अरे वाह अद्भुद संघर्ष से भरी इस जिंदगी में आपकी ये कला कमाल है बचपन से ही संगीत का सोख रहा है आपको । राजस्थान के दियातरा गांव से भजन गायक स्व. श्री गोकुलदास जी कामोदिया के अच्छे फेन हो बचपन से ही गोकुलदास जी की गाई हुई भजन कथा सुनने का सोख रहा है । जब स्कूल का सफर खत्म हुआ जिमेदारियो ने अपना प्रभाव बढ़ाना सुरु कर दिया तब आप नजदीकी सहर बीकानेर में मिठाई का काम करना सुरु कर दिया लगभग 2010 मे आपने स्वीट का काम करना सुरु किया और धीरे धीरे साल गुजरते रहे लेकिन आपकी संगीत के प्रति लग्न वोही रही चाहिए कितनी मुसीबतों से गुजर रहा हो ये जीवन जब कुछ साल बीत गए तब आपने एक हारमोनियम लिया और जब भी काम से फुरसत मिलती तब आप उसको बजाते और धीरे धीरे हारमोनियम भी काफी अच्छा बजाना सिख गए हो हारमोनियम के साथ रियाज करने से आपकी आवाज में भी सुरीला पन आने लग गया है पहले से काफी अच्छा गाने लग गए हो । मुझे तो अच्छा लगा इसलिए इस भजन को यूट्यूब पर उपलोड किया अब आप सभी साथियों को कैसा लगा ये कॉमेंट box में जरूर बताना
@bsrpmusic66234 жыл бұрын
जय हो
@bsrrajasthanimusic85554 жыл бұрын
Saty kaha
@RssutharJaisalmer4 жыл бұрын
बिल्कुल ✅
@pkm_musical_group4 жыл бұрын
जय हो जय हो सवाई जी बहुत अच्छी टिपणी लिखी आपने बिलकुल जिंदगी एक अनमोल है उतार चढाव आते रहेते है और समय के साथ सब कुछ करना पड़ता है और घर परिवार की जिम्मेदारी है तो काम भी साथ साथ में करना पड़ता है और बजरंग जी को हमेशा संगीत से प्रेम रहा है और हमेशा से गोकुल दास जी के फेन रहे है और में भी हूं फेन गोकुल दास जी का मुझे भी उनकी गायकी हमेशा दिल में रहेगी अंत यही कहना चाहूंगा की बजरंग जी ने बहुत अच्छा प्रयास किया है