Рет қаралды 1,235
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कविगुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर की रचनात्मक यात्रा यद्यपि बंगला भाषा में हुई और कविगुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने ज्यादा लेखन बांग्ला में किया लेकिन उनकी लोकप्रियता हिंदी में कम नहीं है। गुरुदेव को हिंदी में विभिन्न तरह से न केवल याद किया जाता है बल्कि उनकी कविताएं व विचार अब हिंदी में भी उपलब्ध हैं