भक्ति महिमा भक्ति कौण जात की है भाई शिव शक्ति म्यूजिकल ग्रुप चित्तौड़गढ़ बहुत ही अच्छा भजन
Пікірлер: 104
@ganeshlabana34282 жыл бұрын
भक्ति अणि जात की की मेरा भाई l अणि भक्ति के संत्संग माता सत् पिता मेरा भाई l अणि भक्ति रो ब्याब रछायो अने धर्म संग परनाई l अणि भक्ति के दो बेटा सुन ले मेरा भाई पेलो पुत्र ज्ञान ने कहिजे दुसरो बैराग्य मेरा भाई l
@nathulal73132 жыл бұрын
यथार्थ अर्थ मेरी समझ से परे है अनुमान से तो कुछ भी समझ कर मैं बैठ जाऊं इसलिए इस भजन का सत्य सार मुझे समझाने कि दया करें।
@nathulal73132 жыл бұрын
सत कैवल साहेब। बहुत सुंदर विचार वाला निर्गुणी भजन है।मेरा बार-बार नमन है
@HiralalMina-y4x
प्र वन ऊतर दीजीये
@SatyanarayanSoni-il6sj
Isbhajan ka arth .batvo
@bhairulalnayak2721
सेन कहा से आई माने बताहो भाई
@pushkarjat57832 жыл бұрын
उतर वाला भजन भी भेजो सा
@somdancharancharan85462 жыл бұрын
भगतिकिजात,हेगरिब,दो, पुत्र ,,ज्ञान,वेराग जाति नूरगण और सूरगण है जयश्री कृष्ण जयश्री कृष्ण जयश्री कृष्ण जयश्री कृष्ण जयश्री कृष्ण जयश्री कृष्ण मद्भागवत गीता कहती हैं
@VishnuPanvarbhajan3008 Жыл бұрын
भगती कुण जात है भाई प्रश्न उत्तर दोनो विडीऔ दो
@vinodkumarsabal3954 Жыл бұрын
भगत के कोई जात नहीं होती है।भगत ही भगती करता है।इस कारण अंलकारित भजन है।
@kalurambhabhorkalurambhabh29432 жыл бұрын
या शंका तो कोई मत लाओ देखी जो दर्शाई भगति जात भगण है भाई
@mithulalamenariya7736 Жыл бұрын
अच्छा सुंदर भजन ❤
@chetanpuridayalpuri37782 жыл бұрын
सुपर भजन मेरा भाई
@omyogi93022 жыл бұрын
गोरक्ष जगत के पिता है पुञ किसी के नाही ,
@omyogi93022 жыл бұрын
आदेश नाथ जी गुरु जी को आदेश
@KishanGayari-jm2go
Uatr to batao sry kya he bhagti kuan jat he mera bhai 😊😊
@bhagvteelaljatav2676 Жыл бұрын
bahut Sundar
@user-lu2ju3uh9y2 жыл бұрын
जब भगवान बुद्ध को कहा गया कि ईश्वर की भक्ति में भूखा रहो जब तक ईश्वर मिल नहीं जाता। तब बुद्ध भगवान कई दिनों तक भूखे रहे। बुद्ध का शरीर हड्डियों का ढांचा मात्र रह गया, मांस सूख गया। ऐसी हालत में उठकर स्नान करने जा रहे थे तभी चक्कर खाकर गिर पड़े। वहां एक महिला खीर लेकर एक वृक्ष की पूजा करने आई थी उस महिला ने तुरंत बुद्ध को संभाला और बुद्ध को कहा कि भूखा रहकर कैसे आत्म ज्ञानी बन सकते हो, भूख से तो शरीर ही खत्म हो जाएगा, आपकी हालत मरने जैसी हो गई है तब उस महिला ने बुद्ध को खीर खिलाई। उसी रात ध्यान करते हुए बुद्ध को आत्म ज्ञान प्राप्त हुआ। उसके बाद बुद्ध लोगों को ज्ञान देना शुरू किया और गुरु बन गये। पहले गुरु बुद्ध हैं। बुद्ध ने अपने व अपने शिष्यों के लिए भगवा चादर पहनने का नियम बनाया। तब से भारत में भगवा चादर या चीवर पहनने की परंपरा शुरू हुई। बुद्ध ने जो धर्म दिया उसको बौद्ध धर्म कहते हैं। इसी बौद्ध धर्म में 84-सिद्ध हुए जिसमें नो नाथ भी सम्मिलित हैं। बौद्ध धर्म में आदिनाथ हुए जिनके शिष्य जालांधर और मछींदर नाथ हुए और मछींदर नाथ के शिष्य गोरख नाथ हुए। ये बौद्ध धर्म से नाथ पंथ निकला।