जीवन दुखो का सार है,जीवन मे सिर्फ दुख ही दुख है। इसलिए बुद्ध और कबीर सही कहते है।
@bhanwarlalpmalimali94982 жыл бұрын
सतगुरु वचन हिरदा में राखें,वो चैला अमर फल चाखे।🙏🌹🙏अलक निरंजन धरती माता 🙏🌹🙏
@sujanrampanwar2863 Жыл бұрын
Very very nice
@deepgurujiofficial Жыл бұрын
Thanks a lot
@shelenbrVarma2 ай бұрын
❤
@mukeshKumar-lj9bm9 ай бұрын
सतगुरु कबीर साहब जी को कोटि कोटि प्रणाम है ❤👏👏👏
@r.j31072 жыл бұрын
सत साहेब
@ramdev6132 жыл бұрын
Jai Kabir sahib ki jai
@Bhakti-vilogs Жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@रामकृष्ण-य4ध2 жыл бұрын
महराज आपके अंदर के परमात्मा को हमारा कोटि कोटि प्रणाम 😊🙏
@krishandass1139 Жыл бұрын
Dann kabir Sahib
@KhumaRam-mz5gh4 ай бұрын
जय हो ऐसे संत महात्मा की जो इतना गियान मिल रहा हे मुझे ये बताईए कि शिव जी के माता-पिता का किया नाम हे हाथ जोड़ के विनंती हे मेरी
@KhumaRam-mz5gh4 ай бұрын
गुरु देव में भी भजन भाव में जाता हु इसलिए मुझे भी यह पुछा गया हे कि शिव के माता-पिता का नाम किया हे ओर भी आप के पर वचन बहुत बहुत गोरा से सुनता हु ध्यान लगा कर कोई सुन ले तो उस को नरक कि जगह सर्ग मिल जाए 🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
@bhanwarlalpmalimali94982 жыл бұрын
सन्त कबीर दास जी महराज को शत् शत् नमन 🙏🌹🙏 कबीर दास जी के भक्त भाविको,जरा खयाल करजो गायों में मोदगी चल रही है गौ माता मर रही! क्या जाल है? मनुष्यों व वनस्पतियों में रोग बिमारियों कोन फैला रहा है?! मालिक परमात्मा या फिर जैन सोदागर महाजनान गुप्ति पाप से संसार में जैन जयती शासनम, सत्ता स्थापित करना चाहते हैं। श्री नकलंग देव श्री अनोपस्वामीजी महाराज के द्वारा लिखित ग्रन्थ "जगतहितकारीणी"पढ़ कर सोचे समझे और बनियों के जाल इंद्रजाल गुप्ति पाप से संसार को व अपनी औलाद को बचाने में सहायक बने!!!अलक निरंजन 🙏🌹🙏