निम्नस्तरीय भाषा और घटिया गीत ही काफी थे बिरहा के पतन के लिए। सुर-ताल-लय की नासमझी तो सोने पर सुहागा हो गई। रही सही कसर आप जैसे गायकों की फटे बाँस जैसी आवाज ने पूरी कर दी।
@All_game317 Жыл бұрын
श्रिभुवन आप को भी घमंड़ हो गया है कभी कभी तुम भी घमंड़ वाली बात करते हों