❤❤ दादा शशि राजकमल जी को हृदय से प्रणाम करता हूं बहुत अच्छा गीत गया है बहुत पुराना गाना गयाआपने इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद❤❤ श्रीमती क्रांति माला जी को हृदय से प्रणाम करता हूं बहुत अच्छा लगा है ❤❤ अमरपाल बॉम्बे हेयर ड्रेसर सैलून गुरबक्श गंज खीरों रोड रायबरेली ❤❤
@ArunMaurya-e4jАй бұрын
शेरे रायबरेली
@bhanvarsingh3086Ай бұрын
"देना तो चाहे वो देवइया पर लेवइया ने लिया ही नहीं |" का सुन्दर जबाब " देना ना चाहे वो देवइया पर लेवइया ने लिया है वही |" लेकिन मोरे राम लखन दुइ आंखी |सत्य कहउँ पन संकर साखी || यह चौपाई भी मानस में नहीं है | यह चौपाई वरदान मांगने के समय दशरथ-कैकेई संवाद की है और चौपाई है- मोरे भरतु रामु दुइ आंखी |सत्य कहउँ करि संकर साखी || विश्वामित्र जी से तो दशरथ जी ने कहा था - सब सुत प्रिय मोहिं प्रान कि नाईं |राम देत नहिं बनइ गोसाईं ||
@shashirajkamalraebarelijaw7291Ай бұрын
जबरदस्त पुष्ट प्रमाण दिया है आपने
@shashirajkamalraebarelijaw7291Ай бұрын
धन्यवाद है आपको
@vinodtripathi39167 күн бұрын
Krantimala ji k piche ye kon hai jo bahot jyada faltu bolta hai