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भारत में हर युग में ऐसे दार्शनिक और उपदेशिकों ने जन्म लिया, जिनके अथक प्रयासों के चलते हम भारतीय वसुधैव कुटुंबकम का सही अर्थ निकाल पाए। भारत में जन्में कई ऐसे महान दार्शनिको हुए जिन्होंने विश्व को अध्यात्म और सुख का मार्ग दिखाया। विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थियों को ऐसे ही महान दार्शनिकों के विचारों को अवश्य पढ़ लेना चाहिए, जिनके विचारों से विद्यार्थी मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे ही महान दार्शनिकों में से ‘ब्रह्माकुमारी शिवानी’ भी थीं।
ब्रह्माकुमारी शिवानी का जन्म 31 मई, 1972 को पुणे, महाराष्ट्र में हुआ था। ब्रह्मा कुमारी के एक प्रसिद्ध उपदेशिका हैं, जिनके जीवन से अनेक युवाओं ने प्रेरणा प्राप्त की।
ब्रह्मा कुमारी जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा को पुणे से ग्रहण करने के बाद, उन्होंने ‘पुणे विश्वविद्यालय’ में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का अध्ययन किया। ब्रह्मा कुमारी शिवानी जी ने वर्ष 1990 में ब्रह्मा कुमारी में प्रवेश किया। ब्रह्माकुमारी शिवानी जी ने वर्ष 1994 में ब्रह्मा कुमारी की आध्यात्मिक शिक्षा शुरू की, जिसके बाद उन्होंने कई वर्षों तक ब्रह्मा कुमारी के विभिन्न केंद्रों पर आध्यात्मिक शिक्षा दी।
वर्ष 2007 में, ब्रह्माकुमारी शिवानी ने ब्रह्मा कुमारी की आध्यात्मिक शिक्षा को दुनिया भर में फैलाने के संकल्प के साथ उन्होंने, “अवेकनिंग विथ ब्रह्मा कुमारिस” नामक एक टेलीविजन श्रृंखला को शुरू किया। इस श्रृंखला में, उन्होंने समाज को आध्यात्मिकता, जीवन मूल्यों, और आत्म-विकास के बारे में शिक्षा दी। यह टेलीविजन श्रृंखला बहुत ही लोकप्रिय हुई थी। इसके परिणामस्वरूप दुनिया भर के लाखों लोगों का आध्यात्मिक ज्ञान के लिए मार्गदर्शन किया।
ब्रह्माकुमारी शिवानी ने आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन के अलावा, अन्य क्षेत्रों जैसे: पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और शांति के लिए भी काम किया।
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