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आदित्यहृदयम् एक प्रसिद्ध संस्कृत स्त्रोत है, जिसे रामायण में प्रस्तुत किया गया है। इसे यहां हिंदी अनुवाद सहित प्रस्तुत किया गया है। यह स्त्रोत भगवान सूर्य को समर्पित है और इसका पाठ करने से शारीरिक एवं मानसिक बल, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
यह स्त्रोत, जिसे भगवान राम ने रावण के साथ युद्ध के समय recite किया था, सूर्य देव से शक्ति और विजय की प्रार्थना करता है। इसमें सूर्य की महिमा का वर्णन है और भक्तों को ध्यान और भक्ति से उनके प्रति समर्पित होने की प्रेरणा दी जाती है। आदित्यहृदयम् का नियमित पाठ करने से व्यक्ति की आंतरिक शक्ति में वृद्धि होती है और नकारात्मकता दूर होती है।
इसका उच्चारण स्पष्ट और श्रद्धापूर्वक करना आवश्यक है, ताकि इसका पूर्ण लाभ प्राप्त हो सके।