गुरु जी प्रणाम, आपसे अनुरोध है हनुमानजी की विडियोज की एक playlist बना दीजिए🙏🏻🙏🏻
@deepeshbajpai44233 күн бұрын
array pandey ji aap kaise hain? Pranam 🙏
@radhapatel73767 күн бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙂
@Dilipthakor497 күн бұрын
Pranam guruji...❤❤❤
@ashzenoga16 күн бұрын
हनुमान जी के तीन पिताओं का उल्लेख उनकी अद्वितीय उत्पत्ति और उनकी कहानी से जुड़ी विभिन्न परंपराओं में मिलता है। इसे मानव, वैदिक और पुराणिक दृष्टिकोण से समझा जा सकता है। 1. मानव दृष्टिकोण मानव दृष्टिकोण से हनुमान के पिता केसरी माने जाते हैं। केसरी एक वानर राजा थे, जो पवनगिरि पर्वत पर रहते थे। माता अंजनी और केसरी का विवाह हुआ था, और वे हनुमान के माता-पिता के रूप में प्रतिष्ठित हैं। केसरी ने हनुमान को मानवीय दृष्टि से पिता का स्थान दिया। 2. वैदिक दृष्टिकोण वैदिक परंपरा के अनुसार हनुमान के पिता पवनदेव (वायु) माने जाते हैं। जब अंजनी ने शिव की आराधना की, तो शिवजी ने उन्हें पुत्र का वरदान दिया। पवनदेव ने अंजनी की गोद में शिव के अंश को स्थापित किया, जिससे हनुमान का जन्म हुआ। इस प्रकार, पवनदेव उनके आध्यात्मिक पिता हैं और वे "पवनपुत्र" कहलाए। 3. पुराणिक दृष्टिकोण पुराणिक कहानियों में हनुमान को शिवजी का अवतार माना गया है। कथा के अनुसार, जब समुद्र मंथन के दौरान अमृत छलकने लगा, तो शिवजी ने इसे अपने शरीर में समाहित कर लिया। बाद में, शिवजी ने अंश रूप में वानर रूप में जन्म लिया। इस दृष्टिकोण से, शिव उनके दिव्य पिता हैं। सारांश हनुमान जी की उत्पत्ति में तीन पिताओं का प्रतीकात्मक महत्व है: मानव रूप में केसरी उनकी सामाजिक उत्पत्ति के लिए। वैदिक रूप में पवनदेव उनकी आध्यात्मिक शक्ति और ऊर्जा के लिए। पुराणिक रूप में शिवजी उनकी दिव्यता और अमरत्व के लिए। हनुमान जी की यह त्रिगुणात्मक उत्पत्ति उनके अलौकिक व्यक्तित्व और शक्तियों को समझने में सहायक है।
@anirudhbhatiya7 күн бұрын
Not disagreeing on anything here but quoteing Devdutt Patnaik wasn't needed. Do your research on that guy. Also do research on Dhruv Rathee please 🙏
@kuleshbhuyan53537 күн бұрын
❤
@PkbExplained6 күн бұрын
Hanuman Ji Bandar nahi tha yah jungle mein Rahane wala Insan tha Jo vanar vesh mein rahata tha . Aur jo Jambuban tha vah bhalu Ka vesh mein rahata tha.
@Qwe-lg1ej7 күн бұрын
If u r reading devdutt patnaik then ur misguided.....
@nagendranathparamanik817621 сағат бұрын
How to conect with you ?,sir Please?
@ashishrimpy21 сағат бұрын
WhatsApp 965-11-600-56
@Ilakshi6657 күн бұрын
Kesari Mane vayu hi hai Pavan,aur anjali Rani thi koi bandariya nahi thi aap kyu bhatka rahe ho
@Gabru1-vn3vy6 күн бұрын
please note that devdutt pathnayak is not a god person he always disrespect towards hindu and sanatan please see his old tweets and past controversies and he also mold things in his ways and also he has liberals propogenda . please dont do thisc series do research off your own you are reading a wrong persons books
@GuruRajivD6 күн бұрын
सही कहा आपने.........और सर जी का ज्ञान भी अधूरा है अभी इन्होंने सही किताबें पढ़ना आवश्यक है 😒!!!
@GuruRajivD6 күн бұрын
सर जी एक करेक्शन है....... हनुमान जी एक बंदर नहीं थे बल्कि वो वानर जाती से आते हैं जो हुबहु इंसान जैसी ही है वानर और बंदर में अन्तर है जो कि आप खुद थोड़ा रिसर्च करे और जान ले 🙏 अगर आप हनुमान चालीसा खुलकर स्पष्ठ समझाना चाहते हो तो पहली बात तो बंदर शब्द का प्रयोग कर के वानर जाती का अपमान ना करें बिनती है आपसे...... थोडा डीप ज्ञान लीजिए पहले फिर प्रस्तुत करे वर्ना गलत इतिहास लोगों तक पहुंच जाएगा 🙏कृपया सही किताबों से ज्ञान ले! पढ़ने से पहले वो किताब जिसने लिखी है उसके बारे में एक बार तो जान लीजिए 😮!!!