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आज देश देशांतर में बात करेंगे स्कूल बच्चे और क्रोध प्रबंधन की...असल में इस विषय पर बात करने की वजह है केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड जिसने सभी स्कूलों को अपने ‘क्रोध मुक्त जोन’ शुरू करने को कहा है। जहां शिक्षक, अभिभावक और प्रशासनिक स्टाफ सभी अपने क्रोध पर नियंत्रण करने की कोशिश कर बच्चों के सामने उदाहरण पेश करेंगे और उन्हें ‘क्रोध से आजादी’ का महत्व समझाएंगे। बोर्ड ने कहा, यह छात्रों को मानसिक रूप से सक्रिय और भावनात्मक तौर पर स्वस्थ रहने में मदद करेगा। साथ ही वे घर ऊर्जा और प्रसन्नता के साथ वापस जाएंगे और अगले दिन स्कूल आने के लिए इच्छुक होंगे।सीबीएसई ने सभी स्कूलों को जारी एडवाइजरी में कहा है कि इसे ‘ज्वॉयफुल एजूकेशन एंड होलिस्टिक फिटनेस’ की पहल के तहत शुरू किया जाए। सीबीएसई का कहना है कि ‘क्रोध मुक्त जोन’ में सभी गुस्से पर नियंत्रण का प्रयास करें, चाहे शिक्षक हो, अभिभावक हो या स्कूलकर्मी। बोर्ड का मानना है कि स्कूलों को ‘क्रोध मुक्त जोन’ बनाने से छात्रों में स्किल डेवलपमेंट में मदद मिलेगी। तो आज इस क्रोध मुक्त जोन को समझने की कोशिश करेंगे साथ ही ये भी जानने का प्रयास होगा कि बच्चो को गुस्से से दूर रखा जाना कितना जरूरी है.
Anchor: Ghanshyam Upadhyay
Producer: Sagheer Ahmad
Guest Name: Anurag Tripathi, Secretary, CBSE
Jyoti Gupta, Principal, Delhi Public School, Ghaziabad
Dr. Jitendra Nagpal Psychiatrist & Chairperson, AISCAP