आपकी ईमानदारी और जज्बे को नमन करता हु आपने देश के किसानो की सच्चाई बताई है । ऐसे पत्रकारों को मैं अपनी दिनचर्या मैं जोड़ता हु और भारत विकसित भी होगा
@mp40vidisha6410 ай бұрын
आप ने किसानों की बात उठाई , धन्यवाद
@none1357911 ай бұрын
धन्यवाद विनोद अग्निहोत्री जी किसानों की बात रखने के लिए 🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@rajendrayadav330710 ай бұрын
बहुत अच्छा विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार अग्निहोत्री जी ने किया है। सरकार को हठधर्मिता त्याग कर किसानों की मांगों पर न्यायोचित विचार करना चाहिए और उनके साथ बर्बरता का व्यवहार नहीं करना चाहिए। देश का किसान विपरीत परिस्थितियों में खाद्यान्न का उत्पादन कर सबका पेट भरता है। जय जवान जय किसान जय संविधान जय भारत जय समाजवाद जय विज्ञान जय लोकतंत्र ।ईवीएम हटाओ देश बचाओ ।संविधान बचाओ ।लोकतंत्र बचाओ ।
@brahamdeen934511 ай бұрын
विनोद जी..आपका किन शब्दोसे आभार ब्यक्त करू..........जय किसान
@krishankatira820210 ай бұрын
मैंने आज तक जब से मैं सोशल मीडिया देख रहा हूं ऐसा पत्रकार पहली बार देखा है मैंने तो मैं इस पत्रकार महोदय को कोटि कोटि प्रणाम करता हूं कोटि-कोटि नमन करता हूं
@JaiSingh-bv9ul10 ай бұрын
विनोद अग्निहोत्री धूर्त है बेकार की बातें कर रहा है कहता है किसान निधि नहीं चाहिए जाकर देखो किसानों की बैंक के सामने लाइन लगी रहती है जब यह खाते में आती है छोटे किसान जिनके पास बिसा या बीघा में जमीन है वह इस निधि का इंतजार करते हैं इस निधि से किसने की बहुत मदद हो जाती है विनोद अग्निहोत्री जैसे लोग जो AC में बैठकर के बड़ी-बड़ी बातें करते हैं इनको क्या समझ है गरीबों की, धूर्त कहीं के
@KuldeepRawat448410 ай бұрын
Right sir
@yyadav5611 ай бұрын
किसान आंदोलन की बहुत सन्तुलित व सधी हुई सच्ची विवेचना। किसान आंदोलन को बदनाम करने वाले मीडिया , आईटी सेल के मुंह पर तमाचा है। विनोद अग्निहोत्री जी को साधुवाद।
@aruntripathi34073 ай бұрын
धन्यवाद विनोद अग्निहोत्री जी आपको किसने के बारे में जो सलाह दी है जो अपना व्यक्तित्व रखा वह बहुत ही सराहनीय है आपको सलूट है धन्यवाद है किसनेों के प्रति आपका व्यवहार बहुत ही सराहनीय है धन्यवाद
@AvtarSingh-jz6gj11 ай бұрын
ऐसे पत्रकारों को चरण स्पर्श बहुत बढ़िया हिम्मत है आपकी जहां जज लोग भी दबाव में है
@jeewankapil96911 ай бұрын
इससे यह सिद्ध होता है कि भारत में लोकतंत्र जिंदा है।
@rajapateria-m3o10 ай бұрын
चरंण स्पर्श की जगह अनुकरणीय कहें, करें तो कुछ बात बनती
@AadilKhan-te5ss10 ай бұрын
Sir aap जैसे पत्रकार की देश को बहुत जरूरत है
@ashfakkhan220811 ай бұрын
पहली बार दिल से इन पत्रकार महोदय को धन्यवाद करता हूं पत्रकार को ईमानदारी से काम करना चाहिए ये बहुत बड़ी ताकत है लोकतंत्र की
@AjaySingh-mv9vr10 ай бұрын
समझदार की समझदारी बातो से ही पता चलता है धन्यवाद सर 😊
@RajshthangkHUB10 ай бұрын
बहुत ही अच्छा सटीक विश्लेषण किया है अग्निहोत्री जी आपका आभार अमर उजाला पत्रिका चैनल बहुत ही अच्छा चैनल और पत्रका है 🙏
@mahendrasarwar569611 ай бұрын
किसान की बात रखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर जी
@narananainaranabhai85145 ай бұрын
अमर उजाला चैनल को धन्यवाद
@kripashankeryadav22511 ай бұрын
आदरणीय विनोद अग्निहोत्री साहब जैसे पत्रकार पूरे देश मे होने चाहिए ।
@umadube325210 ай бұрын
किसान आन्दोलन पर ,किया बहुत बढ़िया तर्क और विश्लेषण!
@raghubirgoswami349610 ай бұрын
उस समय आंदोलन किसान नेता महेंद्र टिकेत ने किया था अब आंदोलन ख़ालिस्तानी समर्थक कर रहे है
@sanjeevchoudhary808610 ай бұрын
Very good vinod ji ,kisan jindabad
@preetsingh732610 ай бұрын
😅 ni@@umadube3252
@DaljeetKumar-u2f10 ай бұрын
Jai Jawan Jai Kishan
@DeepBishnoi29-c9n10 ай бұрын
जय जवान जय किसान जय मजदूर विनोद जी किसानों की सच्ची बात जनता के सामने रखने पर आपको लख लख बधाइयां आप सच्चे पत्रकार हो हमेशा खुश रहो अन्नदाता कि और से आपको राम राम जय हिन्द
@arvind.bohara280811 ай бұрын
किसानों को फसल का उचित मूल्य मिलना चाहिए, किसानों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए, जय जवान जय किसान।
@jaysahup656311 ай бұрын
किसान चाहै रस्ता रोके और देश के झंडे का अपमान करे ? यह कैसा अन्न दाता ? मेरे रोजकार मे जाने मे बाधा पैदा हो रही.है
@vinaychaudhary862910 ай бұрын
@@jaysahup6563 bsdk road block kisan ne thode Kiye hai Sarkar ne Kiye hai
@baijnathprasad176210 ай бұрын
हम भी भूमिहीन किसान हैं मोदी के चमचे किसान खालिस्तान क्यों करते रहते हैं? जब हम 1960 में पढ़ने के बैठे तो पिताजी ने व्यवसाय के कालम में लिखवाया खेतिहर मजदूर। आज हमारी उम्र 71वर्ष है हम तो सुबह में उन्ही पगडंडियों पर खाली पैर चलते हैं।
@HarjinderpalSinghDeol-n7t10 ай бұрын
Andha bakht don't know the facts kissano ko khalistani keh reha ki ya kissan nahi ha aise to police wala RSS ka Gunda. Lag reha hain police public ki protection ka liya hoti na ki murder krn ka liya protest karna is everyone's right
@jaysahup656310 ай бұрын
@@HarjinderpalSinghDeol-n7t peaceful protest is right ..not to block roads! come with proclain & modified trucks ! slogans of khalistan and modi's death ! demean indian flag ! burning parali with chilli powder ! from what angle is this protest peaceful ?
@kalendrakumar518310 ай бұрын
सत्य और सही विश्लेषण l विनोद जी को बहुत बहुत धन्यवाद.. 👌👌🙏🙏
@rajeshchauhan436010 ай бұрын
वाह वाह क्या बात है विनोद जी, किसानों की बात बहुत अच्छे ढंग से पेश किया। बहुत बहुत धन्यवाद।
@JaiSingh-bv9ul10 ай бұрын
विनोद अग्निहोत्री धूर्त है बेकार की बातें कर रहा है कहता है किसान निधि नहीं चाहिए जाकर देखो किसानों की बैंक के सामने लाइन लगी रहती है जब यह खाते में आती है छोटे किसान जिनके पास बिसा या बीघा में जमीन है वह इस निधि का इंतजार करते हैं इस निधि से किसने की बहुत मदद हो जाती है विनोद अग्निहोत्री जैसे लोग जो AC में बैठकर के बड़ी-बड़ी बातें करते हैं इनको क्या समझ है गरीबों की, धूर्त कहीं के
@kamleshkumardiwan10 ай бұрын
सुप्रसिद्ध पत्रकार लेखक श्री विनोद अग्निहोत्री जी किसानों के आंदोलन पर बहुत अच्छा ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए विश्लेषण किया है
@RajvirSingh-xy7xf11 ай бұрын
माननीय पत्रकार श्री विनोद अग्निहोत्री जी आपकी ऐसे समय पर जबकि पत्रकारिता पर शायद सरकार का पूर्ण दबाव है या वह स्वयं भी चाटुकारिता पर उतर आई है इतनी सटीक बात रखने के लिए बारंबार धन्यवाद और आभार । वास्तव में शीशमहल में बैठकर या किसी भी तंत्र के प्रभाव में आकर पत्रकार को घटिया बयान बाजी नहीं करनी चाहिए इससे उसकी महत्ता धूल धूसरित हो जायेगी।
@jeewankapil96911 ай бұрын
इससे यह सिद्ध होता है कि भारत में लोकतंत्र जिंदा है।
@CharmingBollywood10 ай бұрын
Very nice Sir
@AjeetSingh-ue8ds10 ай бұрын
Yeh sarkar ko v pattaa hai ki kisan sahi hai lekin bdnaam karke hi srkar ka fayda hai
@virenderkaur489610 ай бұрын
गोदीमीडिया यही तो कर रहा है
@newstatussong....79095 ай бұрын
बहुत सुन्दर और अच्छे विचार व्यक्त किए...💯👍
@RamSingh-kq1hg11 ай бұрын
पंजाब के 86℅ किसान 5 एकड़ से कम भूमि धारक हैं।
@ashutoshrawat29610 ай бұрын
I salute, sir
@Param-f7d10 ай бұрын
They don't even earn 2 lakhs a year and don't get any benefits meant for downtrodden because they are in general category.. They are hard working people and true Nationalists
@dr.rambhajanverma573610 ай бұрын
Intelligent analysis .
@pindavalejatt501610 ай бұрын
bilkul sahi baat hai me punjab se hu
@amarjitheyer211810 ай бұрын
That’s true
@ambrishkumarsrivastava285410 ай бұрын
विनोद जी आप ने विस्तार से किसान आन्दोलन का व्यापक स्तर पर अपने विचार व्यक्त किए है । बधाई ।
@shivrajtakhar28511 ай бұрын
किसानों के बारे में अच्छे विचार रखने वाले पत्रकार जी आप जैसे होने चु धन्यवाद
@DrAmbuj-d7y11 ай бұрын
बहुत अच्छा किसान की आवाज बनना ही देश की सच्ची सेवा है।
@devendersinghrawat525211 ай бұрын
They are not Kisan. All responsibilities rest with govt and you will do only talking ! Administered Price Mechanism will lead to chaos like our neighbouring country is facing. What is really needed is privatisation/ corporatisation of agriculture to enhance productivity and better the storage system.
@170785ify11 ай бұрын
@@devendersinghrawat5252 kya yaar, konse logic se baat kar rahe ho? Kabhi dekha hai, kisi msp wali commodity ka price Tomato, onion or lemon jaisa up or down hua ho? Government ka kaam kya hai? Balance rakhna ya private hands me desh ko deke aisi condition bnana jaisi last time Tomato or lemon ke jaisi hui? Baaki private storage ki baat, sir kya aap explain kar sakte hai? Government se private wale loan leke storage godowns bnaye or uspe bhi government se paise le? Government ka kaam hai godowns bnaye, ache agriculture reasearch se beej ready ke. Jis se desh ko bhi profit ho kisan ko bhi. Abhi recently example hai, orange pe msp nahi hai. Abhi woh 5rs pr kilo price hai. Jab private wale storage krenge yehi price 50 se less nahi hoga.
@devendersinghrawat525211 ай бұрын
@@170785ify I think you would be aware that almost 25% of our fruits and vegetables produce get wasted due to lack of adequate cold storage and transportation. Scientific farming is the need of the hour which can not be done by these aartees and govt. APM system breeds corruption. In Punjab agricultural land has been sprayed by more than required limits of pesticides as a result cancer cases are rising. Farmers are not aware of its dangerous consequences. You should not listen to me, but please do listen to agricultural experts. India is bound by international agreements which you should be aware. Landholding size is decreasing day by day so unless private sector is involved, better produce and its marketing may not be feasible. Let us be practical. Resistance to power distribution privatisation created doubts where transmission and distribution losses used to be 30% which means vested interests are there. Time has come for prepaid meters to ensure 24 hours supply. India has the capacity to feed the world but due to presence of pesticides our grains are rejected many times. Opposing anything without analysis may lead us to wrongly support unhealthy practices. No govt dislikes farmers getting better prices.
@devendersinghrawat525211 ай бұрын
@@170785ify I think you have never purchased rotten wet grains from a ration shop. You may be lucky but everyone is not. Anyway I respect your opinion but it should be logic based and not politically motivated
@170785ify11 ай бұрын
@@devendersinghrawat5252 rotten wet grains or kisan ya msp ka similar hai? Jo kaam government ke hai, uske liye kisan kaise responsible?
@GopiKachhap10 ай бұрын
पत्रकार होना चाहिए आपके जैसा आपको बहुत
@uk12rp7310 ай бұрын
कम शब्दों में पूरी बात रख दी आप ने। विनोद अग्नोत्री साहब जी
@vedkaushal941711 ай бұрын
शीशे के महलों में बैठ कर पत्रकारिता करने वालों मौके पर जाकर देखना चाहिए
@arvindmashalkar835811 ай бұрын
आज कल सबसे बड़े बदनाम पत्रकार है और इसमें भी वरिष्ठ की तो बात ही मत करो इनको तो 100 / 200 करोड़ देदो तो अपनी मां को बेचने तैयार हो जाए। यह हाल है देश के पत्रकारिता का।
@angrejkhatkar3611 ай бұрын
पहले अखबार छपने के बाद बिकता था,अब छपने से पहले बिकता है।@@arvindmashalkar8358
@RandhirKumar-zl8jc10 ай бұрын
बहुत बढ़िया परिचर्चा।
@AnilKumar-lv6xh10 ай бұрын
लोजिकल बात कही 👏👏✅✅
@ramkarandahiya43410 ай бұрын
आप एक निडर पत्रकार है आप के तर्क बिलकुल स्टीक है। एम एस पी के विषय में आपकी सही समझ है। सही समझ को पेश करना ही पत्रकारिता का दायित्व पूरा करना है।धन्यवाद।
@ibharat600011 ай бұрын
किसान एकता जिन्दाबाद माननीय वरिष्ठ पत्रकार को सैल्यूट
@rakeshpathak245810 ай бұрын
आज तक कोई आप जैसा नही मिला salute है आपको
@Guduchoudhary67810 ай бұрын
Kisan ekta jindabad jindabad 🙏🏻🌾🙏🏻
@vijaysingh511810 ай бұрын
सर आप जैसे पत्रकार का हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
@SKD194711 ай бұрын
One of my favourite Hindi journalists of India.....Thanku sir
@amitagupta713411 ай бұрын
TT in😢
@JangbirSihag11 ай бұрын
@@amitagupta71347:23 8:02
@Darkmon_19910 ай бұрын
आन्दोलन में शामिल नहीं हो सकता हूँ फिर भी यह आन्दोलन हमारा है सारी माँगे हमारी है। आन्दोलन में
@ramkumarsingh285211 ай бұрын
Glorious 👌 and real analysis vinod agnihotra sir I always salute you sir kisano ka pachh bahut hi achchhi tarah se rakha aapne bahut bahut dhanyawad aabhar aapka
@k.d487510 ай бұрын
बहुत सुंदर आदरणीय अग्निहोत्री सर , एकदम सटीक विश्लेषण ❤❤
@tarunghosh610510 ай бұрын
Well said by Vinod ji. Roles of the people like you are trying to save the democracy of the country.Bravo!Bravo!
@notoinjustice110 ай бұрын
आप पर इस देश के मेहनतकशों को गर्व है!
@BaljitSingh-tq2hb11 ай бұрын
धन्यवाद इस महान पत्रकार का आज जहां पत्रकार दलाली कर रहे वहीं पर यह पत्रकार सही बात रखने की हिम्मत कर रहे हैं
@MakhanMeena-s9v10 ай бұрын
धन्य आप जैसे आपकी ईमानदारी आपके
@VishnumeenaJi-w2tАй бұрын
जय किसान जयहो
@sureshchandrasharma525610 ай бұрын
आपका विश्लेषण सत्यता से परे है। आपने कहा कि काम वाली बाई मोटर cycle से आती है। आपको भी अध्ययन की आवश्यकता है। Update होने की जरूरत है। पंजाब से आया किसान नही है। ये राजनीति से प्रेरित है। भाड़े से लोग नही लाये जाते। किसान उदंडता नही फेलाता
@Tianjustudy10 ай бұрын
तो किसान केवल रोज महंगी होती चीजे को खरीद ले और चुपचाप फांसी ही लगाता रहे😢
@kkchoudhary26710 ай бұрын
भाई साहब राम राम विनोद जी बहुत अच्छी बात कही जय किसान❤❤
@pks518811 ай бұрын
Vinod sir great journalist truth salute. Jai kissan jindabad🌾🌾
@rishipalmalik59210 ай бұрын
पत्रकार साहब आपकी पत्रकारिता को नमन आप हमेशा निष्पक्ष रहे
@ranajeetbhanubhanuranajeet155310 ай бұрын
Vinod Aganihotri,Sr.Journalist Amarujala, respectful explanation of Kisan Andolan is too clear for all. Thank you !
@avinavsingh986210 ай бұрын
आप ने सही कही अन्न दाता की मदद सभी जनता को करनी चाहिए
@o.pgautam266211 ай бұрын
जिनकी समस्याओं का समाधान जहां होना है पीड़ित वहां ही आंदोलन करेंगे। विभिन्न सरकारी विभागों के लिए अन्य उत्पाद उनकी एम आर पी पर खरीदती है जो लागत से तिगुना हैं , किसानों की फसल उनके द्वारा नियत भाव पर कयों नही ?
@kisangosavi625310 ай бұрын
right talk by vivek agnihotriji sir about kisan andolan.
@DrAmbuj-d7y11 ай бұрын
बहुत अच्छा भाई जी
@BhanwalaTreading10 ай бұрын
🙏🙏🙏 Dhanyawad sir
@kamaljit_singh11 ай бұрын
Salute to this journalist for bold and pro-farmer/ pro-poor outlook.... Inki 'jameeN' nhi hae par 'jameeR' jaroor hae is liye kisano se nafrat / badnam karne ki vjaye MSP ki genuine demand ko support kar rhe haen ...
@praddhumnsingh824411 ай бұрын
आदरणीय पत्रकार विनोद जी आपका जिन शब्दों में भी आभार व्यक्त करूंगा काम है जय किसान जय जवान
Unconditional and unapologetic SUPPORT, LOVE and RESPECT to the farmers who feed us and our families and keep our hunger away. Satyameva Jayate !❤
@Navshar.11 ай бұрын
And that is without coast ,,,,,Thanks to them they are feeding us all free.....how disgusting
@fullaranag10 ай бұрын
Do they provide us food free of cost? Like rest of us they work only for money..
@Abdulrashidkhan3710 ай бұрын
Bro will save a place for you in the free ration line ... Kyonki msp lago hone ke baad tu bhi hamare saath khada hoga 😂
@dattashelke424110 ай бұрын
Farmer have to sell his goods in loss @@fullaranag
@taswirsinghvirk227710 ай бұрын
@@fullaranagkyon,kaya aap bhikhari hain,khaate toh ho na,ki kaya,gai mutra aur gobar ke sevan hi kaam chala lete ho?
@PushpendraKumar-bl4lc10 ай бұрын
Jay kisan Jay hind
@KrishnaRamBhagat-x3m11 ай бұрын
Vinod sir ko than you, jai kishan jai jawan c g
@gurnooroganicfarmsingh833710 ай бұрын
ਬਿਲਕੁਲ ਸਹੀ ਵਿਚਾਰ ਸ੍ਰੀ ਮਾਨ ਜੀ।
@angadparwar573311 ай бұрын
श्री अग्निहोत्री साहेब, बहुत- बहुत साधुवाद। आपने बहुत ही तार्किक, तथ्यपरक और सीधी-सच्ची और सही बात कही है। तटस्थ होना इसको कहते हैं। धन्यवाद।
@GurcharnSingh-g2zАй бұрын
लाख टके की बात 🎉❤🎉❤.
@devrajmonga227811 ай бұрын
. बहुत बढ़िया बात करते हैं न्याय की बात नहीं करते कर्तव्य की तो बात करते हैं अधिकार की बात नहीं करते
@kishorsingh396411 ай бұрын
धन्यवाद पत्रकार साहब,आपकी पत्रकारिता को कोटि-कोटि सलाम
@SantoshkumarSkmourys-sm7ol10 ай бұрын
आप को बहुत बहुत धन्यवाद, आपने बहुत सुंदर बात कह डाली कि आन्दोलन सिर्फ पंजाब के किसानों का का नहीं है बल्कि पूरे देश के किसानों का है।आप जीतनी भी बात कही है, देश और समाज के हित के लिए है, और ऐसा होना जरूरी है।
@Rttnindian3021-mj4en11 ай бұрын
Big salute SIR.., very very great...
@ShriNarainTewari10 ай бұрын
अग्निहोत्री जी ने बहुत अच्छी समीक्षा की है। आपने लोगों को समझाने के साथ साथ सरकार को भी समझा दिया।
@SuneetKaur-cj8kr11 ай бұрын
Very logical explanation given.
@kaluramfaroda877610 ай бұрын
वहा अग्निहोत्री निस्पक्ष, साहसिक व पूर्ण समाधान योग्य बात करने पर आप का बहुत धन्यवाद। जय हिंद जय भारत और जय किसान जय जवान ।
@kultarsinghcheema745210 ай бұрын
You are right sir. Thanks a lot for supporting farmers' causes.
@gsam196011 ай бұрын
देश का धन केवल खेती से बढ़ता है। प्लांट ही देश में उत्पादक है बाक़ी सब खाने वाले हैं।
@harpindersingh919210 ай бұрын
Kisan majdur ekta jindabad🚜 👍🙏🏻
@J_indian11 ай бұрын
Well said sir. Legal guarantee for farm produce will benefit not just the farmers of Punjab & Haryana but it benefits the farmers of entire country. The corporate lobby which is frustrsting the efforts of farmers must be put to an end to save the fatmers of the country. Legal guarantee for MSP on 23 crops must be given to start with & extend to other crops as well which are normally grown and consumed in all parts of the country 🙏🙏🙏
@kunal2810198010 ай бұрын
There should not be any guerentee. Existing MSP should be canceled. Noone else is getting any guerentee on their income, then why farmers should get any guerentee? This is how free market economy works.
@J_indian10 ай бұрын
@@kunal28101980 Please don't compare incomes of others with that of farmers. Think for a moment you don't get your meal on your dining table because the farmers did not produce the foodgrains. Can you imagine the situation. So don't underestimate the farmers contribution for our very survival . So it is of utmost importance that they get a fair price for their produce for their own survival & prevent suicides which price is MSP 🙏
@jagdeeparya381810 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर ढंग से समझा जा सकता है
@r.lyadava183911 ай бұрын
vinod ji u are very rightly supporting the andolan.other sitting in the studio with u are pro govt and have closed their eyes to see the injustice to farmers.
@choudharysahilkohar262610 ай бұрын
Kisan Ekta Zindabad💪🏻💪🏻🤟🏻🤟🏻
@anoopsrivastava302011 ай бұрын
Intelligent journalist. Full of information
@sidhu174410 ай бұрын
Good sir g❤
@MadhuSuri-hz9jl11 ай бұрын
किसानो को दिल्ली कूच करके अपना राज कायम करना चाहिए । ये ही मौका है। वरना सब धोखा है।
@shekhararneja340210 ай бұрын
बहुत बहुत शुक्रिया 😊... भारत रत्न जितना झूठा लगा... उनता सच्चा आपका विचार...❤
@indu840510 ай бұрын
I always like to listen to Vinod ji he talks with experience along with knowledge He is one of the best journalist.
@ahmedjamil702710 ай бұрын
Agnihotri ji bilkul perfect vishleshan kiya hai salute hai
@bhanuchoudhary480411 ай бұрын
शहरो मे जिन लोग की तनख्वाह बिजनेस अच्छा है।या राजनीति वो ही किसानो का विरोध करते है।ऊनको पता नही कि खेतीहोती कैसीहै। पानी नही राजस्थान मे फिर भी कोशिश करते है खेती मे
@ChandrikaPrasad-m6v10 ай бұрын
Reasonable convincing analysis by अग्निहोत्री जी।
@kailashmehta867111 ай бұрын
Vinod Agneehotri, you have Explained the Kissan problems ACCURATELY. Hope, Now, One and All UNDERSTAND. How can ANYBODY sell their Products AT A LOSS. CONSTANTLY.
@girirajmeena744310 ай бұрын
जब कॉर्पोरेट की किसी भी वस्तु का दाम एमआरपी के रूप में निर्धारित किया जाता है तो किसान की फसल का एमएसपी क्यों निर्धारित नहीं होता। व्यापारी लोग किसान की फसल को कम दाम पर खरीद कर सारा मुनाफा खुद कमाते हैं जबकि मेहनत किसान करता है, और मुनाफा कॉर्पोरेट उठाताहै। खेती को भी लाभकारी बनाने की और सरकार ध्यान दें। सरकार को कारपोरेट की ही नहीं सुनना चाहिए किसानों का भी ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि सरकार का वोट बैंक तो यही किसानहै। खेती को भी लाभ का धंधा बनाईए जनाब।
@SatenderKumar-cq1hl11 ай бұрын
Delhi walon ki aakhon pe 📺median ke jhoote lage huye chasme utarne ke liye aapka bahut bahut dhanyavaad.
@arjunsinghrathore485910 ай бұрын
अगर पत्रकार लोग इस आंदोलन को समर्थन दे तो अच्छा होगा अखबार और टीवी चैनलों पर प्रसारित नहीं कर रहे हैं एक आप हैं जो इस आंदोलन की बात कर रहे हैं आपको कोटि कोटि धन्यवाद
@PraveenKumar-vf6qd11 ай бұрын
विनोद अग्निहोत्री... बहुत खूब.... इतने सुंदर explanation की वजह से ही लोग आपको पसंद करते हैं 😊😊😊😊
@commonindian286111 ай бұрын
MSP = farmers prosperity, lower urban migration, less pressure on jobs, local development hospitals and schools, slower and controlled urbanization and end of political real estate mafia ...
@shergill_tanpreet10 ай бұрын
Bilkul sahi. Aaj ke time me bhi ap jese journalist h bhot garv ki baat h👍
@shrirnivaskane89511 ай бұрын
Is it possible to fufill farmers demands from financial point of view? Can any body focus on this issue?
@punjjaabdesh865911 ай бұрын
Definitely Sir. Sirf 2 lakh crore government ko dena hai. Suppose 30 rs ki msp hai, aur veopari 28 rs me kharid rha hai, toh government ko 2 rs dene honge, ho skta hai veopari 30 me hi kharide. Ye jo propogenda chalaya ja rha hai, ke 40 lakh crore khrch ho jayega, yeh toh India ke sabhi farmers ki total crop ki keemat hai, government ne total toh nhi khridni,agar sari crop government kharidegi toh veopari kya kharidenge. Jitna kam daam me sale hogi, woh ghata poora krna hai, jo jyada se jyada 2 lakh crore per year hai. Abhi ek saal me corporate ka 14 lakh crore maaf kiya hai. Agar 14 lakh crore kuch logon ko de skte hai toh croron kisano ko 2 lakh crore ki help nhi kr skte Yeh bhi ho sakta hai ke government ko 1 rs bhi nhi dena parhe, veopari hi high rate par kharid le, jaise abhi Russia Ukraine war ki vajah se hai. Bas ek law ban jayega ta k farmers safe ho jayen
@amulyajena695610 ай бұрын
Sir, with due respect, is it fair to write off the loans given to the big houses like the Ambanis, Adanis,Tatas,Birlas and so many in every financial year !!! The last write off amounted more than 11.5 lakh crore !!!!
@gamestarteraki816710 ай бұрын
@punjjaabdesh8659 itna asan hota ab tak kar diya hota government ko koi maza nahi aata kha dene se msp nahi milti agar kharid nahi hui to kya karege gi government international market mai rate bhaut kam hai corporate vaha se le aayege aur matket mai bech dege fir kya karege kisan khana asan hai 2 lakh crores hoga 2 rupees hogi itna easy hota Manmohan kar deta usse upar to economist nahi hoga desh mai
@gamestarteraki816710 ай бұрын
@@amulyajena6956loan maff karne aur right off karne mai frak hota hai right off bank sheat se hota hai taki bank par burden na aaye baki uska pasa liya jata hai
@amulyajena695610 ай бұрын
@@gamestarteraki8167 , Sir ji, kissan government ko kharidne ke liye jabardasti to nahi kaar rahe na, unka maang to sirf itna hai ki ek minimum rate tay ho jaaye, government ko jitna kharid na hai utna hi kharide, chahe to na kharide, ye to government ke upar hai. Kissan isliye maang rahe taki government ke alawa dusra koi kharide to kissan ko thag na paaye. Private company koi na koi bahana banakar (mall kharab hai, gila/sukha hai, dana chota/bada hai adi) kissan ko thag na paaye. Aap ek baat sochiye ki koi bhi factory me baan ne wala koi bhi samaan ka ek tay rate hota hi hai, phir issme kya dikkat !!!
@shivrajgurjar78486 күн бұрын
जय हिंद सर मैं एक जवानहूं और देश की सुरक्षा मेंतैनात हूं मैं एक किसान परिवार से आता हूं मेरे पिताजी भी एकआर्मी से है मेरा दिल करता है सर मैं भी किसान आंदोलन मेंहिस्सा लूं कुछ कॉर्पोरेट जो देश को नवीनीकरण के नाम पर प्राइवेट सेक्टर में तब्दील कर रहे हैं वह नहीं चाहते कि किसानों को फायदा मिले आप जैसे सत्य वक्ता व्यक्ति ही किसने की आवाज को सही तरीके से रखसकते हैं आपके जज्बे को सलाम सर जय हिंद