पुलिस की बंदूक के सामने अड़ने वाली इस बहादुर महिला मतदाता को सैल्यूट🎉
@SurendrakumarVerma-o3h2 күн бұрын
@@VijayYadav-vn7cp वीडियो पूरा देख फिर बहादुरी का तमगा बांटना चुटिया🤪🤪🤪🤪🤪🤪
@AleemAleemkhan-v7pКүн бұрын
Bhai bhadur to seb hote he ye to chasi ki Rani thi
@SurendrakumarVerma-o3hКүн бұрын
@AleemAleemkhan-v7p 😀😀😀😀😀😀कुछ भी जाहिल🤪🤪🤪🤪🤪
@mdshaahidraza183 күн бұрын
सच्ची देशभक्त जिसने अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए गोली खाना कबुल किया लेकिन अन्याय के विरुद्ध डटी रही | #बहन के हौसले को सलाम
@AmitTyagi1423 күн бұрын
Chutiye दंगा ho raha tha waha agar दंगाई uda dete usee to tum log शहीद bol dete thoda पढ़ा लिखा होता तो पता लगता सही बात का तुझे बाकी वोट अगर थोड़ी देर बाद डालती तो क्या बिगड़ जाता और तुझे क्या लग रहा है वोट नहीं डाला क्या वोट डालकी आए वो लोग
@hariherp76683 күн бұрын
😆😆😆😆 गद्दारी खुन में है
@SurendrakumarVerma-o3h2 күн бұрын
@@mdshaahidraza18 उसके पीछे जाहिलो की भीड़ पत्थर फेंक रहा हैं ,वीडियो पूरा देख जाहिल,पुलिस गोली चलाती तो एक भी नहीं होते ,सब दुबक जाते 🤪🤪🤪🤪🤪😈🤪
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@maxparker69812 күн бұрын
Aise hi logon se Azadi mili hai... Aur aage bhi milegi
@shoebmalik55703 күн бұрын
सलाम है आपकी बहादुरी पर मां जी जान और इज्जत देने वाला मालिक है
@SurendrakumarVerma-o3h2 күн бұрын
@@shoebmalik5570 ,🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🤪🐖
@shoebmalik55702 күн бұрын
सूअर कहां से आया भाई ये
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@IstekharShikh-g4t2 күн бұрын
Kyun apne Bishnu Bhagwan ka name kharab kr rha h 😂😂suar ka dusra roop Bishnu h 😂beta hukumat hamesha rehti nhi waqt badlega hisab bahut hard dena padega😅
@princechaudhary52532 күн бұрын
मुस्लिम वोटर पर नहीं पत्थरबाजी करने वाले जिहादी कुत्तों पर रिवाल्वर तानी है इस बहादुर पुलिस वाले ने, ये बेशर्म महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी, रिवाल्वर के सामने वाली वीडियो तो दिखाई ही नहीं श्रीमान पत्तलकार नेl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गयाl महिलाओं से एक पुलिस वाले को उलझने की क्या आवश्यकता है? हलाला के लिए किसी भी मौलाना के सामने पिछवाड़ा दिखाया जा सकता है, लबों को चुसवाया जा सकता है लेकिन देश की लोकतान्त्रिक व्यस्था को मजबूत करने के लिए वोट डालने के लिए चेहरा नहीं दिखाया जा सकता, हद है बेशर्मी और जाहिलता कीl
@sandeepmuwal61763 күн бұрын
अगर बंदूक के दम पे रोकना है तो फिर चुनाव किस दिखावे के लिए करवाये जा रहे हैं
@altafsindhi48712 күн бұрын
Election commission khud bhi BJP ki "b"team hai
@sandeepmuwal61763 күн бұрын
भारत में लोकतंत्र नहीं रहा,अब बंदूकतंत्र हो गया है
@matadeenrawat75532 күн бұрын
Loktantra akhilesh khan ke paas h
@goodfriend47732 күн бұрын
Pathhar Fenko Tantra se kaise nipta jaye mahoday... Actually Police pe patthar fenke gaye aur jab Police challenge accept ki to BBC ne kuch naya hi rag ched diya...
@shaunmichael3091Күн бұрын
Are jhoot se janme huwe jhoote Andhbhakt tum sirf jhoot phaila sakte ho@@goodfriend4773
@सदाबहारगाने9024ganeansune3 күн бұрын
यूपी में पुलिस की खुली गुंडागर्दी देखने को मिली है
@KhanKhan-m3l8e2 күн бұрын
Yah Rss ki police department hogayee hai up police only jokers
@Worldpeace84543 күн бұрын
इसमें कोई शक नहीं है कि आजकल के कुछ पुलिस और नेता बिल्कुल अपराधी वाला रोल निभा रहा है और इस सबका सपोर्ट कुछ बड़े अधिकारी कर रहे हैं 😡😡
@sajidrahbar14503 күн бұрын
Ye police nahin aatankvadi hai
@Digidomes3 күн бұрын
बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी डीएसपी एसपी बोल रहा है यह वीडियो आधी अधूरी है अरे आधी अधूरी है जेसी भी है इसमें जो भी दिख रहा है वह सच दिख रहा है और ऐसा करने वाले पुलिस अधिकारी बहुत बड़े मुजरिम है और उनके पीछे जो बड़े-बड़े हाथ हैं जो यह करवा रहे हैं वह सबसे बड़े दलाल मुजरिम गुंडे अपराधी डाकू हैं
@advisorofhadesstar17953 күн бұрын
Sab (90%) ayesi hi hain 🤨😑
@bimlaraikwar13823 күн бұрын
इसमें मुल्ला मुलायम की पैदाइश टोटी चोर यही करता है
@amirele053 күн бұрын
Pressure hai..face expression dekho in police walo k..kaise muskura rahe hai
@Satyabharat-po3ji3 күн бұрын
FIR करने के लिए मुस्लिम नाम ही काफी है __
@Mywords7083 күн бұрын
तो न्यूजपेपर पढ़ लेना आने वाले हर दिन का सच पत्ता चल जाएगा 😂😂😂😂😂😂
@inds63133 күн бұрын
Vinashakale bjp viparitabudhi budhi
@hariherp76683 күн бұрын
पहले विडियो पूरा देख अंधे
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@हक़कीआवाज़-श4ल2 күн бұрын
सलाम है ऐसी बहादुर औरतों को जब ज़्यादा दबाओगे तो डर और सम्मान खो दोगे जो इन निहत्थे औरतों ने पुलिस को आईना दिखाया है शर्म करो
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@YasminFatima-vz7gz2 күн бұрын
Police nahi sanghi gunde... jisne uss bahadur mahila ko vote dalne nahi diya sath m jhootha FIR bhi kr diya uspr aur uske bete pr... UP m gunda raj h...atank ki sarkar h...😢 kub UP atank mukt hoga...☹
@aasimalqasmi21632 күн бұрын
इस एसपी को सस्पेंड करना चाहिए जो भारतीय जनता पार्टी का एजेंट बनकर काम कर रहा है इस एसपी पर ही कार्रवाई हो
@ranveergodara62212 күн бұрын
Tera baap krega karyavahi??? Road jaam tum krte ho fir bhi rote ho social media pe 😅😅😅
@RahilManyar-r9m3 күн бұрын
1% भारतीयों ने भी अगर इस माताजी की तरह हिम्मत दिखाई तो भारत कि ज्योग्राफी चंद दिनो में सही हो जाएगी।
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@amanchouhan293 күн бұрын
इन बहनों को लाखों सलाम अपने हक के लिए ऐसे ही लड़ना चाहिए
@aasifturkey51423 күн бұрын
Turko ki turkan h ye dar khun me hi nhi inke
@sushantmallick30243 күн бұрын
Are yee jihadio atankbadi hai .yee 500 rupees main bike hue hai .
@Digidomes3 күн бұрын
बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी डीएसपी एसपी बोल रहा है यह वीडियो आधी अधूरी है अरे आधी अधूरी है जेसी भी है इसमें जो भी दिख रहा है वह सच दिख रहा है और ऐसा करने वाले पुलिस अधिकारी बहुत बड़े मुजरिम है और उनके पीछे जो बड़े-बड़े हाथ हैं जो यह करवा रहे हैं वह सबसे बड़े दलाल मुजरिम गुंडे अपराधी डाकू हैं
@TruthVoicee3 күн бұрын
Socho bahi yahi hai yogi Modi ka pulice
@aasifturkey51423 күн бұрын
@TruthVoicee vo bhi turko ki ma h ye mat bhulna
@howsthat-20243 күн бұрын
UP Police nahi.....RSS K Agent hai ye sab......😅
@SumanSingh-rb5xj3 күн бұрын
Bbc nahi congress ka agent hai ye sab
@sajidrahbar14503 күн бұрын
RSS bhi aatankvadi sanghathan hai
@vascodigma86433 күн бұрын
Tu Pakistan ka agent
@exHinduyogendarSingh3 күн бұрын
@@vascodigma8643Pakistan chala ja
@islammalik96463 күн бұрын
Your right
@shaquibgauhar71102 күн бұрын
इस बहादुर मां को मेरा सलाम मैं भी एक भारतीय हूं और हर भारतीयों को अपने अधिकार के लिए इसी तरह अपनी जान की फिक्र नहीं करनी चाहिए।
@imamnpcc3 күн бұрын
100 में 90 बेईमान फिर भी मेरा देश महान
@ani-g7p3 күн бұрын
101 bayman
@Digidomes3 күн бұрын
बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी डीएसपी एसपी बोल रहा है यह वीडियो आधी अधूरी है अरे आधी अधूरी है जेसी भी है इसमें जो भी दिख रहा है वह सच दिख रहा है और ऐसा करने वाले पुलिस अधिकारी बहुत बड़े मुजरिम है और उनके पीछे जो बड़े-बड़े हाथ हैं जो यह करवा रहे हैं वह सबसे बड़े दलाल मुजरिम गुंडे अपराधी डाकू हैं@@ani-g7p
@meraz38283 күн бұрын
😂
@talib.ibne.mozaffar3 күн бұрын
@@ani-g7pdalaal
@ani-g7p3 күн бұрын
@@talib.ibne.mozaffar I'm only Criticising peoples of my country.. Our constitution gave me right to Criticise.. Uneducated fools like you won't understand.. 😙😙
@Fearnews-tc6fg3 күн бұрын
मेरी दादी भी जिला मुज़फ्फरनगर से थीं वह भी एक बहादुर महिला थीं
@Mywords7083 күн бұрын
कितने बच्चे है उनके कुल यानी 😂😂😂😂
@makeknowledgerational76553 күн бұрын
@@Mywords708tumhari ma ka kitna hai kul bachhe
@aasifmalik46373 күн бұрын
@@Mywords708aap kitne bhai bahan ho
@osmanhamza76802 күн бұрын
@@Gautam6.0aaja mere gav, tere jitne mere khandan me shaheed he 😊
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@salimuddin16583 күн бұрын
डरी हुई सरकार,डरा हुआ प्रशासन।
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@princechaudhary52532 күн бұрын
मुस्लिम वोटर पर नहीं पत्थरबाजी करने वाले जिहादी कुत्तों पर रिवाल्वर तानी है इस बहादुर पुलिस वाले ने, ये बेशर्म महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी, रिवाल्वर के सामने वाली वीडियो तो दिखाई ही नहीं श्रीमान पत्तलकार नेl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गयाl महिलाओं से एक पुलिस वाले को उलझने की क्या आवश्यकता है? हलाला के लिए किसी भी मौलाना के सामने पिछवाड़ा दिखाया जा सकता है, लबों को चुसवाया जा सकता है लेकिन देश की लोकतान्त्रिक व्यस्था को मजबूत करने के लिए वोट डालने के लिए चेहरा नहीं दिखाया जा सकता, हद है बेशर्मी और जाहिलता कीl
@shabnamkhan40673 күн бұрын
रजीस्टर्ड वोटर को वोट डालने से रोकने वाले लोकतंत्र और संविधान के दुशमन ऐसे पुलिस कर्मियो को पुलिस सेवा से तुरन्त बर्खास्त किया जाए
@NoorBpsc2 күн бұрын
यही है हमारा लोकतंत्र।
@SurajSingh-qf5ry3 күн бұрын
इस बहादुर महिला को सत सत नमन
@jamidalikhan85093 күн бұрын
जय हिंद 🇮🇳
@BlueEye2.03 күн бұрын
Thank u sir❤❤❤
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@princechaudhary52532 күн бұрын
मुस्लिम वोटर पर नहीं पत्थरबाजी करने वाले जिहादी कुत्तों पर रिवाल्वर तानी है इस बहादुर पुलिस वाले ने, ये बेशर्म महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी, रिवाल्वर के सामने वाली वीडियो तो दिखाई ही नहीं श्रीमान पत्तलकार नेl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गयाl महिलाओं से एक पुलिस वाले को उलझने की क्या आवश्यकता है? हलाला के लिए किसी भी मौलाना के सामने पिछवाड़ा दिखाया जा सकता है, लबों को चुसवाया जा सकता है लेकिन देश की लोकतान्त्रिक व्यस्था को मजबूत करने के लिए वोट डालने के लिए चेहरा नहीं दिखाया जा सकता, हद है बेशर्मी और जाहिलता कीl
@ajayprakash17363 күн бұрын
योगी ने उत्तर प्रदेश में जंगल राज्य कायम कर रखा है 😡😡😡
@shrikrushnab35263 күн бұрын
😂😂 मतलब कूच भी
@MdsaifaliMdsaifali-mb5wh3 күн бұрын
@@shrikrushnab3526aub andh bhakati fir se jag gayi
@shrikrushnab35263 күн бұрын
@@MdsaifaliMdsaifali-mb5whतू मदरसे मे पढ़ने वाला अब मुझे सिखायेगा ? वो जाने दे पृथ्वी गोल है कि चपटी ये बता पहले
@Ahirwanshi3 күн бұрын
मठाधीश का गुंडा राज
@MohdImran-bp1ld3 күн бұрын
@@shrikrushnab3526Abe jangli sooar ke jangli pille tu kis baba ki gufa ka production hai re ANDHBHAKT................,.?
@Shakir_Ali73 күн бұрын
तुम्हारी बहादुरी को सलाम ज़ुल्म के खिलाफ तुम्हारी बुलंद आवाज को सलाम ☝️✌️👋👋👋
@sunilsinghchauhan50703 күн бұрын
भारत माता की जय 👏
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@princechaudhary52532 күн бұрын
मुस्लिम वोटर पर नहीं पत्थरबाजी करने वाले जिहादी कुत्तों पर रिवाल्वर तानी है इस बहादुर पुलिस वाले ने, ये बेशर्म महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी, रिवाल्वर के सामने वाली वीडियो तो दिखाई ही नहीं श्रीमान पत्तलकार नेl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गयाl महिलाओं से एक पुलिस वाले को उलझने की क्या आवश्यकता है? हलाला के लिए किसी भी मौलाना के सामने पिछवाड़ा दिखाया जा सकता है, लबों को चुसवाया जा सकता है लेकिन देश की लोकतान्त्रिक व्यस्था को मजबूत करने के लिए वोट डालने के लिए चेहरा नहीं दिखाया जा सकता, हद है बेशर्मी और जाहिलता कीl
@hakeemahkadri15702 күн бұрын
देश में संविधान को कुचला जा रहा है
@rjbundelicraft2 күн бұрын
हमे अच्छी तरह से पता है कि, पुलिस झूठ बोल रही है क्योंकि आदेश मिला होगा🤟
@shamshadsd72973 күн бұрын
इनकी हिम्मत को सलाम ,,, पुलिस का गुंडा पस्त ,,,,
@knowledgepower14013 күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग जिंदा है क्या..?चुनाव तत्काल स्थगित कर देना चाहिए
@MadhurJwiam-dm1dk3 күн бұрын
Ye becharey to keb ke Jaa chukey hai bhai...😅😅😅
@Politi30913 күн бұрын
BBC KA PYAR H YE MUSLIMS K LIYE JABKI BAAT YE H K VOTING DOHRI HO RHI THI ORTON OR BACHON KO AAGE KR DO PROPGENDA PURANA H
@Jitendrasingh-w9f5t3 күн бұрын
Tu reality samajh nhi rha bachhe.
@SurendrakumarVerma-o3h3 күн бұрын
हार रहे हो,evm को इस बार छोड़ कर नया बहाना😂😂😂😂 दोगली तुम्हारे बाप लोग पहले पत्थर फेंके झूठ बोलते हो।
@dabangkhan93153 күн бұрын
कुंभकरण के बाद चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट ही सोया है
@ladlaali72603 күн бұрын
Maa tujhe Salam
@saminausmani97992 күн бұрын
यहां सुप्रीम कोर्ट स्वतः संज्ञान क्यों नहीं लेता ।
@timemedicalmagazine2 күн бұрын
जो मरने से नही डरता वो किसी से नही डरता
@Dakshyacomedyshow3 күн бұрын
गलत तरीका है वोटर को रोकने का
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@rizwanhashmi95602 күн бұрын
मतदाताओं पर पुलिस पिस्तौल तान रही है और फिर उन्हीं के खिलाफ FIR भी कर रही है कमाल का प्रशासन है!
@manojverma-qg9nx3 күн бұрын
उस पुलिस वाले के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए
@sajidrahbar14503 күн бұрын
Police nahin aatankvadi hai
@BlueEye2.03 күн бұрын
Thank u
@mdakbarali732033 күн бұрын
Aap ki himmat ko Salam
@RashidKhan-kz8oo2 күн бұрын
Bahadur mahila Ko Dil se Salam
@KhurshidKhan-hs9gu3 күн бұрын
ये होता ही है हमेशा मुस्लिम समुदाय को टारगेट किया जाता है,, घरों पर बुल्डोजर चलाया जाता है केसेज लगाए जाते हैं,,, एक,, आदत बन गई है
@vedprakashsingh1272 күн бұрын
इसलिए टारगेट किया जाता है कि यह भी कही पाकिस्तान न बन जाए।
@studyemperor2 күн бұрын
@@vedprakashsingh127Beta abhi tumpe nahi bit rahi hai n, to lelo mje. Jb tumhari baari aayegi n to bolne layak nhi rh jaaoge🤬
@ImranAli-nv1cn2 күн бұрын
@@vedprakashsingh127Indirectly you are supporting these shit.
@pondaponda24042 күн бұрын
@@vedprakashsingh127 Bilkul sahi kah rahe ho. Lage raho.
@thingsfunda90313 күн бұрын
Brave woman ❤
@Digidomes3 күн бұрын
बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी डीएसपी एसपी बोल रहा है यह वीडियो आधी अधूरी है अरे आधी अधूरी है जेसी भी है इसमें जो भी दिख रहा है वह सच दिख रहा है और ऐसा करने वाले पुलिस अधिकारी बहुत बड़े मुजरिम है और उनके पीछे जो बड़े-बड़े हाथ हैं जो यह करवा रहे हैं वह सबसे बड़े दलाल मुजरिम गुंडे अपराधी डाकू हैं
@Mywords7083 күн бұрын
ब्रेव 😂😂😂झूठ बोलने में काफी ब्रेव लग रही 😂
@harish47003 күн бұрын
सरकार से सुविधा भी चाहिए और पत्थर बाजी भी करनी है असलियत है इनकी
@moshabbirsekh68903 күн бұрын
@@harish4700are andhbhakt sarkar se sabse jyada suvidha tum log lete ho aur patthar baaji aur Aagjani bhi karte ho bhagwa aatanki
@baadalsingh58063 күн бұрын
देश में सरकार लोगों की आज़ादी और मतदान करने की शक्ति छीन रही हैं। और सत्ताधारी दल बोल रहा हैं कि संविधान सुरक्षित है क्या देश की एकता अखंडता और संप्रभुता सुरक्षित हैं?
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@petsandanimalsinfo94553 күн бұрын
देश का क्या हाल बनादिया नजाने जनता की कब आंख खुलेगी😢
@tabrezmalik3823 күн бұрын
Hindu Bhai ki kab aankhe khulegi
@basarali27153 күн бұрын
Wo police k bhesh men bjp ka admi hai aur ab aap logon ko ulta fansa bhi deya jayga
@taslimakhtar92113 күн бұрын
सब्र करो समय फिर बदलेगा....
@realvoice44843 күн бұрын
ये पुलिस कोन सा संविधान पढ कर आऐ है विनोद😂😢😢
@surendrakumaryadav57123 күн бұрын
Salute to women.
@thetrees2213 күн бұрын
Wait Kar or Kuch din Jo patter mar the bahi Teri bahna beton Ka rep karenge Tu ithas bhul gya bhadawe bagdad ke bajar Teri bhi dadi pardadi 2. 2 dhiram bechi gai hogi
@HarshClasses3 күн бұрын
पुलिस ने क्या सोच कर फायरिंग करने की फिराक में था 🤔🤔
@Spiderxyzzz3 күн бұрын
फायरिंग नहीं करता डरा रहा था ताकि महिलाएं वोट डालने न जाए
@saurabhrai54613 күн бұрын
@@Spiderxyzzz 15 साल में वोट से कोई फ़र्क पड़ा भी है मुसलटों के वोट से | सरकार तो 80 पर्सेन्ट के वोटिंग से बनती है |
@islammalik96463 күн бұрын
@@saurabhrai5461to tera baap darta kyo hai muslimo se kyo police ko apna agent bana raha hai
@JohnVenus-oc4lb3 күн бұрын
पत्थरबाजों को रोकने की फिराक में था, जो बुढ़िया की आड़ में भाग गए।
@sidrakhan5133 күн бұрын
@@saurabhrai5461 80% se bnti toh election dhandhli ki kya zaroorat ???
@dabangkhan93153 күн бұрын
चुनाव आयोग और प्रशासन तक बीजेपी आयोग हो गया है
@Ahirwanshi3 күн бұрын
मठाधीश माफिया का उत्तर प्रदेश मैं गुंडा राज 😢
@TechsScience2 күн бұрын
Respect for that women
@noshadqureshi20283 күн бұрын
Brave lady. I salute you ❤❤❤
@Crazy.aftab7953 күн бұрын
जब मुसलमानों की बात आती है इन पुलिस वालो को सारी धाराएं याद आ जाती है नफरती पुलिस वाले
@ਰਨਜੀਤSingh3 күн бұрын
Nhi baai je sab dusman desho ki chal ha bharat ki badnam karne ki
@sajidrahbar14503 күн бұрын
Police nahin hai bhai aatankvadi hai ye sab
@jeenaisikanaamhai73013 күн бұрын
Hazaro muslim ko vote nahi dalne diya gya hai 😢
@mdsohailabbashasan46413 күн бұрын
Maa k himmat ko salam
@mohammadmohsin78843 күн бұрын
बहुत पुरानी कहावत है पुलिस वाले रस्सी का साँप बनाती है 😂😂अब सब कुछ आपके सामने है 😮😮
@binodkumarsinha58663 күн бұрын
चुनाव कैंसिल कर के फिर से कड़ी सुरक्षा में चुनाव कराया जाना चाहिए, मताधिकार से किसी को भी बंचित नहीं किया जा सकता है।
@matadeenrawat75532 күн бұрын
Kharcha tera baap dega
@jeenaisikanaamhai73013 күн бұрын
Jo police wala gun se daraya usko award degi ye government 😢
@RizwanCreators3 күн бұрын
Zulm ki intaha ho rahi h
@WalletmoneyOnline3 күн бұрын
😂😂😂 Patthar Fenkoge to Pitoge hi Patthar Fenkna to Tumhara Janm siddh Adhikar hai. 😂😂😂
@Metteyya-budha3 күн бұрын
@@WalletmoneyOnlinesabhi jagah janta patthar chalati hai, jaat dharm dekh kar path thar nahi chalte, janta aur parsashan ke takraw me path thar chalte hain
@saurabhrai54613 күн бұрын
@@Metteyya-budha अरे हाँ भाई खूब पता है की कौन पत्थर फेंकता है पुलिस पे | पत्थर फेंकोगे तो लात तो खाओगे ही |
@delightenterprises54513 күн бұрын
@@WalletmoneyOnlinebeta jab tu itna zahreela hai to teri maa kitni zahreeli hogi
@Desh-sc8ww3 күн бұрын
तेरे नाम मैं गद्दारी छपी है तुझे देश भक्ति की कामना कैसे कर सकूं
@shortslife8393 күн бұрын
वाह रे लोकतंत्र............ वोट डालने के लिए इतना रोड़ा..............
@Aslamail-q8e2 күн бұрын
कुछ और धारा लगा दों सरकार का दबाव है
@imamnpcc3 күн бұрын
दंगा करोगे तो सरकार 'फूल' बरसाएगी, पढ़ाई-लिखाई की बात करोगे तो सरकार 'लट्ठ' बजाएगी : अभिषेक मनु सिंघवी
@razafaridquraish43883 күн бұрын
Who supports The Lady..?
@SHAIKH9211-c1z3 күн бұрын
पहले बंदूक तानी फिर झूठा मुक़दमा लिखा वाह जी वाह यूपी पुलिस
@rabishsingh34803 күн бұрын
पहले पूरी जानकारी रख लो
@rabishsingh34803 күн бұрын
उसके बाद ज्ञान देने आना
@SHAIKH9211-c1z3 күн бұрын
@rabishsingh3480 kounsi Jankari agar public ne Patthar barsaye to Bhai Police ke Pas Vidio bhi to hogi
@rabishsingh34803 күн бұрын
वीडियो है तभी तो FIR दर्ज हुआ है थाना मे
@rabishsingh34803 күн бұрын
पुलिस वीडियो कोर्ट मे दिखायेगा न की आपको 😁
@HarjinderSingh-e6q2o3 күн бұрын
एस पी और सीओ दोनों को भी तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए 🤬
@mdja3813 күн бұрын
अंग्रेजो से भत्ता लेने वाले हाफ चड्डीवाले के अजेन्ट को बर्खास्त करके मुकदमा चलाना चाहिए
@vedprakash37413 күн бұрын
एक शेरनी कि तरह जुमले बाज चौकीदारों का समान किया लोकतंत्र को कोई नहीं मर सकता है
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@IqtidarHusain-r6f3 күн бұрын
यहां का चुनाव निरस्त करके दुबारा चुनाव कराना चाहिए तथा इस ऑफिसर को जेल भेजना चाहिए
@sajidrahbar14503 күн бұрын
Phansi hone chahiye aatankvadi ko
@NadeemKhan-dg2kd3 күн бұрын
DM झूठ बोल रहा है
@madinamadina93293 күн бұрын
Juth panap nahi sakta 🎉🎉🎉
@JohnVenus-oc4lb3 күн бұрын
झूठे कबीले की झूठी अम्मी, पत्थरबाजों को भगाने में कामयाब रही। इस पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
@@madinamadina9329 Manipur vs Syria Iraq Iran libiya Yemen Somalia Sudan Egypt lebnon Pakistan Bangladesh Afghanistan Nigeria Uyghurs and Rohingya 😂
@counterworld60543 күн бұрын
कहानी अच्छी हे पुलिस वाले की दो पझझो में लड़ाई हुई और वो भी वोटिंग परचा हाथों में लेकर😅😅😅😅
@counterworld60543 күн бұрын
अब समझ आया गांजा कैसे जीता चुनाव
@NadeemKhan-dg2kd3 күн бұрын
Sikandarpur me bhi aisa hi howa hai
@ਰਨਜੀਤSingh3 күн бұрын
Bai sab rajniti ha desh ko badnam karne ki
@NadeemKhan-dg2kd3 күн бұрын
@ਰਨਜੀਤSingh bhai bilkul film seen howa hai
@ਰਨਜੀਤSingh3 күн бұрын
@@NadeemKhan-dg2kd bai fer v hamara desh aspas ke desho se 1000guna acha ha
@NadeemKhan-dg2kd3 күн бұрын
@ਰਨਜੀਤSingh ye bad to sahi hai
@ਰਨਜੀਤSingh3 күн бұрын
@@NadeemKhan-dg2kd ab bai etna wada desh ha abadi wadi ha desh ki kun na to kuj panga kahi na kahi to hoga ghar me me char bartan ho to awaj ato hi ha i hope sab thik rahe
@Rabbani-vr9en3 күн бұрын
Good Lady
@munnajha1653 күн бұрын
बंदूक क्यों तानी इसकी भी इमानदारी से पड़ताल किजिए पत्रकार महोदय
@Bilaspurlovebird2 күн бұрын
😅😅😅ईमानदारी वो भी 🤣🤣
@princechaudhary52532 күн бұрын
मुस्लिम वोटर पर नहीं पत्थरबाजी करने वाले जिहादी कुत्तों पर रिवाल्वर तानी है इस बहादुर पुलिस वाले ने, ये बेशर्म महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी, रिवाल्वर के सामने वाली वीडियो तो दिखाई ही नहीं श्रीमान पत्तलकार नेl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गयाl महिलाओं से एक पुलिस वाले को उलझने की क्या आवश्यकता है? हलाला के लिए किसी भी मौलाना के सामने पिछवाड़ा दिखाया जा सकता है, लबों को चुसवाया जा सकता है लेकिन देश की लोकतान्त्रिक व्यस्था को मजबूत करने के लिए वोट डालने के लिए चेहरा नहीं दिखाया जा सकता, हद है बेशर्मी और जाहिलता कीl
@mohammaddilshad50912 күн бұрын
Agar bhaqt ki maa bahen bhi bech dega to bolega acha ke liye becha hoga 😊
@pondaponda24042 күн бұрын
Ye mahila Pakistan se vote karne aayi hogi. Isliye bahadur policeman ne isko vote nahi karne diya aur constitution ko bacha liya.
@princechaudhary52532 күн бұрын
@@pondaponda2404 जिहादी कुत्तों ने 1947 में भी पाकिस्तान के लिए ही वोटिंग की थी, इन बेशर्म औरतों की आज भी औकात नहीं की हमारे दुश्मन को पाकिस्तान मुरादाबाद बोल देंl वैसे भी बन्दूक महिला के पीछे पत्थरबाजी कर रहे जिहादी कुत्तों की तरफ की थी, इस मूर्ख औरत की तरफ नहीं, ये महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी जैसे कश्मीर में पत्थरबाजों को बचाने आती थींl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गया और तुम लोगों का चुटिया बनाया गया हमेशा की तरहl पत्थरबाजी की वीडियो इन चैनलों ने नहीं दखाईl
@hakeemahkadri15702 күн бұрын
पुलिस गुंडागर्दी कर रही है पत्रकारों को यह चीज दिखाई नहीं देती
@SangamNCR3 күн бұрын
क्या मिल गया सरकार तुझे दुनिया में भारत की बेइज्जती कराके
@Saharanskater3 күн бұрын
Great lady
@Gdydhfrdhuv3 күн бұрын
देश का सत्यानाश वाह मोदी योगी विश्व गुरु
@Mohd_Jawed3 күн бұрын
#जय_संविधान बहादुरी को सलाम ❤ जय हिंद
@YadavVrijeshКүн бұрын
हां कर लो कर लो अंतिम चल रहा है आप लोगों का भी ऐसा ही होगा तुम्हारे साथ भी वक्त बदलते देर नहीं लगती😊😊
@MohdNadeem-br2gv2 күн бұрын
तुम्हें शर्म आनी चाहिए एक बेकसूर औरत के ऊपर मुकदमा दर्ज कर रहे हो
@shminderkumar17353 күн бұрын
No true statement of police officer, shameful for police officer.
@fakhrudden2 күн бұрын
देश की तरक्की के लिए आबादी अनुसार 100% रिज़र्वेशन (फ्री उचिस्तरीय समान शिक्षा), ( फ्री चिकित्सा ) (एक परिवार को एक जॉब ) "एक देश एक वेतन" जब कोई काम छोटा बड़ा नही होता तो पेमैंट क्यों? जोकि देशहित व मानवहित के लिए जरूरी समता समानता लोगो की मांग होनी चाहिए। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो को इस मांग को जोर शोर से उठाना पड़ेगा , ज़्यदा पढ़े लिखे और संपन्न लोगो को खुद के लिए सोचने से ही फुर्सत नहीं है , जो थोड़े से बदलाव से संभव है। जब तक धन को सम्मान का आधार माना जायेगा तब भ्रष्टाचार, शोषण व भेदभाव चरम पर रहेगा और उसका नतीजा ये होगा कि प्रतिदिन मेहनत करके खाने वाले एक दिन मेहनत ना करने की वजह से या तो उन्हें सुसाइड करना होगा होगा या गंदगी से खाना उठा कर खाना होगा, ये विश्लेषण का विषय है न्याय प्रिय ही सहमत होंगे बेईमान लोग तो एक से एक बेहतर तर्क देंगे, लुटेरे खुद के फायदे के लिए गुमराह करते हैं यहां कुछ लोग क्वालिफिकेशन का हवाला देकर योग्यता सिद्ध करेंगे क्या अपने विशेष काम में कुशल कारीगर का मुकाबला एक Ph.d का डिग्री धारक कर सकता है। जवाब आयेगा नही कर सकता जब तक कि वह ट्रेनिंग ना लेले। तो जब Dr. भी किसी विशेष काम को सीख कर करे तो एक 40 फीट टावर पर चढ़ कर मौत के साथ खेलकर काम करने वाले और AC ऑफिस में बैठकर खेलस्वरूप हस्ताक्षर करने व चाय पीकर आदेश से अपने अधीन कर्मचारियों से काम कराकर श्रेय लेने वालो के वेतन में 5 से 6 गुना का अंतर क्यों? इसलिए ये मुद्दे भी जरूरी हैं मजलूम को फरेब से बचाने के लिए, ये मुद्दे अगर उरूज़ पर आए तो मक्कारो का बुखार 105 से कम नहीं होगा आने वाली 7 नस्लों तक। अगर प्रतियोगिता में समरूपता आवश्यकता है तो अवसर में समरूपता क्यों नही होनी चाहिए? 👉ईवीएम बैन या ईवीएम से निकली पर्ची मतदान पेटी में मतदाता को डालने का अधिकार, ताकि चोर की चोरी पकड़ी जा सके
@danishchoudhary48363 күн бұрын
Irony is they are registering FIR against the voters 👏🏻
@HarishYadav-y1p3 күн бұрын
चुल्लू भर के पानी में डूब मरे बीजेपी वाले 😅😅
@princechaudhary52532 күн бұрын
मुस्लिम वोटर पर नहीं पत्थरबाजी करने वाले जिहादी कुत्तों पर रिवाल्वर तानी है इस बहादुर पुलिस वाले ने, ये बेशर्म महिलाएं तो जबरन पुलिस वाले के सामने आयी, रिवाल्वर के सामने वाली वीडियो तो दिखाई ही नहीं श्रीमान पत्तलकार नेl और फिर विक्टिम कार्ड खेला गयाl महिलाओं से एक पुलिस वाले को उलझने की क्या आवश्यकता है? हलाला के लिए किसी भी मौलाना के सामने पिछवाड़ा दिखाया जा सकता है, लबों को चुसवाया जा सकता है लेकिन देश की लोकतान्त्रिक व्यस्था को मजबूत करने के लिए वोट डालने के लिए चेहरा नहीं दिखाया जा सकता, हद है बेशर्मी और जाहिलता कीl
@diegofernandes55492 күн бұрын
Shame on election commission of India 🤑🤑🤮🤮🤮
@amcgaming22812 күн бұрын
Salam hai meri aisi maon par
@prabhatkumarsharma42453 күн бұрын
Meri Maa Shrni h ❤❤❤❤❤❤Love you Maa ji❤❤❤❤❤❤❤
@gdrive75353 күн бұрын
Aajkal BBC news wale kaafi pichhe hai India ke news ke baare me....😢
@MansoorKhan-rt9ck3 күн бұрын
Bosdki ye to BBC bai tmhra godi media 24 hours Pak ke bre m news Chala rha hota hai Apne manipur Apne masle ni dkhte
@Blue_wolf92 күн бұрын
Toa kya godi media ko yea sab dikhana tha jo sab kuch chupate hai aur modi k kutte hai
@meraz38283 күн бұрын
Thanks BBC for Real Ground Reporting Hats off
@afzalahamad98222 күн бұрын
Maa ke vote dalne ki jid ki wajah se Police ne poore ghar ke khilaf FIR krwa di..... Kya zaman aa gaya
@SkMajid-e4t2 күн бұрын
Kitna bada be sharam hai ye police wala abhi bhi jhut bol raha hai our be kasur insaan par fir karra hai 😡.
@SuperGauravchaudhary3 күн бұрын
Nice reporting
@shabnamkhan40673 күн бұрын
जो रजीस्टर्ड वोटर को वंट ना डालने दे लोकतंत्र और संविधान का उससे बडा दुशमन दूसरा कोई नही हो सकता !
@KhalilQureshi-k3l2 күн бұрын
सही किया पुलिस ने अधिकार की आवाज़ उठाओगे तो जेल तो जाना ही होगा।
@sharifchoudhry89863 күн бұрын
लोक सभा में हार के कारण योगी ने पुलिस को guda gardi करने का आदेश दे रखा है चुनाव आयोग भी मिला हुआ है
@MunnaJi-ui4cf3 күн бұрын
Salute mahila ko
@masumali19803 күн бұрын
Polic jhuth bol rahi hai
@JuberKhan-fc8wy2 күн бұрын
मुसलमान मौत से नहीं डरते ये बात सब को जान लेनी चाहिए
@MK-fb5wjКүн бұрын
Largest democracy of the world
@AdKushal_A3 күн бұрын
पुलिस के ख़िलाफ़ FIR हुईं या ना
@Majidkhan-py4tg2 күн бұрын
जब पुलिस ही गुंडा बन जाए तो इंसाफ की किसी इंसान से उम्मीद
@OmYadav-j4p3 күн бұрын
😂UP POLICE MEANS CHOR PAISA DO PAISA DO BAS
@RSPStudyPoint2 күн бұрын
कैसा डरपोक लोग है?..80 प्रतिशत होकर भी हर समय पाजामा गिला ही रहता है। जबकि अल्पसंख्यक समुदाय अपने अधिकार और कर्तव्य की बात करते हैं,लेकिन अंधभक्त भगवान का नाम जपने के बदले अब्दुल का माला जप रहा है।