जहाज का पंछी फिर जहाज पर ही आता है, इंतज़ार करें पूरा देश कांग्रेस की ओर लौट आएंगे।
@ramachandrayadav6699Күн бұрын
राहुल और खड़गे जी सही चल रहे है। और कांग्रेस के नेता पर संदेह के बारे मे नही कह सकते।
@prakashkirtane1139Күн бұрын
महमूद प्राचा जी ने कांग्रेस में स्लीपर सेल के बारे में बार-बार कहा है।
@bachirambachiram88598 сағат бұрын
त्यागी जी का कथन उचित है कांग्रेस को सख्ती से ईवीएम से चुनाव का बहिष्कार करना चाहिए और जनता को जागरूक बनाना होगा एक समग्र आंन्दोलन ईवीएम के विरोध में गली गांव मुहल्ले तक लेजाने की आवश्यकता है लोकतंत्र बचाना है तो पूरी ताकत से आर-पार की लड़ाई लड़नी ही पड़ेगी
@JaiprakashSingh-ml2jwКүн бұрын
कांग्रेस का ही दम खम है की आप सब अब भी लोकतंत्र की आश मे है वरना रेडियो रवांडा की तरह ही बोलते या घर बैठ जाते निवेदन है कांग्रेस का साथ दें
@user13975Күн бұрын
दो टूक. मजा आ गया.
@rakeshkumar1330Күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट सभी संस्थाओं में बैठे मानवादी ब्राह्मणवादी विचारधारा के लोग आज सही सत्य और न्याय पूर्वक न्याय नहीं हो रहा है यह सभी लोग संविधान की रक्षा नहीं कर रहे हैं मनुवादी पूंजीवाद को बढ़ावा दे रहा है गरीब गरीब होता जा रहा है अमीर की पूंजी और बढ़ती जा रही है
@amichandkarotia9322Күн бұрын
सीधी सी बात है सभी पार्टियों को EVM से चुनाव का बहिस्कार करने की जरूरत है।
@anmolkabir17764 сағат бұрын
BJP, Godi Media, EC-ED-CBI, SEBI-Adani-Ambani sab team Modi ke player hain.
@PravinPatil-bd8qrСағат бұрын
👌💯💯💯✅
@surenderverma9017Күн бұрын
त्यागी जी आप इतने सीनियर है आप को कांग्रेस और बी जे पी मिली हुई है कहने मै शर्म आना चाहिए।राहुल गांधी की मेहनत त्याग , तपस्या नही दिख रही।
@yashvantjadhav8914Күн бұрын
Satta me jab bolte hai tab sharam nam ki chiz nahi hoti
@user1397510 сағат бұрын
right.
@mahendersharma9615Күн бұрын
गुजरात मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ हरियाणा और अब महाराष्ट्र सब जगह घपले हुए हैं।
@sheeladevi5129Күн бұрын
10000% ghple kiye gaye h chunav aayog n bjp ko jitane ke liye public ko sab pta h
@agonnoga6100Күн бұрын
Election commission and political parties have forgotten that they are public servants and the public is not their servant.
@Amber_TripathiКүн бұрын
Bro, not political parties but only one political party BJP which thinks so..
@anmolkabir17764 сағат бұрын
Waise to Police bhi public servant hai, jo nihatte kisan, kheladi aur pradarshan kari par lathi or goli barsati hai.
@jahirsalmani3412Күн бұрын
मुकेश जी, मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के पक्ष में फैसला होने के बाद आगे कानूनी रास्ता बंद हो जायेगा। लेकिन इसके बाद भी विपक्षी दलों के पास एक ही रास्ता बच जाता है कि वह चुनावों का पूर्ण बहिष्कार कर दे। जब बीजेपी को ही जीतना है तो चुनाव का दिखावा क्यों?
@drdayanandswamykadari4091Күн бұрын
Best discussions thankyou
@raghubirmalik111117 сағат бұрын
चुनावी प्रक्रिया पर लड़ाई लडने का समय आ गया है।
@mahendersharma9615Күн бұрын
लोकसभा चुनाव में वोट शिफ्ट करके और वोटर की जगह फर्जी नाम ऐसा किया है मैने देखा है।
@user13975Күн бұрын
वोटर उपस्थित होगा ID दिखाएगा फ़र्जी कैसे हो सकता है.
@vijaytripathi8027Күн бұрын
RAGA Zindabad
@bhausahebavhad64437 сағат бұрын
कानून और नियम की पढाई करे। गलत कानून और नियम में सुधार लाए।
@raghvendrayadav3747Күн бұрын
हां तो अगर चुनाव आयोग जेब में रख कर चुनाव जीतने का हुनर अपने पास हो, तो जनता को कुछ भी समझाओ,, चुनाव आयोग ने अब तक क्यों नहीं सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक किया?? साहेब ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाकर संसद भवन में बिल लाकर गुलाम चुनाव आयुक्त की नियुक्ति शायद इसीलिए की थी।
@raghubirmalik111117 сағат бұрын
देश का मानस कॉगेृस के लिए उठता दिख रहा है, कॉगेृस को सड़कों पर रहना पडेगा।
@dharmapadabhuyan9386 сағат бұрын
Optimism: उम्मीद पे दुनिया क़ायम है।
@mork4315Күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट के जजों की शायद कहीं ना कहीं है बहुत बड़ी मजबूरी यह जनता को देखनाचाहिए
@BhupinderSingh-iy2ry6 сағат бұрын
Agar SC judges ki majboori hai to kyono baithe hain kursi par?
@anmolkabir17764 сағат бұрын
@@BhupinderSingh-iy2ry to avail good life, power and perks.
@Vikassingh-re4oeКүн бұрын
कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट जाएगी,, जज ऐसा आर्डर देंगे,,,, कि चुनाव आयोग का बचाव हो जायेगा!!😂 मेहमूद प्राचा की सारी मेहनत पर पानी फेर देंगे!!
@yashvantjadhav8914Күн бұрын
Yedi sacchai se lad rahe to jeet hogi
@khalilshaikh8894Күн бұрын
ये गलती नहीं हैं, गैरकानूनी बदलाव हुआ हैं। संविधानिक तरीकेसे अमेंडमेंट तब होता जब इसपर चर्चा होती और वोटिंग के बाद लोकसभा और राज्यसभा में पास होता।
@user13975Күн бұрын
एक्ट में नहीं रूल्स में संशोधन है, संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं है.
@harendrayogi3893Күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट में शासन के विरुद्ध जाने की हिम्मत नहीं है , यदि हिम्मत कर लिया तो वर्तमान समय का कालजई निर्णय होगा
@raghubirmalik111117 сағат бұрын
चुनाव आयोग का वयवहार निराशाजनक है।
@RameshYadav-np5djКүн бұрын
शीतल पी सिंह जी की बातें बिल्कुल सत्य हैं कांग्रेस जब तक संगठनात्मक रूप से मजबूत नहीं होगी तबतक कुछ नहीं कर पायेगी ।
@wishyr5940Күн бұрын
Evm हैक नहीं हो सकता है बशर्ते उसी प्रोटोकॉल पर मशीन बनी हो जो तय किए गए हैं , लेकिन क्या मशीनें जहां बनती हैं वहां सब ठीक है ? जब नीयत खराब हो तो एक और चिप क्या डाली नहीं जा सकती है जिसमें मन मुताबिक प्रोग्राम किया जा सकता है , क्या सारी मशीनों की जांच हर बार होती है ? बात सीधी है अगर मशीनों के रखवाले बेईमान हों तो कुछ भी असंभव नहीं ।
@Moon_0786_GaminGКүн бұрын
EVM हटाओ लोकतान्त्रिक देश बचाओ.
@shashimeena98024 сағат бұрын
99% सम्भावना है सुप्रिमकोर्ट याचिका के खिलाफ ही फैसला देगा । आख़िरकार उन्हें आगे मलाईदार पोस्ट पर जाना है । राज्यसभा उनका इंतजार कर रही है । फिर अपने डीएनए की खिलाफत भी तो नही कर सकते😅
@sandeeppunia3853Күн бұрын
अगर बीजेपी ने चुनाव आयोग और EVM से गड़बड़ नहीं की होते इनकी सिर्फ 100 सीटें आएंगी
@khalilshaikh8894Күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट में महमूद प्राचा नहीं गए हैं, वो तो हायकोर्ट मेंं जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में संविधान पीठ मेंं जाना चाहिए।
@vijaytripathi8027Күн бұрын
Mukesh sir Haryana n Maharashtra is managed by Rajiv Kumar he is Main culprit
@straighttalk2022Күн бұрын
Why other parties are not going to court on this issue? My house not on fire syndrome?
@jitenku87895 сағат бұрын
इलैक्शन वाले दिन हो ईवीम रिजल्ट दिया जा सकता है !
@mrpurohit009Күн бұрын
मुकेश जी,कोई किसी का दरवाजा खटखटा ले अंत में सब कुछ वही होगा जो सरकार और राजीव चाहेंगे । न्यायप्रणाली कभी कभी एकआध फीके लड्डू भले ही परोस ले,अंत में तो डंडे ही डंडे पर विश्वास करती हैं ,यही सोच कर कि मेरे जाने के बाद लोग मुझे कैसे याद करेंगी या मुझे आगे क्या मिलेगा।
@PankajKumar-ts4sm5 сағат бұрын
कांग्रेस को अपने गद्दारों को चुन चुन कर बाहर करना चाहिए सभी को साथ लेकर चलना ही होगा सबसे पहले जनता के बीच यह मुद्दा लेकर जाएं और इसे जनांदोलन का रूप दें हम भारत के लोग.......
@shashimeena98024 сағат бұрын
बेचारा अकेला राहुल किस किस से लड़ेगा । बसपा को संघी स्लीपर सेल ने खत्म कर दिया अब कांग्रेस की बारी है । खेल चल रहा है
@ramachandrayadav6699Күн бұрын
शीतल पी सिंह जी से सहमत है । पर EVM से वोट का दुष्परिणाम यह कि किस बुथ से कौन कितना वोट पा रहा है । गोपनीयता भंग हो जाता है। फिर चुनाव के बाद उस बुथ के लोगों को प्रताणित किया जाता है। चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग को अपनी विश्वसनीयता दिखाना होगा।
@ajaysharma-ib6dtКүн бұрын
Very nice debate as usual loved it .Mukesh ji
@VijaykumarVijaykumar-ne6mfКүн бұрын
सुप्रीम कोर्ट से भी देशवासियों को कोई उम्मीद नही,,चुनाव आयोग Bjp की मिलीभगत जगजाहिर है,, आखिर क्यों Evm से चुनाव चाहती है Bjp,, जबकि देश की जनता बैलेट पेपर से चुनाव चाहती है
@उमेशकुमारसोनीКүн бұрын
कुछ छिपाया जाना ही संदेहास्पद है।
@sureshgaikwad500418 сағат бұрын
शीतल जी कुच्च भी हो evm ke पक्ष मे हैं मतलब BJP ke पक्ष मे हैं.
@aourablue8326Күн бұрын
Evm की प्रोग्रामिंग में "varialables" insert करके और फिर "if" एंड "else" statement से काफी आसनी से mandate अपनी ओर लेने के लिए आसानी से rigging किया जा सकता है। Variable डालने से एक limit तक जो programming से "set "किया जाता है वहा तक fair election process दिखेगा भी पर जैसे उस set variables के लिमिट को reach करने के बाद बड़ी आसानी से if/ else statement का use करके दूसरे पॉलिटकल पार्टियों को जा रहे वोटो को एक तरफा मोड़ा जा सकता है
@bhausahebavhad64437 сағат бұрын
लोकसभा चुनाव के पहले नरेंद्र मोदी ने अरविंद केजरीवाल को जेल में डाला। और विधानमंडल चुनाव के पहले जेल से रिहा किया। नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल मिले हुए है।
@PunyarammeenaMeenaКүн бұрын
लड़के से कहना चाहिए कि चुनाव आयोग का बायकाट करें पेपर से बेल्ट पेपर से चुनाव हुए
@sureshgaikwad500418 сағат бұрын
शीतल p सिंह जी BJP आरएसएस के favour मे बोल रहे हैं.
@saurabbbhardwaj1930Күн бұрын
This issue so important SHOULD be taken directly to Supreme Court. For quick, final justice. Why prolong by filing in high court first?
@gouraharigagarai859Күн бұрын
EVM HOTAO DESH BOCHAO.
@rockinrockin3517Күн бұрын
As we have seen in the past. The CJI important judgements (EVM, EC,.... are all influenced by the govt.
@mdhondopant9057Күн бұрын
बीजेपी अगर कोर्ट जाती है तो किसी पार्टी वर्कर से लगती है जैसे मोदी सर नेम से गुजरात में एक व्यक्ति ने किया था ।
@damodarprasadsharma1118Күн бұрын
शीतल सिंह जी को बहुत समझदार मानता था,लेकिन वह बहुत नासमझ निकले।अरे भाई मार्क पोल मे केवल भाजपा के वोट ही क्यों बढते हैं।शीतल जी ने जो अन्य कारण बताया वह कांग्रेस भी करती थी उससे बहुत फर्क नहीं पडता,उसमें केवल दो चार प्रतिशत का हमेशा फर्क पड़ा है,सबसे बड़ा फर्क केवल और केवल ईवीएम का ही पडता है।
कुछ नहीं होगा ! सुप्रीम कोर्ट आसानी से कह देगा कि "सरकार व चुनाव आयोग की कानून बनाने की शक्ति है उसी के तहत नियम बनाया गया है इसमें कोर्ट का हस्तक्षेप उचित नहीं होगा" ! नतीजा ठन ठन गोपाल 😡
@user13975Күн бұрын
Conduct of Election Rules में संशोधन पारदर्शिता से सम्बन्धित है. चुनाव का रिकार्ड सत्ता पक्ष देख सकता है, विपक्ष नहीं , जनता भी नहीं . PMCARES फंड की तर्ज पर. PMCARED फंडा हो गया.
@muktansh1738Күн бұрын
बहुत ही शानदार बहस
@mahendersharma9615Күн бұрын
शीतल जी बिल्कुल सही कह रहे हैं लेकिन आज की कहानी बदल गयी है।
@pujabhartitoday9000Күн бұрын
supreme court बिका हुआहै| हाई कोर्ट बिका हुआ|
@adarshmahajan3938Күн бұрын
शीतल जी इतनी तैश में आने की ज़रूरत नहीं है। आप देखिए जहां पर बीजेपी सत्ता में है वहीं पर ये खेल कर सकते हैं। जिन states का नाम आप ले रहे हो वहाँ बीजेपी की सरकारें नहीं हैं।
@naresh1962mehtaКүн бұрын
i dont agree with anil ji, mukesh ji & all . if congress boycott election bjp will create another political party & win election. like he did with kisan .
@n.r.sharma771Күн бұрын
कांग्रेस के किस पदाधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है ??????
@binaydubey2447Күн бұрын
Mukesh Ji- Your Anchoring is amazing. Your knowledge is marvellous.
@m.ahusain8442Күн бұрын
After the verdict of HC how EC change the rules? HC cannot punished EC¿this is the milibhagat of both.
@user13975Күн бұрын
कोई भी आदेश जारी करने की तारीख से किसी पिछली तारीख से लागू नहीं होता यदि उसमें उल्लिखित नहीं है. EC को रिकार्ड देना पड़ेगा.
@LalBabu-ve7ktКүн бұрын
Excellent journalism Sir thanks
@agonnoga6100Күн бұрын
Whole world has rejected EVMs and returned back to paper ballots. Supreme Court has become kangaroo court so don't expect any justice from the judiciary. Opposition parties have to join forces with the civil society to launch pan India agitation against EVMs and for deep electoral reforms. Instead of Jairam Ramesh, the agitation against EVMs from Congress has to be led by Digvijay Singh.
@182harjindersinghКүн бұрын
Booth capturing is violent while data manipulation is non violent-isnt it so?
@rajendraprasadsingh7604Күн бұрын
Baki partya so rahi hai
@omprakash2838Күн бұрын
Ghapla karene ki kosis ko kaun rokega chunav ayog ki bhumika imandar honi chaahie.
@naresh1962mehtaКүн бұрын
please don't blame congress. without any evidence against any congress leaders
@user13975Күн бұрын
right.
@ziahasan981722 сағат бұрын
Very True Sheetal ji. Jai Ramchandra ji ki Jamaatt uska sargna uska giroh or uske sarkari members. Jai Kutchery. Jai Lanka
@aakkkw92192 сағат бұрын
अमेरिका की तरह इलेक्शन को रियलटाइम ऑनलाइन ट्रांसपेरेंट/सार्वजनिक पोल क्यों नहीं करा देते 🤔सभी संदेह और आरोप मिट जाएँगे
@user-yh8dg3wq6iКүн бұрын
Andolan karo. Court bahut kuchh nahi karne vali.
@jaswantkumar945519 сағат бұрын
Great Sir, Tyagi Saheb
@sisumiah8113Күн бұрын
Jayram Ramesh's activities doubtful. 100% doubtful. He knows well, EC is engaged in fraud in ellection but he goes to EC with complain.
@user13975Күн бұрын
It is War Room strategy to spread doubt among the enemy army. Some of the panelists are sleeper cell, if u can see and recognize.
@user13975Күн бұрын
Ii is War Room strategy to spread doubts among the enemy army.
@user13975Күн бұрын
100% incorrect. It is proper channel first approach to ECI thereafter to courts in election matters.
@shabbirshaikh794Күн бұрын
शीतल पी बीजेपी सेल
@Guptangupta9Күн бұрын
सीजेआई तारीख पे तारीख का खेल भी खेलना जानता है।
@Manishkumar-cb5shКүн бұрын
Mr. Devasahsyam is very much correct. Sir has directed into right direction must follow him...
@surendradixit542522 сағат бұрын
Pracha ji...jindabad.
@sarasumayya3839Күн бұрын
Mr. Devasahayam is speaking with a thorough knowledge both technical and constitutional
@dilipkumargaur883Күн бұрын
जिस भी राज्य में सत्ता जिसकी होती हैं वह प्रशासनिक अधिकारियों, अमले को दबाव में प्रभावित करता ही हैं इसीलिए संविधान में चुनाव आयोग को इतना सशक्त बनाया था लेकिन दुखद बात है कि चुनाव आयोग के आयुक्तों की कमेटी से CJI को ही हटाया, शासकीय सेवक तो इतना सशक्त नहीं होता। जब वरिष्ठ अधिकारी ही विवश हैं।
@user13975Күн бұрын
न्यायपालिका के बाद EC ऐसी संस्था जिससे पब्लिक न्याय करने की आशा रखती है . किन्तु EC ने निराश किया.
@rameshchand6246Сағат бұрын
ELECTION COMMISSION Ke Khilaaf Jabardast Janaandolan hona chahiye .
@Narbir-c4lКүн бұрын
He is right.
@lalramchandrasinghdeo1483Күн бұрын
ECI wants it's ghapla's not caught n come in public, hence doing it's best to cover it up. ECI's role in last 10 years is under cloud.
@dharmapadabhuyan9385 сағат бұрын
The Supreme Court usually directs the complainants to first go to the High Courts. Since the matter has already been heard in Punjab and Haryana High Court, why that possibility be overruled in this case?
@Amber_TripathiКүн бұрын
ये सरकार सबसे ज्यादा गैर कानूनी कार्य कर रही है
@mahendersharma9615Күн бұрын
पोलिंग एजेंट लोकल होते हैं आपस में जानकार होते हैं, दोनों पार्टियों का खाना एक साथ खाते हैंं।
@arunghai6410Күн бұрын
I 100% agrees with Devashayam ji about all the rules and regulations, but does bjp or ECI cares about anything. Whatever goes in favour of bjp is the RULE. THAT'S it.
@vijaytripathi8027Күн бұрын
Mukesh sir sheetal sir on point what he said
@swatin2227Күн бұрын
Niren Nagar & Sheetal Singh.👍🏽
@sanjaygadhalay1523Күн бұрын
Congress Should not have gone to the Supreme cour at all... they should have worjked through the existing case ..agree substantially with Devasiyam and Advocate Pracha
@TracepostКүн бұрын
Devasahayam ji , do not you think why should we need an intermediary or representative system of democracy. The public should rule this nation by themselves because in that case everything will be decided by public by some appropriate mechanism & that is in this era is possible as today the decision which the ruling government takes through cabinet & ministries ,the public will take the decision in that system that will be actually a democratic set up.The most happening thing will be if that happen then the corrupt practices of the so called public servants whom many immunities are available in the constitution that will be abolished by the public itself & a quick action will be possible against them which does not happen today due to the nexus of these political parties with government/public servants. Today all together 5-6 cr people in the government mechanism have made the whole country arrested.
@milindmatangКүн бұрын
bat evm ki nahi hai sare babu sare sarkari machinery samil hai isme
@SwatiGorBanjaraКүн бұрын
Instead of supporting each other, these activists have started fighting to take credit. Too bad.
@muradkhan8063Күн бұрын
ईवीएम हटाओ देश बचाओ संविधान बचाओ 🙏🙏
@shyamakantarath764518 сағат бұрын
Pleased to see Devasahayam Sir after so many days. My regards to him.
@straighttalk2022Күн бұрын
Election Commission is manipulation pvt ltd
@inderjeetgiroh1814Күн бұрын
Jairam Ramesh is against Castes Census. Congress should note this.
@deepakpandey5036Күн бұрын
शीतल पी ये भी सत्ता धारी सेल है
@dharmapadabhuyan9385 сағат бұрын
Even if EVM(s) work very well, the discrepancy/substitution can be introduced during the counting process. ELECTION SHOULD ONLY BE DONE THROUGH BALLOT PAPERS.
@opverma5890Күн бұрын
If information will not be given to AAM ADMI then AAM ADMI should not vote for people who are not accountable to them
@dosto1685Күн бұрын
Anil Tyagi is one hundred percent correct
@user13975Күн бұрын
100% inceerct.
@chakradhararaodharmavarapu3357Күн бұрын
Mahmood pracha ko CEC footages dena hi padega. HC ki judgement pehle diya, Notification bad me aagaya.