चुनाव के संबंधी डॉक्युमेंट मिलना चाहिए.नियम में बदलाव करना तानाशाही की तरफ एक और कदम है.
@user139754 сағат бұрын
देश की सुरक्षा , आंतरिक सुरक्षा के नाम से. मोदी जी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं.
@rameshpatwal5035 сағат бұрын
आशुतोष मुझे सिन्हा जी की बातों से ऐसा लगता हैं कि ओ CEC राजीव अग्रवाल की तरह ही बोल रहे है ये क्या बात है कि चुनाव में अधिक लोगों की इनबोलबिंग होती हैं तो कोई हेरा फेरि नही होगी गडबडी का कैसे की जा रही हैं। 1= जब इंजीनियर उसमें चिप डालते है उस चिप को जैसे चाहो उसकी मोंटरिंग की जा सकती हैं दूसरा सिम्बल डालते समय भी EVM को जैसे चाहो उसी तरह काम करेगा 2= EVM को आसानी से बदला जा सकता हैं इसपर भी सवाल कि जो इंजीनियर सिंबल डालते है उन्हे चंद दिनों के लिए लगाया जाता हैं ओ कंपनी के स्थाई इंजीनियर नही होते है फिर उनसे जैसे चाहो गड़बड़ी करवा सकते है क्या कारण है कि स्थाई इंजीनियर नही लगाए जाते है जबसे मोदी सरकार आई है।
@user139753 сағат бұрын
आशंका सही है. सिन्हाजी प्रोफेशनल सेफ्टी वाल्व हैं. सर्विस प्रोवाइडर हमारे फोन से डाटा लेते हैं तो चिप को डिजिटल नंबर देकर सर्विस प्रोवाइडर डाटा चेक क्यों नहीं कर सकता, छेड़छाड़ क्यों नहीं कर सकता. य़ह यक्ष प्रश्न है.
@rahaman97124 сағат бұрын
Wa Ravindra singh 🎉
@dr.a.k.saptarshi5245 сағат бұрын
जिस देश में ज्वलंत बुनियादी समस्याओं की बजाय धर्माधारित सांप्रदायिक मूल्यों के प्रति आक्रामकता हो उस देश में ही एलेन मस्क की evm पर की गई टिप्पणी को सिरे से नकारा जा सकता है,पारदर्शिता विरोधी चुनावी कानून में बदलाव के दुष्परिणाम को 80 करोड़ लाभार्थी वाले देश में ही हल्के से लिया जा सकता है।🎉
@ssv-b3n35 минут бұрын
Thanks Arunji for correcting BJP spoke person Rakeshji.
@RajeshPathak-t7j5 сағат бұрын
अगर कोई धांधली नहीं हुई है तो जांच हो जाने दीजिए। आपको रोज एक नियम लाने की क्या जरूरत है। और फिर आप तो चोरी करते हुए पहले भी पकड़े गए हैं। आप शंका के घेरे में आ चुके हैं।
@NarendraDutt-m3v5 сағат бұрын
एक वक्ता का तर्क है कि अगर चुनाव आयोग कोई गड़बड़ी भी कराएगा तो चुनाव प्रक्रिया में शामिल हजारों सरकारी कर्मचारियों को इसमें लिप्त करना बहुत ही कठिन कार्य है. मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि प्राइवेट कर्मचारियों को बेशक नहीं मिलाया जा सकता लेकिन सरकारी कर्मचारी तो सरकार का ही नौकर है और अपने सीनियर अधिकारियों का आदेश मानने के लिए बाध्य है अतः उसको इस प्रकार के षड्यंत्र में आसानी से बड़ी या छोटी संख्या में शामिल करना ज्यादा आसान और सुरक्षित है क्योंकि सरकारी कर्मचारियों से ज्यादा नौकरी जाने का भय शायद ही किसी अन्य संस्थान में हो. अतः गड़बड़ी संभव है.।
@user139753 сағат бұрын
प्राइवेट कर्मचारी पैसे के लिए क्या नहीं कर सकता.
@NarendraDutt-m3v3 сағат бұрын
@user13975 मेरे बोलने का मतलब ही यही था भाई कि प्राइवेट कर्मचारी दोनों तरफ मिल सकता है उससे भेद आसानी से लिया जा सकता है.!
@user139752 сағат бұрын
थैंक्स. @@NarendraDutt-m3v
@mzh38844 сағат бұрын
आशुतोष जी जब आपका वोटर लिस्ट से नाम कटा तब कौन से कानूनी प्रावधान के तहत आपने शिकायत की थी । ये भी ये एक प्रोग्राम के तहत बताने का कष्ट करे
@user139753 сағат бұрын
वोटर लिस्ट कार्य प्रभारी से मिलें . आवश्यक खाना पूर्ति करें.
@anulilha4 сағат бұрын
आशुतोष जी अब भी आप नहीं कह सकतें तो आपको परिचर्चा नहीं करानी चाहिए,, हरियाणा, महाराष्ट्र और पहले मध्यप्रदेश और गुजरात,,,के परिणाम आप को जायज़ लगते है,,
@adarshmahajan39382 сағат бұрын
@@anulilha इनको सत्य हिन्दी भी तो चलाना है। इनको प्रमाण चाहिए। चारों तरफ़ प्रमाण बिखरे पड़े हैं जीतने चाहो बटोर लो आशुतोष जी। संदीप चौधरी और राजदीप की तरह balancing act मत करिए।
@pardeeptandon6 сағат бұрын
A voter is party to every election so he has the right to access to every election document
@AbhayKumar-lc6yp6 сағат бұрын
Votings me Ghotala Longo ko pata n chal jaye, Isiliye RULES hi badal diya, Sharmnaak hai??
@user139753 сағат бұрын
कुछ तो है, जिस के लिए सुरक्षा घेरा बनाया गया है.
@msvmsv4998Сағат бұрын
Arun Agarwal got it right, his statement "Jo Harta he wohi Rota hein " a very undemocratic statement. Rakesh Sinha uttered this just like BJP government.
@AnilSingh-mg6nq5 сағат бұрын
Great discussion
@shabbirkhan48975 сағат бұрын
The best debate on this new rule made by the Government for Election Commission.
@ashokmasih29185 сағат бұрын
ECI IS GREATER BLUFFMASTER
@Vikassingh-re4oe6 сағат бұрын
चुनाव आयोग किसी को कुछ नहीं देगा,,, देख लेना आप लोग 1000%
@atharvad902115 минут бұрын
अरुण अग्रवाल जी.... आप कहते रह गये ..." किसे बेव कूप बना रहे है...?" 😂😂😂 बीजेपी कर के दिखाकर साबित कर चुकी आपको हमको सबको... "बेव कूप" बना दिये.... 😂😂😂 सबके नजरो के सामने... उन्हे पता है... आप सिर्फ डिबेट कर सकते है...😂😂 और कुछ कर नही सकते....😂😂😂
@harrythind765 сағат бұрын
Pandey ji is very right. You don't need a big group to manage evm or election
@rahaman97124 сағат бұрын
Good 👍
@EminentAkbar-k3g4 сағат бұрын
The entire nation should oppose it tooth and nail.
@gajanandmishramanav59105 сағат бұрын
Transparency is essential in any decision in rule of law
@imtiyajmulani94 сағат бұрын
Desh ki har sanstha compromise ho chuki hai lekin kuchh logon ke hisab se ECI doodh ki dhuli hai aur usme koi compromise nahi ho sakta😂😂😂😂😂😂itna bada majak to Kapil sharma ke show me bhi nahi suna aaj tak
@atharvad902124 минут бұрын
आप पत्रकार डिबेट करने मे व्यस्त काँग्रेस प्रेस्कीमफ्रेस.... करेने मे व्यस्त.......ममता बॅनर्जी ,ओमर अब्दुला.... cm सुख लेने मे व्यस्त.... अखिलेश इधर या उधर खुद समझ नही पाए.... उद्धव ठाकरे...राज ठाकरे से मिलने मे व्यस्त... शरद पवार ... दोनो दरवाजे पे पैर रख के खड़े.... जनता राह ताकती विपक्षी दलो की.... कौन पूछने वाला है बीजेपी को.... ? SC के जज केस सुनने से अपने आप को अलग कर रहे.. हो..??? 😂😂😂😂 अगर निष्पक्ष निर्णय न लेने वाले जज बैठे हो ...??? चुना आयोग तो खुद बीजेपी का प्रत्याशी बन चुनाव कराता हो.... ???तो बीजेपी करेगी जो चाहा.... ??
@dineshatri24176 сағат бұрын
सरकार की मंशा पर शक पैदा होता है, अगर सारे डोक्युमेंट्स दिखाए गए तो मतदान विसंगतियों की कलई खुल जाने का डर है।
Rakesh Sinha is trying to be very naïve that EC is very pure and the mandate of Maharashtra is out without the mercy of EC. Every single person in the country knows how EC is behaving as the puppet of the ruling government. Rakesh Sinha please stop advocating the current government and misguiding people, you have always done this.
@manmohantripathi1247Сағат бұрын
🎉🎉🎉🎉
@Shreyas-fq9ue2 сағат бұрын
Twisted minded group of people has no shame in twisting everything against constitutional authorities.
@jdspowerpunch9334 сағат бұрын
Fraud eci
@arunsrivastava78044 сағат бұрын
Very very relevant and enlightening discussion which almost makes it clear that that the preent EC has failed to conduct elections in a transparent manner at all the places and the general public can't be blamed if doubts have arisen in their minds that elections nowadays are being rigged.
@agonnoga61004 сағат бұрын
It seems political parties and government institutions don't know that they are public servants and public are not their servants. Not only BJP, but even other political parties don't want greater transparency.
@agonnoga61003 сағат бұрын
@Ashutosh Entire civilized and not so civilized world have moved back from EVMs to paper ballots. There are very few countries which conduct elections with EVMs. Now through this new rule, the government is admitting that electronic and digital data can be manipulated which isn't possible with non digital paper ballots.
@vijaytripathi80274 сағат бұрын
Ashutosh sir you know everything but today u r moderate
@user139753 сағат бұрын
चुनाव आयोग व चुनाव सम्बन्धित आलोचना करने पर यू ट्यूब उस प्रोग्राम के पैसे नहीं देते हैं. इसलिए सब बच बच के बोल रहे हैं. चुनाव आयोग की हिदायतें इसलिए नीचे दिखाई गई हैं.
@RahulIndian-j7r5 сағат бұрын
Kyun na Bujhte Andhuyion me mere Charag...Kuch to hawa belagam thi aur kuch mere Charago me tail kam tha.... Yahi halat aaj desh ki Rajniti ki ho gayi hai ...Sarkar belagam hai aur Vipaksh Kamjor...
@harrythind765 сағат бұрын
Rakesh ji apne background ko bhul jao....abb sabh kuch badal giya hai... background se future tak
@vijaytripathi80274 сағат бұрын
Pandey sir u r absolutely right BJP modi n Shah is not good for our country and people of our country
@mahendrasingh-et8dp3 сағат бұрын
सरकार अपनी बेइमानी छुपाना चाहती है.
@inderkapoor41656 сағат бұрын
ONLY GOD CAN SAVE INDIA
@HariBabu-dy8lzСағат бұрын
Asus ji aapko sab Jaan Gaye Hain Koi karykram karte rahiye ya Kisi ka koi fark nahin padta hai aap khush raho aap prakar Hain imandar patrakaar Hain aapka koi asar nahin padta vote dene walon per kyunki aapko sab Jaan gaye hain aap kya chahte hain kaise hain aapke batane se koi fark nahin padta
@Dhakadrwa93454 сағат бұрын
Chunao ayog ke appointment ko ye shanki aaur currupt sarkar badal sakti hai to ye log kuchh bhi kar sakti hai
@lalramchandrasinghdeo14836 сағат бұрын
ECI is doing dadagiri openly.
@vijaytripathi80274 сағат бұрын
Sinha sir u r under estimating Modi n Shah u might be true but today the senorio has changed
@inderkapoor41655 сағат бұрын
Time limited for election commission
@krutaarthСағат бұрын
Remote Programmed Human Interface Division is related to underground hole !
@ravinderarora82262 сағат бұрын
Konsi saaakh bchi hai sir EC ki....democracy ja mzak bna dia hai
@harikrishna24126 сағат бұрын
Chunav ayog is in collaboration with the modi ji
@sajidakhatoon94496 сағат бұрын
bjp.hatkande.pe.hatkanda.apnata.hai.
@vibhanarain2724 сағат бұрын
Chunav ayog apana bharosh kho chuki hai ,sab ka sab golmaal hai
@jayprakashpatil13094 сағат бұрын
सड़को पर निकलो निकम्बो अब भाषण और वाद विवाद का time नही रहा।
@NooruddinBaqarAli5 сағат бұрын
Live video don't hona chahiye Taki koi hi parti dekhna chahe dekh sake
@shatrughansinghbhadouria42606 сағат бұрын
आशुतोष जी आप की आवाज बहुत कम आती है
@vilaskumarpadiyal30955 сағат бұрын
Govt cant interfere in election matters and itis only and only eci can do that too if constitution of commission is not arbitrary
@Rihanrihan1144 сағат бұрын
Nishpaksh patrakaar Santosh Jin se BJP aur Anubhav ke chalte Hain lekin nishpaksh baat karte hain aur Satta se sawal karte Hain
@vibhanarain2724 сағат бұрын
Opposition jab nahin bolati hamlog kyaa kar sak6
@RameshKumar-zl9hu2 сағат бұрын
Ban EVM
@minarulhaque74322 сағат бұрын
Election jorur dhandi hai
@lalusharma71334 сағат бұрын
Even your dog will bark at you for food but Rajiv Kumar has no guts bark at Modi, he will do it what he told.
@adarshmahajan39384 сағат бұрын
Rakesh Sinha is not talking sense.
@user139752 сағат бұрын
He appears a professional safety valve for present dispensation.