आप जैसे व्यक्तियों को भारत माता को आवश्यकता है ऐसे भजन कीर्तन सुनकर आंखों नमं हो जाती है सिर अपने आप ऐसे माहोल व व्यवहार व दृश्य प्रस्तुत करने पर झुक जाता है ऐसे लोगों विशेषकर आप जैसे लोग भारतीय संस्कृति में कण-कण व पग-पग पर इंसानियत व मानवता दिखाने पर आभार व्यक्त करता हूं