Awesome presentation with lot of information about the askot
@afellowtraveller5 ай бұрын
Thanx a lot sir
@NDPant5 ай бұрын
सुंदर प्रस्तुति । ॐ नमः शिवाय
@bhawanapujara51045 ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद आपका जो आपने इतने सुन्दर ढंग से जानकारी दी बहुत अच्छा लगा जै मल्लिका र्जुन महादेव की
@sidhichaudhary39075 ай бұрын
Jai dev bhumi utrakhand 😊
@bhupalchand98935 ай бұрын
अस्कोट रियासत व ऐतिहासिक मल्लिकार्जुन महादेव मंदिर की विस्तृत जानकारी देने हेतु धन्यवाद। मेरा गांव भी अस्कोट रियासत के अंर्तगत कनालीछीना विकास खण्ड में पड़ता है।⚘️⚘️⚘️❤❤
@maheshgwal43195 ай бұрын
Aap Jo bolate Hain vah bahut achcha bolate Hain
@girishpandey79635 ай бұрын
रमणीक स्थल,सुंदर प्रस्तुति ।
@nbsingh38695 ай бұрын
अत्यंत सराहनीय कार्य 💕
@jiwanpandey97415 ай бұрын
बहुत बढिया आज 44साल पुरानी याद ताजा कर दी. 80 में यहां से i t i की थी.
@HemaBisht-j2b5 ай бұрын
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
@deepakpandey78405 ай бұрын
सुंदर प्रस्तुति
@mangarramsharma58455 ай бұрын
JAI MATA DI 🌻🙏🌻
@delightededit5 ай бұрын
🙏हर हर महादेव, जय खैरलिंग महादेव, जय हिमाळ 🙏🇮🇳🚩आप के द्वारा जानकारी अद्भुत, हमारी विरासत हमारा अभिमान, स्वाभिमान.. आपका साधुवाद ........✍️
@rampujarigupta98465 ай бұрын
Many many thanks for your vedeo efforts related oldest culture of hill area of kumoun
@kaushalyasajwan76925 ай бұрын
बहुत सुन्दर जानकारी भाईजी❤❤❤
@hemlatagariya11705 ай бұрын
जय मल्लिकार्जुन महादेव 💐🙏🙏
@sureshDPal5 ай бұрын
जय मल्लिकार्जुन महादेव
@sulekharawat47905 ай бұрын
मैं भी रजवार हूं
@kidscricket4575 ай бұрын
Thanks
@basantballabhjoshi51635 ай бұрын
पान्डे जी आपने तो हमै घर बैठे बैठे अस्कोट सहित अनेक नगर और कस्बे दिखा दिये है बहुत बहुत धन्यबाद ।
@kidscricket4575 ай бұрын
❤❤ very big thanks to you Pandey Ji 🙏🙏🙏
@pushpalatabinjhwar61515 ай бұрын
🌺🙏🙏Har har mahadev 🌺🌺🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌸🌸
@kcsharma46935 ай бұрын
बहुत सुंदर।
@sulekharawat47905 ай бұрын
Bahut Sundar
@Rajula_Devi5 ай бұрын
हर हर महादेव बहुत अच्छी जानकारी दी आपने बहुत अच्छा लगा ❤🎉❤
@rudrapsingh66735 ай бұрын
Jai hind
@rameshchoudhary83825 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति। आपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी आपका आभार।🙏🙏🙏🙏🙏
@PratibhaPol-b4v5 ай бұрын
🎉🎉 kuap Chan thanks 🙏 nice
@rajeandrajoshi18405 ай бұрын
Jay Mallikarjun Bhagwan ki Jay
@yamini11a525 ай бұрын
Bahut bahut dhanyawad Bhai ji ye sab jankari ke liye
@sidhichaudhary39075 ай бұрын
Bahut sundar video 📷
@gsdevgancom74505 ай бұрын
Very nice video
@RameshKumar-ov6pe5 ай бұрын
Very nice vlogging Pandey ji. Keep it up.
@adwdr20085 ай бұрын
Bahut Bahut Dhanyawad 👏
@meenakarki88405 ай бұрын
❤ bahut hi sundar ❤❤
@ganeshborade39625 ай бұрын
भाई आपके विडीओ अछे रहते है मै मुंबई से देखता रहता
@savitrisinghsamanthshorts5 ай бұрын
Very good information 🙏🙏
@manoharbora38525 ай бұрын
Mast jankari Pandey ji
@Rameshbhakuni-jd4tv5 ай бұрын
पांडे जी एक कहावत कहो मैंने सूना कि गीत झोड़ा चांचरी में भी कहा जाता है कि अस्कोट के बंगले से धारचुला दिखता है वो नहीं दिखाया आपने
@Rameshbhakuni-jd4tv5 ай бұрын
नमस्कार पांडे जी
@deepatewari53215 ай бұрын
Mai bhi rehi hu p w d calony mai
@radhaballabhkukreti74824 ай бұрын
मै भी 1965 मे असकोट मे कुछ दिन वन विभाग के रेंजर निवास मे रहा था।जो आज इस वीडिओ मे नही दिखाई दिया।
@savitapandey69445 ай бұрын
Askot me awasti log rehte the
@vijaygoswami4785 ай бұрын
सर नमस्कार मैं विजय गोस्वामी जरा अपना नंबर तो दे दीजिए छबीलो पहाड़ से
@afellowtraveller5 ай бұрын
90277
@afellowtraveller5 ай бұрын
45814
@afellowtraveller5 ай бұрын
90 se start hai 14 par end
@harishkumar-ci3wz5 ай бұрын
अस् कोट का मूल नाम सतकोट यानि सतीकोट रहा होगा....उच्चारण से यह नाम आया होगा....अस्सी कोट नाम साम्य से कल्पना कर ली गयी होगी....पाल उपनाम नाम आदिगुरु शंकराचार्य के अनुयायी परम ब्रह्मण कार्तिकेयपुरम साम्राज्य शासकों ( उत्तर मध्यकालीन कत्यूरी नहीं ) की मूल शाखा से सम्बन्धित करता है...जो अलकनंदा घाटी की मुख्य धारा श्री बद्रीनाथ धाम से दूर होने से स्थानीय रंग में ढल कर अन्य मूल ब्राह्मणों विशेषता छोड़कर राज घराना मात्र रह गया है....और उसी तरह के स्थानीय सम्बन्धों में रच गया...मल्लिकार्जुन मंदिर इसका संबंध श्री शैल मल्लिकार्जुन आंध्र से यह भी जोड़ता है और यह भी संकेत करता है कि नेपाल का यह हिस्सा भी कार्तिकेय पुरम साम्राज्य का भाग रहा होगा ....दूसरी तरफ की पहाड़ी पर गोरखा आधिपत्य होने से यहां मल्लिकार्जुन महादेव की स्थापना हुई होगी...जैसे ज्योतिर्मठ का नृसिंह मंदिर भी आंध्र से सम्बन्ध स्थापित करता है....उत्तर-मध्य काल में कात्.यूरी, पंवार और चंद प्रभाव से कार्तिकेय पुर म शासकों की परंपरा अनवरत न रह सकीं और उसका अनुमान लगाना आसान नहीं और खासकर एटकिंसन , विल्सन, टेंपलटन , डबराल बाद मे बाम पंथियों के अनुकरण में तो भ्रमित ही हुआ है...