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२००३ के वर्ल्ड कप में, जब पाकिस्तान ग्रुप स्टेज से बहार हो गयी।
तब रातो रात पुरे टीम के कोच (coach) और मैनेजमेंट (management ) बदल दिए गए
करीब करीब पुरे टीम को फारिग कर दिया गया जिसने इससे वसीम अकरम और वक़ार यूनुस का आखरी क्रिकेट म मैच बना दिया
अब पाकिस्तानी टीम अपने नई बॉलिंग attack के main पेस ( pace ) बॉलर्स खोजने लगी
जिसमे सबसे आगे थे - शोएब अख्तर और मोहम्मद समी
और शोएब अख्तर पहले से ही controversial होने के वजह से
सबकी आँखे टिक गई
सैम पर जिस वजह से फिर उन्हें
एक साल में ३६ odis और ८ टेस्ट मैचेस में non stop खिलाया गया
अब normally ऐसे बॉलर्स वर्कलोड की complaint कर देते
पर समी बाकी फ़ास्ट bowler जैसे नहीं थे
वह काफी शांत स्वाभाव के थे
Calm Attitude रखने वाले
किसी philosopher की तरह
इसलिए बिना किसीको मना किए
वह चुप चाप बॉलिंग करते रहे
बिना कोई सपोर्ट, infrastructure और बिना कोई देखभाल के
और इसका असर उनके फॉर्म ( Form ) पर पढ़ने लगा
और उनक बॉलिंग करते समय बैक पैन होना शुरू होगया
जिसने जल्द ही होने वाली भारत के अगेंस्ट ऐतिहासिक सीरीज को
खतरे में डाल दिया
पर इससे समी को ट्रीटमेंट देने के बजाय, उससे सपोर्ट देने के बजाय - उससे कह दिया गया .
ये कोई बड़ी बात नहीं है, हम फॉर्म के लिए इमरान खान और वसीम अकरम को बुलाएंगे जो तुम्हे टिप्स देंगे - इससे तुम ठीक हो जाओगे
और इसका नतीजा हुआ कुछ ऐसा
की पुरे की पूरी पाकिस्तानी टीम भारत सीरीज शुरू होते ही
Collapse कर गयी
दूसरी दो मैच पाकिस्तान जीत तो गयी लेकिन उसके बाद की दो मैच में बुरी तरह हार जाना
समी की हाईएस्ट विकेट टेकर (Highest Wicket Taker) बनने के बावजूद
पाकिस्तान पहली बार भारत के हाथो अपने घर पे शिकस्त खा बैठा
उसके बाद आयी थी टेस्ट मैच, जहा वीरेंदर सहवाग ने भारत की पहली ट्रिपल सेंचुरी मारी
पाकिस्तान एक पूरी इनिंग से हार गई थी
जिसका असर मोहम्मद समी के मिंडसेट (mindest ) पे हुआ था
क्यूंकि उनके आँखों में
इस हार का बोहोत सा इल्जाम उनके सर पर था
क्युकी उन्होंने ने सकलेन मुश्ताक़ के bowling पे दिया गया सहवाग के एक सिंपल सा कैच ड्राप कर दिया था
और इसका आसार उनके बोलिंग पर दूसरे टेस्ट में साफ़ नज़र आ रहा था
और रही बात तीसरी टेस्ट की
जहा समी ने जी तोड़ मेहेनत की लेकिन उनके बोलिंग पे राहुल द्रविड़ का एक lbw रिजेक्ट किया गया
और द्रविड़ का एक सिंपल कैच भी ड्राप कर देना
जिसके वजह से द्रविड़ ने करीब करीब खुदसे मैच को पाकिस्तान के हाथो से छीन लेना
भारत पहली बार पाकिस्तानी ज़मीन पर टेस्ट सीरीज जीत चुकी थी
और इस हर्र का कारण - Inzamam-ul-Haq के सब्दो में "the bowlers let us down "
पाकिस्तानी पब्लिक अपना सारा गुस्सा bowlers पे निकलने लगी और specifically मोहम्मद sami पर
जो अपने लोअर बैक के दर्द के बावजूद अपने देश के लिए सबसे लड़ गए थे
तो मोहम्मद समी ने आने वाले एशिया कप में इसका बदला लेना ठान लिया
पाकिस्तानी प्लेयर्स और उनके नए कोच बॉब वूल्मर ने मिलकर नयी ट्रेनिंग शुरू कर दी
समी के लोअर बैक को बचने के लिए समी की बॉलिंग एक्शन चेंज कर दी गयी
जिस्से used to होने के लिए समी को समय लगने वाला था
इसलिए समय का initial प्रदर्शन कुछ खास नहीं था
और इस situation में आया इंडिया पाकिस्तान का मैच
जहा एक अजीब सा बोनस पॉइंट रूल इस्तेमाल होना था
जिसमे
हर एक मैच में कोई न कोई टीम एक बोनस पॉइंट जीतेगी
जो टीम जीत गयी उसे ५ पॉइंट्स मिलेंगे
लेकिन इस बोनस पॉइंट के लिए एक अलग टारगेट सेट किया जायेगा
और अगर chasing टीम उस target को क्रॉस कर दे
तो मैच हारने के बावजूद भी उस टीम को एक पॉइंट मिलेगा
पर फिर मैच में पाकिस्तान ने पहली इनिंग में रन्स का अम्बर खड़ा करके रख दिया जिसके सामने भारत ने १५१ पर अपनी आधी टीम गवाह दी
जिससे फिर टीम मैनेजमेंट ने निर्णय लिया जितने के लिए नहीं
बल्कि सिर्फ बोनस पॉइंट के लिए खेला जाए
जिससे फिर अगर हम इस सीरीज में रही undefeted श्रीलंका को किसी तरह से हरा दे
तो पाकिस्तान कुछ भी करके पॉइंट टोटल में हमे पकड़ नहीं पाएगी
और इस नयी रणनीति का इस्तेमाल कर
भारत किसी तरह से सचिन तेंदुलकर और इरफ़ान पठान के बल पर आखरी ओवर तक पोहोच गयी
६ बॉल्स में ६ रन्स की जरुरत थी
और बोलिंग करने वाले थे मोहम्मद समी
डॉट,डॉट ,फोर,डॉट और फिर
मोईन खान का स्टंपिंग का चांस मिस कर देना
दो बार
इंडिया को वो बोनस पॉइंट मिलजाना
एक ऐसे गलती जिसका हर्जाना निकला जब भारत ने सचमे श्रीलंका को हरा दिया
और बोनस पॉइंट के बल पर पाकिस्तान को एशिया कप के फाइनल्स से निकल दिया
अब बारी थी पाकिस्तान का सुपर फोर का आखरी मैच की
बांग्लादेश के सामने - ऐसे मैच जिसके कोई मायने नहीं थे
और समी अपना सारा गुस्सा अब ये मैच में निकलने वाले थे
शुरुवात होते ही समी ने एक मेडेन विकेट लेली
फर आयी दूसरी ओवर
पहला बॉल डॉट
दूसरा बॉल एक फोर
सीधे साढ़े बांग्लादेशी प्लेयर्स का मारा गया एक शानदार चौका
और शोएब अख्तर के शब्दो में - समय mentally बोहोत weak हे
एक बार वो Trip हो जाए
तो वो अपना फोकस, discipline ,सब कुछ खो देते है
और नए एक्शन के वजह से उनका Rhtym खो गया था
जिससे वो बार बार crease क्रॉस कर देते, और नो बॉल पड जाता
और जब क्रीज़ में रहने की कोशिश करते तब लाइन और लेंथ खो बैठते
जो bowler एक इन्निंग में पांच पांच विकेट ले रहा था वो अब बॉल को पिच पर भी नहीं रख पा रहा था
जिसके वजह से हमे मिला ये
ओवर की १५वी गेंद
क्रिकेट इतिहास की सबसे लम्बी ओवर की बराबरी
और वो आखरी बोल गिरी एक और नो बॉल
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