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द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम कौन पांडव करता था |Which Pandava loved Draupadi the most in hindi
द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम करता था ये पांडव लेकिन द्रौपदी किसी और से प्रेम करती थीं?
द्रौपदी को सबसे ज्यादा प्यार था इस पांडव से, कहा- अगले जन्म में तुम्हारी पत्नी बनूंगी
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द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम कौन करता था ?
द्रौपदी महाभारत में एक ऐसा चरित्र है जिस पर जितना लिखा जाए उतना कम है। द्रौपदी के स्वयंवर में अर्जुन ने भाग लिया था। अर्जुन स्वयंवर की प्रतियोगिता जीत गए थे लेकिन द्रुपद की पुत्री द्रौपदी को पांचों पांडवों के साथ विवाह करना पड़ा।
द्रौपदी से एक बार सत्यभामा ने पूछा था कि बहिन, तुम्हारे पति पांडवजन तुमसे हमेशा प्रसन्न रहते हैं। मैं देखती हूं कि वे लोग सदा तुम्हारे वश में रहते हैं, तुमसे संतुष्टह रहते हैं। तुम मुझे भी ऐसा कुछ बताओ कि मेरे श्यामसुंदर भी मेरे वश में रहें।
तब द्रौपदी बोली- सत्यभामा, ये तुम मुझसे कैसी दुराचारिणी स्त्रियों के बारे में पूछ रही हो। जब पति को यह मालूम हो तो वह अपनी पत्नी के वश में नहीं हो सकता। तब सत्यभामा ने कहा- तो आप बताएं कि आप पांडवों के साथ कैसा आचरण करती हैं? उचित प्रश्न जानकर तब द्रौपदी बोली- सास ने मुझे जो धर्म बताए हैं, मैं सभी का पालन करती हूं और सदा धर्म की शरण में रहती हूं। जब-जब मेरे पति घर में आते हैं, मैं घर साफ रखती हूं। समय पर भोजन कराती हूं। देवता, मनुष्य, सजा-धजा या रूपवान कैसा ही पुरुष हो, मेरा मन पांडवों के सिवाय कहीं नहीं जाता। पतिदेव के बिना अकेले रहना मुझे पसंद नहीं। बुरी बातें नहीं करती हूं और बुरी जगह पर नहीं बैठती हूं और किसी के भी समक्ष असभ्यता से खड़ी नहीं होती हूं।.. इस तरह द्रौपदी ने और भी कई बातें बताई।
महाभारत में द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम कौन करता था। वैसे द्रौपदी के पांच पति थे जिनमें युधिष्ठिर, भीमसेन, अर्जुन, नकुल तथा सहदेव शामिल थे। वैसे तो सभी पांच पांडव द्रौपदी से प्रेम करते थे और द्रौपदी भी पांच पांडवो से प्रेम करती थी। परंतु आज हम सिर्फ प्रेम नही बल्कि सबसे अधिक प्रेम करने की बात कर रहे है। तो यदि आपको नही पता कि द्रौपदी से पांच पांडवो में से सबसे अधिक प्रेम करने वाला कौन था, तो कोई बात नही हम आपको बता देते है।
जब द्रौपदी के सम्मान की और प्रेम की बात आती है तो सभी पांडव द्रौपदी से प्रेम और द्रौपदी का सम्मान करते थे
परंतु प्रेम से भी ज्यादा, महाभारत में धर्म को अधिक महत्व दिया गया है।
लेकिन जब बात द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम करने की आती है तो पांच पांडवो में भीम ही एक ऐसे थे जो द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम करते थे। बहुत शोध करने के बाद यह बात निकलकर सामने आती है कि भीम ही एकमात्र ऐसा पांडव थे जो द्रौपदी का अधिक खयाल रखते थे और उन्होंने द्रौपदी का अंत तक साथ दिया था।
और क्योंकि जब द्रौपदी ने कमल के फूलों की कामना की, तो भीम ही उन्हें लेने गए और भीम ने उनके रास्ते में आने वाली हर बाधा को पार किया। क्योंकि उन कमल के फूलों को लाना आसान बात नही थी। सिर्फ इतना ही नही बल्कि और भी कई बातें है जो यह दर्शाती है कि भीम ही द्रौपदी से सबसे अधिक प्रेम करते थे।
कुछ बाते हम आपको बताते है।
द्रौपदी को इस बात को लेकर कष्ट होता रहता था कि अर्जुन अपनी अन्य पत्नियों सुभद्रा, उलूपी, चित्रांगदा से प्रेमव्यवहार में व्यस्त रहते थे। युधिष्ठिर और द्रौपदी का संबध धर्म से था। नकुल सहदेव सबसे छोटे थे, अतः उन्हें बाकी भाइयों का अनुसरण करना होता था। इन सबके बीच भीम ही ऐसे व्यक्ति थे, जोकि द्रौपदी से बहुत प्रेम करते थे, जिसे उन्होंने कई प्रकार से प्रदर्शित भी किया। लेकिन इसका अहसास द्रौपदी को बहुत बाद में हुआ।
भीम द्रौपदी को सबसे ज्यादा प्रेम करते थे और उन्होंने द्रौपदी का हर कदम पर साथ दिया था। साथ ही वह द्रौपदी की हर इच्छा की पूर्ति करते थे। कुछ उदाहरणों से यह जाना जा सकता है। जैसे...