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@sachdev41022 жыл бұрын
Thanks
@RajendraKumar-oz5sb8 ай бұрын
Har. Har. Mahadev. Ji
@GarimaShukla-y3r Жыл бұрын
Thanks sir bhut achha video h h sir aj TK nhi aya kisi ka
@bodaram2 жыл бұрын
बहुत हैरान करने वाला ज्ञान दिया गुरु जी, आजकल यू टयूब पर पहले किसी ने ऐसा नही बताया 🙏🙏🙏🙏
@mukeshrathor32022 жыл бұрын
🙏 प्रणाम गुरुदेव आपने हमको बहुत सुंदर तरीके से समझाया हमें ध्यान करने में बहुत आसानी होती है आपको बारंबार प्रणाम 🙏
@PunitSurolia8 ай бұрын
Hari Om 🌹💐♥️🙏
@VijayKumar-nh5wl2 жыл бұрын
Jo gyan aaj aapne mujhe diya hai, iske liye aapke charno ko sparsh karta hu guru ji, kirpya apna aashirvad mujhe de 🙏🙏🙏🙏🙏
@riteshvlogger59502 жыл бұрын
आप नही जानते, की इस वीडियो से मेरे कितने संदेह दूर हो गये, बहुत खुश हु मै अब, आर आपका आभारी हु 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@surinderkaurkaur7446 Жыл бұрын
V nice ji baut vdya gyian dia thanks
@prabhatkiaur Жыл бұрын
एक ही दिन मे मैं 20 videos देख चुकी हूँ.they are so wonderful quenching the thirst of a sincere seeker Pranaam guruji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@dwarkaprasad10352 жыл бұрын
अति उत्तम अति उत्तम जानकारी दी है आपने गुरुदेव।आपके श्री चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम स्वीकार हो गुरु जी
@mayathapa235 Жыл бұрын
Thank u for the detailed info❤❤❤❤
@vidyaghadi8176 Жыл бұрын
कोटी कोटी प्रणाम गुरुदेव ,बहुत अच्छे से इन्फॉर्मशन दि आपने ...
@sunitakharatmal Жыл бұрын
Beautiful n knowledge impart to Meditators. Thanks for making this video.
@धनुर्धर2 жыл бұрын
बहुत ही सुंदर ढंग से आप समझाए गुरुदेव इसलिए शत-शत नमन
@sunitadeb30562 жыл бұрын
Wonderful Wisdom 🙏🙏🙏🙏
@ushanair22662 жыл бұрын
Namaskar sir Aap bhut acchi jankari dete hai muje prakas ke baat batakar aap ne sare prashno ko sulza diya hár Mahadev ji koti koti pranam 🕉️🌟🙏🙏🙏🕉️
@kailasahire1834 ай бұрын
👌👍👍🙏🙏
@PankajKumar-sh5lk Жыл бұрын
Love your voice and video ❤
@MohanLal-yw7ll2 жыл бұрын
Guru Ji Jo aap ne mujhe yah jankari de aap ko koti koti pranam
@mediafast26202 жыл бұрын
ओम शांति 💐
@srkukde62942 жыл бұрын
धन्यवाद गुरु देव प्रणाम आपने बहुत सुंदर समझाया पहली बार सुना
@mariaserrao52522 жыл бұрын
Thank You Guruji 🙏
@k.c.deomurari27522 жыл бұрын
Clear
@sachdev41022 жыл бұрын
Well explain about parkash thank
@vodaphone11322 жыл бұрын
दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@NavjotSingh-gs3qi2 жыл бұрын
Pranam ji ❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏
@vinantipatil94672 жыл бұрын
Thank you so much Sir ji, very nice information about prakash.subaha jab mai Surya dev ko jal aarpit karti hu tab,Tulsi pooja karti hu tab aur pooja stan par yellow prakash dekhaee deta hai bahot dino se.Thanks a lot 🙏🌹🙏♥️
@RajeshTiwari-mv8yc2 жыл бұрын
Om namo narayn ji
@anitaverma-gp9jr2 жыл бұрын
Thank you guruji mai bhot dar gai thi iss Parkash se
@AjayThakur-mt7cv2 жыл бұрын
Dhanyabad cleared so many doubts
@sahilkumarkhatri40792 жыл бұрын
Hari Om guru ji
@damarubhandari72532 жыл бұрын
Thanks for it!!
@mayakanwar85512 жыл бұрын
गुरुदेव जी आपके बहुत आभार है आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम दंडवत करते हैं हम से कोई त्रुटि हो तो मैं क्षमा कीजिए हमें इसी तरह अच्छे वीडियो वीडियो दिखाते रहिए हम आपके वीडियो बहुत पसंद करते हैं और आप के वीडियो से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है बहुत ज्ञान प्राप्त होता हमें गुरुदेव जी हमें और हमें किसी रोशनी सहन नहीं होती हैं आंखों से ही क्यों होता है और कितनी देर तक पर prka दिखाई देता है सूriya kaका भी लाइट का bhi और गुरुदेव जी सांस ध्यान करते हैं तो सांसे तेज हो जाती है ऐसा क्यों होता है बोलते हो जी आप हमें मार्गदर्शन दीजिए 🙏🙏 गुरुदेव जी हमें रात को नींद नहीं आती है ऐसा लगता है कि पूरी रात हम जागते हैं सपने दिमाग चलता रहता है हम सो जाते हैं फिर esha lgta ham तुम सोए नहीं
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
जब हमारी चेतना विकसित होने लगती है तो हमारे शरीर के अवयव सम्वेदनशील होने लगते है जिससे तेज आवाज या तेज प्रकाश आदि हमे थोड़ा इरिटेट करने लगते है अतः ऐसा होना समान्य है। जब हम किसी भी शारीरिक अंग या प्रक्रिया पर अपना ध्यान केंद्रित करेगे तो शरीर का वह अंग अटेंशन मिलने के कारण अपनी कार्य प्रणाली को त्रिव कर देता है, इसीलिए आपकी साँस तेज हो जाती हैं, अतः ऐसा होना भी समान्य है। रात को सही प्रकार से नींद नहीं आना दर्शाता है की किसी जगह ऊर्जा संतुलित नहीं है, इसके लिए आप सब प्रकार की चिंता या तनाव आदि छोड़ दे, खूब शारीरिक मेहनत करे, रात्रि को सोने से पहले बिंदु त्राटक व अनुलोम विलोम प्राणयाम का अभ्यास करे। और आपने इतनी जो मेरी प्रशंसा की है उसके लिए मैं दिल से आपका आभारी हू।
@mayakanwar85512 жыл бұрын
Aapka sa धन्यवाद गुरुदेव जी ☺️🙏🙏
@kamaljitpurewal9362 жыл бұрын
🙏🙏
@oficial_sj_vlogs2 жыл бұрын
प्रणाम सर। आपने बहुत अच्छा ज्ञान दिय। कृपया आप अपने शुरू से अब तक के अनुभव के बारे में वीडियो बनाये । मैं जानना चाहता हूँ के आपको कौन कौन से अनुभव हुए हैं और आपके कितने चक्र जागृत हो गए है। मुझे नहीं पता आपसे आपके अनुभवों के बारे में आपसे पूछना सही है या गलत इसके बारे में पूर्णतय बताये । धन्यवाद
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
Ok, I will try
@lifeisstatus71762 жыл бұрын
एक विडीओ ऐसी भी बनाओ जिससे हमें यह पता चलें के हमारे । एक chakras खुलने पे दूसरा chakras कैसे खोले ,,, जैसे हमने मुलधर् पर ध्यान लगाया वोह उठ कर दूसरे चकर पे चला गया उसके बाद हमें कहा ध्यान लगाना है ,,दूसरे चकर पे ध्यान लगाए या फिर वोह अपने आप ही ऊपर उठता चला जाएगा ,,किर्पया कर के इस पे विडीओ बनाओ स्वामी विवेकानंद जी की क्या राय थी इसपे । धन्यबाद 🪐
@rachitnigam9568 Жыл бұрын
🙏Kya negative Shakti bhi Prakash dikhaa deti hai sadhak ko.....
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
Jab postive energy apna effect dikhati hai toh woh mostly bright white light me reflect hoti hai or yadi negative energy apna effect dikhayegi toh woh black ya dull colour me aksar apna reflexation deti hai
@tarunkumarsahu8068 Жыл бұрын
App kabhi radha swami dere gaye ho ji
@Eren656152 жыл бұрын
Mujhe dhyan m lights dikhte h zig Zag krte hue
@akashubhe52982 жыл бұрын
Namaskar guruji , muze dhyan karte samay golden color ki ring dikhti hai jo Ki jarasi moti hai , vo ring ya fir ek cave ki tarah dikhti hai aur usme se color bich me akar matlab uss cave ke bich me akar vo blue color me badal jata hai , aur aisa hi chalta rehta hai , kabhi kabhi bich me 2 secs ke liye white color akar firse jata hai aur vo cave dikhni start hoti hai aur usme blue color dikhta hai.
@Neshachavan55555 ай бұрын
Guruji mujhe phele din se dikne lagi Mujhe 🌈 colour dikhai de rahi hai
@GarimaShukla-y3r Жыл бұрын
Prkash k baad kya dikhta h
@jayshreesarwade51812 жыл бұрын
Thank you sir for your valuable guidance. Muze dhyan ke samay rid ki haddi mey vibration hota hai lekin uske baad body itching ho rahi hai . Sir please guide me 🙏🙏🙏
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे भौतिक शरीर के बाद हमारे अंदर एक और शरीर है जिसे सूक्ष्म शरीर कहते है, य़ह सूक्ष्म शरीर ऊर्जा तरंगों से निर्मित है। हम सब के अंदर ये प्राण ऊर्जा से बना शरीर मौजूद है लेकिन हम कम ही इसको महसूस कर पाते है लेकिन साधना के दौरान य़ह शरीर विकसित होने लगता है जिस कारण हमें तरंगे,सनसनाहट, वाइब्रेशन महसुस होने लगती है। आपको वही वाइब्रेशन अपनी रीड की हड्डी मे महसूस हो रही हैं, य़ह एक अच्छी बात है। इस प्रकार की वाइब्रेशन या दर्द आदि शारिरिक कारणों से भी हो सकती है और सूक्ष्म शरीर के उस हिस्से मे वायु के फसने या ऊर्जा के ब्लॉक हो जाने से भी हो सकती है अथवा चक्र जागृति के कारण उर्ज़ा के उर्ध्व्गामी होते समय भी ऐसा हो सकता है । कारण जो भी हो, वैसे तो अधिकतर उर्ज़ा अपने आप ही अपना मार्ग बना लेती है, हमे कुछ करने की आवश्कता नही पड़ती किंतु यदि आपको तकलीफ़ है तो आप इसके लिये निम्न विधी का प्रयोग भी करे सकते है। आप जब भी ध्यान मे बैठे तो थोड़ी देर के लिये अपना पुरा ध्यान वाइब्रेशन वाली जगह पर लेकर आये और भाव करे की आपकी हर अंदर जाती सांस के साथ आपकी शरीर की ऊर्जा सफेद प्रकाश के रूप मे वाइब्रेशन वाले स्थान पर एकत्रित हो रही है और हर बाहर जाती सांस के साथ यह ऊर्जा उस ब्लाक को खोल रही है, जिस समय सांस बाहर निकले ठीक उसी समय अपने मन की आँखो से व्याधि को काले धुएं के रूप मे वाष्पीभूत होता हुआ देखे । जब इस प्रकार आप अपना ध्यान सम्बंधित स्थान पर एकाग्र करेगे तो उपचार करने वाली ऊर्जा स्थान को रिफ्रेश कर देगी और आपकी रीड की हड्डी पर होने वाली वाइब्रेशन और शरीर मे होने वाली खुजली शांत हो जायेगी।
@rajeev61492 жыл бұрын
Roz 1 ghanta bas beith ke dekho. Jisko bhi maano. Dukh Dard kam honge aur aap humanity moksha ke sakshi banenge.
@mamtasharma62732 жыл бұрын
Maharaj ji Mamta Sharma Ho Bhiwadi Rajasthan se Maharaj ji Maine apni ek samay se pahle bhi aapse share tabiyat ko lekar hai bahut sari pareshani I thi uske bare mein main aapko pahle bataya hai ab fir se mujhe vahi samasya shuru ho gai hai is samasya ka aane ka Karan yah hai ki mere husband shantikunj Haridwar se Jag ki buti leke aaye the usmein se thodi si babuti Apne mukhya mein uske bad se Mera man bada hi Bechain aur asantulit Ho Raha hai bukhar se banaa rahata hai aage tabiyat ko theek rakhne ke liye mujhe kya Karna chahie please please mujhe aap apna Idea kyunki mujhe ab ine dinon aaj se do din ho gaye hain mere ko nind nahin I hai man mein bada hi bhej order Laga rahata hai aap iska Samadhan bataen mujhe aapki ATI kripa hogi
@mamtasharma62732 жыл бұрын
Aap ne mere sawal ka jabab nhi diya hai Maharaj 🙏🙏💐💐
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
मन मे बेचैनी, बुखार और नींद ना आने के शारीरिक लक्षण तब प्रकट होते हैं जब हमारी प्राण ऊर्जा किसी कारण से अस्त व्यस्त हो गई हो अथवा इसकी मात्रा शरीर मे एकदम से कम हो गई हो, अतः आपको चाहिए की आप अपनी प्राण ऊर्जा को संतुलित करके उसकी वृद्धि करे। यदि आपको किसी प्रकार का मानसिक या भावनात्मक तनाव या चिंता है तो उस तनाव को दूर करे क्युकी चिंता के कारण ही प्राण ऊर्जा एकदम से डाउन हो जाती हैं, अतः अपने आप को किसी प्रकार की नकरात्मक विचारधारा से ना जोड़े और सकरात्मक बने रहे और मन मे हिम्मत व होंसला बनाय रखे। जब आपका बुखार आदि ठीक हो जाये तो हर रोज अनुलोम विलोम प्राणयाम तथा ओम का जाप करे, इससे आपको लाभ होगा।
@maheshkumar40342 жыл бұрын
गुरुजी कोटि-कोटि प्रणाम, क्या कुंडलिनी जागृत वाले ध्यानी व्यक्ति को, नकारात्मक ऊर्जा अक्सर परेशान करती है, शरीर गर्म होने लगता है,जब नकारात्मक ऊर्जा, रात्रि में शरीर में आती है, कृपया इससे बचने के उपाय भी बताए, मैं वर्षों से ध्यान कर रहा हूं और कुंडलिनी शक्ति, पूरे शरीर में सिर तक अच्छी तरह से घूमती है, बहुत दर्द और पीड़ा भी सही है अत्याधिक खुजली भी सही है
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
कुछ व्यक्तियो को अपनी साधना के दौरान अथवा अपने समान्य जीवन के दौरान कुछ नकरात्मक अनुभुतिया भी हो सकती है जैसे किसी अप्रिय नकरात्मक ऊर्जा के द्वारा सताया जाना, जिसे कुछ लोग प्रेत बाधा, साया, ओपरा आदि भी कह देते है । अथवा कुछ वयक्तियो को क्रोध, अति कामुकता, भय, विभ्रम, संदेह, अति विचार सक्रियता, असुरक्षा, चिंता, शारिरिक रोग व यहा तक की यदि स्थिति को सम्भाला ना जाये तो समाजिक व आर्थिक असफलता के रूप मे भी यह नकरात्मक्ता प्रवेश कर जाती है । इसका कारण हम स्वयं ही होते है । हमारी अज्ञानता, हमारी लापरवाही व हमारे होश की कमी के कारण से ही हम अपने लिये ऐसी स्थिति पैदा कर लेते है जिससे नकरात्मक उर्जाये हमारी और आकर्षित होने लग जाती है । किंतु यदि हम सावधान रहे तो ऐसी स्थिति से बचा जा सकता है अथवा इस से बाहर निकला जा सकता है । अगर आपको लगता है की आप ऐसी स्थिति मे है या आप इस स्थिति से बाहर निकलना चाहते है तो निम्न बातों का ध्यान रखे :- ऐसे मे आप भय ना करे, क्युकि जितना व्यक्ति भयभीत होगा उतना उसका आभामंडल कमजोर हो जाता है और उतनी आसानी से कोई भी नकरात्मक शक्ती उस व्यक्ति पर बुरा प्रभाव ड़ाल सकती है किंतु यदि आप भय को दूर हटाकर साहस से डटे रहेगे तो आपकी सकरात्मकता के कारण आपका कोई कुछ नही बिगाड़ पायेगा अतः होसला रखे । साधना के दौरान हमारे पास अच्छी शक्तिया भी आ सकती है और बुरी भी, यह हम पर निर्भर करता है । यदि हमारी ऊर्जा और हमारा आभा मंडल शुद्ध ओर सकरात्मक है तो शुभ शक्तिया हमारी और आकर्षित होगी और हमे आशीर्वाद देगी । किन्तु यदि हमारी उर्जा नकरात्मक व दूषित है तो अशुभ शक्तिया हमारी और आकर्षित होगी और हम पर अपना नियन्त्रण करने की कोशिश करेगी या ऐसी अशुभ शक्तिया अपनी अधुरी इच्छायें हमारे शरीर से पूरी करने की कोशिश करेगी । आप को यदि कभी ऐसा अनुभव हो तो आप बिना उस शक्ती को अपना ध्यान दिये अपने कर्म मे या अपनी साधना मे मगन रहे, तटस्थ भाव से उस उर्जा को देखे ओर उसमे लिप्त ना हो और ना ही कोई प्रतिक्रिया करे । आपके रस ना लेने के कारण वह शक्ती जैसे आई थी वैसे ही अपने आप चली जायेगी । इसके इलावा अपने आभामंडल को अपनी साधना से योग से प्राणायाम से मजबूत बनाये । हमेशा जिस वातावरण मे आप साधना करे उस वातावरण को हमेशा शुद्ध, सात्विक बनाये रखे । स्वयं को हमेशा परमात्मा को समर्पित कर के रखे । अहं भाव का त्याग कर हृदय मे प्रेम भावना जाग्रत रखे । अपने तन व मन को शक्तिशाली व मजबूत रखने के लिये हर रोज शारिरिक व्यायाम एक्सरसाइज व प्राणायाम आदि करे ।क्युकी जब आपकी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी तो कोई नकरात्मक उर्जा इसको भेद नही पायेगी ।अपने विचारों व भावनाओं को सकरात्मक व उत्साहपूर्वक रखे, क्युकी यदि आपके विचारों मे नकरात्मक्ता होगी तो कोई भी बुरी शक्ती बहुत आसानी से आप पर हमला कर देगी किन्तु यदि आप के विचार सकरात्मक होगे तो बुरी उर्जा आपको छू नही पायेगी । अपने आहार मे तामसिक चीजें व मासाहार व मदिरा आदि का त्याग कर दे और सब से बड़ी व सब से प्रभावी बात की नित्यप्रति ध्यान जारी रखे, क्युकी ध्यान का अभ्यास करने से हमारे चारो और एक ऐसा अदृश्य औरा या चक्र बन जाता है जिसे भेदकर कोई काली उर्जा अंदर नही आ सकती । नकरात्मक उर्जा से सुरक्षा के लिये विधि : सुरक्षा कवच ध्यान जब भी आप ध्यान का आरंभ या समापन करे तब थोड़ी देर के लिये अपने ईष्ट से प्राथ्ना करे की आपके चारों और एक सुरक्षात्मक आभामंडल बन जाये जो हमेशा आपकी बाहरी नकरात्मक्ताओ से आपकी रक्षा करे । आप जब भी ऐसे प्राथन करे तब अपनी भावशक्ती से ऐसा ही चित्रण अपने मन की आँखो से अपने चारों और एक चमकीले सफेद वलय के रूप मे देखे भी । आपकी श्रदा से, आपके विश्वास से, आपके तप बल से आपका सुरक्षा चक्र ऐसे आकर ले लेगा व हमेशा आपकी रक्षा करता करेगा । इस प्रकार उपरोक्त विभिन्न बातों का ध्यान रखते हुए यदि आप अपने आप को मजबूत बना कर रखेगे तो कोई नकरात्मक शक्ती आपको कोई बाधा नही दे पायेगी और आप अपने पथ पर बिना रूके आगे बढ़ते रहेगे ।
@pknewknowledge66292 жыл бұрын
Pranam gurudev Gurudev kya meditation karne yaani atm gyan ko paane wale person ko मास मछली या मासाहार का सेवन नही करना चाहिए,
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
नहीं करना चाहिए ।
@pknewknowledge66292 жыл бұрын
Aapka bahut bahut dhanyavad guru g
@raginisaxena25652 жыл бұрын
I see golden colour quite often .the golden flower. what does it mean ?
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
It means that you are progressing in your spiritual Journey and your awareness is going to be increased, its a postive sign
@pvs29892 жыл бұрын
Bahut Dino se meditation Kar rha hu per Prakash toh NHI dikhai Diya. Per man shan't jarur ho jata hai. Aur lekin pair sun ho jate hai jis wajah se baitha NHI jata ...margdarshan kare....
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
ध्यान के अभ्यास के दौरान पैर या शरीर के सुन्न होने के कई कारण हो सकते है । पहला कारण शारीरिक होता है जिसमे लगातार बैठे रहने के कारण व दबाव पडने के कारण और शरीर मे हलन चलन ना होने के कारण रक्त संचार बाधित हो जाता है और शरीर सुन्न होने लगता है व दर्द करने लगता है । यह एक आम व समान्य समस्या है और समय के साथ साथ यह ठीक भी हो जाती है । दुसरा कारण, जब हम ध्यान मे दिर्ध अवधि के लिये स्थिर होकर बैठते है तो शरीर का परानुकम्पी तंत्र सक्रिय हो जाता है जिससे शरीर मे आक्सीजन की मात्रा सिमित होकर हृदय गति व श्वास गति धीमी पडने लगती है, परिणाम स्वरूप स्थूल शरीर की चेतना सिमटने लगती है और सूक्ष्म शरीर की चेतना विकसित होने लगती है, जिसके परिणामस्वरूप हमको स्थूल शरीर मे संवेदनहिनता का अहसास होने लगता है, किंतु यह एक शुभ लक्षण है । तीसरा कारण, व्यक्ति का ध्यान की उच्चतम अवस्था मे पहुंच जाना है, जहां पंहुच कर व्यक्ति को देह भान खोने लगता है । लेकिन यह भी शुभ लक्षण है और ऐसा होने पर विचलित नही होना चाहिये और इसका स्वागत करना चाहिए । ध्यान मे बैठने के दौरान पैरों का या टाँगो का सो जाना या सुन्न हो जाना या दर्द करना एक समान्य समस्या है । इससे बचने के लिये बेहतर होगा की आप बैठने से पहले शरीर को विभिन एक्सरसाइज़ के द्वारा थोड़ा गर्म कर ले ताकि शरीर मे रक्त का संचार बेहतर हो जाये । वैसे तो बेहतर होता है की आप ध्यान मे अधिक से अधिक समय तक बिना हिले डुले ही बैठे, ताकी एकाग्रता भंग ना हो किंतु आपको जबर्दस्ती भी नही बैठना है इसलिये जब पैर सोने लगे तो आप टाँगे सामने की और सीधी करके बैठ जाये और कमर सीधी रखे, यदि कमर भी दुखने लगे तो दीवार का सहारा लेकर बैठ जाये, या कुर्सी पर भी बैठ सकते है । इस तरह शरीर की स्थिति को बदल बदल कर अपने को व्यवस्थित करते रहे । धीरे धीरे शरीर अपने आप बिना हिले डूले बैठने की अपनी श्रमता को बढ़ाता रहेगा ।
@pvs2989 Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 thank you ji
@srishtidas20792 жыл бұрын
Mujhe dhyan karte time purple color(violet color) dikahi deta hai kyu pls bate
@shegurumaharajajibaiji29372 жыл бұрын
Kai baar mujhe din main khuli ankho se blue colour ka Sitara dikhta h 1secend ke liy phir gum hojata h kbhi bhi najar aajata h mujhe smjh nhi aata kya h woh plzzz aap mera marag darshan kijiye
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
इसका मतलब आपकी छठी इंद्री सम्वेदनशील है, जब जब आपकी Sixth sense गति करती हैं तो उस समय नीला रंग या नीले रंग की कोई आकृति या सितारा आदि दिखना अक्सर होता है, य़ह एक शुभ लक्षण है।
@limcagupta99682 жыл бұрын
Guru ji aaj Mera dhayan mại hath bahut bhaari feel hua jaise ek Dùm se hath ka weight Bhad gya ho or body mai garmi b iska kya matlab hai
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
ध्यान के दौरान शरीर के किसी अंग का भारी हो जाने का मतलब है की वहा पर प्राण ऊर्जा बहुत बढ़ गई है और गर्मी के पैदा होने का भी यही मतलब है, हमारी बॉडी की इनर्जी एक प्रकार की इलेक्ट्रिसिटी ही है इसीलिए हमे वह गर्म महसूस होती है। ध्यान के दौरान हमारी प्राण ऊर्जा की गतिशीलता बढ़ जाती हैं और शरीर के उन सब स्थानो मे जाती है जहा उसकी अधिक जरूरत होती हैं, आपकी प्राण ऊर्जा भी शरीर मे गति कर रहीं हैं और आपको भारीपन और गर्मी के रूप मे महसूस हो रही है, ऐसा होना अच्छी बात है।
@sanjuktasunyani68162 жыл бұрын
Pranam Guru ji, mai pichhle ek mahine se nirantar dhyan abhyas kar rahi hnu... Mujhe begani colour mere ankhoke andar dikhayi dete hain.. Par jab v din main light off karke adhere mai dhyan karti hnu koi colour nhi dikhta... Aisa kyun? Jabse dhyan suru kiya hai sapne main bhoot ,preet, atma dikhne laga hai mujhe dar lag raha hai. Eske elawa dhwan ke doran mere mathe par tej dard hota hai sir main itna khichao hota hai jaise mai pagal ho jaungi... Kripiya marg darshan karen...
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
आपको ध्यान के दौरान बेगनी या जामुनी रंग यदि दिख रहा है तो इसका अर्थ है की आपका आज्ञा चक्र जोकि आपके मस्तक पर स्थित है उसमे सक्रियता आ रही है। य़ह आवश्यक नहीं है की यदि आपको कोई विशेष रंग यदि दिख रहा है तो वह हर समय दिखाई दे, कभी दिखाई दे सकता है तो कभी नहीं भी दिख सकता। यदि आपको स्वप्न मे भूत प्रेत या आत्मायें आदि दिखने लगी है तो आप घबराए मत, इसका इतना ही अर्थ है की आपका अवचेतन मन खुल रहा है और आप पहले से ज्यादा सम्वेदनशील हो रहीं हैं जिससे कुछ नकरात्मक ऊर्जा आपकी और आकर्षित हो रहीं हैं, इन नकरात्मक ऊर्जा को अपने से दूर रखने के लिए सुरक्षा कवच ध्यान करे :- नकरात्मक उर्जा से सुरक्षा के लिये विधि : सुरक्षा कवच ध्यान जब भी आप ध्यान का आरंभ या समापन करे तब थोड़ी देर के लिये अपने ईष्ट से प्राथ्ना करे की आपके चारों और एक सुरक्षात्मक आभामंडल बन जाये जो हमेशा आपकी बाहरी नकरात्मक्ताओ से आपकी रक्षा करे । आप जब भी ऐसे प्राथन करे तब अपनी भावशक्ती से ऐसा ही चित्रण अपने मन की आँखो से अपने चारों और एक चमकीले सफेद वलय के रूप मे देखे भी । आपकी श्रदा से, आपके विश्वास से, आपके तप बल से आपका सुरक्षा चक्र ऐसे आकर ले लेगा व हमेशा आपकी रक्षा करता करेगा । इसके अलावा आपको माथे पर जो खिंचाव या दर्द हो रहा है उसकी चिंता ना करे, इसे होने दे, और इस कारण से अपना ध्यान का अभ्यास बंद ना करे, समयानुसार जब ऊर्जा संतुलित होगी तो अपने आप य़ह खिंचाव सामान्य हो जाएगा, बस फिलहाल इतना ध्यान रखे की अभ्यास के समय अपने आज्ञा चक्र पर अति की एकाग्रता ना करके सहज रूप से व विश्रांति के साथ ध्यान लगाये। और ध्यान के समय अपने सिर और माथे को विश्राम पूर्वक अवस्था मे रखे, नसों को ज्यादा खींचे मत। इस स्थान पर खिंचाव महसूस होता है, ये खिंचाव वस्तुतः चक्र में गति के प्रारम्भ होने के कारण होता है जोकि एक सामान्य और शुभ संकेत है, इस खिंचाव में चक्र की सघनता के अनुपात से ही खिंचाव में तेजी और गिरावट आती रहती है, य़ह खिंचाव मात्र एक शुरुआती लक्षण है इस बात का की चक्र गति ले रहा है, जैसे जैसे साधना सघन होगी वैसे वैसे इस खिंचाव का स्थूल शरीर से प्रभाव लुप्त हो जाएगा और सूक्ष्म शरीर में यही खिंचाव सहज व विश्रांतदाई स्थिरता का रूप ले लेगा तब बाहरी शरीर पर इसकी इतनी प्रतीति नहीं होती लेकिन आरंभ में तो खूब होगी और होनी भी चाहिए क्योंकि य़ह एक शुभ लक्षण है।
@ksmhzrk427411 ай бұрын
Pranam Gurudev. Mei aapko batana chahti hu ki dhyan karne ke ek mahina bad hi mujhe prakas dikhai dene laga . ankho ki cide se. Doctor ko dikhaya kohi mujhe ankho ki bimari to nehi ho gayee . Lakin Doctor ne btaya koyee bimar ya dos nehi hein. Tobhi dhyan ke bina bhi lights dikhai dene laga . Kripaya mujhe bataye aisa kyu ho raha hein.
@jitendragvalani19655 ай бұрын
Aap kese dhyan karte hai muje bhi prakash dekhna hai
@preetk96152 жыл бұрын
Kripa kar ke aap mujhe batayenge ki jab bhi main dhyan karti hun mere andar ki body aise lagta hai jaise bahut tej se gol gol ghumne lag gayi hai phir mera dhyan uspe lag jata hai or Mera dhyan Tut jata hai
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
यदि ध्यान के दौरान सिर या गर्दन गोल गोल घूमने लगे तो इसका मतलब है की ध्यान के अभ्यास के प्रभाव की वजह से सिर में ऊर्जा की मात्रा बढ़ गई हैं, उस दौरान सिर नहीं गोल गोल घूमता है, वास्तव मे सिर के भीतर उर्जा घूमती है। इसका य़ह भी मतलब है की आपकी एकाग्रता के कारण ऊर्जा मस्तिष्क में आ तो गई लेकिन अभी वह स्थाई रूप से ज़ज्ब नहीं हो पाई है, इसी कारण से वह वर्तुलाकार गति करने लगती है, लेकिन समयानुसार धीरे-धीरे जब ऊर्जा समाहित होने लग जायेगी तो ऐसा होना बंद हो जाएगा। य़ह एक सकरात्मक लक्ष्ण है अतः आप चिंता ना करे और अभ्यास जारी रखे। किन्तु यदि आपको लगे की आप सम्भाल नहीं पा रहे है तो ऊर्जा के अतिरेक को संतुलित करने के लिए कुछ दिन अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास करे ।
@preetk96152 жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 dhyanvad jankari dene ke liye
@treenurserytips1942 Жыл бұрын
Mujhe prakas roj hi dikhta hai pr meri 1problm h vo q ni dur ho rhi h ..mujhe btaiye
@jitendragvalani19655 ай бұрын
Aap kis vidhi se dhyan Karte hai muje bhi prakash dekhna hai
@rajeshbalal76702 жыл бұрын
Guru ji Mujko 15 day huwa dhayn kartay huya man pagal jesh hota hai Or Sar pay Bhary bhary sha lagta hai
@rajeshbalal76702 жыл бұрын
Aasha kisliya hora hai batanay ki kirpa karay parvhu
@rajeshbalal76702 жыл бұрын
Dhayn me mujko Soyam Bhagwan dekhai deta ha or mera man ghum Outh ta hai Aash kiu is ka kaya matlab hota hay Bata nai ki kirpa karna parvhu
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
क्युकी अभी आपको ध्यान करते हुए 15 दिन ही हुए हैं, मतलब अभी आपकी शुरुआत ही है, इसलिए अभी आपकी शुरुआती मन की सफाई की प्रक्रिया चल रहीं हैं, आपके अवचेतन मन मे जो कचरा पड़ा है उसे बाहर निकाला जा रहा है, जैसे किसी भी शुभ कार्य से पहले स्थान की शुद्धि की जाती हैं, ठीक इसी प्रकार ध्यान की शुरुआत में भी हमारी प्राण ऊर्जा पहले मन की सफाई करती हैं, यही कारण है की आपको पागलपन जैसा लग रहा है और सिर भारी भारी लग रहा है क्योंकि आपके मस्तिष्क मे ऊर्जा बढ़ चुकी है और अपना काम कर रही हैं, लेकिन आप चिंता ना करे, जल्द ही जब शुद्धि पूरी हो जायेगी तो आपकी य़ह समस्या खत्म हो जायेगी। आप अपना ध्यान जारी रखे, बस इतना ख्याल रखे की ध्यान के समय अपनी चेहरे की मांसपेशियों को ढीला छोडकर रखे और अत्यधिक एकाग्रता ना करे बल्कि ध्यान के समय अपना सिर और चेहरा ढीला छोडकर रखे।
@rajeshbalal76702 жыл бұрын
Parvhu Dhanay wad Aapka koti koti Naman
@prahaladdasneema50722 жыл бұрын
अति सुन्दर ढंग से सरल शब्दों में अच्छी तरह से सही जानकारी दी है। आपको कोटि कोटि प्रणाम।👋
@vibhamishra56442 жыл бұрын
गुरु जी मेरे बच्चे अभी छोटे छोटे हैं और मैं वर्किंग वूमेन भीहूं तो बीच-बीच में 2 दिन या 3 दिन का भी गैप हो जाता है.ध्यान में कभी सुबह हो पाता है कभी शाम को हो पाता है गुरु जी आपसे एक प्रश्न है चरणों में वंदन करते हुए कि.क्या मैं कभी ध्यान को प्राप्त हो पाऊंगी🙏🏻 और गुरु जी मैंने आपके वीडियो से ही ध्यान करना शुरू किया है प्लीज मेरा मार्गदर्शन कीजिए लगभग 2 माह हो चुका है ध्यान करते हुए
@vibhamishra56442 жыл бұрын
जब ध्यान करके उठते हैं तो लगता है सपना से उठे हैं कुछ याद नहीं रहता बहुत कुछ चलता दिमाग me.पर याद ही नहीं रहता कि क्या kya चल रहा था🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
आपने क्युकी अभी ध्यान की शुरुआत ही की है इसलिए बेहतर होगा की अभी आप लगातार और नियमित रूप से, बिना गैप के ध्यान करे और यदि मजबूरी मे गैप हो भी जाता है तो जैसे सुबह यदि छूट जाये तो उसी दिन शाम को कर ले अथवा जिस दिन ध्यान छूट जाये तो अगले दिन दुगने समय तक ध्यान करे, एकबार जब ध्यान थोड़ा जम जाये तो फिर यदि बीच बीच मे छूट भी जाये तो कोई बात नहीं, लेकिन अभी आपकी शुरुआत है तो इसलिए जितना हो सके ध्यान को नियमित रूप से करने की कोशिश करे। और आप अपने ऊपर भरोसा रखे, यदि आपके मन मे स्वयं को जानने की ललक है, और आपका ध्यान मे इंट्रेस्ट है तो आप जरूर ध्यान मे सफल होगी, बस आप हिम्मत ना हारे और लगे रहे।
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
क्युकी ध्यान के समय हमारे मन की स्थिति अलग हो जाती है यानि शांत हो जाती है, इसलिए ध्यान से उठने के बाद आपको स्वप्न जैसा लगता है, और दूसरी बात की ध्यान के समय क्या दिमाग मे चल रहा था उसे याद करने की कोई आवश्यकता नहीं है, यदि कुछ याद रखने की आवश्यकता होगी तो चेतना खुद ब खुद आपको याद दिला देगी, आपको प्रयास करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, अतः आप शांत भाव से ध्यान करते रहे।
@vibhamishra56442 жыл бұрын
बहुत धन्यवाद गुरु जी, चरण वंदन 🙏🏻
@priya-ej7nq2 жыл бұрын
Muje b akh ban kru to starts dikhte h chote chote kya matlab h uska guru ji
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
जो आपको छोटे छोटे स्टार्स दिखते हैं वे वस्तुत आपकी प्राण ऊर्जा के प्रतिबिंब है। अक्सर जब हम खुले स्थान मे बैठकर यदि उपर आसमान की और यदि देखेंगे तो कई बार हम इन सूक्ष्म चमकदार सितारों को देख पाते हैं, ये सितारे हमारी इनर्जी के स्थूल रूप है। इनका दिखाई देना अच्छा लक्षण है, इसका मतलब आपकी प्राण ऊर्जा विकसित हो रही है।
@priya-ej7nq2 жыл бұрын
धन्यवाद गुरु जी🙏
@smitaambore35702 жыл бұрын
sir ji क्राउन चक्र जागृत होने से क्या होता है sir ,माथे में एक बार सफ़ेद light दिखे, तो क्या इसके बाद light नहीं दिखता kya sir ji plz बताइये
@smitaambore35702 жыл бұрын
sir येदि माथे के बीच सफ़ेद light दिखे ओर आंखों को खोलकर छत के तरफ़ उपर देखते रहने से छत मे भी काला कलर , light ओर सफ़ेद light एक साथ दोनो दिखे तो इसका मतलब क्या होता है sir ji
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
ध्यान के दौरान सफेद प्रकाश दिखाई देना बहुत ही शुभ होता है, इसका अर्थ की उस समय आपके सहस्रार चक्र जोकि मस्तिष्क के सबसे ऊपर वाले भाग मे स्थित होता है उसमे सक्रियता आने से सफेद प्रकाश के दर्शन होते हैं। यदि आपको सफेद के साथ काला रंग भी यदि दिखाई दिया तो इसका मतलब आपके सहस्रार चक्र में ब्लॉक यानि रुकावट भी है । प्रकाश कब दिखेगा कब नहीं, दुबारा दिखेगा या नहीं, य़ह सब हमारे नियंत्रण में नहीं होता, य़ह सब स्वयं से होने वाली घटनाएं है जो केवल परमात्मा की कृपा से ही होती हैं।
@smitaambore35702 жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 thanks sir ji
@sumit.pathak2 жыл бұрын
Guru ji 1 Month hone ko hai first day and second day to light dikhai di par ab ni dikh raha hai kya reason ho sakta hai
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
इसका मतलब अभी फिलहाल आपको प्रकाश दिखने की कोई आवश्यकता नहीं है। ध्यान साधना के दौरान दिखलाई देने वाले प्रकाश का रंग निरंतर हमारी अवस्था के अनुसार बदलता रहता है । कभी कभी कुछ समय के लिये यह स्थिर व कभी कभी अस्थिर भी हो सकता है । हमारे शरीर के विभिन तत्वों व जागृत हो रहे चक्रों के आधार पर यह परिवर्तन होता रहता है । कभी कभी यह भी हो सकता है की आपको लंबे समय तक कोई प्रकाश ना दिखाई दे लेकिन इसका यह अर्थ नही लेना चाहिए की आपकी ध्यान मे उन्नति नही हो रही क्युकी तब उर्जा किसी ओर दिशा मे अपना कार्य कर रही होती है । आपको कभी प्रकाश बहुत तेज तो कभी धुंधला धुंधला दिखलाई पड़ सकता है इसका कारण होता है की आपका कोई चक्र धीमी या त्रिव गति से जागृत हो रहा है ।
@sumit.pathak2 жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 ji dhanyavaad guru ji Asani se baan samjhane ke liye
@sumit.pathak2 жыл бұрын
Guru ji eye bro ke middle mai pain hota hai esa lgta hai ki kuch presor yani dhakka mar raha hai esa ku pure sir m ni hota bas eye bro ke middle mais meetha meetha pain or dhakka sa
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
आज्ञा चक्र पर यानि दोनों भौहों के बीच मे गुदगुदी होना, खुजली होना, दर्द या भारीपन महसूस होना, खिंचाव होना, स्पन्दन होना, धड़कन अथवा कंपन आदि होना सब इसके प्राकृतिक चिन्ह है, ऐसा होना स्वाभाविक ही है । शिव तंत्र में कहा गया है की तीसरी आंख होश की भूखी है यानि इस पर फोकस करने से य़ह शीघ्र ही जागृत होने लगती है, अवेयरनेस इसका फूड है, आज्ञा चक्र पर ध्यान देते ही य़ह धड़कन देने लगता है, ऐसा इसके अतिसंवेदनशील होने के कारण है और इसी कारण से इस स्थान पर खिंचाव महसूस होता है, ये खिंचाव वस्तुतः चक्र में गति के प्रारम्भ होने के कारण होता है जोकि एक सामान्य और शुभ संकेत है, इस खिंचाव में चक्र की सघनता के अनुपात से ही खिंचाव में तेजी और गिरावट आती रहती है, य़ह खिंचाव मात्र एक शुरुआती लक्षण है इस बात का की चक्र गति ले रहा है, जैसे जैसे साधना सघन होगी वैसे वैसे इस खिंचाव का स्थूल शरीर से प्रभाव लुप्त हो जाएगा और सूक्ष्म शरीर में यही खिंचाव सहज व विश्रांतदाई स्थिरता का रूप ले लेगा तब बाहरी शरीर पर इसकी इतनी प्रतीति नहीं होती लेकिन आरंभ में तो खूब होगी और होनी भी चाहिए क्योंकि य़ह एक शुभ लक्षण है। आपको चाहिए की आप इस गुदगुदी की चिंता ना करे, इसे होने दे, और इस कारण से अपना ध्यान का अभ्यास बंद ना करे, समयानुसार जब ऊर्जा संतुलित होगी तो अपने आप य़ह खिंचाव सामान्य हो जाएगा, बस फिलहाल इतना ध्यान रखे की अभ्यास के समय अपने आज्ञा चक्र पर अति की एकाग्रता ना करके सहज रूप से व विश्रांति के साथ ध्यान लगाये।
@sumit.pathak2 жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 ji dhanyewad guru ji , bilkul dhyan rakhunga