गेहूं की नई किस्म dbw 327 (करण शिवानी) | भारत की सबसे अधिक उत्पादन देने वाली गेहूं किस्म

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Kheti wala

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Күн бұрын

DBW 327 (Karan Shivani) wheat variety sets new yield records in Punjab and Haryana
DWB 327(करण शिवानी )
ये गेहूं की सबसे ज़्यादा पैदावार वाली क़िस्म है। इसका पैदावार 80 कुंटल प्रति हेक्टेयर है, इस गेहूं की क़िस्म से जुड़े कुछ ज़रूरी बातें जो किसान को जानना चाहिए, जैसे यह किस्म अगेती बुआई के लिए उपयोगी मानी जाती है। पीला और भूरा रतुआ रोग की सभी प्रमुख रोगप्रकारों के लिए प्रतिरोधक है।
यह किस्म उच्च तापमान और सूखे के प्रति अवरोधी पाई गई है।
एक हेक्टेयर खेत के लिए 100 किलो बीज पर्याप्त है।
इस खास किस्म में बुवाई के 98 दिनों में बालियां निकल आती हैं।
DBW 327 बुवाई के 155 दिनों बाद पककर तैयार हो जाती है।
चपाती/ रोटी के लिए गेहूं की यह किस्म अच्छी है। #ICAR
भारत में मुख्य रूप से धान और गेहूं की खेती की जाती है. खाद्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये दोनों फसलें बहुत महत्वपूर्ण हैं. यही कारण है कि यहां के किसान भी हर साल अधिक से अधिक धान और गेहूं की खेती करना पसंद करते हैं. धान की खेती लगभग पूरी हो चुकी है. ऐसे में धान की कटाई की तैयारी की जा रही है. इसके बाद गेहूं की फसल के लिए खेतों को तैयार किया जाएगा. कुछ किसान गेहूं की अगेती किस्म की बुआई की तैयारी में जुटे हैं. गेहूं की किस्मों की बात करें तो आज के समय में कई किस्में तैयार हो चुकी हैं जो हर परिस्थिति में बेहतर पैदावार देने में सक्षम हैं. ऐसे में आइए जानते हैं गेहूं की उन्नत किस्म DBW-327, इसकी खासियत और उपजाऊ क्षमता के बारे में.
---- नहीं पड़ेगा मौसम का असर
कृषि में उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों और वैज्ञानिकों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में वैज्ञानिकों ने गेहूं की एक नई किस्म विकसित की है जिसकी उपज प्रति एकड़ 35 क्विंटल (80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर) हो सकती है. खास बात यह है कि गेहूं की इस किस्म DBW-327 गेहूं की किस्म पर मौसम जैसे अधिक धूप, कम बारिश, कम ठंड आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसका उत्पादन सभी परिस्थितियों में एक समान रहेगा. DBW-327 को पकने यानी तैयार होने में आमतौर पर लगभग 130-140 दिन का समय लगता है.
----- DBW-327 किस्म की उपजाऊ क्षमता
आपको बता दें कि DBW गेहूं की इस किस्म का नाम DBW- 327 है. DBW 327 गेहूं की सबसे अच्छी किस्म बताई जा रही है. यह किस्म रोगों से प्रभावित नहीं होती. अगर प्रति हेक्टेयर इसकी उपज की बात करें तो इस किस्म से 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज प्राप्त की जा सकती है, जो कि गेहूं की किसी भी अन्य DBW गेहूं किस्म से अधिक है. गेहूं की इस किस्म को भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान, करनाल के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है. इसके साथ ही अन्य प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए राष्ट्रीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
--- कई रोगों से है लड़ने की क्षमता
इस किस्म को विभिन्न बीमारियों से लड़ने के लिए विकसित किया गया है जो आमतौर पर गेहूं की फसलों को प्रभावित करती हैं. इन बीमारियों में ब्लास्ट और बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट आदि के नाम हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता रासायनिक कीटनाशकों की आवश्यकता को कम करने में मदद करती है, जिससे यह अधिक पर्यावरण के अनुकूल बन जाता है.
---- क्या हैं इस किस्म के फायदे
DBW- 327 DBW गेहूं की किस्म एक रोग प्रतिरोधी किस्म है. इसलिए गेहूं की फसल पर कीटनाशकों के छिड़काव की लागत कम हो जाएगी. इसके अलावा चूंकि यह किस्म मौसम से प्रभावित नहीं होती है, इसलिए किसानों को इसकी ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस किस्म से किसानों को अधिक उत्पादन मिलेगा. इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी, यानी इस किस्म से किसान कम मेहनत में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकेंगे.
In a significant agricultural milestone, farmers of Fatehgadh Sahib district of Punjab and Panipat district of Haryana have reported record-breaking yields with the DBW 327 (Karan Shivan) variety, developed by ICAR-Indian Institute of Wheat and Barley Research, Karnal. DBW 327 (Karan Shivani) variety emerged as the exceptional performer in two major wheat-growing states. The climate resilient and biofortified (Zn- 40.6 ppm) variety developed by ICAR-IIWBR, Karnal, and released for cultivation in the North Western Plain Zone by CVRC (vide notification no. S.O.8(E) dated 24.12.2021) for irrigated & early sown conditions and further notified for Central Zone in 2023. ICAR recognized this variety as one of the best crop science technologies on the eve of ICAR Foundation Day, 2023. This variety has a yield potential of 87.7 q/ha with an average yield of 79.4q/ha, as a new benchmark for wheat production. Farmers received quality seeds from the ICAR-IIWBR Seed Portal, provided feedback, and reported the highest yield, highlighting the success of agricultural research and innovation in this variety.
Dr. Gyanendra Singh, Director, ICAR-IIWBR, Karnal, emphasized developing improved crop varieties to meet the evolving needs of the farmers. He further stated that DBW 327 variety's success demonstrates our commitment to research and development, empowering farmers and ensuring the country's food security.
The outstanding performance of the DBW 327 (Karan Shivani) variety underscores the pivotal role of research in driving agricultural transformation and enabling farmers to achieve a high level of wheat production.

Пікірлер: 3
@chalirajathakur8187
@chalirajathakur8187 Сағат бұрын
काहापरमेलेगा बीज ईस गेहू का 327
@chalirajathakur8187
@chalirajathakur8187 Сағат бұрын
कहां पर मिलेगा इस गेहूं का बीज 327
@Kheti__wala
@Kheti__wala Сағат бұрын
Iiwbr , karnal sampark kijiye....waha milega !!
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Fabiosa Best Lifehacks
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