Joshi ji Namaskar Bahut Achchhi jankari sath main Ganesh Guru ke bhi Darshan ho gaye🙏
@girishchandrajoshi9462 ай бұрын
@@VikramSingh-zw7xc नमस्कार शुभकामना शुभाशीष आपके सभी मित्रों को मित्रों आप सभी की राय प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है आगे आप अपने गांव पहाड़ के बारे में जरुर बात कीजिए और हमें अपने गांव समाज और रीति रिवाज परम्पराओं को भूलना नहीं चाहिए इन सबको हमारे पुरखों ने जिया होता है यही हमारी संस्कृति और मूल होता है आप सभी मित्रों का हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं
@deepakpandey78402 ай бұрын
बाखोड़ गोरुक दूध में फैट ज्यादा हूं दूध बाकौल हूं
@geetapandey95982 ай бұрын
Bahut Sundar blog
@kamalupreti10672 ай бұрын
Joshi ji hum aapkay new subscriber hain aap ki terf Mera mumkot hain AAP dsithal ke ultay hath main hain or mera mumkote sedhay hath main AAP humko es bath ki knowledge do uttrakhand ka pandit meet ku khatha hain
@girishchandrajoshi9462 ай бұрын
@@kamalupreti1067 मित्र बर नमस्कार अगर इसका जवाब ब्लॉग के माध्यम से देना मुझे काफी सोच-विचार करना पड़ेगा यहां सभी लोग लगभग दक्षिण भारत या अन्य जगहों से आये यह हिमालय ग्लेशियर रहा है यहां की जनजातियां के हिसाब से भी प्राप्त पड़ा होगा और राजे रजवाड़े और कुछ देवी देवताओं को मनाने आदि तरीकों के कारण भी रहा होगा लेकिन पंडित समाज या अन्य समाज में भी यह नियमित रूप से नहीं रहा है जाड़ों की ऋतु या देवी देवताओं को मनाने आदि के रूप में खाया जाता रहा है और कुछ ब्राह्मण समाज तों इससे बिल्कुल अछूता रहता था हांलांकि आज बहुत कम ऐसा रहा आज हिमालयी का मौसम अब गर्म हो रहा है हमारे गांव जजुट उप्राडा मैं शरम पन्त लोग लहसुन प्याज का प्रयोग भी नहीं करते थे अब शहरों में पता नहीं क्या करते हैं इस विषय में कभी भेंट वार्ता ब्लॉग जरूर बनाउंगा नमस्कार धन्यवाद आगे भी राय प्रतिक्रिया व्यक्त कीजियेगा शुभकामनाएं
@DeepaAwasthi-d4q2 ай бұрын
सुंदर दृश्य
@Anandsingh-jz9mu2 ай бұрын
🙏🙏🌹👍👍 बहुत तरह की जानकारी एक साथ मिल जाती है 🙏🙏 धन्यवाद शुभकामनाएं
@ramchandrakothari97052 ай бұрын
Nice vlog
@neetabhandari7582 ай бұрын
आप सभी परिवार वालों को सादर प्रणाम 🎉🎉
@Shakuntlabisht-b2t2 ай бұрын
❤❤❤❤❤
@yasodadhami81322 ай бұрын
जोशी जी परिवार व आमा को सादणाम यशोदा धामी कीऔर से पंडित जी तुलसी जी को रास्तेमें पूजा नहीं करते हैं आंगन में पूजा जाता है यह भी तो देवी मां ही है जो पैरों की धूल जाती हैरास्ते में
@pushpajoshi64392 ай бұрын
Esa kuch nahi hai maa to maa hoti hai ye dharti bhi maa hoti h ye kya nhi sahan nahi Karti