अक्सर पुरुष एक पेड़ है निरंजन बाकी दर तीन देव शाखा है पत्र रूप संसार
@spritualsoul75 ай бұрын
तमगुण शिव की आयुः- श्री विष्णु जी की आयु से श्री शिव जी की आयु सात गुणा अधिक है अर्थात् तीन अरब बावन करोड़ अस्सी लाख चतुर्युग की श्री शिव की आयु है।
@Pahalwandas95284 жыл бұрын
पूर्ण संत की पहचान होती है कि वर्तमान के धर्म गुरु उसके विरोध में खड़े होकर राजा व प्रजा को गुमराह करके उसके ऊपर अत्याचार करवाते हैं।
@Indradasi-yc2wz5 ай бұрын
श्री शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता संहिता खण्ड-1 अध्याय 9 के श्लोक 40, 46 तथा अध्याय 5 के श्लोक 26,31 में प्रमाण है कि काल ब्रह्म ने कहा है कि जीवों को जन्म-मृत्यु के चक्र में रजगुण ब्रह्मा, सतगुण विष्णु तथा तमगुण शिव (ये तीनों गुण यानि तीनों देवता) डालते हैं। अपना बचाव कर रहा है। यह (काल ब्रह्म) इस प्रकार कपटयुक्त कार्य करता है। गीता अध्याय 7 श्लोक 12 में इसी ने कहा है कि जो कुछ तीनों गुणों यानि रजगुण ब्रह्मा से उत्पत्ति, सतगुण विष्णु से स्थिति तथा तमगुण शिव से संहार हो रहा है, इसका निमित मैं हूँ।
@prakashkamlwa21165 ай бұрын
श्रीमद देवी भागवत पुराण तीसरा स्कंध 3, अध्याय 4, पृष्ठ संख्या 10, श्लोक 42 ब्रह्मा- अहम् ईश्वरः फिल ते प्रभावात्सर्वे व्यं जनि युता न यदा तू नित्याः, के अन्ये सुराः शतमख प्रमुखाः च नित्या नित्या तव्मेव जननी प्रकृतिः पुराणा (42) 'हे माता, ब्रह्मा, मैं (विष्णु), तथा शिव तुम्हारे ही प्रभाव से जन्मवान हैं, हम नित्य/अविनाशी नहीं हैं, फिर अन्य इंद्रादि दूसरे देवता किस प्रकार नित्य हो सकते हैं। तुम्हीं अविनाशी हो, प्रकृति तथा सनातनी देवी हो।
@सांवतदासकबिरपंति-त7श4 жыл бұрын
ऐसा सत्संग कभी नहीं सुना
@radhikarani87254 жыл бұрын
Bedu me parvan he kabir saheb bagwan he bandi chood sat guru rampal ji mahraj ki jai ho sat sahib ji
@chaudharysaheb68524 жыл бұрын
आज तक किसी भी संत ने यह नहीं बताया कि श्रीमद्भगवत गीता जी का ज्ञान काल/ब्रह्म ने श्रीकृष्ण जी के शरीर में प्रवेश करके बोला था। यह भेद केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी ने ही प्रमाण सहित बताया है।
@PapuRamGrasiya-qz6jb2 ай бұрын
अनमोल सत्संग अवश्य सुनिये है अच्छा ❤❤❤❤
@amitnegi84310 ай бұрын
Vado ma parmaan hai Kabir sahib ji bhagwan h
@spritualsoul75 ай бұрын
सतगुण विष्णु की आयुः- श्री ब्रह्मा जी की आयु से सात गुणा अधिक श्री विष्णु जी की आयु है अर्थात् पचास करोड़ चालीस लाख चतुर्युग की श्री विष्णु जी की आयु है।
@neetusingh45244 жыл бұрын
पवित्र चारों वेद भी साक्षी हैं कि पूर्ण परमात्मा ही पूजा के योग्य है, उसका वास्तविक नाम कविर्देव (कबीर परमेश्वर) है तथा तीन मंत्र (ॐ, तत् सत्) के नाम का जाप करने से ही पूर्ण मोक्ष होता है। इस नाम को देने अधिकारी केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
@sangitadevi99672 жыл бұрын
Kabir koi bhagwaan nhi h aunty kabir sirf insaan h kavi dev likha h yani kaal dev jo samay ke baad or phle bhi h
@DileepSolanki-j8h5 ай бұрын
Sant Rampal Ji Maharaj ji hi pure Guru Vishv me
@vimaladasi74914 жыл бұрын
रोज़े रखने से अल्लाह प्राप्ति नहीं हो सकती। कर्बला स्थित शिया तीर्थ स्थल पर जाने से गुनाह माफ नहीं हो जाते।
@spritualsoul75 ай бұрын
शिवरात्रि के अवसर पर अवश्य जानिए शिव जी किसकी साधना में लीन रहते हैं ? शिव जी से ऊपर भी कोई परमात्मा है ? किसकी साधना में शिव जी हमेशा ध्यान मग्न रहते हैं ? जानने के लिए अवश्य पढ़ें पुस्तक "ज्ञान गंगा
@chhoriya_manoj4 жыл бұрын
पूर्ण गुरु की पहचान होती है कि वह जब जग में आता है तब सभी धर्म गुरुओं की पोल खोल जाती हैं और वह धर्मगुरु उस परमात्मा पर आरोप लगाना शुरु कर देते हैं यही वजह है कि यहां सब कुछ एक नकल है यह काल भगवान का दिखाया हुआ जाल है जो कि यहां जन्म मरण चलता ही रहेगा इसे मिटाने के लिए हमें किसी और की भक्ति करनी पड़ेगी, यह जानने के लिएअवश्य देखें शाम 7:30 से 8:30 साधना चैनल पर
@pushpameghwal19165 ай бұрын
काल कहता है प्रकृति तो मेरी पत्नी है और में इसके उदर में बीज स्थापित करने बाला जगत का पिता हूं इससे उत्पन्न तीनो गुण अविनाशी जीव आत्मा को कर्मानुसार बांधे रखते हैं(गीता जी अध्याय 14 श्लोक 3-5) इससे सिद्ध हुआ प्रकृति तो तीनो देवताओं की माता है और काल ब्रह्म इनका पिता है। मार्कण्डेय पुराण पृष्ठ 123 रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु और तमगुण शिव जी है। यही तीन देवता हैं यही तीन गुण हैं।
@rajveerverma7174 Жыл бұрын
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj गीता वेद शास्त्रों में प्रमाण है कि तीन गुण अर्थात् रजोगुण ब्रह्मा जी, सतोगुण विष्णु जी, तमोगुण शिवजी तथा देवी-देवताओं और माता की पूजा करने वाले केवल अपने किए कर्म का प्रतिफल पाएंगे लेकिन मोक्ष प्राप्ति नहीं कर सकते। पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है।
@spritualsoul75 ай бұрын
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में स्पष्ट किया है कि जो साधक शास्त्रविधि त्यागकर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण करता है यानि जो भक्ति की साधना शास्त्रों में वर्णित नहीं है, उसे करता है तो उसे न तो सुख प्राप्त होता है, न उसे भक्ति शक्ति यानि सिद्धि प्राप्त होती है तथा न उसकी गति यानि मुक्ति होती है।
@Indradasi-yc2wz5 ай бұрын
शिवरात्रि जो शिव जी के भक्तों के लिए पवित्र त्योहारों में से एक है। श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव को अविनाशी, मृत्युंजय माना जाता है। परंतु क्या वास्तविकता में शिव जी मृत्युंजय हैं और क्या शिवरात्रि के व्रत से कुछ लाभ संभव है? जानने के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
@sangitadevi99672 жыл бұрын
Sadashiv nirankar roop m shivling ke roop m rhte h or sakar roop m shiv roop m or sadashiv ne sabse phle mahavishnu avtar liya tha jo krishna ke roop m aye the unhe phle purush bhi kha jata h
@Motivation-11-333 ай бұрын
नमन करू गुरू देव को , दिन मे सौ -सौ बार। काग पलट हँसा किया , करत ना लागी बार।
@spritualsoul75 ай бұрын
संत रामपाल जी महाराज जी और उनके अनुयायियों ने कई बार भारत सरकार से प्रार्थना की है कि एक बार आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा भारत देश के सभी धर्म गुरुओं के बीच करवाई जाए जिससे कि आम जनता को हमारे धर्म शास्त्रों में लिखी सही भक्तिविधि का पता चल सके और वो अज्ञानी संतो-महंतो, मुल्ला-काजियों के चंगुल से बाहर निकल सके और पूर्ण परमात्मा (अल्लाह) की भक्ति करके पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर सके और उस सनातन परम धाम में पहुंच सके जिसके बारे में गीता अध्याय 18 के श्लोक 62 में बताया गया है जहां जाने के बाद फिर इस संसार में लौटकर नही आना पड़ता।
@ravindrakumar51224 жыл бұрын
इब्राहिम सुल्तान और शेख फरीद जैसी पुण्य आत्माएं अल्लाह कबीर जी की भक्ति कर पार हो गए। लेकिन वर्तमान में मुस्लिम भाई कर्बला और मुहर्रम में खोकर अल्लाह से दूर हो गए।
@vivek20304 жыл бұрын
मनुष्य शरीर सिर्फ अल्लाह/प्रभु प्राप्ति के लिए ही मिला है। इसे कष्ट देने या कोड़े मारने से अल्लाह नहीं मिलेगा। यदि ये तरीका सही होता तो कैदियों को तो अल्लाह जल्दी मिल जाता जिनके शरीर को यातना दी जाती है।
@umeshchandra92154 жыл бұрын
फजाइले जिक्र माजा काला रब्बूकूम कालू लूलहक्का वाहोवर अल्लीयू उल्ल कबीर (6) (जब फरिश्तों को कबीर अल्लाह की तरफ से कोई हुक्म होता है तो वे खौफ के मारे घबरा जाते हैं) यहाँ तक कि जब उनके दिलों से घबराहट दूर हो जाती है, तो एक दूसरे से पूछते हैं कि कबीर परवरदिगार का क्या हुक्म है ? वाकई वह (कबीर) आलीशान और मर्तबे वाला है।
@spritualsoul75 ай бұрын
काल ब्रह्म की आयुः- सात त्रिलोकिय ब्रह्मा (काल के रजगुण पुत्र) की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय विष्णु जी की मृत्यु होती है तथा सात त्रिलोकिय विष्णु (काल के सतगुण पुत्र) की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय शिव (ब्रह्म-काल के तमोगुण पुत्र) की मृत्यु होती है। ऐसे 70000 त्रिलोकिय शिव की मृत्यु के उपरान्त एक ब्रह्मलोकिय महा शिव (काल) की मृत्यु होती है। एक ब्रह्मलोकिय महाशिव की आयु जितना एक युग परब्रह्म का हुआ। ऐसे एक हजार युग अर्थात् एक हजार ब्रह्मलोकिय शिव की मृत्यु के बाद काल के इक्कीस ब्रह्मण्डों का विनाश हो जाता है। तथा काल व प्रकृति देवी(दुर्गा) की मृत्यु होती है।
@PitabasbhoiPitabasbhoi Жыл бұрын
Aaphi mere pita,mata ho or mere gurudev or sari shrushti ke shrijanhaar poorn bramh parameswar kabirdev rampalji Maharaj supreme God ho apke charano me koti koti dandavat pranaam karti hu mujhe aapki saran me lijiye taki satbhakti karke satlok prati ho saku sat saheb ji ki jay ho
@spritualsoul75 ай бұрын
शिवरात्रि पर जानिए भगवान शिव जी को प्रसन्न करने का वास्तविक मंत्र कौनसा है ? जानने के लिए पढ़ें पुस्तक "ज्ञान गंगा"
@spritualsoul75 ай бұрын
सूक्ष्मवेद में कबीर साहेब ने कहा है:- कबीर, पत्थर पूजें हरि मिले तो मैं पूजूँ पहार। तातें तो चक्की भली, पीस खाए संसार।। बेद पढ़ैं पर भेद ना जानें, बांचें पुराण अठारा। पत्थर की पूजा करें, भूले सिरजनहारा।। कबीर परमेश्वर ने कहा है कि यदि एक छोटे पत्थर (देव की प्रतिमा) के पूजने से परमात्मा प्राप्ति होती हो तो मैं तो पहाड़ की पूजा कर लूँ ताकि शीघ्र मोक्ष मिले।
@spritualsoul75 ай бұрын
शिवरात्रि पर जानिए शिव जी को तमोगुणी क्यों कहा जाता है, उनको तमोगुण अर्थात् विनाश करने का कार्यभार किसने प्रदान किया है ? जानने के लिए पढ़िए पुस्तक "ज्ञान गंगा"
@VinodDash-wc5qd8 ай бұрын
N सतगुरु रामपाल जी सत्संग सुनिए प्रमाण सहित
@sagaramarchiya64825 ай бұрын
श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी का पिता कौन है? श्री ब्रह्मा (रजगुण), श्री विष्णु (सतगुण) तथा श्री शिव जी (तमगुण) की माता देवी दुर्गा है तथा पिता काल ज्योति निरंजन है। प्रमाण :- श्री शिव महापुराण के रूद्रसंहिता खण्ड में अध्याय 5 से 9 प्रारम्भ में केवल एक "सद्ब्रह्म" ही शेष था। सब स्थानों पर प्रलय था। उस निराकार परमात्मा ने अपना स्वरूप शिव जैसा बनाया। उसको "सदाशिव" कहा जाता है, उसने अपने शरीर से एक स्त्री निकाली, वह स्त्री दुर्गा, जगदम्बिका, प्रकृति देवी तथा त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव) की जननी कहलाई जिसकी आठ भुजाएं हैं, इसी को शिवा भी कहा है।
@spritualsoul75 ай бұрын
परब्रह्म की रात्रि (जो एक हजार युग की होती है) के समाप्त होने पर दिन के प्रारम्भ में काल व दुर्गा का पुनर्जन्म होता है फिर ये एक ब्रह्मण्ड में पहले की भांति सृष्टि प्रारम्भ करते हैं। इस प्रकार परब्रह्म अर्थात् अक्षर पुरूष का एक दिन एक हजार युग का होता है तथा इतनी ही रात्रि है।
@bhagatsingh98334 жыл бұрын
हमें सत भक्ति करके मर्यादा में रहकर सतलोक चलना है अपने परम पिता के पास वही हमारा ने जिस स्थान सतलोक
@VinodDash-wc5qd8 ай бұрын
N सतगुरु रामपाल जी के सत्संग प्रमाण सहित देखिए 18.467
@wenshkudabera69382 жыл бұрын
Satbhgti dawara satlok ko prasthan karna h. sat saheb🙏🙏
@praveenjha4425 Жыл бұрын
निराकार ज्योति सरुप परमात्मा जिसे सत्य परमात्मा, निराकार अनंत सदाशिव, सत्य विष्णु , त्रिदेव जननी , आदि परा शक्ति है। वह परमात्मा एक है। अन्य पंथ के लोग उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं।
@santdassahu32562 жыл бұрын
संत रामपाल जी महाराज जी बिल्कुल झूठे नहीं हो सकते वे जितने भी ज्ञान बताते हैं वह सब वेद शास्त्र प्रमाणित ज्ञान होता है इस विडियो में भी वे शिव पुराण से प्रमाणित ज्ञान बता रहे हैं इस वीडियो में ब्रम्हा विष्णु महेश की उत्पति के बारे में बता रहे हैं ☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️
@RamRakha-dk2gf5 ай бұрын
क्या वे सही बता रहे हैं ? एकदम झूठ बता रहे हैं असली सच कॊ छिपा कर बोल रहे हैं।
@pankajjangra7665 ай бұрын
Kabir is god sant rampal ji Maharaj he samaj sudarak hai or sary nakli gyan baty h
@ajmersingh491411 ай бұрын
sant Rampal ji Maharaj ji rab hi sab ka❤❤
@tejasjadav41303 жыл бұрын
ऐसा ज्ञान आज तक किसीने नहीं बताया. आपने भगवान हमारी आंखे खोल दी 🙏🙏🙏
@RahulYadav-fh2go4 жыл бұрын
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3अधिक जानकारी के लिए देखें साधना चैनल 7:30pmसे8:30pmतक रोजाना
@SunilKumar-yo7kd Жыл бұрын
गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना। गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी। कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार। सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
@guddurangeela123 жыл бұрын
सत साहेब जी बन्दी छोड़ पूर्ण परमात्मा रामपालजी महाराज की जय 🙏🙏♥️🙏♥️🙏♥️
@umashakya8802 жыл бұрын
कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं "धाणक रूप रहा करतार" राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24 नानक देव जी कहते हैं :- मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
@ajay-rr3gv Жыл бұрын
पवित्र कुरान में पुनर्जन्म संबंधित प्रकरण सूरत-अर रूम-30 की आयत नं. 11:- अल्लाह पहली बार सृष्टि (खिलकित) को उत्पन्न करता है। फिर उसे दोहराएगा। (पुनरावृत्ति करेगा।)
@VinodDash-wc5qd8 ай бұрын
N देखिए सतगुरु रामपाल सत्संग प्रमाण सहित 18 पुराण 467 से प्रवाहित ज्ञान है
@spritualsoul75 ай бұрын
गीता अध्याय 15 श्लोक 16-17 तथा अध्याय 8 श्लोक 20 से 22 में किसी अन्य पूर्ण परमात्मा के विषय में कहा है जो वास्तव में अविनाशी है। अध्याय 8 के श्लोक 18-19 में वर्णन है कि सब प्राणी दिन के आरम्भ में अव्यक्त अर्थात् अदृश परब्रह्म से उत्पन्न होते हैं तथा रात्रि के समय उसी परब्रह्म अव्यक्त (अदृश) में ही लीन हो जाते हैं।
@spritualsoul75 ай бұрын
तीनों देवा कमल दल बसे , ब्रह्मा विष्णु महेश । प्रथम इनकी वंदना , फिर सुन सतगुरू उपदेश ।। भारत सरकार से निवेदन है , संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिये ज्ञान को पहले अच्छे से समझें , फिर ही कोई Action लें।
@spritualsoul75 ай бұрын
श्री देवी महापुराण के तीसरे स्कंद के अध्याय 4-5 पृष्ठ 138 में श्री विष्णु जी स्वयं स्वीकार कर रहे हैं कि मेरा (विष्णु का) श्री ब्रह्मा का तथा श्री शिव का आविर्भाव यानि जन्म तथा तिरोभाव यानि मरण होता है। तीनों को जन्म देने वाली भी देवी दुर्गा जी यानि अष्टांगी है।
@AmishSharma-zp5hi Жыл бұрын
Sant Ram Pal Zee Maharaj is the best spiritual teacher in the world
@kuldeepverma86812 жыл бұрын
हमें सद गुरु तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से सद भगति करके अपना जन्म मरण से छूटकारा कारवां चहिए।
@vinodaarti5024 жыл бұрын
ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्रह्म लोक प्राप्त होता है जिसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में कहा है कि ब्रह्म लोक में गए साधक भी पुनर्जन्म को प्राप्त होते हैं।
@heraclitus5743 Жыл бұрын
3 putr ashtangi jaaye brahma vishnu shiv naam kahae.
@spritualsoul75 ай бұрын
क्या पुराणों के अनुसार हैं भगवान शंकर जी की भी जन्म-मृत्यु होती है, क्या ये अजर अमर है ? जानने के लिए पढ़ें पुस्तक "ज्ञान गंगा"
@sushilmehra44622 жыл бұрын
🌿धारणा: सब कहते हैं गीता जी का ज्ञान श्रीकृष्ण ने बोला। खंडन: अन्य सभी संत कहते हैं कि गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी ने बोला, लेकिन श्रीमद भगवत गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में बताया गया है कि अध्याय 11 के श्लोक 32 में काल भगवान कह रहा है कि मैं सर्व लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूँ। इस समय लोकों को नष्ट करने के लिए आया (प्रकट हुआ) हूँ।
@AshutoshKumar-sf7zd11 ай бұрын
True Spiritual Leader Sant Rampal Ji Maharaj
@ramatalks7696 Жыл бұрын
Unbelievable explaination, No mann sut ulajhia , rishi rahe jhakmar , satguru eisa suljhade , uljhe na duji barr😮❤
@spritualsoul75 ай бұрын
श्री शिव महापुराण में विद्यवेश्वर संहिता भाग-1 पृष्ठ 17.18 अध्याय 9-10 में स्पष्ट है कि सदाशिव यानि काल ब्रह्म श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा शिव जी के पिता जी हैं।
@VinodDash-wc5qd8 ай бұрын
N सतगुरु रामपाल जी सत्संग प्रमाणसहित
@AshutoshKumar-sf7zd11 ай бұрын
अविनाशी परमात्मा केवल कबीर परमेश्वर जी हैं बाकी सभी देवी देवताओं की जन्म मृत्यू होती है।
@pushpameghwal19165 ай бұрын
शिव, सदाशिव (काल ब्रह्म) के सबसे छोटे पुत्र हैं शिवपुराण (पृष्ठ 86) में लिखा है, "हमने सुना है कि भगवान सदाशिव (ज्योति निरंजन/काल ब्रह्म) शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। वह कल्याणकारी हैं। भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान महेश इन तीनों देवताओं की उत्पत्ति सदाशिव के अंश से हुई है।" ब्रह्मा, सदाशिव जिसे काल भी कहते हैं के ज्येष्ठ पुत्र हैं ,मझोले विष्णु जी और सबसे छोटे पुत्र शिव जी हैं।
@God_kabir0085 ай бұрын
भगवान शंकर जी ने पार्वती जी को एकांत स्थान पर उपेदश दिया था जिस कारण से माता पार्वती जी इतनी मुक्त हो गई कि जब तक प्रभु शिव जी (तमोगुण) की मृत्यु नहीं होगी, तब तक उमा जी की भी मृत्यु नहीं होगी। सात ब्रह्मा जी (रजोगुण) की मृत्यु के उपरान्त भगवान विष्णु (सतोगुण) की मृत्यु होगी। सात विष्णु जी की मृत्यु के पश्चात् शिवजी की मृत्यु होगी। तब माता पार्वती जी भी मृत्यु को प्राप्त होगी, पूर्ण मोक्ष नहीं हुआ।🙏🙏🙏
@bablupanditbablupandit9620 Жыл бұрын
# Kabir Sahib si supreme God
@SantoshSahu-se4ih2 жыл бұрын
kabir is supreme God श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 - 4, 16, 17 में कहा गया है जो संत इस संसार रूपी उल्टे लटके हुए वृक्ष के सभी विभाग बता देगा वह पूर्ण गुरु/सच्चा सद्गुरु है। यह तत्वज्ञान केवल पूर्ण संत रामपाल जी महाराज ही बता रहे हैं। पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लें, अपना कल्याण कराएं।
@munneshkumar45904 жыл бұрын
Right
@SAT.SAHEBJi..TippannaDass Жыл бұрын
🗝️🗝️🗝️🌍👁️👁️🦻🦻🤳🤳🕵️🕵️🙏🤳📚📚🔰🔰☎️☎️🏃🏃
@mukulvishwakarma0023 ай бұрын
पुराण को अगर मान रहे हो तो पुरा मानो,, काम की की चीज नही।
@SUMITKUMAR-hl6nl Жыл бұрын
Sat guru ki jay
@spritualsoul75 ай бұрын
रजगुण ब्रह्मा की आयुः- ब्रह्मा का एक दिन एक हजार चतुर्युग का है तथा इतनी ही रात्रि है। एक चतुर्युग में 43,20,000 मनुष्यों वाले वर्ष होते हैं) एक महिना तीस दिन रात का है, एक वर्ष बारह महिनों का है तथा सौ वर्ष की ब्रह्मा जी की आयु है। जो सात करोड़ बीस लाख चतुर्युग की है।
@onkarmathuri3643 Жыл бұрын
बंदी छोड़ की जय हो
@mohansinghnagar13044 жыл бұрын
पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज की जय हो बंदी छोड़ की सत सत नमन करता हूं मालिक मेरे
@TeenuSolanki-ry9jh5 ай бұрын
Very very nice satsang
@tanojkumar78813 жыл бұрын
Sat saheb ji
@vijayastro24605 ай бұрын
Agar Shiv Ko Tum samajh paate tumhari jataon mein bhi chandrama hota aur jataon mein Ganga hoti
@SunitaDaasi-f6n4 ай бұрын
Brahma Vishnu Mahesh ke Mata pita ji kaun adhik jankari ke liye satsang sune Sant Rampal Ji Maharaj ji ke Anmol Vachan Sadhna channel Sham 7:30
@asharirameshbhai24132 жыл бұрын
बहुत अनमोल ज्ञान है
@virendersingh4864 жыл бұрын
Visit us Satlok ashram KZbin Saint Rampal ji maharaj
@purosottamahor625929 күн бұрын
Nice satsang
@srkdas1592 жыл бұрын
मेरे मालिक बन्दी छोड़ कबीर साहेब परमात्मा जी की जय 🌷🌹🌸 मेरे मालिक बन्दी छोड़ सतगुरू देव रामपाल जी गुरु भगवान की जय
@minakshi79452 жыл бұрын
Das ji ek bat pushma chahta hun vinti hai apse main yh janna chahta hun jaise is video me guru ji ne btaya k kaal bagwan apne hi sarrer se mata durga ko bnaya Or pishle kush video me guru ji ne btaya tha k prmatma ne hi durga ko bnaya tha ji phle atma thi jisne kaal k sath ane ki isha prakat ki thi clear is das ko clear kriye main confuse hun
@ravigoud13335 ай бұрын
श्रीमद् देवीभागवत पुराण तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123 भगवान विष्णु जी ने दुर्गा की स्तुति की कहा कि मैं (विष्णु), ब्रह्मा तथा शंकर तुम्हारी कृपा से विद्यमान हैं। हमारा तो आविर्भाव (जन्म) तथा तिरोभाव (मृत्यु) होती है। हम नित्य (अविनाशी) नहीं हैं। भगवान शंकर ने कहा यदि भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु तुम्हीं से उत्पन्न हुए हैं तो उनके बाद उत्पन्न होने वाला मैं तमोगुणी लीला करने वाला शंकर क्या तुम्हारी संतान नहीं हुआ अर्थात् मुझे भी उत्पन्न करने वाली तुम ही हो।
@wenshkudabera69382 жыл бұрын
Satbhgti dawara satlok ko prasthan
@Daimareysonima2 жыл бұрын
Aalh yahi hy sant rampal gi
@vijayastro24605 ай бұрын
Ahaaa...jad gaya tha kiya bich me bolte hue😅
@spritualsoul75 ай бұрын
शिव महापुराण कोटी रुद्र संहिता के अध्याय 12 में शिव लिङ्ग के विषय में एक दारुण वन की कथा है जिसमें शिवलिङ्ग की स्पष्ट जानकारी है। लिङ्गका अर्थ और कुछ नहीं बल्कि शिव जी का Private Part है। यह शास्त्र विरुद्ध साधना है और शास्त्र अनुसार साधना तो केवल तत्त्वदर्शी संत ही बताते हैं। जिसको करने से जीव को मोक्ष प्राप्त हो सकता है।
@spritualsoul75 ай бұрын
अक्षर पुरूष अर्थात् परब्रह्म की आयु:- परब्रह्म का एक युग ब्रह्मलोकीय शिव अर्थात् महाशिव (काल ब्रह्म) की आयु के समान होता है। परब्रह्म का एक दिन एक हजार युग का तथा इतनी ही रात्रि होती है। इस प्रकार परब्रह्म का एक दिन-रात दो हजार युग का हुआ। एक महिना 30 दिन का एक वर्ष 12 महिनों का तथा परब्रह्म की आयु सौ वर्ष की है। इस से सिद्ध है कि परब्रह्म अर्थात् अक्षर पुरूष भी नाश्वान है।
@RajeshRATHVA-q2k Жыл бұрын
किसको को मिले परमात्मा
@Asdfg-q2k5 ай бұрын
भगवान शंकर जी ने पार्वती जी को एकांत स्थान पर उपेदश दिया था जिस कारण से माता पार्वती जी इतनी मुक्त हो गई कि जब तक प्रभु शिव जी (तमोगुण) की मृत्यु नहीं होगी, तब तक उमा जी की भी मृत्यु नहीं होगी। सात ब्रह्मा जी (रजोगुण) की मृत्यु के उपरान्त भगवान विष्णु (सतोगुण) की मृत्यु होगी। सात विष्णु जी की मृत्यु के पश्चात् शिवजी की मृत्यु होगी। तब माता पार्वती जी भी मृत्यु को प्राप्त होगी, पूर्ण मोक्ष नहीं हुआ।
@onkarmathuri3643 Жыл бұрын
सत साहेब
@yashchaursia29874 жыл бұрын
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
@RajuKumar-hn1dg2 жыл бұрын
Raju. Kumar. Aap acche
@ChandraPrakash-ri6pf Жыл бұрын
Very Nice Satsang
@bakeshwarmajhi198 Жыл бұрын
I most like this video
@SantoshSahu-se4ih2 жыл бұрын
Kabir Is Supreme God Rigveda Mandal 9 Sukt 94 Mantra 1:- God Kabir (Kaviyam vrajam na) provides Tatvagyan through poems, proverbs, couplets hence, people consider him a poet.
@manan_menaria Жыл бұрын
Agar tridev ke mata pita hain to. Apke paramatma ke mata pita bhi honge.
@sangitadevi99672 жыл бұрын
😂😂😂😂😂😂 sadashiv vhi h budhe jo bhagwaan shiv h or jo nirankaar puje jate h shivling ke roop m or tere kabir koi bhagwaan nhi h yajuved m kavi dev likha h yani Kaal dev jo samay se pare h jo samay ke baad bhi h or jo samay m bhi h vhi punpratama h yani ki sadashiv ❤️❤️