हम महाराज कुरु के वंशज मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर ज़िले में निवास करते हैं,, पितामह भीष्म की जयंती हम लोग बृहद रूप से आयोजित करते हैं,, आपके द्वारा वीडियो बनाने के लिये धन्यवाद
@nareshJTvlogs28309 ай бұрын
🙏
@Thakurshivatomar8 ай бұрын
Aajkl badal gye ho ya apne purvajo ke trah adharm ke marg pr ho
@satishkourav78848 ай бұрын
महाराज कुरु के वंश में ही जन्म लिया था ,,सुयोधन एवम युधिष्ठिर ने,,
@satishkourav78848 ай бұрын
धर्मी और अधर्मी की परिभाषा स्थान समय ,परिरिस्थित ,निर्धारित करती है,, जाति एवम धर्म से इसका सम्बन्ध नही
@desilife.98536 ай бұрын
😂😂😂
@rupeshsinha99809 ай бұрын
जय श्री कृष्ण जी जय श्री राधे राधे जी 🙏🙏🙏🚩🚩🚩🕉️🕉️🕉️
@nareshJTvlogs28309 ай бұрын
❤️❤️🙏🙏
@थानापतिसेवानंदगिरीउज्जैन Жыл бұрын
जय आर्यावर्त भरतखण्ड संस्कृति सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
@nareshJTvlogs2830 Жыл бұрын
Har har mahadev
@govindborkar9191 Жыл бұрын
धन्य हो आप पितामह भीष्म के पद के दर्शन हमे करवाया आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
@nareshJTvlogs2830 Жыл бұрын
🙏
@rukminijha6094 Жыл бұрын
धन्य हैं आप और वो जो भीष्म पितामह के घर को अबतक सहेजे हुए हैं।
@vivekpathak1837 Жыл бұрын
हस्तिनापुर बहुत पौराणिक महत्व का स्थल है। दुष्यंत, शकुंतला,भरत, इस वंश के महान पूर्वज थे।
@maganterkar4214 Жыл бұрын
Har har mahadev
@maganterkar4214 Жыл бұрын
Har har mahadev
@vishudhdadhara Жыл бұрын
Par unke nam se bharat nhi pada
@vivekpathak1837 Жыл бұрын
@@vishudhdadhara शकुंतला पुत्र भरत ऋषभदेव पुत्र भरत दशरथनन्दन भरत ऋषि जड़ भरत इतने महत्वपूर्ण भरत नाम के व्यक्ति हुए। इनमें किसके नाम पर भारत नाम हुआ। कृपया आप बताइए? समझने की कोशिश करेंगे।
@vishudhdadhara Жыл бұрын
जरूर पढें:- वैष्णव धर्म के अनुसार जैनधर्म की प्राचीनता किस प्रकार से सिद्ध होती है? वैष्णव धर्म के विभिन्न शास्त्रों एवं पुराणों के अन्वेषण से ज्ञात होता है कि जैनधर्म की प्राचीनता कितनी अधिक है- जिसे हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं:- 1. शिवपुराण में लिखा है - अष्टषष्ठिसु तीर्थेषु यात्रायां यत्फलं भवेत्। श्री आदिनाथ देवस्य स्मरणेनापि तदभवेत्॥ अर्थ - अड़सठ (६८) तीर्थों की यात्रा करने का जो फल होता है, उतना फल मात्र तीर्थंकर आदिनाथ के स्मरण करने से होता है। 2. महाभारत में कहा है - युगे युगे महापुण्यं दृश्यते द्वारिका पुरी, अवतीर्णो हरिर्यत्र प्रभासशशि भूषणः । रेवताद्री जिनो नेमिर्युगादि विमलाचले, ऋषीणामा श्रमादेव मुक्ति मार्गस्य कारणम् ॥ अर्थ - युग-युग में द्वारिकापुरी महाक्षेत्र है, जिसमें हरिका अवतार हुआ है। जो प्रभास क्षेत्र में चन्द्रमा की तरह शोभित है और गिरनार पर्वत पर नेमिनाथ और कैलास (अष्टापद) पर्वत पर आदिनाथ हुए हैं। यह क्षेत्र ऋषियों का आश्रय होने से मुक्तिमार्ग का कारण है। 3. महाभारत में कहा है - आरोहस्व रथं पार्थ गांढीवं करे कुरु। निर्जिता मेदिनी मन्ये निर्ग्र्था यदि सन्मुखे || अर्थ - हे अर्जुन! रथ पर सवार हो और गांडीव धनुष हाथ में ले, मैं जानता हूँ कि जिसके सन्मुख निर्ग्रंथ मुनि आ रहे हैं उसकी जीत निश्चित है। 4. ऋग्वेद में कहा है - ॐ त्रैलोक्य प्रतिष्ठितानां चतुर्विशति तीर्थंकराणाम् । ऋषभादिवर्द्धमानान्तानां सिद्धानां शरणं प्रपद्ये । अर्थ - तीन लोक में प्रतिष्ठित आदि श्री ऋषभदेव से लेकर श्री वर्द्धमान स्वामी तक चौबीस तीर्थंकर हैं। उन सिद्धों की शरण को प्राप्त होता हूँ। 5. ऋग्वेद में कहा है - ॐ सुधीरं दिग्वाससं, ब्रह्मगर्भ सनातनं उपैमि वीरं। पुरुषमर्हंतमादित्य वर्णं तसमः पुरस्तात् स्वाहा || अर्थ- मैं धीर वीर ब्रह्मरूप सनातन अर्हंत आदित्यवर्ण पुरुष की शरण को प्राप्त होता हूँ। 6. यजुर्वेद में कहा है - ॐ नमोऽर्हन्तो ऋषभो । अर्थ- अर्हन्त नाम वाले पूज्य ऋषभदेव को प्रणाम हो। ०७. दक्षिणामूर्ति सहस्रनाम ग्रन्थ में लिखा है - शिव उवाच । जैन मार्गरतो जैनो जितक्रोधो जितामय:। अर्थ- शिवजी बोले, जैन मार्ग में रति करने वाला जैनी क्रोध को जीतने वाला और रोगों को जीतने वाला है। ०८. नगर पुराण में कहा है - दशभिभोंजितैर्विप्रै: यत्फल जायते कृते। मुनेरहत्सुभक्तस्य तत्फल जायते कलौ। अर्थ- सत् युग में दस ब्राह्मणों को भोजन देने से जो फल होता है। उतना ही फल कलियुग में अहन्त भक्त एक मुनि को भोजन देने से होता है। ०९. भागवत के पाँचवें स्कन्ध के अध्याय २ से ६ तक ऋषभदेव का कथन है। जिसका भावार्थ यह है कि चौदह मनुओं में से पहले मनु स्वयंभू के पौत्र नाभि के पुत्र ऋषभदेव हुए, जो जैनधर्म के प्रचारक थे। ऋग्वेद में भगवान् ऋषभदेव का १४१ ऋचाओं में स्तुति परक वर्णन किया है। ऐसे अनेक ग्रन्थों में अनेक दृष्टान्त हैं।। 🙏🙏🙏 जरूर पढें:- जैन व अजैन भाइयो को ये सन्देश जरूर share करे ।
@niravhalpati4140 Жыл бұрын
हर हर महादेव आपका वीडियो बहुत अच्छा लगा भाई साहब आपको दिल से मेरा प्यार भरा राधे राधे जय श्री कृष्णा
@nareshJTvlogs2830 Жыл бұрын
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
@subhashchonkar6573 ай бұрын
बहोत सुंदर बढीया जानकारी
@jasupandya892 Жыл бұрын
Thx. Har , Har Mahadev ,Thx. for the guided tour of the Historic place.u.k. 🤗🤗🥳🙏🕉
@nareshJTvlogs2830 Жыл бұрын
Thanks
@audhardanibaba95137 ай бұрын
हर हर महादेव 👏👏👏
@nareshJTvlogs28307 ай бұрын
Har har Mahadev
@tinkukumar1166 Жыл бұрын
Har har mahadev ❤🚩🚩🥰🥰😍🕉🕉😍🥰🚩🚩
@PusparajsinghSingh-kf3gm9 ай бұрын
Har.har..mahadav❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤.Jai..bhesm❤
@nareshJTvlogs28309 ай бұрын
Har har Mahadev 🙏
@jagdishram4099 ай бұрын
राधे राधे 🙏🚩🙏
@nareshJTvlogs28309 ай бұрын
Radhe Radhe
@rajeshkumbhar4925 Жыл бұрын
हर हर महादेव ❤❤❤❤❤
@nareshJTvlogs2830 Жыл бұрын
Har har Mahadev
@Travelshorts612 ай бұрын
Nice video 👌💐💐
@nareshJTvlogs28302 ай бұрын
🙏
@urmiladwivedi3822 Жыл бұрын
हरहर महादेव
@nareshJTvlogs2830 Жыл бұрын
Har har Mahadev
@bikram4287 Жыл бұрын
Darshan kiya .jai sri krishna
@sunandadate57599 ай бұрын
हर हर महादेव👍
@nareshJTvlogs28309 ай бұрын
Har har mahadev
@ketankumar9277 ай бұрын
Jai Shri Radhe Jai Shri Krishan ji ki Jai Ho app ke charno mein kotti kotti pranaam