May Odia hoon or mujhe bohot proud feel hoti hai☺☺Sir aaj apne DNA may Sri Jagannath ji ke bare bohot sari baate kahi isiliye aap ka Thank you☺☺ Sab bolo Jay Jagannath🙏🙏☺ 👇👇👍
@ShubhamSoni-jb7lh4 жыл бұрын
Jai jagnath
@varunnayak65854 жыл бұрын
Jai jagannath
@rimishaw60734 жыл бұрын
Jay jaganatha Its my third house😍😍
@sarthaksanatani054 жыл бұрын
I am disappointed that odia people eat non veg diet majority .😫 odishabytes.com/over-97-per-cent-odias-prefer-non-veg-govt-study/
@starkasset42114 жыл бұрын
Sarthak Joshi because scientifically one complete side of Odisha is surrounded by water so eating fish is evolutionary inheritance of Odia people, religiously some goddess(chandi,kali etc) eats fish as bhog!
@Jitendarkumar-73885 ай бұрын
हमारे सभी मंदिरों में गैर हिंदू प्रवेश नहीं कर सकता सभी मंदिरों में ऐसा ही होना चाहिए जय जगन्नाथ🔱🙏👌🙏🙏🙏
@kalakrushnanayak73153 жыл бұрын
धन्यवाद इस संघर्ष और बलिदान कि कहानी को दुनिया के सामने लाने के लिए।जय जगन्नाथ
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय@kalakrushnanayak7315 ! 🙏 भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। यह कैसे किया जाएगा? 1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। 2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा. 3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा। 4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा 5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। 6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय। 7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@mromprakashyadaventertainm8331 Жыл бұрын
भारत की है कहानी सदियों से भी पुरानी है ज्ञान की ये गंगा ऋषियों की अमर वाणी विश्व भारती है वीरों की आरती है है इतनी पुरानी भारत की ये कहानी😢😢😢😢😢
@bibeknayakwriter5 жыл бұрын
Proud to be an Odia... Thanks for exploring my culture... Request to all to come Odisha... And onemore please vote for Modi
@gauravchaturvedi60805 жыл бұрын
Lucky guy......😉😉😉👍👍👍
@BabyAdrija23465 жыл бұрын
Bhai bibek kash west bengal ke log bhi orisa ke jaise hote..main rehta hoon west bengal me .. aur mujhe yahan ke logo ki asliyat pata hain.. yaha par 50% se jyada muslim hain.. aur ye log bangladeshi illegal and rohingya hain. Yahan illegal immigrants ke wajah se hi west bengal tabah ho chuka hain..... main ek utkal brahmin hoon.. aur mujhe apne utkal hone par garv hain. Lekin unfortunately humlog west bengal me rehte hain.. Main apne sanatan dharm ki rakhsha ke liye logo ko anupranit kar rahi hoon. Ap bhi kijiye.
@bibeknayakwriter5 жыл бұрын
@@gauravchaturvedi6080 Thanks Bhaiya! I Welcome u to Odisha to feel our culture...
@bibeknayakwriter5 жыл бұрын
@@BabyAdrija2346 Aapko mera pranam👏 We are the soldiers to save our Great Culture. Agar Subash Ch. Boss 1947 mein Prime minister bante, to aaj Bharat Mata ko itna pastana nehin padta... Please come to Odisha and enjoy the natural beauty.
@BabyAdrija23465 жыл бұрын
@@bibeknayakwriter mere purbaj orisa ke hi hain.. mera title mohanty hain.. apse ek request hain aj bhi jo sanatani secularism ka chola pehne huye hain unki ankhe kholiye. unko apne dharma ki rakhsha karne ke liye jagruk kijiye.. aur is video ko viral kijiye saath hi sathh west bengal ki haalat bhi batao..
@MANJEETKUMAR-ng4mb4 жыл бұрын
मैंने टीवी इतिहास में पहली बार किसी पत्रकार को सच बोलते हुए देखा है" हम सब हिंदुस्तानियों को और आप पर गर्व है जय श्री राम 🚩🚩
@nanusingh22784 жыл бұрын
Bhai मुझे लगता है। भारतीय कहना ज्यादा सही होगा। हिन्दुस्तानी कहने से क्योंकि हिन्दुस्तानी नाम अरबों और आक्रमण कारियो द्वारा दिया था। जय भारत।
@keepsmile-wo1ek4 жыл бұрын
Bhai sabse badha jutta hi jail.ja chuka hai .Aur sting operation toh dekha hi tha nah yeskha .. 100 core walla
@keepsmile-wo1ek4 жыл бұрын
Jai shree Ram
@budhianahaka93764 жыл бұрын
Boraa bor hai lekin Sudhir chaudhary dna aur Tahir gora tag TV yeah 2journalist aur news channel hameshaa sach bolte hain tavi tow librandu katarpanthi kotwo kaa pichwarda main aag log jataa hai
I am proud to be Hindu from Bangladesh 🇧🇩🇧🇩. ISKCON help us in many ways to perform RathYatra & others occasions. Hare Krishna 🙏🙏
@SM-ze1gn3 жыл бұрын
Kemon acho dada
@biplabdeka20733 жыл бұрын
Hare krishna🚩
@KumarSukar3 жыл бұрын
@@SM-ze1gn to
@KumarSukar3 жыл бұрын
@@SM-ze1gn to
@KumarSukar3 жыл бұрын
@@SM-ze1gn look
@Dilliramsarmah357 Жыл бұрын
Iam from Assam iam proud to be a Hindu🕉️ . Very good Dicition Jagahnath puri Sanaatan basi. Jai ho jagannath baba 🙏🙏
@PrakashPrakash-g4x9f5 ай бұрын
Jay jagannath to u and your family. Jagannath blessing to you always
@JayantkumarJayantkumar-ii9bf4 ай бұрын
राधे-राधे राधे-राधे हार्दिक शुभकामनाएं जयंत श्यामपुर गाय को राष्ट्रिय पशु घोषित करो ❤❤❤❤। ७८६
@rinkuchoudhary73134 жыл бұрын
मुझे सुधीर चौधरी जी पर गर्व है. और इनका बोलने का व समझाने का तरीका अद्वितीय है. जय हिन्द......!!
@lalatendujena40262 жыл бұрын
🙏
@kanhayalaljinirwan7672 жыл бұрын
Yishu Ke Vachan
@sanjivgarg2 жыл бұрын
J ch Viv ch bb I see be ab bhi ho us
@prahladprasad91422 жыл бұрын
Right 🙏🙏🙏🙏
@anjalijadhav99402 жыл бұрын
@Indian boy official. X
@santoshmansingh56725 жыл бұрын
I am from puri,Odisha My home is 20km from jaggatnath mandir. We all know about our history of jaggatnath mandir. We will protect our faith and culture till our last breath. And Modi again.
@nitesh-f3z5 жыл бұрын
Lucky 😊
@uneverk5 жыл бұрын
Lucky
@MMaheshThakur5 жыл бұрын
vote for modi
@santoshmansingh56725 жыл бұрын
@@MMaheshThakur obviously bro.. Kyun pade ho chakkar me koi nahin he Takkar me... Only modi
@MMaheshThakur5 жыл бұрын
@@santoshmansingh5672 2004 me bhi log ewi confidence me but har gyi atal jee
@rishabhvikasgupta2 жыл бұрын
मैं बहुत सौभाग्यशाली हूँ कि मैं भगवान श्री जगन्नाथ से मिला🥰🥰🥰🥰 "जय जगन्नाथ, जय ओडिशा"
@ankitsoni19862 жыл бұрын
आखिरकार साईं ट्रस्ट ने माना की साईं मुस्लिम फकीर थे। ट्रस्ट ने शंकराचार्य से मांगी माफी... साईं मामले में ज्योतिष एवं द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर करने वाले मुंबई-साईंधाम चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख रमेश जोशी ने मीडिया के समक्ष माफी मांगी है। शनिवार को परमहंसी गंगा आश्रम पहुंचे रमेश जोशी ने साईं से संबंधित विभिन्न साहित्य और साक्ष्यों-दस्तावेजों के आधार पर यह घोषणा भी की, कि साईं मुस्लिम फकीर थे। इस दावे के बाद अब मंदिरों को साई की मूर्ति को बाहर फैंकना ही चाहिए क्योंकि हमारे महान देवताओं भगवनाओ के मध्य एक मांसाहारी मुस्लिम फकीर का कोई कार्य नही... वास्तव मे साई का बाप अफगानिस्तान एक पिंडारी मुसलमान था जो बहुत बड़ा लूटेरा था, अमर अकबर एंथोनी फिल्म (1977) मे साई बाबा का भरपूर झूठा प्रचार किया गया था उसके पहले साई बाबा को कोई इतना नही जानता था. फिर उसके बाद साई के नाम से कई फिल्म और टीवी सीरियल बनने लगी जिससे लोग साई जैसे पाखंडी को भगवान समझने लगे, यदि सच मे साई बाबा कोई चमत्कारी थे तो एक भी मस्जिद या दरगाह मे उसकी कोई फोटो या नाम भी क्यु नही है? क्यु कोई मुसलमान साई बाबा को नही मानता? क्यु किसी जैन मंदिर, गुरुद्वारा मे साई की एक तस्वीर या मूर्ति नही? राम कृष्ण जैसे युग पुरुषो को भूल कर जब साई जैसे पाखंडी की पूजा होगी तो हिंदुओ के जीवन मे इतना दुख आना स्वाभाविक है. यदि अब भी साई की प्रतिमा को कोई अपने घर में रख रहे है तो उस से बडा सनातन धर्म का द्रोही कोई नही...l
@anitashukla98872 жыл бұрын
ठाकुर, उच्चारण टैगोर, अंग्रेजी। शिष्य उच्चारण सिक्ख, गुरु मुखी। पंच प्यारे, सभी सनातनी हिन्दू। संविधान,और उसके बाद, और आज की स्थिति, इमरजेंसी में सेकुलर, वहीं से सारा, तमाशा।
@ranjitasahoobls242 жыл бұрын
Jagannath swami nayan path gami🙏
@madanjaat19122 жыл бұрын
@@anitashukla9887 ppppm
@anjugoyal86552 жыл бұрын
Jai odisha ke saath Saath jai hind likhna chahiye tha Bhayia aapko
@rupashreedash30842 жыл бұрын
Proud to be a jagannathian 🙏 Our jagannath
@rajeshdash939 Жыл бұрын
Hy
@ABHISEK_-xq2th Жыл бұрын
Jay Jagannath 🚩
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @rupashreedash3084🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@Xxxlgey11 ай бұрын
ଓଡ଼ିଆ ବୋଲ
@manishadayma48743 жыл бұрын
सुधीर चौधरी जी आपका लाख लाख धन्यवाद है आप पत्रकारिता के क्षेत्र में आदर्श मानदंड हो🙏🏼🙏🏼 आपके द्वारा प्रस्तुत यह रिपोर्ट हमारे भगवान जगन्नाथ के प्रति श्रद्धा के साथ साथ अपने स्वाभिमान को प्रज्वलित करती है 🙏🏼🙏🏼
@sureshsingh6688Ай бұрын
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😅p0p
@Ku_Dushmanta5 жыл бұрын
धन्यवाद ज़ी न्यूज़ ओर सुधीर जी हिंदुओं की पीड़ा को दिखाने के लिए उनके ऊपर हुए अत्याचारों को दिखाने के लिए । दिल से सक्रिय 🙏🙏🙏🙏🙏
@manojyadawale92235 жыл бұрын
👍👍👍👍👍
@priyacharandas653 Жыл бұрын
जय श्री राम
@nicemohanty27245 жыл бұрын
I'm from odisha jai jagannath. thqu so much zee news 🌻🌹🌻
@upendranarayangiri66045 жыл бұрын
We proud be Hindu We love Jagannath Temple our icon
@themohapatra20685 жыл бұрын
Aao kabhi puri main mulakat ke liye 😋
@ranjeet61592 жыл бұрын
I am Hindu and I am proud of my religion jai Jagarnath
@priyacharandas653 Жыл бұрын
जय श्री जगन्नाथ जय श्री राधे कृष्ण जय श्री राम जय सनातन धर्म जय श्री नारायण
@radhechandrawanshi259 Жыл бұрын
y6😊😊
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @ranjeet6159 ! 🙏 कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। यह कैसे किया जाएगा? 1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। 2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा. 3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा। 4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा 5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। 6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय। 7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@JayantkumarJayantkumar-ii9bf4 ай бұрын
राधे-राधे राधे-राधे हार्दिक शुभकामनाएं जयंत श्यामपुर गाय को राष्ट्रिय पशु घोषित करो ❤❤❤❤। ७८६
@monugupta69275 жыл бұрын
Sudhir chaudhary the great person .....love u from bottom of heart ...u realy have knowledge ...you know how to explain anything in front of anyone...🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @monugupta6927🙏 !जय जगन्नाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@HanumanRana35 жыл бұрын
Thanx a lot sudhir sir for limelighting odisha and it's cultural heritage 😍 love from odisha
@merohit1215 жыл бұрын
You have a great history bro. Awsome culture
@ODAutomobiles5 жыл бұрын
।। ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ।।
@harry.oo75 жыл бұрын
Why thnx.....for spreading hate against muslims.....this man is a snake
@merohit1215 жыл бұрын
@@harry.oo7 hey where is hate against muslims its our history and every indian should know it sirf meethi meethi batin kerte rahe kya? Sach to pta chalna hi chahiye or ye sach to muslims ko bhi sabse jada pta chalna chahiye kyi ki ve to is julm se hi muslim bane hai.
@spandandash60435 жыл бұрын
@@harry.oo7 yes i hate muslims coz who told them to attack on our temple....
@kishanrout77773 жыл бұрын
I'm from ODISHA, Cuttack Netaji Subhash Chandra Bose ji city se JAI JAGANNATH 🙏
@ramanpuri7866 Жыл бұрын
जय जगन्नाथ 🚩🙏 I'm from Punjab , now residing in Odisha. Have visited Lord Jagannath lots of time. Would like to settle down in Puri after 60
@ggeo13644 жыл бұрын
my eyes becomes full of tears after watching this.really our ancestors had to fight hard to save our civilization
@Movie-explaination4 жыл бұрын
Me too
@ggeo13644 жыл бұрын
@@Movie-explaination yeah dear,we will survive,we will be greater than ever
@divsingh25894 жыл бұрын
Our culture is the oldest and we the future generations will support and spread it....all over the world
I'm from odisha...Tnx zee news for telecast about my lord 🙏🙏... I kindly invited to all plzz come to our state and b blessed by lord jagannath and look the unity of hinduism....
@priyanshushukla92023 жыл бұрын
सुधीर चौधरी जी आपको बहुत बहुत साधुवाद आप जैसे निष्पक्ष और सत्य वक्ता पत्र कार की आज बहुत आवस्यकता है आपकी रिपोर्टिंग सटीक और तथ्यों पर आधारित होती है 🙏🙏👍👍🌹
@Luffy_D_1999 Жыл бұрын
I am an proud Hindu odia and very proud of our ancestors, how they protected our lord Jagannath. Jai Jagannath 🙏🙏🙏
@priyacharandas653 Жыл бұрын
ଜୟ ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @Shubhankar1999 ! 🙏जय जग्गनाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@जगन्नाथयात्राकं.80075 жыл бұрын
हमारे भारत के जगन्नाथ भगवान देश कि ताकद है। मै साल मे एक बार जरुर दर्शन करने आता हु....महाराष्ट्र से....
@prabirpradhan36325 жыл бұрын
Jai Jagannath...
@gkdas48104 жыл бұрын
Dear,Anchor you discussed less about our God Sri JAGANNATH and more about gandhi family. Do you know Bhakta Salebega,who was great bhakta of Lord JAGANNATH. Sorry anchor your intentions are not good for our country. Asharam bapu also visit our temple.
हिम्मत केबल मात्र पुरी के जगन्नाथ धाम के पुरोहित के ही है जो बड़े से बड़े हमला से लेकर प्रधानमंत्री तक को रोक दिया इसे कहते है सनातन धर्म के सच्चे और हिम्मत बाले
@vkant26075 жыл бұрын
Hame garbh hai puri pe
@yashfanvine48045 жыл бұрын
@@vkant2607 हा जी बहुत गर्व है क्योंकि यहा किसी भी राजनीति नहीं चलेगी सिर्फ भगवान का राज चलेगा और इसलिए चमत्कार भी होती है
@biswajitbag61425 жыл бұрын
Right mem
@bana99555 жыл бұрын
I m from Puri, feeling proud for stay here too.
@creativemindmusic93475 жыл бұрын
Suno abhi sabko or har jat ki logoko jane ki anumati he
@HIMS_Varanasi Жыл бұрын
Proud to be Hindu 💪
@priyacharandas653 Жыл бұрын
जय श्री जगन्नाथ जय सनातन धर्म
@debjitroy27055 жыл бұрын
I'm from West Bengal.. I want to Sri Jagannath temple more than 18 times.. It gives a pleasure to see my Lord every time I visit.. I got the rare opportunity to hug Sri Jagannath once.. and that was the moment I'll never forget.. Jai Sri Jagannath... 🙏🏻
@souravmaity85992 жыл бұрын
In Bengal, Christian conversation are rapidly going on....
@tejindersingh34695 жыл бұрын
I’m Sikh good to hear that Sikh people are allow to enter SHREE jagannath mandir we respect all religions I like to see this mandir thank you 🙏 jai jagannath
@indranildas35105 жыл бұрын
Guru Nanak ji bhai Jagananath Dev ki darshan ke liye aye the.... Unhe Jagannath Dev ki thali mey khana parosa geya tha....
@nkstudios49475 жыл бұрын
Tejinder Singh Jai Hind
@tejindersingh34695 жыл бұрын
Ashu Biradar jai hind to you sir ji🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@tejindersingh34695 жыл бұрын
@Indranil Das, we are Sikh always fallow guru Nanak dev sahib path 🙏good info.about guru ji thanks sir ji🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@Bollywood965 жыл бұрын
Arey Bhai Kya bat Kara rehi ho. Sikh to sanatan Dharm see he.. main ODISHA se hun.
@भाहि4 жыл бұрын
मैं उन सभी उड़ीसा वासियों को कोटि कोटि नमन करता हूँ जिन्होंने अपने हिन्दू धर्म को बनाए रखने के लिए कई सदियों तक भीषण लड़ाईयाँ लड़कर भगवान जगन्नाथ जी की मूर्ति की रक्षा की ।मंदिर परिसर के भीतर सनातन धर्म यानी केवल हिन्दू धर्म के लोगों को ही प्रवेश की इजाजत देना ।यह एक बहुत बड़ी खूबी है ।
@jagannathkara55144 жыл бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद मोहदय,🙏🙏🙏 Jay Jagannath
@jagannathkara55144 жыл бұрын
@@__ayushman__ farz nehi kartabya hota he . Sabdo me bhed hota he
I am so proud because I am also odisha Jay Jagannath 🙏🙏
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @lilygouda920 ! 🙏जय जगन्नाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। यह कैसे किया जाएगा? 1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। 2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा. 3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा। 4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा 5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। 6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय। 7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@gouravgupta23135 жыл бұрын
desh ka saccha imandaar tv channrl.... h zee news
@jogendarsingh57683 жыл бұрын
भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर के पुजारियों को शत् शत् नमन, जो कि उन्होंने मंदिर में दर्शन और प्रवेश के लिए हिन्दु , सिक्ख,जैन और बौद्ध धर्म के लोगों को ही स्वीकृति दी। कृपया इस परम्परा को आगे भी जारी रखना ।
@motivationguruamazingfacts17622 жыл бұрын
Right Bhai...Ham Hindu, Sikh ,Jain Aur Boudh, Bhai Bhai Hai... Kyonki Ye Sabhi Ek Dharm Se Bane Jo Ki Sanatan Dharm Hai
@binodsharma16082 жыл бұрын
Satyamev Jayate
@bajrangray78742 жыл бұрын
@@motivationguruamazingfacts1762 se a
@devilanubhab54842 жыл бұрын
Thank bro jay Jagannath me odia hu ap khabhi ghumne ao hamre bhagban ke jaganath mandira jay Jagannath
@sahucreation54442 жыл бұрын
और ऐसा ना हर बड़े मंदिरों में होना था क्योकि वहां जाने के बाद लुटेरे को हिन्दू मंदिरों को सबसे पहले योजना लूटने का उसके बाद तोड़ने का और उसके बाद अपने धर्म का जगहा घोषित कर देते है
@muktikantmohanty2325 жыл бұрын
I am from odisha,i love my cultural god Jagannath
@oyokumar2435 жыл бұрын
This fellow only can spread hate news by Zee
@yetandjtendukona33359 ай бұрын
आज भी इस मंदिर के नाम में चढ़ाया गया धन,95% बाहर जा रहा है,, सभी भाई, सिर्फ दर्शन मात्र कर के वापस आए,, जय जगन्नाथ पुरी धाम ❤🙏🙏🙏🙏
@SinghPartap-yf1te5 ай бұрын
Hug le sahi se
@ANONYMOUS-oy1ei4 жыл бұрын
I am from Nepal 🇳🇵 and I am proud of my Sanatan Sanskriti.
@sanatandharmchannel21834 жыл бұрын
Thanks
@harrybhupindersingh40344 жыл бұрын
Bhi oli ka kuch karo... Young nepali come out against braking nepalu hindustan hindu drotherhood... Boycott oli... We welcome you in india always...
@yasharthparassharma48034 жыл бұрын
Hn prr dheere dheere is bhaichaare me daraar of rhi hai meri vinti hai aapse ki aisa naa hone de
@ganeshkhandge4 жыл бұрын
Apane PM ko samjao
@bhaghatsingh27thsept794 жыл бұрын
Love for nepal
@Hi125.5 жыл бұрын
I'm really proud of Hindu... I'm from Andhra Pradesh.. My name is Kasiviswanadham and I kept my son name Vihas Puri Jagannadham..
@Sk-zs1dn5 жыл бұрын
I'm from Maharashtra and I'm proud to be a Hindu jai Shivaji jai Bhavani jai Jagannath
@kanzristobikerz15125 жыл бұрын
Good
@nishantpandey57795 жыл бұрын
Jai jagnatnath
@ranjitkumarbehera46695 жыл бұрын
u r a legend
@bharatswain83865 жыл бұрын
Nice
@M.E.A_Vinaypatel.994 жыл бұрын
एक ही धर्म एक ही नारा । जय हिन्दू जय श्री राम ।।
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @Vinaypatel.99🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@sagarking9937 Жыл бұрын
Jay Jagannath 🙏🏼
@bibhutimalik95 жыл бұрын
I am from odisha.thanks sudhir ji and zee news for this analysis👍👍
@priyacharandas65311 ай бұрын
जय श्री जगन्नाथ जय श्री राम जय सियाराम जय सनातन धर्म
@pinakisahoo92603 жыл бұрын
Jagannath swami Nayana patha gami Bhaba tume .... Bhaba tume ..... Bhaba tume .... Proud to be an odia
@ziiavatarcamera70923 жыл бұрын
So beautiful bat kahe ho
@somnathbhattacharya32423 жыл бұрын
@@ziiavatarcamera7092 ও ওষুধ ওজনঝঝ্যঝ্যঝঝ্য ওর ঝঝ্যোঞঝ্য কোন না ঝঝঝঝ ওজন ঝ্যঝ্য তো ঝঝঝঝঝ্য জন ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝ্য না ঝঝঝঝ ওঝ্যঝ্য নন ঝঝঝঝঝ্যঝ্যঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ওর ঝঝঝঝ ঝ্যঝ্যঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝঝ্যঝ্যঝঝঝ্যো ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ শোনো ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ্যঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ওর ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঔষধ ওধঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝ্যঝ্যঝ জল ঝো ঝঝঝঝ ও ঔষধ ঝঝঝঝ ঝঝ্যো ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ওঝ জন ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোঝঝঝ ঝো ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ওধোওঝঝঝষঝঝ ঝঝঝঝ ওঝ্যঝ দোষ ওঝ ঝঝ্যঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ঝঝষঝ্যো ওঝ নো ঝঝ্য ঝঝঝঝ ওঝ ঝঝঝোওওধ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঔষধ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ ওঝ ও ওর ওঝ ঝঝঝোওওধ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ওঝ জন ঝোঝঝো ওঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝঝো ঝঝঝোওওধ নো ঝঝঝঝঝ্য ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ধোনও ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝধো ওঝ ও ওর ওঝঝঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ জন ঝোঝঝো ঝঝঝোওওধ ওঝ্যঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝ্যঝ্যঝোঝওওঝ ওঝ ঝও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝধঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ না ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝধোঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝ নন ও ঝঝঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝোঝঝ্যঝ ওঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ওঝ ওঝ্ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝ্য ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ঔষধ ঝঝঝঝ ওঝ্যঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ওোঝোওধঝ্যঝো ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝো ওষুধ ওঝ ঝ্যো ওঝ ঝ্যধোও ঝোঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝষঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওঝ্ওঝ ওজোন ঝঝঝোওওধ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ওঝ ঝ্য ঝঝঝঝ জো ঝঝঝোওওধ ও ওর ওঝ জন ঝোঝঝো ঝঝঝঝ ঝঝ নো ঝ্যো ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝধঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ঝঝো ওঝঝোঝ্যঝ্য ঝঝঝোঝঝঝোঝ ধ ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ঝঝঝোওওধও ঝঝধোঝ ও ওর ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝনো ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝ্যঝ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝষ ঝোঝঝো ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ঝ্যঝ ওঝ জো ওঝোঝঝঝ জো ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্যঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝষ ঝঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝষ ওঝ ঝোঝ ঝঝঝঝ ঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ জো ওঝোঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝো ওঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওন ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ্য ঝঝঝঝ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওধঝ ঝঝঝঝ ঝঝো ওঝ ঝঝঝঝওওওও ওঝ ওঝঝো ঝষঝোঝঝঝষো ওঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝধোঝ ঝঝোঝ ঝঝঝঝ োঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওঝঝো ও ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ নো ওঝ ওঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ওঝঝো ঝোঝঝঝ ওধো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝঝ্যোঝোওঝ ওঝ ওঝ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝোঝঝঝ ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝঝো ওঝ ওঝঝো ওঝোঞোঝ ওঝ ঝ্যঝ্য ঝঝঝোওওধ ওঝওঝ ওঝ ওঝঝো ঝঝঝোওওধ নো ওওও ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝনোঝঝোওওঝঝধোওওওওঝোওষোষো ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্যঝোওধ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোঝো ঝঝঝোঝঝঝোঝ োোওঝোষঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝোঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝো ওঝ ওঝ ওঝঝো ঝঝঝোওওধ ঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝ ওঝঝ্যোওঝোধঝঝ ঝঝঝঝ জো ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওওঝঝঝো ওন ওঝঞঝোননঝঝ ঝঝধোঝ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ওর ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঔষধ ঝঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোওঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওনোওওওও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওঝঝো ঝোও ওঝোঝঝঝ ঝোঝোঝ ঝঝো ঝঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝ্য শোনো নো নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝ্যঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝঝ ঔষধ ও ওর ওঝ ঝ্যঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝঝঝঝ ওঝ ওষো ওন ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ওঝ্যঝঝোওওো ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝঝঝোওওধ ঝ্য ঝঝঝঝ ঝঝ ওঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝঝ ওঝ ওঝঝো ওওঝোও ওঝোঝঝঝ ঝনঝোষোওষোঝ ওঝোঝঝঝ ও ঝঝঝঝঝ ও ওন ও ঝঝঝঝঝ ঝঝ ওঝোঝঝঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝোঝঝোঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝোঝঝঝ ঝঝঝঝ ঝোঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝ ওষো োোওওঝ ওঝোঝঝঝ ঝোঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝঝ ওঝ ওঝ ও ঝঝঝঝঝ ঝোও ঔষধ ওঝ ওঝ ঝঝঝঝোঝ ঝঝঝোওওধ নো ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝঝষ ওঝোঝঝঝ ঝঝোধো ঝোঝ ওওঝঝঝো ওঝোঝঝঝ ওোঝঝঝ নন ওওও ঝঝঝোওওধ নো ওওও ঝঝ ঝঝঝোঝঝঝোঝ ওঝনঝ ওঝঝো ওঝ ওওও ঝঝ ওঝোঝঝঝ ওঝ ওঝঝো ওওঝোও ও ঝঝঝঝঝ ওঝ ওষো ও ঝঝঝোঝঝঝোঝ ঝোওঝঝ ওঝ ওজোন টা ঝোঝ
@thegodfather98144 жыл бұрын
बिल्कुल इसी तरह भारत के सभी मंदिरों में किसी भी गैर हिन्दू का प्रवेश निषेध होना चाहिए। जय जगन्नाथ 🙏🚩🚩🚩
@mkalam-yh9of3 жыл бұрын
Dalito ko rok pae
@nileshchaudhary36923 жыл бұрын
@@mkalam-yh9of dalito kon he vo hindu hi he unke liye pratiband nahi ho sakta ha agar vo hindu nahi to bilkul nahi jane denge .
@HeavenRacer4223 жыл бұрын
@@mkalam-yh9of jagannath temple puri mai brahman ke sath tribes puja karte hai jagannath ji ki.... Aur pehle ekk kam karo sare shíàs ko sunni banao.. Pher hmm ko bolna... 😂😂😂😂
Aisa kuchh ni he ji , Me bhi odisha se hu ,aapko pata he sudhir ji ab isai or cristan log baharese aate he jaggnath darsan karne keliye , amreica or London se bahut log aate he ,yaha jat or dharam kuchh ni he ,kisibhi jatka log yaha jaha Sakta he ,sudhir ji asap logoko kuchh bhi pata ni he
@antimkd87455 жыл бұрын
Those rulers are attacked Jagannath temple; all are Afghan and Islamic king and that's why only orthodox Hindu are allowed inside the temple. After all for other religions Lord Jagannath come out every year from temple in the festival of Rath Yatra. ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ 🙏🙏
@jaishreeramram26435 жыл бұрын
@@creativemindmusic9347 Kan kahucha bhai mo ghara b odisha re kau American jagannath Mandira jaithila
@Suraj.Upadhyay5 жыл бұрын
Aap Odia ho
@akbhakti78724 жыл бұрын
सुधीर चौधरी जी आप राष्ट्रवादी पत्रकार हैं हम आपके साथ है आप सत्य दिखाते रहे
@rishithakur87054 жыл бұрын
Sahi kaha bhai aapane
@sheyamkumar59614 жыл бұрын
Galat hai
@sumitranjan80524 жыл бұрын
Sahi hai
@yogendraagarwal75163 жыл бұрын
सही है
@SurendraPandre-l2w4 ай бұрын
राष्ट्रवादी पत्रकार कैसे कभी आज तक कभी जी न्यूज़
@shikha848 Жыл бұрын
Jab makha madina mea sirf Muslim ko jana allow hea to jagannath mandir mea sirf sanatani ko jana bhi sahi hea ❤❤ proud to be sanatani , jai shree ram ❤
@bindumadeshiya84712 жыл бұрын
मंदिर को अपवित्र करने की बातें सुनकर , बहुत क्षोभ होता है!!! जय जगन्नाथ!!!
@priyacharandas73522 жыл бұрын
जय श्री जगन्नाथः स्वामी धर्म एक सनातन धर्म . वाकि अधर्म
@avijitbanerjee63694 жыл бұрын
This documentary literally gave me goosebumps. So many sacrifices are related to the temple.
@subhashmallick91162 жыл бұрын
Hume aisi garibi se koi aitraz nhi ,Garv Se Kaho Hum Sanatani Hindu hai
@narendermakhijani95122 жыл бұрын
Thousands of temple destructions r not recorded. Sad
@priyanshu_rai2 жыл бұрын
Not only to this temple but for all the temples
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @avijitbanerjee6369 ! 🙏 कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। यह कैसे किया जाएगा? 1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। 2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा. 3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा। 4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा 5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। 6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय। 7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@pushpa65795 жыл бұрын
महाराणा प्रताप,छत्रपति शिवाजी और गुरू गोविंद जैसे कई और स्वतंत्रता सैनानियो की बहादुरी पर हमे गर्व है जो मुगलो से आखरी दम तक लङते रहे लेकिन कभी अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया। जय जगनाथ...जय श्री राम...
@rahuldas-gx2rv5 жыл бұрын
Our odia hindu king from ganga dynasty to gagapti dynasty defended our gaganath temple from jhadi Muslim
@TheGreatHinduRashtra5 жыл бұрын
True
@DEVINEgkp74915 жыл бұрын
Ha kaha ho tum mughse sampark kro
@Suraj-bu9pz5 жыл бұрын
@@DEVINEgkp7491 Maratho se sampark kar tere jaise mughaloke ke baap hai Ham Marathe. Jay Shiv Shambhu Chhatrapati.
@Suraj-bu9pz5 жыл бұрын
Sach kaha apne pushpa ji apne aap jaise ladki honee chahiye varna yaha to kuch love jihad ki shikar ho jaati hai. ....
@blackhat4867 Жыл бұрын
Jay Jagarnath baba always blessed all Hinduism in the world.....i am so proud of Hindu ❤❤❤🙏🙏🙏
@damodarmohapatra7685 жыл бұрын
I am from jagannath dham puri 🙏🙏🙏🙏🙏🙏jai jagannath love from #puri
@sanjeetdash19125 жыл бұрын
Jai jagannath
@shyamlalvishwakarma90685 жыл бұрын
आपको बहुत बहुत धन्यबाद है इसको दिखाने के लिए। इसी तरह राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ आदि का भी इतिहास बताये।
@ODISHA_KUHE5 жыл бұрын
ଓଡିଶା ପାଇଁ ମୁଁ ଆଜି ଗର୍ବିତ ।।। ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ।। I m proud for my #ODISHA . JAI_JAGANNATH....
@rashmiranjantapu4 жыл бұрын
Jay jaganath
@myopinion21954 жыл бұрын
Love you bhai
@siddhantgupta33704 жыл бұрын
Your pride is only for odisha not for our country? say I PROUD TO BE AN INDIAN FROM ODISHA STATE Jai Jagannath
@tushardewangan9584 жыл бұрын
@@siddhantgupta3370 not Indian we are sanatani bharatiya 😊 indian name were given by Europeans🙏 joy jagannath
हमे अपने धर्म और संस्कृति पर गर्वहै, गर्व से कहो हम हिन्दू है जय जगन्नाथ
@AbhayKumar-rd2ph5 жыл бұрын
जी यादव जी
@vedprakashyadav44735 жыл бұрын
@Aryan Tanwar भाई हमे अखिलेश और मुलायम को यादव होने पर संसय लगता है क्यो की पूर्व मे जो जो घृणित कार्य मुलायम ने हिन्दूओ के विरूद्ध किया उसकोअखिलेश निरंतर आगे बढा रहा है शर्म आती है इन्हें यादव कहने पर
@ajitmishra27875 жыл бұрын
Sahi kaha yaduvanshi veer..Krishna key vansajon ko mara naman.
@vedprakashyadav44735 жыл бұрын
@@ajitmishra2787 अजित भाई हमे यह नही भूलना चाहिए कि सर्व प्रथम हम हिन्दू है उसके बाद हम यादव है जो की मुलायम का पुरा परिवार भूल चुका है
@ajitmishra27875 жыл бұрын
@@vedprakashyadav4473ji ekdum sahi...
@sanjaymallick5 жыл бұрын
Jai Jagannath. Lord of Universe.
@jyotiprakashnayak4824 ай бұрын
A true reporting ❤ JAY JAGANNATH❤
@sachita19935 жыл бұрын
As an Odia I am so happy after watching this news on Shri Jagannath mandir, even i got to know history of this temple which we never studied in our school...THANK YOU Sudhir Sir
@BabyAdrija23465 жыл бұрын
Bhai kash west bengal ke log bhi orisa ke jaise hote..main rehta hoon west bengal me .. aur mujhe yahan ke logo ki asliyat pata hain.. yaha par 50% se jyada muslim hain.. aur ye log bangladeshi illegal and rohingya hain. Yahan illegal immigrants ke wajah se hi west bengal tabah ho chuka hain..... main ek utkal brahmin hoon.. aur mujhe apne utkal hone par garv hain. Lekin unfortunately humlog west bengal me rehte hain.. Main apne sanatan dharm ki rakhsha ke liye logo ko anupranit kar rahi hoon. Ap bhi kijiye.
@sachita19935 жыл бұрын
@@BabyAdrija2346 Sure karunga...and one more thing abhi bhi west bengal bacha sakte ho by voting BJP kyun ke waha ka govt. Momta Didi chahti hi nai ki WB ek Hindu state bane...Bass state govt change hone do sab thik ho jayega...Vote for Narendra Modi
@BabyAdrija23465 жыл бұрын
@@sachita1993 state government me BJP ane ki koi asha nahi hain... kyunki yahan 50% muslim hain, 30% fake liberals, .baki 20% hi hindu hain...
@Senapati_Ankit5 жыл бұрын
@@BabyAdrija2346milke unn mullo ka Samna karo
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @sachita1993 ! 🙏जय जगन्नाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@amareshchandramishra51093 жыл бұрын
Feeling so blessed and good after watching this video becoz I am from Odisha and i had visited to Jagannath temple more than 10times in summer vacation my whole Travel to Puri . Jay Jagannath 🙏🙏
@SHIVAMMISHRA-zx8ue3 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@amyakanta1444 жыл бұрын
I am from odisha, So proud of my state which lives god jagannath 🙏🏻🙏🏻🙏🏻...
@visheshgupta47573 жыл бұрын
अपनी राष्ट्र भाषा को कभी भूलना नही चाहिए हमेशा हिंदी मे लिखो जय श्री राम
@sureshprasad86503 жыл бұрын
@@visheshgupta4757 have
@sujata91723 жыл бұрын
Me too
@bhaurampandro30083 жыл бұрын
@@sureshprasad8650 0pppppppp
@souravsahoo15823 жыл бұрын
@@visheshgupta4757 sorry o odisha se hey..so odia mey likhega..odia uska garb hona chahiye..hindi nhi
@bilunag Жыл бұрын
Really we didn,t know about these attack ,thank you for information
@jyotishreejena7073 жыл бұрын
Lots of love from Odisha 🥰🙏🚩🔱. Proud to be a Hindu ❤️💯
@twoplustalent2923 жыл бұрын
Hindu koi darm nhi h darm to Sanatan h hindu to nam afganistan ke Hindus parwart ke nam par diya tha
@aruneshwarimishra11503 жыл бұрын
अच्छा करते हैं जब हमारे आराध्य देवी देवता का सम्मान नहीं करते तो क्यों धुसने देंगे सच बताने के लिए थैंक यू जी न्यूज को सुधीर जी को जय माता की जय गुरुवर की
@chinu.chinuu3 жыл бұрын
I am proud from Odisha ❤️. 🙏 Jay Jagannath 🙏
@priyacharandas653 Жыл бұрын
जय श्री राधे जय श्री कृष्ण जय श्री राम जय श्री जगन्नाथ
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @chinu.chinu🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@pushpendarsingh74512 жыл бұрын
आपका बहुत बहुत साधुवाद जो आपने भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन करवाये
@border_king79784 жыл бұрын
I am from Odisha, i am proud to be an odia & an Indian ,, this temple is near my home,,,, Jay Jagannath 🙏🙏
@snehapathak22414 жыл бұрын
Wow
@madhavpatwari5184 жыл бұрын
Your home is near the temple my dear
@ramansharma30754 жыл бұрын
Jai ho
@border_king79784 жыл бұрын
@@madhavpatwari518 yes bro.
@abhipsaray79724 жыл бұрын
My too Jay Jagannath🙏
@LION_HEART11394 жыл бұрын
पता नही सिसुपाल के 100 अपराध भगवान ने माफ किये थे। रावण को भी माफ किया था। पर फिर वध जरूर किया। कलियुग में भगवान अब इन लोगो का सर्वनाश करने अवतरित हों यही प्राथना कर सकते है।
@शिवभक्त0093 жыл бұрын
Proud to be Hindu Maratha🚩🚩🚩🚩 jai shree Ram😍🚩
@user-us8nj9gs6p3 жыл бұрын
Tu apla manus ahes . Marathi madhe type karat ja. Jai shivray🚩🚩
@user-vk8kq1js7g3 жыл бұрын
@@user-us8nj9gs6p correct ❤️👍🏻🙏
@Boycott_bollywood4203 жыл бұрын
@@user-us8nj9gs6p Marathi 👌👌👌
@user-us8nj9gs6p3 жыл бұрын
@@Boycott_bollywood420 ho
@Boycott_bollywood4203 жыл бұрын
जय श्री राम
@makardhwajmishra82588 ай бұрын
आपको बहुत धन्यवाद चौधरी जी ,गुड मॉर्निंग
@meenasharma58584 жыл бұрын
हमें सोचना चाहिए कि हम हिन्दू हैं भारत में जन्मे है भारत माता की जय हो
@PanchalhardwairePanchal4 жыл бұрын
S
@mukeshjaat48684 жыл бұрын
Jai shree ram
@howtomake58164 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/nabacqmretmDq8k
@ashokroutray46584 жыл бұрын
@Mangrath Hembram MAIN OBC HUN.....AUR SANATANI HOON...GENERAL OBC ST SC YA BOUDH...SAB SHREE JAGANNATH MANDIR JATE HAIN....SHREE RAM AUR SHANATAN DHARM HUM LOGON KO EKJUT RAKH SAKTA HAI....ALAG ALAG NAHIN EK JUT REHENA HI HINDUSTAN KELIYE THIK HAI....BAMPANTHI ISHLAM YA ISHAIYAT YE SAB AKRAANTA HAI....
@anupamsingh46854 жыл бұрын
@Mangrath Hembram abe mulle sun be tera muslim dharm koi dharm nhi blki ek jita jagta diyansor hai sabhi ke liye dharmo ke leye khatara hai abe sun mulle ji tumne likha hai uper to sune tera dharm unmadio ki bhid hai sajhey katuye
@AnuragKumar-zw7pb3 жыл бұрын
गर्व से कहो हम हिन्दू हैं और हिन्दुस्तान हमारा है। जय जगन्नाथ।
@nikkishukla73293 жыл бұрын
हिंदू है हम हिंदुस्तान हमारा h
@mrinalinimishramishra53253 жыл бұрын
Jai jagnaath
@niteshgadekar80513 жыл бұрын
India that is Bharat
@narayandas46863 жыл бұрын
@@mrinalinimishramishra5325 थउह
@RahulDas-ko5kp3 жыл бұрын
Jub aap Mandir ke bahar lagaye gaye board ko dekhenge toh tab aapko aur bhi Garv hoga. Usme clearly likha hua hai... Non Hindus are not allow to enter inside the tample.
@somnathsahoo69135 жыл бұрын
I am from odisha.proud to ba an Indian.jay jagannath🙏
@SAnand3935 жыл бұрын
Jai Jaggannath
@manojdas-tu8dm5 жыл бұрын
Jay jagarnnath
@RahulDas-qb3rk5 жыл бұрын
Jai Jagannath
@vijaybahadur35984 ай бұрын
Bahut achi jankari di gai
@meetkhandelwal46743 жыл бұрын
गर्व से कहो हिंदू हो। जय श्री जन्नाथ
@vijayrote2793 жыл бұрын
Jai shri ram jai hind
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @meetkhandelwal4674 ! 🙏जय जगन्नाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@jagannathojha99195 жыл бұрын
ଓଡ଼ିଶାରରୁ କୋଉ ଭାଇ ଭଉଣୀ ମାନେ ଏବେ ଦେଖୁଛନ୍ତି Jai Jagannath
@kalingadaskalingadas29685 жыл бұрын
i am for odia
@prusethepic58165 жыл бұрын
mu bhai
@satyasprusty69595 жыл бұрын
Mu
@r.b64185 жыл бұрын
I'm form odisha
@sumisahu97535 жыл бұрын
I'm from bargarh
@MuskanSingh_Official.4 жыл бұрын
यदि जगन्नाथ पूरी को जिहादियो ने नही बचाया जाता तो जिस प्रकार अयोध्या मथुरा काशी में प्राचीन हिन्दू मन्दिरों पर मस्जिदे खड़ी कर दी गई ,वही हालात जगन्नाथ मन्दिर का भी होता
@RajuDas-ks4dd4 жыл бұрын
Sahi bala hain bro
@ajeetthakur92074 жыл бұрын
Sahee kaha .umeed hai dobara humko sari jagha vapas miley like ayodhya
@armyfeeling4 жыл бұрын
hmm bhai
@devnarayansingh75304 жыл бұрын
ऐगलतहैयहूदिओनेनहीहमारेहिंदुओनेपुजारिओनेबचायाहै
@devnarayansingh75303 жыл бұрын
100ःसहीकभीदंगानहीहुआक्योंकीमुस्लिमकटटरनहीहै
@GhanaKumura-k6q16 күн бұрын
Jai Jagannath 🙏🙏
@Rana_Biswas015 жыл бұрын
I am from West Bengal 🚩 Jai Jagannath Jai Hind 🚩
@sanatnhindu63303 жыл бұрын
इतिहास में यह सब पढ़ाई जानी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी अपने धर्म के लिए जागरूक किया जा सके
@Abhishek-tr9ne2 жыл бұрын
अपने सही बोल प्रचिन गुरूकुल शिक्षा पध्दती फीरसे चालू होनीचाही तभी हिंदू सनातन धर्म मे नये पिढी का पुर्ण जन्म होगा हिंदू सनातन धर्म बचाना हे तो श्री कृष्ण भगवान ओर सुदामा ने गुरूकुल शिक्षा ली थी फीरसे चालू होनीचाही हे नही तो पहले जेसी हल्लात होजायेगे कभी अगग्रैजोकी, सावकारो की मुगलोकी गुलामी अजके स्तीती उलटा हे राहते, खाते ,कमाते भारत देश मे लेकीने ऊन का दीमाग , दील अग्रेजोका (अज के काले अग्रेज ) हे भारत देश के हर राज्य मे जिल्हे , तालुका, गाव मे गुरूकुल शिक्षा शुरू होनीचाही हे अपना धर्म बनेगा तो संस्कृती ,परपरा भारतीय जीवन शैली (दीन चर्या) बचेगी लाईक करने के बदले अपने गुरूकुल शिक्षा फीरसे चालू होनीचाही एस कुछ करना होगा एक से भले दो से भले तिन चेईन बनेगी तभि धर्म, देश के स्थानिक नागरिक चेईन बनेगी तभि मजबूत💪 अयेगी
@chandramohansingh11672 жыл бұрын
Right taaki Hindu ab satarkrahe
@devesh1352 жыл бұрын
Ha 100%right
@ramchugani21452 жыл бұрын
My Lord bowing my self touching your feet bless my health🍀🍀🍀👃🏽👃🏽👃🏼👃🏼❤️❤️
@RanjanKumar-fq4ys2 жыл бұрын
100%true
@SANATANMAITHILI3 жыл бұрын
Indra Gandhi was also not allowed in pashupatinath temple, Nepal🇳🇵🇳🇵
@warrior72983 жыл бұрын
JAI SHREE PASHUPATINATH. 🕉️🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏
@rohitKUMAR-gg8ev3 жыл бұрын
in 1989 , sonia gandhi also not allowed in PASHUPATINATH temple , so sonia gandhi took revenge through NAKA-BANDI on nepal-india border and support communists in nepal through RAJIV GANDHI govt.
@SANATANMAITHILI3 жыл бұрын
Yes soniya Gandhi but don't dare to comment against nepal🇳🇵🇳🇵🇳🇵
@abhikdas72213 жыл бұрын
Jay Shree Jagannath🙏🙏🙏
@abhikdas72213 жыл бұрын
Jay Shree PASHUPATINATH🙏🙏🙏
@freehelper95495 ай бұрын
From recent election ,it is proved that odisha is the most educated n real hidu state nself respected state in India
@sharmareeteshmathematicssh61905 жыл бұрын
I m from Rajasthan near Mathura bharatpur......I m coming to Bhubaneswar as loco pilot RRB.exam.. I have visited this temple amezing....
@RRR-mg4yv5 жыл бұрын
study jaction bro..dobara aao apni family k sth... Rath yatra dekho.... Jai jagannath 🙏💐
@prasantaarts18545 жыл бұрын
Visit again with your family
@tushardewangan9584 жыл бұрын
Please come with your family As well as with 2 - 3 family group Jai jagannath 🙏🙏🙏🙏😊
@saswatsovanmahapatra1534 жыл бұрын
Come to Odisha We'll treat you like a star
@prayasrath11925 жыл бұрын
Thank you Zee News for enlightening everyone about the struggle of our ancestors to protect our heritage...
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @prayasrath1192 ! 🙏जय जगन्नाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है। यह हमारे देश में सभी इतिहास, जाति और धर्म संबंधी विवादों को हल करने के लिए एक वैध, आधिकारिक प्रयास है। इसलिए मैं अधिकारी शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। अगर सरकार इस प्रक्रिया में मदद करती है तो यह होगा। यह कैसे किया जाएगा? 1) मुझे सरकार का निमंत्रण - और इस मोर्चे पर मैं सरकार से नाखुश हूं। 1400 अनुरोध के बाद भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। 2) मैं अपनी कानूनी स्थिति, अधिकार और सरकार के रुख के बारे में सरकार से स्पष्ट करूंगा. 3) चर्चा का आधार क्या होना चाहिए? क्या यह हिंदुत्व दर्शन या धर्मनिरपेक्ष दर्शन पर आधारित होगा? यह बहुत जरूरी है। मैं 2012 से हमारे राजनेताओं द्वारा बुनियादी बातों पर पूरी तरह से विपरीत रुख देख रहा हूं। इसलिए मैं सरकार से लिखित आधिकारिक संचार में ही विश्वास करूंगा। 4)राष्ट्रव्यापी चर्चा के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा 5) चर्चा के लिए मानसिक तैयारी (सभी नागरिकों की) मैं सभी को शामिल करना चाहता हूं। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को जाति और धार्मिक विवादों के समाधान में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। 6) चर्चा की विशेष प्रणाली का परिचय। 7) वास्तविक राष्ट्रव्यापी चर्चा और पुराने धार्मिक और जाति, इतिहास विवादों पर समाधान आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@priyacharandas65311 ай бұрын
जय श्री जगन्नाथ
@janmejaya275 жыл бұрын
ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ସ୍ୱାମୀ ନୟନ ପଥଗାମୀ ଭବତୁ Jaya Jagannath
@akashlenka32135 жыл бұрын
ଜୟ ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ
@beingodia12275 жыл бұрын
ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ ସ୍ଵାମୀ ନୟନ ପଥ ଗାମୀ
@SKumar-mj6gf3 жыл бұрын
Jai Jagannatho...
@singhisking94372 жыл бұрын
जय हो प्रभू जागरणथ। मै हिन्दु हू और मुझे गर्व है।🙏🙏🙏
@sangramkumarmohapatra18625 жыл бұрын
I'm from puri and felling proud to be Born in Jagannath Dham...
@badalsahoo7075 жыл бұрын
Jay Jagannath brother 👏👏
@sangramkumarmohapatra18625 жыл бұрын
@@badalsahoo707 Jay Jagannath
@00DP5 жыл бұрын
Jaganthpuri dirty Hai temple bhi chutiyapa ka Kendra Hai
@sangramkumarmohapatra18625 жыл бұрын
@@00DP Dekh bhai aisa mat bol.. Like nonsense..
@dhrubajyotideb99885 жыл бұрын
Jai Jagganath bhaina
@AjeetKumar-oc4js4 жыл бұрын
हम भारतीय हिन्दू अपने पूर्वज के बलिदान को याद रखेगो उनका समान प्रेम सनेह इज्जत जुडे है।
@ramkunwar50934 жыл бұрын
Pujari kitne bali dan huwe
@Runi-Lipun3 жыл бұрын
Isse kehte hain zinda bhagwan.. jinme sach me jaan basta he... ❤️❤️❤️
@sonalinaik72052 жыл бұрын
Yes
@chittaranjanchitan3282 жыл бұрын
Jay jagnath 🙏
@Sidheswar8010 ай бұрын
Thanks a lot for spreading the parikrama prakalpa news.... Jay Jagannath
जय श्री राधे कृष्ण जय श्री राम जय श्री जगन्नाथ जय सनातन धर्म हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
@lostashmish5 жыл бұрын
Jai Jagannath .. Proud of you my Oriya brothers and sisters... You stood like a rock for a millennia.. Wish whole Bharatvarsh stood like that... Love and Respect from Delhi
@iamnatlina4 жыл бұрын
दुनिया ओडिशा को गरीब कहता है।।। क्यू की भगवान जगन्नाथ के सिवा और कुछ भी नहीं है हमारे पास ।।। जय जगन्नाथ 🙏🙏🙏
@cricketlive82344 жыл бұрын
Bhagvaan apke pass hai aur kya chahiye aapko🙏
@iamnatlina4 жыл бұрын
@@cricketlive8234 ji bhaiya.. aur kuch nahi chahiye ... Wahi anant hai 🙏
@shubhamsharma91194 жыл бұрын
O bhai...... Duniya jisne banayi h woh h aap logo k paas.... Aapse ameer koi or nhi ho skta. Me dilli se hu... Actor hu... But Jagganath bhagwaan k darshan krna chahta hu ek din jrur.
@yasharthparassharma48034 жыл бұрын
Sabse moolyvaan cheez to aapke paas pehle se hai
@krishnaarjun76634 жыл бұрын
Jinke paas swayam bhagwaan hai, unko jindagi mein kisi aur cheej ki jarurat padti hi nahi🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎
@aninditasahu881 Жыл бұрын
Bande Utkala Janani...🇮🇳🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Proud to be Odia, Thanks a lot to Sudhir Choudhuri ji for showing the great history of Mahaprabhu Jagannath 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @aninditasahu881 ! 🙏जय जगन्नाथ कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। भारतीय व्यवस्था में कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है। हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं। भारत विश्वगुरु था या नहीं यह एक बहस का मुद्दा है। आज, विशेष रूप से 2015 से, इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के संदर्भ में भारत दुनिया में मूर्ख राष्ट्र है।हमारे राष्ट्र को एक बुद्धिमान राष्ट्र बनाने के लिए आज मैं देशव्यापी चर्चा का संक्षिप्त विचार दे रहा हूँ । कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म अपने मानवीय सदस्यों के साथ कैसा व्यवहार करता है यह महत्वपूर्ण है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ बाबासाहेब अम्बेडकरजी जैसे समाज सुधारकों के विचारों के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।यह पवित्र समझौता एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान में किया गया।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन शुरू कर दिया और अब इस तरह की राष्ट्रव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं। मैं देश के हर नागरिक को शामिल करना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुरूप चर्चा की एक ऐसी विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@tusharghag.5 жыл бұрын
Thanks kalinga warriors to protect our sanatan dharma love from Marathas.... jai Hindu Rashtra....🚩🚩🚩
@Bhruguraj5 жыл бұрын
Marathas in the west and kalinga warriors and ahom warriors in the east stopped the further Islamic invasion prior to Akbar to the south
@krishandas38325 жыл бұрын
Love from Odisha
@nitishp19025 жыл бұрын
##jai bhabani jai shivaji Bande utkala janani Love u bro
@sharatdhal5415 жыл бұрын
Love from odisha
@tushardewangan9584 жыл бұрын
Jai jagannath from odisha😊🙏🙏🙏
@ashishjain16605 жыл бұрын
I am a Jain and feeling good to know that Jain, Bhuddist and Sikh can visit the temple. Jai Jinendra, Jai Buddha, Jai shri Ram, Jai Nanka
@harmansinghvideos15035 жыл бұрын
Yes bro welcome to puri jagannath
@deepakdash80675 жыл бұрын
Cz hum sab sanatan Dharam k adhin hain..
@AkshayKumar-fz7nw5 жыл бұрын
Humare pant alag hue to kya hua per humara root ek hi he
@peoplesvoice70735 жыл бұрын
Jain are Hindus they are not others Jain isn't religion. Mahaveer and all tirthankars were Brahman and Kshatriya means Hindu
@ashishjain16605 жыл бұрын
@@peoplesvoice7073 fir tum log apne mandiro me Jain aur Buddha devtao ko kyo nhi poojte. Kyo tum log Jain temples aur bhuddha temples me Pooja nhi karte. Kyo Jain temples par kabja kar rahe ho, jiska sabse bda example girnaar hai.
@natabarabehera50145 жыл бұрын
I am Odia and proud of my jagannath temple. Jay jagannath ki jay.
@avadhutjoshi796 Жыл бұрын
आदरणीय @natabarabehera5014🙏 ! कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें। 2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है। राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है। मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं? कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था। यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था। समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं। मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है 1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं 4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है। कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें। अवधूत जोशी
@sunitasawant1094 жыл бұрын
हर भारतीय को कसम जगन्नाथ महाराज की भारत हिंदुराष्ट्र घोषित किया जाये....👌👍💐