धन्य हैं वे माता पिता जिन्होंने समाज को संत दिए - अपने बच्चों को संत बनने दिया - धन्य धन्य - इन के कारण आज अनेक संत हैं जिन्होंने समाज को दिशा प्रदान की और धर्म को स्थापित किया। भविष्य में संतों की कमी होगी। छोटे परिवार होने से कौन अपने बच्चों को संत बनने देगा? मैं नव विवाहित युवाओं से अनुरोध करता हूँ की दो की जगह तीन संतान का संकल्प लेवें - तीसरी संतान को संतों की सेवा में लगाएं - हो सके तो उनको संत बनने की प्रेरणा प्रदान करें - बाकी तो संस्कार होते हैं अपने अपने