संतो के चरणों में सतसतनमण अंकिचन कि ओर से है। गौरक्षा के लिए लोगों को प्रेरित करने का लक्ष्य है।जिसदिन समझ मे आयेगा की गौरक्षा से गोबिंद भगवान मिलेंगे । उस दिन से ज्यादा संख्या में लोग गौरक्षा के लिए प्राण पर्यंत लग जायेंगे । गौरक्षा, के लिए सत्यकाम,दिलीप , बिक्रमादित्य जैसे गौरक्षकों की गाथा कही जाय । असल में एकबात समझना जरूरी है ,कि भगवान् भी इस धरा पर गौरक्षा के लिए आते हैं ।जय श्री माधव।
@SandhyaYadav-do3ueАй бұрын
Jai shree radhe radhe jai shree guruve namah
@SAHILRai-ny9dbАй бұрын
जय हो महापुरुषों की जय श्री पार्वती शिव जय श्री सीता राम जय हनुमान
@KrishnaGuptaBawariАй бұрын
Jay Gomata Jay Gopal
@ghanshyamsuman9514Ай бұрын
गरू भगवन् अगर बैल (बचडा) का महत्व बड जाएगा तो गोमाता सडको पर नही रहेगी प्रभु
@PravinDave-g6b28 күн бұрын
PRAFULA BEN DEVANI ,DIWAN CHOK,JUNAGADH
@PravinDave-g6b28 күн бұрын
NAMASTE,FROMJUNAGADH ,KOLSA NO DELO,DIWAN CHOK,,KUMAR DOSHI,MAVANI,PARAG,DILIP,PRAFULA BEN,JUNAGADH
@lokendrasingh8292Ай бұрын
🙏🙏🙏
@starbeard5538Ай бұрын
pls tell nighracharya to change his nature. He should sit below Jagadguru
@देवनारायणपंवारАй бұрын
कृपया आपने देखा नहीं है शंकराचार्य जी कितने प्रेम से देख रहे थे निग्रह आचार्य जी को सुन रहे थे
@artisticgoblin27 күн бұрын
Tell "Jagadguru" to make Nigrahacharya sit below him. If They can't make Nastik Dalai Lama sit below themselves, how could they rule over Nigrahacharya who is Maha-Samrajya-Abhishikta in his lineage with prime authority and active knowledge.