आपने किसान वर्ग पर चर्चा की उसके लिए lallantop का तह दिल से शुक्रिया
@shivram26572 жыл бұрын
Sir Ye kishan nhi modi ki charcha h
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@veertomar93112 жыл бұрын
ऐसे ही बदलावों ने भारतीय बासमती की गुणवत्ता का नाश कर दिया। अब इस बदली हुई किस्म का निर्यात करना मुश्किल हो जाता है।
@sandeepupadhyay72172 жыл бұрын
आपने सही बात कह दी है
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@rajdeepmehla40872 жыл бұрын
Right
@anandchauhan11562 жыл бұрын
ज्यादा उत्पादन होने से कुछ नहीं होगा ज्यादा उत्पादन होने से रेट उतने ही कम मिलेंगे किसानों को ज्यादा उत्पादन नहीं ज्यादा रेट मिलना चाहिए तब ही किसानों की हालत सुधर सकती है।
@banshidharchaudhary86752 жыл бұрын
Hum trade karenge out side country
@gursewaksingh7212 жыл бұрын
@@banshidharchaudhary8675 jab b kisaano ko fasal ka rate jayada milney lagta hey govt fasal ka export band kar dete hey jisey kisaan ko koi fayda nahi pahunchta govt dushman hey kisaano ke
@nagendrapatel20302 жыл бұрын
@@banshidharchaudhary8675 घंटा ट्रेड करेंगे। गेहूं और चावल का कितना ट्रेड कर रहे हैं आज किसानों की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण गेहूं और चावल की अधिक पैदावार इनको जीएम फूड के बारे में पहले जानकारी कब तक करोगी कितना घातक है पूरी कृषि व्यवस्था और कृषि भारतीय कृषि के बीजों को बर्बाद कर देगा इन नालायक साइंटिस्ट पर बिल्कुल ही भरोसा नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह सिर्फ प्राइवेट कंपनियों के लिए काम कर रहे हैं ना कि किसानों के लिए काम कर रहे हैं हमें ज्यादा उत्पादन नहीं ज्यादा कीमत चाहिए
@vedpatel24472 жыл бұрын
आज भी भारत में किसान की फसल का मूल्य व्यापारी तय करता है।
@Maanikjaat2 жыл бұрын
@@banshidharchaudhary8675 bhai trade to abi b kr skte he wo to kr nhi rahe
@priyanshgurjar85792 жыл бұрын
किसानों के हित की जानकारी देने के लिए The lallantop का बहुत बहुत आभार
@SaurabhSingh-iz2eo2 жыл бұрын
किसानो की दुख समझते लालनटॉप टीम को सुक्रिया
@saurabhsingh41942 жыл бұрын
Hi Saurabh Singh
@gkplus28772 жыл бұрын
"कागज की नाव नहीं है ll🌷🙏 मिट्टी वाला गांव नहीं है ll भावनाओं के समंदर में, भावों का भराव नहीं है ll जीवन से लगाव बहुत है, बचपन से लगाव नहीं है ll बड़े बड़े, ऊंचे ऊंचे घरों में, आंगन की वो छांव नहीं है ll"
@saurabhbharti74852 жыл бұрын
Wo sab to thik hai. Lekin tum iss type ka comment yahan iss video pe kyun kiye ho. Kya dikhana chaah rhe ho.
@RajeshKumar-nw5mc2 жыл бұрын
किसी बड़ी कंपनी के पास अथाह धन होता है। पैसा खाकर बयान देने वाले विशेषज्ञ होते हैं। सरकारों का निर्णय प्रभावित करने का क्षमता होता है। ऐसे में सरकार न जनता का परवाह करेगी न विरोध को समझेगी। मजबूत सरकार हमेशा अच्छी नहीं होती।
@RanjeetYadav-qw4si2 жыл бұрын
किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार...🙏
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@pavanpatilsultane34722 жыл бұрын
धन्यवाद सर खेती किसान के बारे मे बात करने के लिए
@mohitthapa22652 жыл бұрын
भारत जैसे कृषि प्रधान देशों को GM crop से दूर ही रहना चाहिए.. भारत को GM seeds बनाने वाली कंपनियों की प्रयोगशाला बनने से बचाएं
@randhirgill37332 жыл бұрын
You are saying right but GM crops will be dangerous for human health and our country
@kedarsavant14412 жыл бұрын
जी
@missionukpsc64302 жыл бұрын
एक तरफ जैविक कृषि की नौटँकी दूसरी तरफ GM क्रॉप्स.. भारत मे कैंसर रोगियों की संख्या में चक्रवृद्धि दर से बढ़ोतरी होगी.. फ़र्टिलाइज़र कंपनियों और फार्मेसी अंडरवर्ल्ड की पौ बारह होगी
@Shailendrasingh-19982 жыл бұрын
सौरभ द्विवेदी जी आपका हृदय से सादर अभिनंदन की अपने राजनीति से इतर किसानों से संबंधित मुद्दे को रखा।
@sanjaypatidar66012 жыл бұрын
किसानो के मुद्दे पर चर्चा के लिये बहुत बहुत धन्यवाद team the lallantop👍
@parmeshmeena41752 жыл бұрын
किसानों के बारे में सोचने के लिए आपको बहुत धन्यवाद
@pukhraj--kumawat2 жыл бұрын
I am agriculture student of Banaras Hindu University and know very well DMH-11 is herbicide tolerate variety not a high yielding variety
@anuragsoni18352 жыл бұрын
Exactly! People don't understand GM crops , biotech mainly deals with pest , disease resistance modifications and genetically modified crops increases the nutrient quantity in crops. (Please correct me if I'm wrong, I'm just a science student intrested in Biotech engineering)
@horticulturists2 жыл бұрын
@@anuragsoni1835 helllo,, I am also agriculture students....✋😍 I know about this ...
@horticulturists2 жыл бұрын
@@anuragsoni1835 yes bro you are right .. agar pest attack nhi karenge ,, weed se nuksaan nhi hoga ,, aur bhi other sources se ,, to yield aise hi badh jaayega ...
@vannuvilaiti13402 жыл бұрын
Hybrid or GM food have same nutrition value ? How we recognise that veg is GM or normal crop ?
@aadityapatidar55022 жыл бұрын
@@vannuvilaiti1340 their is no way you can recognise which grain is GM or Non gm
@TheConcorde472 жыл бұрын
What are the new “unexpected effects” and health risks posed by GMO Crop genetic engineering? 1. Toxicity 2. Allergic Reactions 3. Antibiotic Resistance 4. Immuno-suppression 5. Cancer 6. Loss of Nutrition
@rajdeepmehla40872 жыл бұрын
Right
@AkashBajpayi2 жыл бұрын
बहुत ही उम्दा व्याख्यान!👌👌👌👌
@Mohitsingh12345-k2 жыл бұрын
Akash sir aapko yha dekh ke bhot acha lga...m aapko roz class dekhta hu.. ADDA 24 7 per.. love you..and thank you lallanatop
@legit11282 жыл бұрын
Aise hi jaagrukta dikhani hogi ag me... Thanku akash sir
@Studywithsubhamsir3532 жыл бұрын
Aapko bhi iss pr kuchh charcha krni chahiye akash sir😍
@ब्रजराजशरणतिवारी2 жыл бұрын
Akash sir आपने भी जो क्रांति लाई है कृषि में ओ भी उम्दा है ,,,, बाकी #Lallantoo के सौरभ जी भी अद्भुत है 💐💐💐💥💥💥💫
@RakeshKhepar2 жыл бұрын
देशी गेंहू खाने वाले भारतीय 80-100 साल तक जिते थे उसके बाद शंकर गेंहू खाने वाले 60-80 साल तक जी रहे है। अब GM खाने वाली जनरेशन की आयु 40-60 तक सिमट जाएगी।
@chaudharysubhashchander13392 жыл бұрын
जय जवान 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 जय किसान 🌱🌾🍪 खेती ने ही इस देश को आगे बढ़ाया है 💯☑️। लॉकडॉन में तो सबसे ज्यादा नोकरी मजदूरी और जीने का जरिया दिया ।
@chaudharysubhashchander13392 жыл бұрын
@@buddhu1439 🙏🙏🙏
@nprajapati5312 жыл бұрын
पिछले कुछ समय मे हम किसान परिवार खुद सब काम कर लेते थे।और अछि खासी आय प्राप्त कर लेते थे। आज सब काम मशीनों ओर प्रवासी मजदूरों पर आश्रित हो गया है।ओर आय वही की वही जो 10 साल पहले थी।
@mradultiwari35962 жыл бұрын
सौरभजी आपकी समझ और समझाने का तरीका अद्भुत है और आप निस्पक्स है।। पर थोड़ा धीरे धीरे समय लेके बोला करे एक अनुरोध है अगर मान सके तो।।🙏🙏
@messyhairs29342 жыл бұрын
सौरभ जी आपके पुराने tweets देख कर बहुत निराशा हुई, ऐसा नहीं है की आपसे भरोसा उठ गया है, वर्तमान में आप ज़रूर अच्छा काम कर रहे हैं परंतु वो सब देख कर एक धक्का ज़रूर लगा। ~आपकी लेखनी का एक पाठक
@akashsingh-d5q2o2 жыл бұрын
बहुत गन्दा आदमी है, इसको सज़ा होनी चाहिए, सौरभ को सजा हो
@thebloompoint63372 жыл бұрын
जी सही कहा आपने
@RanjeetYadav-qw4si2 жыл бұрын
समय के साथ व्यक्ति के व्यक्तित्व में सुधार आता है माफी चाहता हूं मैने बो ट्वीट्स तो नहीं पढ़े लेकिन सौरभ जी उन ट्वीट्स को लेकर स्पष्टीकरण दे चुके हैं कि वो ट्वीट्स लड़कपन में किए गए थे .... गंभीरता से विचार न किया जाए। आप निराश न हों दोस्त सौरभ जी हमारी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
@kisanitime2 жыл бұрын
आप जैसे हर समाचार पत्र वाले अगर ऐसे ही किसानों की समस्या को आगे रखे तो यक़ीनन किसानों की समस्या कम हो सकता हैं # किसानों कि का आवाजों को आगे रखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय 🙏 दिल से ❤️❤️❤️🙏
@RajeshKumar-nw5mc2 жыл бұрын
जो केमिकल और औषधि अमेरिका जैसे देशों में प्रतिबंधित हो जाते हैं। बचे हुए माल को खपाने में भारत जैसा देश काम आता है।
@kamleshyadav-kp3tz2 жыл бұрын
You are absolutely right
@prataproy22202 жыл бұрын
पंजाब के किसान सबसे ज्यादा केमिकल इस्तेमाल करते हैं।
@nilesh12052 жыл бұрын
Bhot acchi jankari mili aur bhi video banaiye
@kishorwagh6702 жыл бұрын
In Cotton required HDPS System HDPS- High Density Planting System Increasing Plant population in one acre -need 100% Mechinazation. from field preparation to post harvesting
@santoshgami95952 жыл бұрын
धन्यवाद सर जी जानकारी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी
@Rajdharm12 жыл бұрын
भगवान की प्रकृति में बदलाव बहुत ही खतरनाक है
@tusharsonaniya1782 жыл бұрын
Thenku sir🙏🙏🙏
@preparation94262 жыл бұрын
Best show of LALLANTOP Atleast koi toh kisan ki baat kr rha h 👍👍
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@thegreycell2 жыл бұрын
11:26 name is wrong instead of Ashwini Mahajn it should by Dr. Devinder sharma. Plz correct
@thebloompoint63372 жыл бұрын
और दूसरी बात यदि उचित मूल्य मिले तो तिलहन / सरसो के उत्पादन को जबरदस्त बडा सकते है 2018 की तुलना में 2022 के सरसो उत्पाद कई गुना ज्यादा होंगे क्योंकि भाव ज्यादा है आप तुलना कर लीजिए
@monuYadav-lu5oc2 жыл бұрын
Great work Sir John thanks
@knowledgeispower9962 жыл бұрын
Main bhi iska birodh karti hoon... main pahle se hi china k gm engineering ka against me thi... ab apna desh bhi...
@AshokKumar-nt9kw2 жыл бұрын
Good video thanks
@deonarayansingh33262 жыл бұрын
सौरभ जी आपने जो जानकारी प्रस्तुत की वह वाकई अच्छी थी इसके लिए आपको बधाई लेकिन आपकी रिसर्च टीम का काम बहुत कमजोर दिखा और कई जगह पर तथ्यात्मक गलतियां रही को सुधारना चाहिए जैसे HYV और संकर किस्में (Hybrids) अलग-अलग चीजें हैं आपने दोनों को एक ही कहा है
@raahinyapratapsingh16292 жыл бұрын
Rather u brush up your knowledge All the high yielding seeds are hybrids Cause it combines traits of many pure lines
@vishalgurav77632 жыл бұрын
जब से मोदीजी कि सरकार आई है तब से सब गोलमाल है भाई
@xprt3332 жыл бұрын
Saurabh Sir, there is a mistake in today's show. Either the name of an agriculture expert taken by you during the show is wrong or the name displayed in the dialogue box is wrongly written. Please check
@prabhjeetsingh71112 жыл бұрын
He is Devender Sharma
@vasudhasardar48362 жыл бұрын
GM Crops को मान्यता देनेके लिये कौन सी आंतरराष्ट्रीय मजबुरीया हैं,कृपया इन का खुलासा किजीए। वसुधा सरदार
@ujjwalsingh33122 жыл бұрын
Lallantop, you are really the gem of Indian media, you touch every important issues of our country without being bias...
@AbhishekKumar-hn9ub2 жыл бұрын
Very very very nice topic Lallantop took
@anuragpandey95102 жыл бұрын
अधिक खाकर कम गुणवत्ता वाले परिवेश और समाज से बेहतर हैं हम सुद्धत्ता पर गंभीरता से विचार कर सकते है 🙏🙏
@RaiSahabUvaach2 жыл бұрын
जो देश जनसंख्या वृद्धि के कारण भविष्य में भूखे मरने की कगार की तरफ बढ़ रहा हो वहां ज्यादा पैदावार की आवश्यकता है।
@rajavishnoi2 жыл бұрын
प्रणाम 🙏🏻 सौरभ भैया , ये जीएम सरसों या बीटी कॉटन और भी जीएम बीज पर जब हम पूर्णतः आश्रित हो जाएँगे और जब इनमें नए प्रकार के रोग लगना प्रारम्भ होंगे ना तब हमें उन रोगों की रोकथाम के लिए भी विदेशों पर आश्रित होना पड़ेगा क्योंकि बीज उनका बनाया हुआ है तो स्वाभाविक है कि रोग व रोगोपचार की जानकारी उन्हें होगी परन्तु हमें प्रारम्भ में बताया नहीं जाएगा । आत्मनिर्भरता को समाप्त करने की साज़िश है
@Ajaysingh-su5fk2 жыл бұрын
GM सिड्स आने के बाद भी किसान पारंपरिक बीज का उपयोग करेगा । हाईब्रिड एक उदाहरण है , शब्जी बीज के अलावा
@kishorsabale49282 жыл бұрын
जी एम फुड मतलब विनाश.....महाविनाश
@awadhbiharipandey22692 жыл бұрын
किसानों की हितों के लिए सही निर्णय लिया जाना चाहिए, आज किसानों की ऐसी दयनीय दशा है कि कोई किसान अपने बेटे को खेती करने की बात नहीं करता, सरकार के गलत निर्णय से वो दिन दूर नहीं जब कोई किसान अनाज पैदा नहीं करेगा और सरकार की फ्री राशन वितरण कर किसानों की दशा दयनीय स्थिति में पहुचाने की सबक मिल जाएगी.
@kamaljeetsingh38172 жыл бұрын
Bhai ab kisan bhi samajne laga h kheti karne me koi fayada nahi sari Umar garibi me nikalegi kheti me kuch nahi bachta mahangai bahut h fasal ka Mulya nahi milata kharcha jayada hota h ab kisan jamin bechane lage h or apne bacho ko foreign country bhej rahe h kyoki me khud kisan hu mere Gao ki new pidhi jayatar videsh chali gai h to kheti kon karega vahi kar rahe jo purane log
@dr.viraldesai60462 жыл бұрын
देवेंद्र शर्मा जी का नाम (भूल से शायद) उनके फोटो के साथ लिखना भूल गए हो। फोटो देवेंद्र जी का और नाम अश्विनी महाजन का लिखा है। कृपया संशोधित कीजिए।
@BhupendraSingh-no6uy2 жыл бұрын
क्योंकि,,,ये बिल्कुल सत्य है,,भारतीय भूमि और मौसम खेती के लिए अच्छा है, पर जितना खेती के साथ काम करना चाहिए नहीं हुआ,,
@kumarpraveen65442 жыл бұрын
In search of quantity, we lost the quality...being a agriculture student it is big achievement..but in future no one know what will be the effect on human and animals health after consuming GM Seeds....
@lomashsahu48212 жыл бұрын
Bayer company ka hybrid Rice ki variety lagaye the hamare area ka kishan lekin ye samay se pahle pak gaye dhan ke bali me sahi prakar दूध भरण हुआ( chhatisgarh Bemetara district )
@sandeepkhatri12162 жыл бұрын
Aap ne kisan ki charcha ki bhot acha
@abhi-rg9fu2 жыл бұрын
I had worked on this mustard seed it works only with their specified herbicide which will create a monopoly of them for seed as well as herbicide and it yields equal to the present mustard variety not more than them
@nikunjrajani63212 жыл бұрын
Than why Anybody buy Their seed on First place??
@rejaul19622 жыл бұрын
Does it have any health hazard?
@abhi-rg9fu2 жыл бұрын
@@rejaul1962 not tested yet
@abhi-rg9fu2 жыл бұрын
@@nikunjrajani6321 Marketing bro Marketing
@techcloud25102 жыл бұрын
Monopoly, yes, several brands have declared 'no gmo'.
@ravitrivedi27552 жыл бұрын
Will wait for GM crops pattern. Thank you for aware about this all topics 🙏🙏💐💐👍👍
@dansinghrathore60182 жыл бұрын
उत्पादन बढ़ाने से क्या होगा भाव मिलने चाहिए
@MaheshSharma-hb1fz2 жыл бұрын
Very good video
@GauravIME2 жыл бұрын
It will also affect the biodiversity at large, no insects means no food for birds, a huge impact on local biodiversity.
@stalbert37812 жыл бұрын
But that will provide alot of garins for human being
@siddharthbhawsar25572 жыл бұрын
I don't think it has no insect instead no parasites.
@neetootripathi30182 жыл бұрын
How do you know... Do you have planted the seeds?? Do you have the results of experiments that is not conducted yet??
@prashantgigaulia96812 жыл бұрын
How??? Can you explain sir..
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@karamveersingh72572 жыл бұрын
Excellent report
@ajayjain14042 жыл бұрын
Thanks for wonderful presentation Saurabh Dwivedi ji ! Keep it coming. Your group is doing amazing work of bringing information accurately and comprehensively for those like me who have very little time to catch up with latest happenings.
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@prakhar_tomar_062 жыл бұрын
Apki kosis (16:50) sahi disha mei h, Apke jankari kaffi h for basic knowledge of GM variety of mustard seed.
@durgeshkushwah86342 жыл бұрын
Foto devendra sharma ka or name ashwini mahajan wah bhai sach me lallantop ho 🤣🤣🤣🤣
@krishnashinde24072 жыл бұрын
Thank you
@lalitkusharma072 жыл бұрын
कृषि में सुधार जरूरी है सरकार को आगे बढ़ना चाहिए और कुछ छेत्र में ट्रायल करना चाहिए
@kashmirdhillon77682 жыл бұрын
Very good job thanks 🙏
@TheKashyapbasu2 жыл бұрын
In US people a scared of GMO product. Non GMO departmental store are popping every where. People are smart to understand behind story!
@shambhu66912 жыл бұрын
पहले लोग पारंपरिक तरीके से 100 साल जीते थे!! अब आधुनिक विज्ञान और वैक्सीन की मदद से 60 साल जिएंगे!!!
@sachinsinha62782 жыл бұрын
सर जिस हिसाब से सुरु में आपने परिचय दिया कृषि का उससे लगता है आप तकलीफ समझ रहे होंगे कृषि क्षेत्र का , लेकिन सर आपने कृषि छात्रो के नॉकरी से संबंधित मुद्दा ही नही उठाया चाहे भारतीय स्तर पर हो या राज्य स्तर पर ,आज वही कृषि से सबका जीवन चल रहा है उशी कृषि के छात्रों के पास रोजगार नही , बाकी आपके ऊप्पर है सर रिप्लाई जरूर करना सर आपका विचार ।
@Ppolitical242 жыл бұрын
Wonderful discussion
@vr-1242 жыл бұрын
Farmers should be given incentive for growing crops which use less water, incentive should be there for not burning fires after harvest. Or panchayat should be given equipment to take out sow or grass which farms burn to save diesel or labour. Farmers need support. Big farmers having 10 acres or more land per member should be taxed , maybe at lower rate.
@nikunjrajani63212 жыл бұрын
No Farmer should be Taxed... Otherwise it will affect Farming in India
@kapil93492 жыл бұрын
Earning from farming is not easy as it seems…it takes a lots of things…and it definitely different from business
@raahinyapratapsingh16292 жыл бұрын
@ Deepak One should not talk on a topic one doesn't know There are no big farmers in india and largest farms are in dryland area In india there is a restriction on how much land a farmer can have Every one else can purchase land as much he wishes In india it is only the farmer who is not allowed economy of scales U not only not know agriculture u are also ignorant about taxation as per indian constitution agriculture is out of the preview of income tax as agriculture is a state subject and centre can't tax it
@abbasabdeali32392 жыл бұрын
@@raahinyapratapsingh1629 thankyou so much Sir for the valuable information on agriculture in our farming based nation....may almighty save our farmers and farms from the evill of gmo...aameen
@rakeshbhagat36322 жыл бұрын
Agriculture department is most corrupt department
@mohinderkumar72982 жыл бұрын
He's Dr Devender Sharma. Not Prof.Ashwini Mahajan.
@gandharvrawat34412 жыл бұрын
GM crops are the worst, most of the people in western world face a lot of environmental and health issues such as allergies etc. Woh din door nahi, jab india me bhi gluten, nut etc. allegies India me bhi aana hai.
@nitishkunte1492 жыл бұрын
😂😂😂😂 please study properly.
@a.p.creations58792 жыл бұрын
Aaj jo Dana kha rhe ho na Vo bhi GM ki den h Vrna Bharat me fasal itni hi hoti thi ki 1 faimily ka pet bhar sake
@gauravnare52842 жыл бұрын
Poltry main toh gm feed used कर रहे हैं।
@gandharvrawat34412 жыл бұрын
See I totally agree, India me most GMs hai, but they are super regulated. But jaise hi it will become a wide phenomenon you will see a lot of new occurance jiske answers nahi hai india k pass.
@gandharvrawat34412 жыл бұрын
@@a.p.creations5879 green revolution se seekh Jo mili hai, Punjab Aaj productivity ka shikaar hai. I agree ki india ko sustainable crops milte hai GMs sez but agar natural occurance se itar jaake hum aur modified crops use karenge toh GMOs k side effects dekhenge
@kamleshkumardiwan2 жыл бұрын
सत्य हिंदी की ऐसी रिपोर्ट विचारणीय है । हमारे विचार से*यह विज्ञान के अभिषाप का दौर है*वरदान का दौर समाप्त हो चुका है ।
@adeshchaudhary75652 жыл бұрын
इस सरकार से कोई उम्मीद नही है।
@anshikatyagivlogs27712 жыл бұрын
Thanks
@nainabhatia43772 жыл бұрын
Thanks LT for explaining GM crops, researchers who worked to generate this GM mustard, the funding agency that funded this work must have known its benefits!Finally, Corona variants have reminded us of powerful evolutionary forces.
@parcupine2 жыл бұрын
Just copying paste from western county won’t make India a hunger free country They are all stupid
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
भारत की जाती व्यवस्था और GM बीज का क्या संबंध है? ब्रह्म ब्राह्मण से और छत्रीय छत्रीय से ही शादी करेगा दूसरे में नही, अपवाद भी है। लेकिन ये व्यवस्था क्या जेनेटिक गुण को बनाने या बढ़ने के लिए थे।
@sureshjaru85592 жыл бұрын
@@RadhyaDivineCakes वैसे तो आपकी सोच काफी रूढ़िवादी लग रही है फिरभी अगर गुण बढाने के लिए जातीवाद व्यवस्था को खत्म करना होगा।
@nainabhatia43772 жыл бұрын
नमस्ते गुरूजी: मान लिजीये किसी गाँव में सब ब्राह्मण लंबे हैं और सब क्षत्रिय नाटे। किसी सलाह-मशवरे से एक ब्राह्मण की त्वचा का एक छोटा टुकड़ा ले कर उसमें से लंबे होने का गुण चुन कर किसी क्षत्रिय के शरीर में लगाया जाता है। कालान्तर में कुछ लंबे बच्चे पैदा होते हैं और अन्त में क्षत्रिय नाटे नहीं रहते हैं। तो इसमें क्याबुराई है? GM फ़सलें ऐसी ही होती हैं।
@RadhyaDivineCakes2 жыл бұрын
@@nainabhatia4377 जो आपने कहा ब्राह्मण और छात्रीय का मेल उसमे शास्त्रों में ब्राह्मण पुरुष और छत्रीय महिला को सही कहा है लेकिन उल्टा नही, ऐसे प्रेक्टिकल पूर्व में भी होते रहे है। ये शास्त्र ऐसे ही नही रचे गए, लाखो अनुभव के बाद ही है। जब राक्षस कमजोर हुए तो उनकी कन्या ने विश्रवा ऋषि से शादी की पुत्र हुआ रावण परिणाम सब जानते है।
@SumerSingh-zc1xr2 жыл бұрын
Bahut açhchi jankari dhanya vad
@pktoons9102 жыл бұрын
Gm food aane pr cancer patients increase honge
@rajdeepmehla40872 жыл бұрын
As a farmer my opinion is we have to improve our domestic variety instead of GM Crop
@bobbysingh7272 жыл бұрын
Iss Desh me Modi k bole uss byan ko to baar bar quote kia jata h jisme unhone 2022 tak kisaano ki income double krne ka bola gya tha lekin uss byan ko sachai me bdlne kliye reforms k against sb Dagaddalle ek sath aa jate h
@geo..bindaas2 жыл бұрын
Excellent description.... impressed
@sudarshanjuyal2 жыл бұрын
जी एम क्रॉप्स आम किसान के लिए सामूहिक आत्महत्या समान होगा
@nikunjrajani63212 жыл бұрын
Kaise??
@dineshchoudhary69892 жыл бұрын
Thanks 🙏
@ankurkhare32392 жыл бұрын
जितना मैने सुना है अगर किसान देशी बीज या सकर बीज की बोनी करता है तो कुछ बीज बेच देते है। ओर कुछ बीज को अगली बोनी के लिए बचा लेते है। अब वो gm बीज को अगली बोनी के लिए बचा नही पाएंगे। क्योकि ये बीज फर्टाइल नही होंगे। हर बार बीज बनाने वाली कंपनी से बीज ख़रीदना पड़ेंगे।
@gursewaksingh7212 жыл бұрын
Beez company ka gulam ho jayega kisaan
@ankurkhare32392 жыл бұрын
@@gursewaksingh721 इस बार हमें हरित क्रांति या दुग्ध क्रांति वाली गलती नही करनी हैं, नए बीजो के चक्कर मे पुराने को नही खोना है। उनका संरक्षण जरूरी है।
@VishvasAgrawal-eu7lq Жыл бұрын
Hame Desi beejo bachana hoga sarkar or badi company ko aapki health se koi mtlb nhi h unhe bas apna paisa kumana h USA me eska birodh h par bo cheeze nhi dikhai jati
@sukhrajsingh73132 жыл бұрын
Thanks for talk about farmers
@nipunkapur30122 жыл бұрын
Natural farming is most appropriate and govt should work towards various remedies to renew soil health so the produce is healthy for human beings . GMO is a big NO NO pls.
@sagargart2 жыл бұрын
We have huge population to cater to.
@okay_paracetamol2 жыл бұрын
@@sagargart HYV is already enough
@sagargart2 жыл бұрын
@@okay_paracetamol Not just in terms of food safety but financial needs of farmer to survive and sustain.
@vishalbhardwaj20713 ай бұрын
Saurabh sir आप jaise log hi iske khilaaf aavaj उठा skte हैं aapki पहुंच poore bharat main है or iske khilaaf aandolan khada krna chahiye Ye mudda केवल environment or swadeshi लोगों से जुडी नहीं है यह हमारे -आप के स्वास्थ्य से जुडी बात है ऐसी ज्यादा पैदावार का क्या फायदा जो हमें बीमार करे
@pravinwagh20582 жыл бұрын
GM soya Or bringel ,HTBT cotton should have been introduced America far away from India in agriculture technology and research
@raahinyapratapsingh16292 жыл бұрын
You don't know what u are talking about
@matvimat2 жыл бұрын
America has learnt a lesson from GM foods. Now we want to learn too, again. Amazing, isn't it!!
@sphad35552 жыл бұрын
Amazing🤯👌
@govindsalvi96372 жыл бұрын
ये भी गोदी मीडिया बन गया आपसे ये उम्मीद नही थी 🙏
@madanpalpal34162 жыл бұрын
Kheti kisani Ki Baat rakhne ke liye aapka बहुत-बहुत dhanyvad
@manmm89472 жыл бұрын
This is bad......GMO crops are bad for health....we would be left with depliate soil & health... This would be a disastrous results for future......
@belapandey19442 жыл бұрын
Bahoot achche se explain kiya
@sanatani_by_heart94882 жыл бұрын
This is pure stupidity by Modi Government. Even RSS was against GM crops!
@nashimarashaikh67392 жыл бұрын
Wo hamesha se inhone esa hi kiya jub dusri sarkar Lana chaahe tub ghor virodh jaise ,rajivji computer Lana chahte the aur ab aap aae to Karo bahishkar ,nahi kersaktena kyuki ki iske fayde samaz aage aur khud social media ka khoob istemal kerke satta me aae.
@nashimarashaikh67392 жыл бұрын
GST ka virodh kiya aur khud le aae wobhi itni high ki sirf businessman hi nahi asm admi ki bhi kammar tut gai.
@nashimarashaikh67392 жыл бұрын
Virodh to bhrastachar ka bhi kiya,ek bhi aarop congress pe lagae gae sabit nahi hue,balki court na kaha 2G me koi ghotala hua hi nahi aur sab bari ho gae per ye log satta ka sukh bhog rahe he saath hi jaha nahi he waha vidhayak kharid ker.bhrashtachar mitane aae the khud lipt ho gae.bahooot zoothi party he ye .
@kalaharyana86432 жыл бұрын
Indian farmer is a real hero in my country
@munendrasingh72312 жыл бұрын
अगर ऐसा होता है तो बहुत अच्छा हो जायेगा, लेकिन खाद के बढ़ते दाम और गाय की यूपी में समस्या बहुत बड़ी है ।
@rajbhushansingh25312 жыл бұрын
Sir , vyapar mandal ka information provide kraye ! Google par kahin information nhi hai.
@BhupendraSingh-no6uy2 жыл бұрын
इतना तो जरूरी नहीं है,,,कि प्रकृति से छेड़छाड़ करें,,,सबसे अच्छा तरीका है वर्टिकल फार्मिंग पर काम हो,,
@dashrathsuva94902 жыл бұрын
GM seeds ki goverment policy ki jankari ka intezar rahega....
@its_official_jay2 жыл бұрын
sir fasl bima insurance pr kuchh boliy
@surya38962 жыл бұрын
Thanks for this information sir
@missionukpsc64302 жыл бұрын
एक तरफ जैविक कृषि की नौटँकी दूसरी तरफ GM क्रॉप्स.. भारत मे कैंसर रोगियों की संख्या में चक्रवृद्धि दर से बढ़ोतरी होगी.. फ़र्टिलाइज़र कंपनियों और फार्मेसी अंडरवर्ल्ड की पौ बारह होगी
@unicornz66902 жыл бұрын
इन सब चिजो मे ध्यान देने से और विकसीत राष्ट्र के फायदे मे ध्यान देने से अच्छा देश की सरकारे देश का कृषी उत्पादन को सही भाव कैसे दे सके.. यानी बहोत सारे सवाल अपने आप खतम हो जायेगी...👍
@vandematram42 жыл бұрын
Sahi rate contract farming me mil sakte the .. Jisme kisan company se pahle hi contract kr lega ki km se km is rate p use vo fasal dega .. Market me agar rate down ho to bhi company ne contract kiya he to vo pahle se decided rate p maal kharidegi .. Pr is bill ka virodh kiya tha Punjab ke adtiyo ne .. Ye mandi wale , bij buwai ke time 7000 bhav rkhte he .. katai ke time vo hi 5000 p le aate he .. Or 5000 m khridke usko aage 6000-7000 me bechte he ek do mahine thahar ke .. Contract farming me aap pahle se hi buwai k time p hi 7000 rate fix kr skte the maal ki .. Sarkar ne yo koshish ki hi thi