Joda jaitkham ko Sadar कोटि-कोटि Pranam Jay Chhattisgarh Jay Bharat Jay Satnam
@bhartibharti65523 жыл бұрын
Jai satnam 🙏🙏🙏
@manjugarhewal202 жыл бұрын
🙏🙏 satnam
@chhattisgarh..3110 Жыл бұрын
Jai satnam🙏🙏
@kamtajangade3285 Жыл бұрын
🙏🙏
@mithileshgayakwad21972 жыл бұрын
Jay satnam
@chhotigayakwaad10172 жыл бұрын
Nice Bhai
@ravibarley29212 жыл бұрын
Ravi🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🤝👌
@satvijaymahilang54222 жыл бұрын
❤💜💖💙💘आज लोग सतनामी समाज के जनक गुरु घासीदास जी को मानते हैं लेकिन ❤रियल में सतनामी समाज के जनक बिरभान जी है 💘बिरभान के किसी एक चेले के वंशजों में गुरु घासीदास जी महगू दास के पुत्र के रूप में जन्म लिया महंगु दास जी घितहरे नामक सतनामी समाज के गौत्र में जन्म लिया 💙इसलिए गुरु घासीदास जी के भी गोत्र घितहरे है और 💖गुरु घासीदास घर्तलहरे ने समाज सुधार के काम किए इसलिए 🤩गुरु घासीदास घर्तलहरे जी सतनामी समाज के जनक नहीं है सतनामी समाज के घर्तलहरे परिवार के पुरखा गुरु घासीदास जी है 💜गुरू घासीदास घर्तलहरे जी के वंशज भण्डार तेलासी खपरी आदि गांव में है 💝गिरौदपुरी में घासीदास घर्तलहरे जी के बच्चपन बीता और छाता पहाड़ में बारह बैल गाङी लकङी जलाकर तप किया इसलिए गिरौदपुरी प्रसिध्द है ❤💙💝💘💘सतनामी समाज में और बहुत सारे गौत्र है जैसे:-महिलान्ग मिरी जागङे खूँटे चतुर्वेदी मनहरे आदि जो बिरभान के चेलो से उत्पन्न हुआ इसलिए ❤❤गुरू घासीदास घर्तलहरे जी सतनामी समाज के पुरखा नहीं है और ❤💖नही पुरे सतनामी समाज गुरु घासीदास घर्तलहरे जी के वंशज हैं 💖💙💝❤घासीदास घर्तलहरे जी को गुरु सतनामी समाज इसलिए मानते हैं क्योंकि गुरु घासीदास घर्तलहरे जी ने समाज सुधार के काम किए और अच्छे ज्ञानवर्धक ग्यान दिए जो मानव के हित में थे और गिरौदपुरी में पहले जय स्तम्भ घितहरे परिवार के सदस्य ने गडाये गुरु घासीदास घर्तलहरे जी ने गिरौदपुरी में कही भी जय स्तम्भ नहीं गङाए है 💜❤❤💖जय सतनाम 💜❤💖💙💙 धन्यवाद