रामायुध अंकित गृह सोभा बरनी न जाइ।नव तुलसिका बृंद तहॅं देखि हरष कपिराइ।।प्रबिसि नगर कीजे सब काजा।। हृदयॅं राखि कोसलपुर राजा।।गरल सुधा रिपु करइ मिताई।गोपद सिंधु अनल सितलाई।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
@sanyamishpujani988Күн бұрын
❤ जय सिया राम जी ❤❤जय श्री हनुमान जी महाराज जी की ❤❤जय श्री सतगुरु देव जी महाराज जी की ❤
@जगदीशदूधवालКүн бұрын
जय जय सीताराम जी 🙏🌹🙏
@RohankumarartКүн бұрын
संत श्री मुरलीधर जी को प्रणाम करता हूँ और गुरु माता जी को प्रणाम करता हूँ 🙏🏻🙏🏻
@Ankita-rw2twКүн бұрын
हर हर महादेव 🙏🙏🚩🚩
@RohankumarartКүн бұрын
जय जय सिया राम जय जय हनुमान जी जय श्री राधे कृष्णा जी जय भोलेनाथ जी 🙏🏻🙏🏻
@Poojadudi-p9yКүн бұрын
पूज्य महाराज के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम जी 🙏🏻जय श्री राम जी 🙏🏻
@ShriRamBhakti776Күн бұрын
सीता सचिव सहित दोउ भाई। सृंगबेरपुर पहुॅंचे जाई। उतरे राम देवसरि देखी।कीन्ह दंडवत हरषु बिषेसी।। लखन सचिवॅं सियॅं किए प्रनामा।सबहि सहित सुखु पायउ रामा।।करि दंडवत भेंट धरि आगें।प्रभुहि बिलोकत अति अनुरागें।। सहज सनेह बिबस रघुराई।पूॅंछी कुसल निकट बैठाई।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹 बोले लखन मधुर मृदु बानी।ग्यान बिराग भगति रस सानी।।काहु न कोउ सुख दुख कर दाता। निज कृत करम भोग सबु भ्राता।।होइ बिबेकु मोह भ्रम भागा।तब रघुनाथ चरन अनुरागा।।सखा परम परमारथु एहू।मन क्रम बचन राम पद नेहू।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹 जासु नाम सुमिरत एक बारा। उतरहिं नर भवसिंधु अपारा।।सोइ कृपालु केवटहि निहोरा। जेहि जगु किय तिहु पगहु ते थोरा।।जिन्ह के श्रवन समुद्र समाना। कथा तुम्हारि सुभग सरि नाना।।भरहिं निरंतर होइ न पूरे।तिन्ह कें हिय तुम्ह कहुॅं गृह रूरे।।जाहि न चाहिअ कबहुॅं कछु तुम्ह सन सहज सनेहु।बसहु निरंतर तासु मन सो राऊर निज गेहु।।अब करि कृपा देहु बर एहू।निज पद सरसिज सहज सनेहू।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
@rajkushwaha089Күн бұрын
JAI SHREE RAM ❤️🙏🏻🙌🏻🚩🌞🚩🚩🚩🚩
@shree260720 сағат бұрын
Jay shree sita ram ji ❤❤❤❤
@Mithlesh8279Күн бұрын
आप सभी हरि अनुरागी भक्तों को सादर जय श्री सीता राम 🙏 हर हर महादेव 🙏🚩
@kirtivardhansingh235220 сағат бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🔥🔥🔥🔥🔥
@Mithlesh8279Күн бұрын
परम् पूज्य श्री गुरुदेव जी महाराज जी को कोटि कोटि नमन सादर प्रणाम जय श्री सीता राम 🙏 हर हर महादेव 🙏🚩
@ShriRamBhakti776Күн бұрын
बार बार बर मागउॅं हरषि देहु श्रीरंग।पद सरोज अनपायनी भगति सदा सतसंग।।कामिहि नारि पिआरि जिमि लोभिहि प्रिय जिमि दाम। तिमि रघुनाथ निरंतर प्रिय लागहु मोहि राम।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
@girishchanderpande865218 сағат бұрын
सनातन संस्कृति गीता प्रैस गोरखपुर की सदा जय हो 🎉
@kirtivardhansingh235220 сағат бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🌹🙏🌹🌹🌹🌹
@im.laxitaКүн бұрын
Jay shree ram jai jai siyaram 🙏🙏
@ashokgupta7586Күн бұрын
महाराज जी के चरणों में शत-शत नमन
@santhoshmalli1187Күн бұрын
जय श्री राम 👏👏
@RakeshSingh-kk1whКүн бұрын
Jai shree Ram
@mereraghav204Күн бұрын
सादर जय सियाराम 🌹🙏🏻
@MohanSingh-jf5eoКүн бұрын
Jay Jay Shri Ram 🙏🙏 guru dev ji ko 💐🌹
@ShriRamBhakti776Күн бұрын
मुनि दुर्लभ हरि भगति नर पावहिं बिनहिं प्रयास।जे यह कथा निरंतर सुनहिं मानि बिस्वास।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹रघुबंस भूषन चरित यह नर कहहिं सुनहिं जे गावहीं।कलि मल मनोमल धोइ बिनु श्रम राम धाम सिधावहीं।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
@vermag8460Күн бұрын
राम राम जी ।🌲🌲🌷🌷🌷🌲🌲
@palakshrotriya6641Күн бұрын
जय श्री राम 🙏🌹
@ashaagarwal3015Күн бұрын
Jay Siyaram ji
@JaiBadriVishal15Күн бұрын
जय श्री राम जय गुरुदेव भगवान की जय
@ShriRamBhakti776Күн бұрын
सुनहु भरत भावी प्रबल बिलखि कहेउ मुनिनाथ।हानि लाभु जीवनु मरनु जसु अपजसु बिधि हाथ।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹 जद्यपि मैं अनभल अपराधी।भै मोहि कारन सकल उपाधी।। तदपि सरन सनमुख मोहि देखी।छमि सब करिहहिं कृपा बिसेषी ।। जद्यपि जनमु कुमातु तें मैं सठु सदोस।आपन जानि न त्यागिहहिं मोहि रघुबीर भरोस।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹अरथ न धरम न काम रुचि गति न चहउॅं निरबान।जनम जनम रति राम पद यह बरदानु न आन।।जानउॅं रामु कुटिल करि मोही।लोग कहउ गुर साहिब द्रोही।। सीता राम चरन रति मोरें।अनुदिन बढ़उ अनुग्रह तोरें।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹सुनु सुरेस रघुनाथ सुभाऊ। निज अपराध रिसाहिं न काऊ।।जो अपराधु भगत कर करइ। राम रोष पावक सो जरइ।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹 भरत सील गुर सचिव समाजू।सकुच सनेह बिबस रघुराजू।। प्रभु करि कृपा पाॅंवरीं दीन्हीं। सादर भरत सीस धरि लीन्हीं।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
@PapukanwarCharanКүн бұрын
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@ashokaggarwal4977Күн бұрын
JAI gange ma ye kaun si jagah hai
@SumanSawarmalКүн бұрын
Jay shree Ram Jai Hanuman 🙏🙏👋👋👋
@ArunSharma-zb9nwКүн бұрын
🙏🙏🙏व्यास पीठ व गुरुदेव को दंडवत प्रणाम व मानस परिवार को सादर जय जय सियाराम जी🙏🙏
@SantoshVishwakarma-b4sКүн бұрын
Shri ram jai ram jai jai ram jai ram jai ram jai jai ram