हम तो थे आप क्यों नहीं थे आप हमसे नाराज़ थे जीद तो हम करते थे हमही रुठते थे आपने मुझे अब कभी नहीं मनाओगे आपने मुझे सदैव के लिए छोड़ दिया है अब मुझे कौन मनायेगा मुझसे ही बहुत बड़ी भुल हो गया होगा मै इन नये दम्पति को आपके जैसे प्यार स्नेह क्या मैं दे पाऊंगा ? | आशुओं के शीवा आपको कुछ नहीं दे सका 😢