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Singer : rakesh
Camera, Vedio And Music director : Rakesh
Lyrics Transenation / Krishna Bhagat and Rakesh
Rhythm and all Percussion rakesh
Mix master by rajbir singh And harvinder bubby
Edit. Mahipal routela.
inspired by this original kabir bhajan content • Sunta Nahi Dhun Ki Kha...
मन भीतर की कोई खबर नी,सुद्दी छिन्यूछी सी किले बासदा
भीतर दयू ब्ल्यू च ठाउ मा रे,कभी उज्यळु देखि नि फैदा क्या
केदार बद्री हीटी गे, तीर्थ सकल तू रीटी गे,
फँची नि खोली कपट की , चौधाम जैकी फैदा क्या
सुलपा भगलु अर चिलम सौडी, सुर्रा की बोतल कतगा पे ,
तिल प्रीत को रस चाखि नि सुद्दी बोल्या बनी की फैदा क्या
चार पौथी पैड़ी की तू , अफ परवाण छे बणयु
जलुड़ टुकु कुछ देखि नि , सुद्दी मोरी गे तू फैदा क्या
जो आंदो च वो जान्दो च, यखी सदनी नि रै कोई
अणजाण रे अणजाण गे, इन ज़िंदगी को फैदा क्या
hindi
मन के अंदर की कोई खबर नहीं ,क्यों बेकार झींगुर की बसता रहता है
तेरे अंदर भी एक दिया है , कभी कभी उसे जलाया नहीं तो फैदा क्या
केदार बद्री चला गया , सारे तीरथ घूम गया
कपट की गठरी कभी खोली नहीं , तो चार धाम घूम के क्या फायदा
सुलपा भांग और चिलम और शराब की कितनी बोतल तू पी गया,
कभी प्रेम का रस चखा ही नहीं, यू ही दीवाना बनकर क्या फ़ायदा
चार पौथी पढ़ कर तू , खुद ही काज़ी बन गया
पेड़ की न जड़ देख पाया न ऊपर आखरी पत्ता
यू जग छोड़ कर चला गया तो फ़ायदा क्या
मन के अंदर की कोई खबर नहीं ,क्यों बेकार झींगुर की बसता रहता है
तेरे अंदर भी एक दिया है , कभी कभी उसे जलाया नहीं तो फैदा क्या.