें ❤❤❤
@rinkulahre16983 ай бұрын
महाराष्ट्र चुनाव के बाद ये फिर से भगवा रंग में रंग जाएंगे भूलना मत महाराष्ट्रवासियों 😊
@ravendrakushwaha40793 ай бұрын
Right
@ashoktailor60513 ай бұрын
जय मूलनिवासी नमो budhay
@omprakashshaw47763 ай бұрын
Buddha Dhamma is great Dhamma, Namo Buddhaya
@AJAYKUMAR-gs9lx3 ай бұрын
हमारे प्रधानमंत्री बुद्ध के बात करते हैं साकेत नगर बुध विहार को राम का मंदिर बना दिए नमो बुद्धाय जय सम्राट अशोक जय भीम
@bhartivinod93593 ай бұрын
बहुत बड़ा रहस्य छुपा है तर्क शक्ति होगा तो जान पाएंगे बाकी आपलोग खुद समझदार है
@fanishmundhra35293 ай бұрын
पाली से ही संस्कृत की रचना हुई है।णमो से ही नमो बना।
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@TrikamlalParmar-qg8xp3 ай бұрын
💚🍂♈ अरे सुनो रे भाई सुनो 🌾🌴🌱 आज तो ये बेसुरा बाजा से मीठा मनहरन सुर निकल रहा है 🙏🍀💦 पहला बार सुना 🌺💐
@yogeshchouhan62883 ай бұрын
अयोध्या से हारने के बाद सत्ता बचाने की नई राजनीति ।। बची विरासत को बहुरूपिया आया लूटने ।।
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@mrstivstar43653 ай бұрын
क्रांतिकारी जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी जय संविधान जय जोहार
@devnathpotter11873 ай бұрын
जिंदगी में एक काम तो सही किया आपने मोदीजी!आपको धन्यवाद
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@prabhakarsahare89493 ай бұрын
आप देश को बुद्धमय बनाने का प्रयास करीये,
@ravindrashakya37053 ай бұрын
बुद्ध के देश में ऐसे बिजनेसमैंन टाइप स्वार्थी लोग हैं जो अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने किसी न किसी स्वार्थ के लिए बुद्ध का नाम तो लेते हैं लेकिन उनके आचरण में बुद्ध की शिक्षाओं का अंश मात्र भी नहीं है। कुछ लोग अभिधम्म मंगल पर्व पर भी राजनीति करने से नहीं चूकते हैं बुद्ध राजनीति की वस्तु नहीं हैं बुद्ध की शिक्षाएं राजनीति करने के लिए नहीं, जनमानस के मंगल के लिए हैं।
@RatneshKumar-91403 ай бұрын
सर आप बौद्ध धर्म को मानते हो या हिंदू धर्म को जहां ऊंच नीच की मानव मानव में खाई पैदा करती है नमो बुधाय जय भीम
@anilsinghal23123 ай бұрын
समझ नहीं आता कि देश में दलित आबादी 15% होने के बाबजूद बौद्ध आबादी देश में मात्र 0.6% ही क्यों है? आखिर दलित समाज के लोग बौद्ध बन क्यों नहीं रहे?
@PRSINGH25723 ай бұрын
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@AjeetKumar-sc113 ай бұрын
Jay Bhim Namo budhhay 💙🙏
@devdhariyadav50083 ай бұрын
नमो बुद्धाय
@inderjeetgiroh18143 ай бұрын
Recognition of Pali Language is a good decision of Government of India. The next step should be taken to free Bodhgaya from the illegal occupation by the Brahmins. Thanks.
@KumarUmesh-KUS73 ай бұрын
Buddhay namo Jay bheem Jay bharat Jay shamvidhan sir
@PawanPrabhakar-u6n3 ай бұрын
Jay Bhim❤
@DevendraTamta-z4u3 ай бұрын
पहले मोदी जी अयोध्या को उसकी वास्तविक पहचान दिलाओ तब हम विश्वास करेंगे।
@ramkumarwaiba8673 ай бұрын
❤❤❤❤❤❤❤🎉
@sumaxProgaming3 ай бұрын
Jai bheem jai Samvidhan ❤bhuddh dhamm Amar rahe
@pawankumarrana42633 ай бұрын
Jay bhim jai bharat namo budh
@nagendranirmalnagendranirm73753 ай бұрын
ये बेहरुपीये लोग हैं सत्ता के खिलाड़ी ,ये अच्छे भाषण जरूर देते हैं पर उन विचारों पर चलते नहीं।
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@hemantsethia56113 ай бұрын
Bhai modi tum Kitna hi achchha karo y mahsoos karne wale nahi Aur tumko koste bhi rahenge Tum jain darshan turtho ko bachao kabjo se sbki janch karoo Jaino ne bahut yogdan diya he Badane me
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
@@hemantsethia5611 मोदी कार्यकाल के कुछ अच्छे काम और उनके परिणाम पुलवामा काण्ड. जवान शहीद. जांच मुक्कमल नही नोटबन्दी काला धन नही रुका कपडो से पहचान. साम्प्रदायिक दंगो को समर्थन दिया लाक डाऊन. कोरोना मे बद इ्तजामी से बदतर स्थिती बनी राममन्दिर बनवाना यह पीएम का काम है ही नही
@ghanshyamkumar89463 ай бұрын
Great thanks 🙏 Buddha a proud of india
@dharmendrakumargautam8463 ай бұрын
भारत बुद्ध की धरती से जाना जाता है नमो बुद्धाय
@samardeka12333 ай бұрын
Tere hisab se 😅😅😂😂
@pdwagh333 ай бұрын
Sahi kah Raha hai Buddh Bhumi @@samardeka1233
@nepalkoli39033 ай бұрын
महाशय एक दूसरे के विपरीत दिशाओं में चलने वाली दो नावों पर पैर रख कर क्यों चलना चाहते है? मन्दिर राम का बनाते हैं, भारत को बुद्ध की भूमि मानते हैं हिंदू राष्ट्र बनाने का समर्थन भी करते हैं। कैसे विश्वास किया जाये?
@hemantsethia56113 ай бұрын
Ise gahrai se samzo Dusre desho ke Buddhist buraiya kyo nahi karte Unk bhasha me to ramayan Bhi Padate he
@अवधेशकुमार-yq9ft3 ай бұрын
Namo buddhay jai samrat
@VinodKumar-te3wo3 ай бұрын
Namobuddhay 🙏
@RamLakhan-hy3ln3 ай бұрын
Jai bheem Jai Bharat Jai samebedhan Jai mulnewasi Jai Johar nammo Buddhay
@ShyamrajSaket3 ай бұрын
नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए माननीय प्रधानमंत्री नालंदा विश्वविद्यालय बनवारी नालंदा विश्वविद्यालय बनवारी नालंदा नालंदा नालंदा तभी हमारे देश के विकास और प्रगति होगी प्रगति होगी प्रगति होगी
@sureshakodiya36673 ай бұрын
Jay Bharat Jay Bheem
@mohindersingh12333 ай бұрын
Chalo Budh ki or Namo buddhay
@PappuKumar-vt9bh3 ай бұрын
मोदी जी के भाषण में 5//पर्सन बात सही होता है 95/बात जुटा होता है
@ramchandshakya22823 ай бұрын
मोदी जी ,जिन बौद्ध स्थलों पर मनुवादियों का कब्जा है उन को पज पहले मुक्त करवाएं
@sourabhkumar51483 ай бұрын
कौन स्थल है
@ramchandshakya22823 ай бұрын
@@sourabhkumar5148 संकिसा , बौद्ध गया आदि बहुत से बौद्ध स्थलों पर मनुवादियों ने कब्ज़ा कर रखा है अयोध्या भी बौद्ध स्थल था जहां मंदिर बना है
@madhusingh-nw2cm3 ай бұрын
बौद्ध धर्म के सभी कार्यक्रमों को टीवी पर प्रसारित करने लगें तो सभी देश वासियों को पता चलने लगेगा कि यह देश बौद्ध निवासियों का ही था।
@hemantsethia56113 ай бұрын
Jain pratham tirthankar Srashti k aarambh k Rishabh dev ke putra Mahantam chakravarti Bharat ke nam par hi Bharat vsrsh pada Kya har jagah buddh boudh hi he the Soch badi rakho Bhatratva k bhavna rakho 1947 k pahle pak me kitne Buddhist the ab kitne he Vaha dalito ke sath kya hota tha ab bhi kya hota he Kasam he y chenal walo ki tumne seedhe Dade bhole hamare dalit obc bhaiyo ko y sahi baat na batayi to Kasam he Jai shri ram Jai jinendra Namo mahavir Namo buddhay Jai hind
@RahulKumar-z5t3s3 ай бұрын
Namo Buddhay
@santoshkumarkushwaha94083 ай бұрын
Namo buddhay jay bhim
@solankiyogendrabhai11393 ай бұрын
Namo buddhay 🙏
@SandeepKumar-u7w8p3 ай бұрын
❤Jay bhim Jay bharat Jay savedhan namo budhay Jay Ashok Samrat
@SurajpalSingh-nf4qu3 ай бұрын
That's very important treasure of hon'ble PM sh.Narendra Modi ji, India.
@gregorybilung60193 ай бұрын
आम तौर पर मैं मोदी जी का भाषण नहीं सुनता हूं लेकिन आज मैं गम्भीरता से सुना
@manohardhruw72753 ай бұрын
मोदी जी को आज आ रहा है।बुद्ध की याद पाली की याद ये आप लोगों की मेहनत है। वरना आज तक कोई प्रधान मंत्री बुद्ध के लिए एक शब्द नहीं बोले न पाली भाषा के लिए । ये संगठन का ही एक नमूना है आगे तो सभी प्रधान मंत्री बुद्ध के नाम लिए बिना प्रधान मंत्री नहीं बन सकता ऐसे रास्ता खुद बनाना पड़ेगा ।।
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@laxmihari1003 ай бұрын
भगवान बुद्ध की शिक्षाएँ ही धम्म हैं। भगवान बुद्ध ही धम्म हैं और धम्म ही भगवान बुद्ध हैं।
@omprakash42173 ай бұрын
भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाली भाषा को शास्त्री भाषा का दर्ज़ा दे कर बुद्ध धर्म को पुनर जीवित किया है जिसके लिए कोटि कोट नमन
@sudhirshakyavanshi3 ай бұрын
जय मूलनिवासी : उससे पूछो की बुद्ध धरम हिन्दू धरम का हिस्सा है ( गौतम बुद्धा विष्णु के अवतार है ) कि श्रमण संस्कृति है ???...सारा खेल समझ आ जाएगा
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@ashokpanbude43043 ай бұрын
यह सिर्फ और सिर्फ शिगुफा है विदेशों से रकम वसुलने की बाकी तो हिन्दू राष्ट्र बनाना है बहुत खुश नही होना है जागो भारत जागो
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@SampatRajHans3 ай бұрын
हिंदू धर्म एकता से बुद्ध धर्म एकता में कैसे आ गया लक्ष्य इसमें भी कोई दोगली चाल है मोदी जी अपने शब्द याद रखना पलटना मत
@laxmihari1003 ай бұрын
Self यानी मस्तिष्क-शरीर प्रणाली का केंद्र विचार या विचार से रहित शुद्ध ऊर्जा है। और यह शुद्ध ऊर्जा ही धम्म है। धम्म में कोई सोच या विचार प्रक्रिया नहीं होती।
@ShivMalviya-x7m3 ай бұрын
❤ आपका मार्ग तथागत का मार्ग बने यही निवेदन है शान्ति पूर्ण रूप से विश्व के लिए अपेक्षित है
@divyanshnaturals22463 ай бұрын
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@rajkapur55753 ай бұрын
यह मदारी है वोट के खातिर सही बोल रहा है पर करता कुछ और है विदेश में जाएगा तो बुद्ध बोलेगा और भारत में आएगा तो बुद्ध के खिलाफ युद्ध चलेगा बोधगया मंदिर बुद्ध को वापस कर तब माने आपकी सच्चाई नमो बुद्धाय जय भीम
@manojgedam44103 ай бұрын
एकदम सही बात ❤
@Wanghka3 ай бұрын
How many times you been to boudhgaya.??don't worry about boudhgaya.we are safe.
@santoshkamble82963 ай бұрын
Dilme ram .........
@VikashKumar-zr8vi3 ай бұрын
आर एस एस जी कहेगा वही ये बोलेंगे।
@PRSINGH25723 ай бұрын
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@PARMARNARESHN3 ай бұрын
અયોધ્યા માં. જ્યારે ખોદાણ કામમાં બુદ્ધ ભગવાન ની મુરતી યો નિકળી હતી તો તેનુ કેમ કાય કર્યુ નહીં પુસેસે એક ભિમ વાદી જય ભિમ નમો બુદ્ધાય જય સંવિધાન જય અશોક સમ્રાટ જય ચંદ્રગુપ્ત મૌર્ય જય જ્યોતિ બા ફૂલેજી જય બિરસા મુન્ડા જય વાલ્મિકી ઋષિ મહારાજ જય રોહિદાસ મહારાજ
@laxmihari1003 ай бұрын
क्या आप के पास बौद्ध स्थलों बौध गया, पुरी जगन्नाथ, केदारनाथ, बद्री नाथ, तिरूपति बालाजी आदि को बौद्धों को लौटाने की कोई योजना है?
@azmat5143 ай бұрын
Good 👍 नमः बुढ़ाए जय भीम
@ashokprakashmaurya79733 ай бұрын
विदेश में आपकेभाषण बुद्ध के प्रति सहानुभूति है। भारत भूमि पर,बुद्ध के प्रति समर्पण भाव में आप बहुत देर में आए हैं। आवश्यकता के अनुरूप आपका संरक्षण प्राप्त नहीं हुआ। आशा है बचे हुए समय में जरूर पूराकरेंगे।
@ramsuratram74093 ай бұрын
समानित बुद्ध भिक्षु ओ को बुलाकर समानित किया स्वागत योग्य है पर एस सी एस स्टी के कोटा को हरियाणा में खत्म कर दिया गया।
@Rajdigitalsinger3 ай бұрын
तो फिर भगवान बुद्ध जी का विशाल धम् को लागू किया जाये
@krishanashapane7643 ай бұрын
मोदीजी को धन्यवाद ,पाली भाषा आजका बहुत बड़ा दान किया मोदीजी ,आपको बधाई जय भीम नमो बुद्धाय,।
@Abhay__Raj___90103 ай бұрын
जय भारत, नमो बुद्धाय, जय भीम,जय संविधान, जय विज्ञान 🙏🏻💙💐
@mohindermehra40403 ай бұрын
जय भीम नमो बुद्धाय
@AKKING-hf1po3 ай бұрын
नमो बुद्धाय ❤❤❤❤❤❤
@laxmihari1003 ай бұрын
The Teachings of Lord Buddha is the DHAMMA. Lord Buddha is the DHAMMA and DHAMMA is Lord Buddha.
@vikaskumar1353 ай бұрын
Jay bhim🙏🙏🙏🙏 namo bhudhay Jay bhim💙💙💙💙 Jay samvidhan bachao🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Jay bhim
@udaybhan93373 ай бұрын
Namo buddhay budh hi Satya hai
@AmitSingh-oh4hv3 ай бұрын
बहुत बढ़िया बहुत खूबसूरत
@kumar-arjuna3 ай бұрын
Appreciable efforts ❤
@tanyagautiyal87963 ай бұрын
Good and keep it up !!!!!!!!!!!
@shivadharprasadravi70752 ай бұрын
इस एम ब्रह्म दिवस के आयोजन पर प्रधानमंत्री महोदय जी को मैं दिल की अनंत गहराइयों से हार्दिक स्वागत अभिनंदन वंदन नमन करता हूं और लंबी उम्र की कामना करता हूं जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत संविधान जिंदाबाद
@ArvindsagharSaghar3 ай бұрын
जय भीम बाबा साहेब आंबेडकर अमर रहें
@avinashdassaheb77883 ай бұрын
बहुजन की राजनीति में भाजपा कांग्रेस सब का रूख दिखाई देने लगा। इससे इतना तो तय है कि हमारी जागृति दुश्मन को डराया है।
@raghunathjadhav67953 ай бұрын
महाबौध्दविहार,बौध्दा के हवाले करलो.और मुंबई मे डॉ.बाबासाहेब आंबेडकरजी का स्मारक का काम कब पुरा करोगे. 12:30 12:30
@madhusingh-nw2cm3 ай бұрын
ये पीएम बोलता कुछ और है करता कुछ और है। इस बात को सभी को समझना होगा ,सभी बौद्ध विरासत को बौद्धों को सौंप देना चाहिए ।
@SMARTMOBILESHOPS43 ай бұрын
बुद्धमय भारत बनेगा मोदी जी दीपदान दिवस पर दीक्षा संस्कार लेने जा रहा हु नागपुर 💙
@Vikrammahato13 ай бұрын
बुद्ध ही सत्य है.. सत्य ही बुद्ध है... बुद्ध ही सुन्दर है... चारो ओर देखो.. बुद्ध ही बुद्ध है.... जय भीम 🙏🌾नमो बुद्ध 🙏🌾
@swapnildhoke32503 ай бұрын
Ye calender wala concept bohot pasand aaya muze sir ji
@RanjitPatel-jr6ms3 ай бұрын
भारत के सभी गांव शहर का नाम पाली भाषा में नामांकन घोषित कर दिया जाना चाहिए, अयोध्या को साकेत, पेशावर को पुरुषपुर
@anandazm59543 ай бұрын
बुद्ध की शरण में आने का मतलब है शाति! जीवन भर झूठ बोलने वाले दूर रहे😂 दुकान बंद हो जाएगी नफ़रत की😂😂
@ramdayalbharti43863 ай бұрын
Bhart ki pahchan Duniya me Buddha se hi hoti hai
@hvp22983 ай бұрын
पाली भाषा को स्कूल में। युनिवर्सिटी मैं पढ़ाना चाहिए
@PRSINGH25723 ай бұрын
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं