Class 40 | काल के क्या-क्या गुण हैं? | Properties of Kaal (Time)?

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Vaidic Physics

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मैं वैदिक विज्ञान के द्वारा एक अखण्ड, सुखी व समद्ध भारत के निर्माण की आधारशिला रखने का प्रयास रहा हूँ, जिसमें प्रत्येक भारतीय तन, मन, विचारों व संस्कारों से विशुद्ध भारतीय होगा। उसके पास अपना विज्ञान वेदों, ऋषियों व देवों के प्राचीन विज्ञान पर आधारित एवं अपनी भाषा हिन्दी व संस्कृत में होगा। उसे अपने पूर्वजों की प्रतिभा, चरित्र एवं संस्कारों पर गर्व होगा, उसे पाश्चात्य विद्वानों की बौद्धिक दासता से मुक्ति मिलेगी, जिससे लार्ड मैकाले का वर्तमान में साकार हो चुका स्वप्न ध्वस्त हो सकेगा। यह प्यारा राष्ट्र पुनः विश्वगुरु बनकर विश्व को शांति एवं आनंद का मार्ग दिखाएगा।
-आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक
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Пікірлер: 50
@TarkSamratBharat
@TarkSamratBharat 5 жыл бұрын
एक महत्वपूर्ण प्रश्न है , जिसका परिमाण महत और अणु के बीच में होता है यानि मध्यम परिमाण वाला होता है , वह निर्मित वस्तु होगी | आपने काल को महत परिमाण वाला कहा है , यहाँ एक प्रश्न उठता है की क्या प्रकृति की कोई सीमा नहीं है ? यदि हाँ तो उस सीमा से आगे प्रकृति नहीं होगी , तब उस से आगे काल भी नहीं होगा फिर काल महत परिमाण वाला न होकर मध्यम परिमाण वाला हो जायेगा , इस से तो काल निर्मित , अवयवी सिद्ध होता है | क्या हमें प्रकृति की सीमा नहीं माननी चाहिए ? यदि हम प्रकृति की सीमा नहीं मानते , इसे अनंत अवकाश में व्याप्त मानते हैं तब तो यह प्रश्न नहीं उठेगा |
@shyamkantverma1262
@shyamkantverma1262 9 ай бұрын
RISHIVAR JI KO SHAT SHAT PRANAM 🙏 . EXCELLENT DISCOURSE .
@lalitkumarrajkotia09
@lalitkumarrajkotia09 3 жыл бұрын
Aum Shanti.🙏
@sudeshsaini3291
@sudeshsaini3291 3 жыл бұрын
नमस्ते ओउम् आचार्य जी
@SunilkumarRam-d7p
@SunilkumarRam-d7p 9 ай бұрын
Acharya g ka Charan sparsh
@vaibhavsrivastava7945
@vaibhavsrivastava7945 4 жыл бұрын
धन्यवाद आचार्य जी।
@sandeeprana9006
@sandeeprana9006 3 жыл бұрын
Om om om achary ji
@NiteshSaini1
@NiteshSaini1 3 ай бұрын
धन्यवाद गुरुजी 🙏🏼
@mishrashashikant8235
@mishrashashikant8235 5 жыл бұрын
जब 'जड़'प्रकृति में 'चेतन' ईश्वर द्वारा विकृति होती है तो ग्रहों व पिंडों मे चेतना का अभाव क्यों हो जाता है.....क्योंकि ईश्वर की परम चेतना से वह संयोजित होकर चेतन प्रकृति की हो जानी चाहिए
@surendrashukla4623
@surendrashukla4623 3 жыл бұрын
🙏🙏 प्रणाम गुरुदेव
@neerajbhardwaj2784
@neerajbhardwaj2784 2 жыл бұрын
Pranaam 🙏🙏
@TarkSamratBharat
@TarkSamratBharat 5 жыл бұрын
आचार्य जी मेरा एक प्रश्न है की एक ही प्रकृति अपने पूर्व रूप को बनाये रखते हुए अलग अलग अग्रिम रूपों में कैसे परिवर्तित हो जाती है ? जैसे सप्तरश्मियों में परिवर्तित होकर , आगे की अन्य रश्मियां बन जाती है किन्तु साथ में सप्तरश्मि भी अपने रूप में बानी रहती है , इसी तरह मनस्तत्व , अहंकार , प्राण और छंद रश्मियों जैसे अनेकों रूप में परिवर्तित प्रकृति इन रूपों के साथ साथ पूर्व के रूप में भी रहती है , ऐसा कैसे होता है ? यदि मैं मनस्तत्व और उसके बाद में प्रथम महाभूत आकाश तत्व की तुलना करू तब इन दोनों में ही सत्व रज तम की अलग अलग मात्रा रहती है , वहीँ आकाश तत्व मनस्तत्व से ही बना है , फिर जिस मनस्तत्व में जो सत्व रज तम की मात्रा है वही मात्रा आकाश तत्व में ही रहनी चाहिए ? सत्व रज तम का यह भेद किस की वजह से आया ?
@नईदुनिया-र3ब
@नईदुनिया-र3ब 5 жыл бұрын
Anti gravity ke bare me bhi
@rajranarajeevjatrana795
@rajranarajeevjatrana795 5 жыл бұрын
Best containt for our country and society. swami ji thank you very much.
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
गुरु जी ! प्रणमामि। नमस्ते। पृष्ठ संख्या 120 नीचे की पंक्ति में आपने जो यंहां कहा है- " किंवा उनका बीज रूप भी विद्यमान नही रहता" तो क्या प्रकाशादि गुण जिसका उस प्रकृति में अभाव है तो क्या अभाव से भाव की उत्पत्ति होता हुआ नही प्रतीत होता? कृपया स्पष्ट करने की कृपा करें।
@नईदुनिया-र3ब
@नईदुनिया-र3ब 5 жыл бұрын
Apka no
@kishorekumartripathi7629
@kishorekumartripathi7629 5 жыл бұрын
स्वामी जी आप ने दिनांक २८ १ १९ से पुनः वैदिक फिजिक्स का शुरू करने की सूचना दी थी इसके पूर्व में मेरा मोबाइल खराब हो गया था जिसके फलस्वरूप हम इसके बीच के वीडियो नहीं देख सुन पाए थे जिसका दु:ख है
@varishsingh8801
@varishsingh8801 2 жыл бұрын
Jay ishawar
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
गुरु जी! नमो नमः। 1- सांख्य दर्शन में "सत्व-रजस्-तमसाम् साम्यावस्था" को प्रकृति कहा है। अर्थात सत्व रजस् तमस् गुणों की साम्यावस्था अर्थात निष्क्रिय अवस्था को प्रकृति कहते हैं। क्या प्रकृति गुण है या गुणी है? जैसे मनुष्य गुणी है और मनुष्यता गुण है गुणी नही इसी प्रकार गुण में गुणत्व उसके अवस्था को दर्शता है उसी प्रकार से सत्वादि गुण की निष्क्रिय अवस्था प्रकति है इसका अभिप्राय तो यही निकलता है कि प्रकृति गुण है। कृपया इसको स्पष्ट करने की कृपा करें। 2- वहति, अंजत् इयते इत्यादि क्रिया से ये कहाँ पता चलता है कि काल सक्रिय है? जैसे ईश्वर संसार का वहन करता है, प्रकट करता है , गति करता है, प्रेरित करता है, भरण पोषण करता है और वह सब जगह व्याप्त है इत्यादि कहने से ईश्वर को हम सक्रिय कैसे कह सकते हैं? वह तो निष्क्रिय है उस प्रभु के अंदर कोई क्रिया नही होती, इसीतरह से काल भी निष्क्रिय है ऐसा कहा जा सकता है जिसको वैशेषिक दर्शन में निष्क्रिय कहा गया है। अस्तु कृपया स्पष्ट करें ।
@balvindersingh8403
@balvindersingh8403 4 жыл бұрын
वाणी प्रकरण से ऐसा प्रतीत होता है जेसै कि परमात्मा की भाषा संस्कृत हो। अन्यो का क्या?
@bhupendrasolanki2550
@bhupendrasolanki2550 5 жыл бұрын
ॐ नमस्ते आचार्य जी
@baljeetsindhu6485
@baljeetsindhu6485 5 жыл бұрын
आचार्य श्री सादर नमस्ते।
@AKASHKUMAR-yh8gc
@AKASHKUMAR-yh8gc 5 жыл бұрын
धन्यवाद गुरुजी आप का
@dadamidgule8205
@dadamidgule8205 5 жыл бұрын
नमस्ते गुरुजी
@rajinderchopra4425
@rajinderchopra4425 3 жыл бұрын
🕉🙏🕉🙏🕉🙏
@uniqworld1450
@uniqworld1450 5 жыл бұрын
ओ३म् ,🙏🙏🙏
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
गुरु जी! प्रणमामि। क्या ओम् रश्मि प्रकृति से सयुंक्त होकर काल का रूप धारण करता है या ओम् रश्मि से सक्रियता को प्राप्त हुई प्रकृति काल का रूप धारण करती है या ओम् रश्मि से सक्रिय प्रकृति जो उस समय तमो गुण से रहित थी केवल सत्व और रजस् गुण ही उद्भूत थी वह काल है या ओम् रश्मि+ सक्रिय तमो गुण रहित सत्व और राजो गुण वाली प्रकृति समुदित रूप से काल है? कृपया स्पष्ट करें। क्योंकि आपने काल की व्याख्या करते हुए प्रकृति से संपृक्त ओम् रश्मि को काल लिखा है। और वीडियो में ओम रश्मि से सक्रियता को प्राप्त हुई प्रकृति जिसमें सत्व गुण और रजो गुण प्रकट हुए थी पंरन्तु तमो गुण उद्भूत नही हुआ था उस प्रकृति की अवस्था को काल कहा है। भ्रांत हो गया हूँ। कृपया स्पष्ट करने की कृपा करें।
@TarkSamratBharat
@TarkSamratBharat 5 жыл бұрын
ॐ रश्मि पहले अव्यक्त अवस्था में विध्यमान रहती है व्यक्त होने पर प्रकृति से सम्पृक्त होकर काल का रूप धारण कर लेती है | ॐ रश्मि ही काल है , काल पहले अव्यक्त रूप में ॐ रश्मि के अव्यक्ततम रूप में विध्यमान था , वही काल अव्यक्त रूप में प्रकृति को प्रेरित करके उस से सम्पृक्त होकर व्यक्त काल का रूप धारण कर लेता है | शायद ऐसा होना चाहिए |
@ajaykumar-hk5zu
@ajaykumar-hk5zu 5 жыл бұрын
Namaste achary ji
@virsingh9184
@virsingh9184 5 жыл бұрын
नमस्कार गुरु जी। वीर प्रताप आर्य गढ़वाल उत्तराखंड से।
@sandeepvaja6717
@sandeepvaja6717 5 жыл бұрын
thanks
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
भू इत्यादि रश्मि मन इत्यादि के समान वस्तु है या उसके गुण हैं? जब काल विकृत नही होता है तो प्रलयावस्था में निष्क्रियता कैसे आती है प्रकृति में?
@sanukumar7122
@sanukumar7122 5 жыл бұрын
नमस्ते
@dharamdadhichi2926
@dharamdadhichi2926 5 жыл бұрын
Acharya ji.... agar Kaal jivatma m nahi rahta toh jivatma h kya, uska swaroop kya h? Uske Andar Kaal nahi h toh kya h?
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
जब सप्त रश्मि महत् और मनस्तत्व के बाद उत्तपन्न होती है तो सप्त रश्मि कहां उत्तपन होती है काल में या अन्य किसी पदार्थ हैं? क्या सप्त रश्मि महत् और मनस्तत्व को नियंत्रित करने वाला नही है?
@dwaityaadwait4062
@dwaityaadwait4062 5 жыл бұрын
Jaise parmatma tatva ek hain kya usi prakar prakruti aur aatma tatva bhi ek hain ya phir ye sankhyatmak hain agar sankhyatmak nahi hain aur ek hain to parmatma sukshma hote huve bhi kaise unme sarvatra vyapt ho sakta hain aur kaise prakruti se mahatatva ahankar aadi sukshma aur grah aadi sthul sristi ka nirmaan hota hain.
@prashantvlog4541
@prashantvlog4541 4 жыл бұрын
guru ji time travel ky h. kya hum time travel kr sakte h.
@bhagirathvedic9413
@bhagirathvedic9413 5 жыл бұрын
Om Parnam guru ji Aapki jitna bhi video pura dekha hai or dekhta hu lekin agar kal hi parkriti hai to jo blackhole kya ho sakta hai abhi tak koe nhi janta hai abhi hamlog stars ke pas bhi nhi pahuch sake hai lekin sr ye bhi ho sakta hai ki blackhole me hamlog ho sakte hai eesse ham bahr nekal kr dekhe to dusra lok ho sakta hai maira kahne ka matlab hai ki jo ham dekh rhe hai ees duniya bolo ya pura ye universal jo hai ye blackhole ke andar ho ham ees se bahr nikal kr dekhe to dusra blackhole hoskta hai jo usme alag duniya hoskta hai ved ke anusar jo ek hi eesavar hai or kal sabhi aastan pr hai lekin ve alag alag duniya bnaya hoga
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
ओम् रूपी काल कभी नष्ट नही होता यह तो समझ में आया पंरन्तु जब ओम रश्मि प्रकति में रजो गुण और सत्व गुण को सक्रिय किया जिसकी काल संज्ञा है वह प्रलय के समय जब प्रकृति साम्यावस्था में रहती है इसका फलित अर्थ यह निकलता है उस अवस्था वाला जो काल है वह तो नष्ट होगया और निष्क्रिय अवस्था में चला गया। कृपया स्पष्ट करें।
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
सहस्राक्ष में अक्ष का अर्थ अक्षर रूप वाक तत्व किस आधार पर किया है आपने कृपया स्पष्ट करें। पृष्ठ संख्या 126 का कलम 2।
@Honeerajvlogs
@Honeerajvlogs 5 жыл бұрын
Hamari galaxy yaa koi bhi black hole aur kaal mein kya samanta hai... Kya black hole kaal ka wo pran rup hai jo hamarai shastro mein varnit hai
@dwaityaadwait4062
@dwaityaadwait4062 5 жыл бұрын
Aatma prakruti se sukshma hain ya sthul
@Honeerajvlogs
@Honeerajvlogs 5 жыл бұрын
Manushya kids Kundalini shakti k liyai sabsai aacha mantra gayatri mantra hai... To kundalini mein kaal aur prakriti (shakti) ki kya bhumika hai.. Bhu-bhurba-swaha..
@arshagurukuldayanandvaanee9557
@arshagurukuldayanandvaanee9557 5 жыл бұрын
जब ओम रश्मि प्रकति के रजो गुण और सत्व गुण को प्रकट कर दिया तो अब केवल तमो गुण को ही प्रकट करना बांकी रहा न? तो पुण्यः यहां ओम रश्मि प्रकृति के तीनों गुणों को प्रकट करके महत मनस्तत्व आदि को उत्पन्न करती है का क्या तात्पर्य है?
@Honeerajvlogs
@Honeerajvlogs 5 жыл бұрын
Kya kaal hee cosmic energy ka source hai... Kya kaal ki cosmic energy hee pran rupi force hai... Kyonki cosmic energy sarai universe mein mojud hai... Aur hum apnai pran ko powerful banai k liyai dhyan aur yog k dwara cosmic energy ko hee gain kartai hai
@sachingarg286
@sachingarg286 5 жыл бұрын
namaste ji
@sailendranathacharya4597
@sailendranathacharya4597 5 жыл бұрын
Aum
@dwaityaadwait4062
@dwaityaadwait4062 5 жыл бұрын
Kyun puraano me bhu bhavah swah jan tap aadi ko lok bataya gaya hain
@Honeerajvlogs
@Honeerajvlogs 5 жыл бұрын
Kyonki bina black hole k kisi bhi galaxy ka movement sambhav nhi
@देवशर्माशास्त्री-ख7ष
@देवशर्माशास्त्री-ख7ष 5 жыл бұрын
नमस्ते
Officer Rabbit is so bad. He made Luffy deaf. #funny #supersiblings #comedy
00:18
Funny superhero siblings
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Kluster Duo #настольныеигры #boardgames #игры #games #настолки #настольные_игры
00:47
Un coup venu de l’espace 😂😂😂
00:19
Nicocapone
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GIANT Gummy Worm Pt.6 #shorts
00:46
Mr DegrEE
Рет қаралды 117 МЛН
Sapiens: A Brief History of Humankind
1:11:58
SyllabuswithRohit
Рет қаралды 2,9 М.
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