वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।। कबीर जी फरमा रहे हैं वेद और गीता पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद को खोज खोज कर थक गए हैं लेकिन वेद और गीता को पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद प्राप्त नहींहुए। आप जो थके हुए शास्त्रों के प्रमाण से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध करने का दावा कर रहे हैं वह केवल धोखा है। व्यास जी ने चार वेदछह शास्त्र 18 पुराण का अध्ययन किया लेकिन दिल को शांति नहीं मिली जब भागवत का निर्माण हुआ तब दिल को शांति मिली। इसलिए भागवत के बिना कोई भी पूर्ण ब्रह्म को प्राप्त नहीं करसकता क्योंकि भागवत सारे शास्त्रों का सार है। भागवत को कलयुग बाद शाखा में पूर्ण सतगुरु ने खोला है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है।❤❤❤❤❤