कितना सूक्ष्म विवेचन किया है हमारे पूर्वाचायों ने.कहीं भी किसी भी प्रकार का कोई भी छिद्र नहीं है कि कोई भी किसी भी प्रकार उटपटांग सवाल खडा कर सके. जिनशासन जयवंत हो. 🙏
@navkaarjain930814 сағат бұрын
bhut achacha br richa
@dcjainalwar17 сағат бұрын
वास्तव में बहुत ही सुंदर विवेचन किया गया है।आप बहुत अच्छी तरह से बात को समझा रहे है। आपका ने बहुत बहुत धन्यवाद और आभार। जय जिनेन्द्र।
@shakuntalajain1898Күн бұрын
,जय जिनेन्द्र भैयाजी। बहुत अच्छासमझाया।प्रशंसा के लिए शब्द ही नही मिलते।अनन्त2 उपकार आपकाअनन्त2आभार,बहुत2धन्यवाद।
@ashajain3340Күн бұрын
बहुत अच्छे तरह समझाया। मैने पहली बार सुना। पहले की गाथा यें कैसे सुन सकती हूं
@alokmodiswadhyaysudha8854Күн бұрын
आप इस लिंक से सम्पूर्ण जीवकांड जी ग्रन्थराज का अध्ययन कर सकते हैं।kzbin.info/aero/PL6dB_J1QC8wMHgLtTGhU21iT9sf79FBeH&si=OUMPmAl7zMh9F5RM