Thoughtless Dhyana is a very clearmost excellent explained in detailed by RAVI RUHANI YOGA thanks to the which is provided by Jio 4G 4G , grateful uploaded KZbin also thanks again and again.
@Ganpati_jimaharaj2 жыл бұрын
Aaisa ho chuka pahle mere sath
@harshabagde65292 жыл бұрын
Om namah shivay 🙏🙏💯
@simranchawla45612 жыл бұрын
Thank you 🙏🙏 very informative video.
@harshvardhansolanki72472 жыл бұрын
Jay guru ravi ruhani
@tushartari52322 жыл бұрын
गुरुजी कृपया ध्यान के फायदे के ऊपर भी एक वीडियो करे 🙏🙏
@punamkumari-s9s10 ай бұрын
guruji mujhe sochne ki aadat ho gyi hai mai har time sochti rahti hu or mujhe pta bhi hoto ki mai kya soch rahi hun plz help me
@harshashah5362 жыл бұрын
Namste guruji me jese hi ambe ma ka nam leti hu jap ya dhyan krti hu to apne aap meri puri body gol gumne lgti h
@waym77742 жыл бұрын
Guruji: dhyan karte samay hamare sharir me se jese kuch release ho raha hai esa kyu lagta hai?
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
जब हम ध्यान का अभ्यास करते है तो उस समय हमारे भौतिक शरीर मे विभिन्न प्रकार के रासायनिक और सूक्ष्म शरीर मे ऊर्जागत परिवर्तन होते है और विभिन्न प्रकार की क्रियाएं भी होती हैं। जब हमारा भौतिक शरीर ध्यान के प्रभाव से शांत होना शुरू होता है तो हमारी श्वास की गति और हृदय की गति मन्द पड़ने लगती है और शरीर की नस नाड़ियों मे जो तनाव इकट्ठा हुआ रहता है तो उस समय वो रिलीज होने लगता है, और हमारे सूक्ष्म शरीर की नाड़ियों से भी ब्लॉकज खुलने लगती है और उनमे फसी ट्रैप एनर्जी रिलीज होने लगती है। ये एक प्रकार की सफाई होती हैं जोकि बहुत अच्छी बात है।
Guruji yog nidra toh let kr hi karte hai,us sthiti mei kya Krna chahiye.guruji mei koshish krti hoon ki din mei ek baar yog nidra krti hoon.kya sahi hai.maarg darshan kijiyega.
@Entertainment-bz5wu2 жыл бұрын
योग निद्रा सोने के लिए है ध्यान के लए नहीं
@davinderkaurrisham202 жыл бұрын
Sir kya you tube per jo hilling kerne vali video sunna se fayda hota h
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
अगर आप सही तरीके से उनका अभ्यास करते हैं तो अवश्य फायदा होता है।
@saru63482 жыл бұрын
Sir kya Nabhi khisak jane par dhyan nahi karte 🙏
@Dhyankagyan7772 жыл бұрын
बेहतर तो यही होगा की पहले योग के माध्यम से नाभि को अपनी जगह ले आए ताकि जब ऊर्जा जागृति हो तो उसको ऊपर का मार्ग सीधा खुला हुआ मिले, अगर नाभि खिसकी होगी और ये प्रभाव यदि अधिक हुआ तो सूक्ष्म शरीर तक मे नाभि चक्र असंतुलित हो सकता है और ऐसा होने पर जागृत ऊर्जा सीधे मध्य मार्ग से यानि सुषुम्ना नाड़ी से ऊपर ना जाकर, दाय या बाये, यानि इडा या पिंगला नाड़ी मे भटक कर जा सकती है, जिससे एक असंतुलन पैदा हो सकता है, इसलिए बेहतर होगा यदि नाभि अपने स्थान पर हो।
@saru63482 жыл бұрын
Ha maine kuch dinose dhyan karna band kr diya hai.lekin muze Anhad nad sunai dene laga hai. 🙏🙏🙏