खुप प्रेरणादायी व्हिडिओ बनवून दाखवला आपण. शेतीतील जीवाने टिकून राहता संख्या वाढते गोमातेचे रक्षण होते .गोमाते कडून घरातल्या गरजा पूर्ण होतात. आपको सलाम. 🐂 गोमाता की जय 🐂
@subashplaker3 сағат бұрын
@@ShantaramPatil-yi1ch जी धन्यवाद 🙏हमारा लगातार प्रयास कैमिकल मुक्त खेती को बढ़ावा देना और भूमि को ज़हर मुक्त बनाना है ।
@RustomIndia22 сағат бұрын
अति सुंदर काम भाई जय गौ माता ❤
@subashplaker3 сағат бұрын
@@RustomIndia जी धन्यवाद 🙏
@anandrawat-cr9phКүн бұрын
Jay Gau Mata 🌹🌹🙏🙏 very very good job 🙏
@subashplakerКүн бұрын
@@anandrawat-cr9ph Dhanyvad
@ShivnatPrajapati3 күн бұрын
Bahut chamatkari priman
@pradyumnanayak9844Күн бұрын
👍
@ganeshputhal1738Күн бұрын
Bhai aap khet kar rahen he ya anant korod sukhm jibanu palan karte hein
@subashplakerКүн бұрын
@@ganeshputhal1738 खेत में जीवाणु रहेंगे तभी मिट्टी के सेहत में सुधार होगा और हमारी कृषि ज़हर मुक्त होगी ।
@priteshpatel6484Күн бұрын
Jamin me bekteriya hi mahi ho to . gobar dalna kya matlab Pahele bekteriya kese jamin me uplabdh karaye Kyoki khad dalke sab khatm ho haye he
@subashplakerКүн бұрын
@@priteshpatel6484 गोबर के खाद का प्रयोग ज़मीन में कभी भी नहीं करना चाहिए क्योंकि कोई खाद किसी पौधे का भोजन नहीं होता ।पौधे अपना भोजन सूर्य के प्रकाश और हवा के द्वारा बनाते है ।हमें देशी गौ वंस का ताज़ा गोबर ही जीवाणु के रुप मे घोल बनाकर खेत में डालना है ।देशी गाय के 1 ग्राम गोबर मे 300 करोड़ सूक्ष्म जीवाणु होते हैं ।देशी गाय का गोबर चमत्कार है ।