आषाढ़ का एक दिन/अंक एक/पहला भाग/ व्याख्या सहित/Aashadh ke ek din/Explanation

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Alpana Verma

Alpana Verma

Күн бұрын

Пікірлер: 14
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
Playlist of the play kzbin.info/www/bejne/oImrknRmpdJrZ7c आषाढ़ का एक दिन/अंक 1/पहला भाग kzbin.info/www/bejne/oImrknRmpdJrZ7c अंक 1/ भाग 2 kzbin.info/www/bejne/gqu3l5iug716oa8 आषाढ़ का एक दिन/अंक 2/भाग 1 kzbin.info/www/bejne/l4G1iGaPmNpqfNk आषाढ़ का एक दिन/अंक 2/भाग 2 kzbin.info/www/bejne/jWXKlaitptB5las आषाढ़ का एक दिन अंक 3 भाग 1 kzbin.info/www/bejne/Zn6tf558jtFqfNk आषाढ़ का एक दिन अंक 3 भाग 2 kzbin.info/www/bejne/nqjIaqJslsykkNE
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
महत्वपूर्ण कथन :- (1.) “आषाढ़ का पहला दिन और ऐसी वर्षा माँ !…ऐसी धारासार वर्षा । दूर-दूर तक की उपत्यकाएँ भीग गयीं ।… और मैं भी तो ! देखो न माँ, कैसी भीग गयी हूँ ।”( मल्लिका अपनी माँ अम्बिका से कहती है) (2.) “वह तुम्हें तुम्हारी भावना का मूल्य देना चाहता है, तो क्यों नहीं स्वीकार कर लेती ? घर की भित्तियों का परिसंस्कार हो जाएगा और तुम उनके यहाँ परिचारिका बनकर रह सकोगी । इससे बड़ा और क्या सौभाग्य तुम्हें चाहिए ?”(अम्बिका का कथन) (3.)”मैंने भावना में एक भावना का वरण किया है ।मेरे लिए वह सम्बन्ध और सब सम्बन्धों से बड़ा है । मैं वास्तव में अपनी भावना से प्रेम करती हूँ जो पवित्र है, कोमल है, अनश्वर है….।”( मल्लिका अपनी माँ अम्बिका से कहती है) (4.) “जिसे तुम भावना कहती हो वह केवल छलना और आत्मप्रवंचना है। उससे जीवन की आवश्यकताएँ किस तरह पूरी होती है।” (अम्बिका का कथन) (5.) “मैं राजकीय मुद्राओं से क्रीत होने के लिए नहीं हूँ ।” (कालिदास का कथन) (6.)”विलोम क्या है ? एक असफल कालिदास और कालिदास ? एक सफल विलोम।”(विलोम मल्लिका से कहता है।) (7.) “नहीं ! विदा तुम्हें नहीं दूंगी ! जा रहे हो, इसलिए केवल प्रार्थना करूंगी कि तुम्हारा पथ प्रशस्त हो ।” (मल्लिका कालिदास से कहती है) (8.) “शब्द और अर्थ राजपुरुषों की सम्पत्ति है, जानकर आश्चर्य हुआ।” (दन्तुल का कथन कालिदास के संबंध में) (9.) “वह व्यक्ति आत्म-सीमित है। संसार में अपने सिवा उसे और किसी से मोह नहीं है। जहाँ तक मल्लिका से उसके प्रेमाकर्षण या मोह का प्रश्न है।”(अम्बिका का कथन कालिदास के प्रति) 10.) “तुम्हारे साथ उनका इतना ही सम्बन्ध है कि तुम एक उपादान हो जिसके आश्रय वह अपने से प्रेम कर सकता है, अपने पर गर्व कर सकता है।”(अम्बिका मल्लिका से कहती है) (11.) “मैं यहाँ से क्यों नहीं जाना चाहता था? एक कारण यह भी था कि मुझे अपने पर विश्वास नहीं था। मैं नहीं जानता था कि अभाव और भर्त्सना का जीवन व्यतीत करने के बाद प्रतिष्ठा और सम्मान के वातावरण में जाकर मैं कैसा अनुभव करूँगा।” (कालिदास मल्लिका से कहता है) (12.) “तुम्हें बहुत आश्चर्य हुआ था कि मैं कश्मीर का शासन सम्भालने जा रहा हूँ? परन्तु मुझे इसमें कुछ भी अस्वाभाविक प्रतीत नहीं होता, अभावपूर्ण जीवन की वह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी सम्भवतःनहीं होता, अभावपूर्ण जीवन की वह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी। सम्भवतः उसमें कहीं उन सबसे प्रतिशोध लेने की भावना भी थी जिन्होंने जब-तब मेरी भर्त्सना की थी, मेरा उपहास उड़ाया था। “(कालिदास अपने कश्मीर जाने के प्रसंग में मल्लिका से कहता है) 13.)“इस प्रदेश में हरिणों का आखेट नहीं होता राजपुरुष ! तुम बाहर से आये हो, इसलिए इतना ही पर्याप्त है कि हम इसके लिए तुम्हें अपराधी न माने ।”(कालिदास राजपुरुष दन्तुल से कहता है) (14.) “वह व्यक्ति आत्म-सीमित है। संसार में अपने सिवा उसे और किसी से मोह नहीं है।” (अम्बिका मल्लिका से कह रही है कालिदास के प्रति)
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
15.) “जीवन की स्थूल आवश्यकताएँ ही तो सब कुछ नहीं हैं। उनके अतिरिक्त भी तो बहुत कुछ है।” (मल्लिका का कथन अंबिका से ) (16.)” क्या अधिकार है उन्हें कुछ भी कहने का ? मल्लिका का जीवन उसकी अपनी संपत्ति है। वह उसे नष्ट करना चाहती है तो किसी को उस पर आलोचना करने का क्या अधिकार है ?” (मल्लिका का कथन अंबिका से ) (17.) “मैं यद्यपि तुम्हारे जीवन में नहीं रही परंतु तुम मेरे जीवन में सदा बने रहे हो। मैंने कभी तुम्हें अपने से दूरे नहीं होने दिया। तुम रचना करते रहे और मैं समझती रही कि मैं सार्थक हूँ, मेरे जीवन की भी कुछ उपलब्धि है ” (मल्लिका कालिदास से कहती है) 18.) “जानती हूँ कि कोई भी रेखा तुम्हें घेर ले, तो तुम घिर जाओगे। मैं तुम्हें घेरना नहीं चाहती” (मल्लिका कालिदास से कहती है) 19.) “मैंने बार- बार अपने को विश्वास दिलाना चाहा कि कमी उस वातावरण में नहीं, मुझमें है। मैं अपने को बदल लूँ तो सुखी हो सकता हूँ। परंतु ऐसा नहीं हुआ। न तो मैं बदल सका, न सुखी हो सका। और एक दिन मैंने पाया कि मैं सर्वथा टूट गया हूँ। ” (कालिदास का कथन) 20.) “ मैं अपने को आश्वासन देता रहा कि आज नहीं तो कल मैं परिस्थितियों पर वश पा लूंगा और समान रूप से दोनों क्षेत्रों में अपने को बाँट दूंगा। परन्तु मैं स्वयं ही परिस्थितियों के हाथों बनता और चालित होता रहा।… और एक दिन… एक दिन मैंने पाया कि मैं सर्वथा टूट गया हूँ। मैं वह व्यक्ति नहीं हूँ जिसका उस विशाल के साथ कुछ भी संबंध था। “(कालिदास का कथन) 21.)“मैं जानता हूँ मैंने वहाँ रहकर कुछ नहीं लिखा। जो कुछ लिखा है, वह यहाँ के जीवन का ही संचय है… मेघदूत के यक्ष की पीड़ा मेरी ही पीड़ा है और विरह विमर्दित यक्षिणी तुम हो।” (कालिदास मल्लिका से कह रहा है ) 22.)“यह वास्तव में प्रसन्नता का विषय है कालिदास कि हम दोनों एक-दूसरे को इतनी अच्छी तरह समझते हैं। हम दोनों एक-दूसरे के बहुत निकट हैं।” (विलोम का कथन) 23.) “मैं अनुभव करता हूँ कि यह ग्राम प्रान्तर मेरी वास्तविक भूमि है। मैं कई सूत्रों से इस भूमि से जुड़ा हूँ। उन सूत्रों में तुम हो, यह आकाश और ये मेघ हैं, यहाँ की हरियाली है, हरिणों के बच्चे हैं, पशुपाल हैं। यहाँ से जाकर मैं अपनी भूमि से उखड़ जाऊँगा।”(कालिदास का कथन) 24.) ” मैं यहाँ का कुछ वातावरण साथ ले जाना चाहती हूँ… कुछ हरिणशावक जाएंगे जिनका हम अपने उद्यान में पालन करेंगे। यहाँ की औषधियाँ उद्यान के क्रीड़ा शैल पर तथा आसपास के प्रदेश में लगवा दी जाएंगी।” ( प्रियंगुमंजरी का कथन) 25.) “मेरी समझ में नहीं आता कि इसमें क्रय-विक्रय की क्या बात है । सम्मान मिलता है ग्रहण करो । नहीं कविता का मूल्य ही क्या है ? उसकी भौतिक दृष्टि कविता को, कवि को महत्व नहीं देती,महत्व देती है - सत्ता को, राज्य को, राजकीय सम्मान को।”( कालिदास द्वारा राजकीय सम्मान को स्वीकार न करने की बात सुनकर मातुल कहता है।)
@marukishan8011
@marukishan8011 Жыл бұрын
आपका बहुत बहुत शुक्रिया । आपकी वजह मे कोलेज की परीक्षा मे पास हो जाउंगा । मे हिन्दी विषय मे पाठ्यपुस्तक खोलता ही नही हु क्योंकि आपकी चेनल मेसे सब कहानी मील जाती है धन्यवाद ।
@aparnapandey8824
@aparnapandey8824 Жыл бұрын
Thanku so much ma'am 🙏🙏
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
स्वागत है !
@Mr_Morgon
@Mr_Morgon Жыл бұрын
Ma'am can you please upload more of it as soon as possible because hindi 12 ISC exam is on 3rd march...
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
अरे ,उसमें बस 2 दिन ही शेष हैं। इसका अगला भाग अर्थात अंतिम भाग (पूरा अंक एक) आज ही अपलोड हो जाएगा।
@techandtutorials6611
@techandtutorials6611 Жыл бұрын
Ma'am 3rd March ko Hindi exam hai uske pehle asadh ka ek din ka full explanation upload kar dijiye
@rehbarshaikh3647
@rehbarshaikh3647 Жыл бұрын
Mam, please class 10 Hindi ke pyq karvado please
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
? cbse class 10 Hindi A or B?
@rehbarshaikh3647
@rehbarshaikh3647 Жыл бұрын
@@AlpanaVerma Hindi A please mam karado hmara revision
@yaduranjan
@yaduranjan Жыл бұрын
PDF मिल पाएगा क्या
@AlpanaVerma
@AlpanaVerma Жыл бұрын
इस नाटक के पीडीएफ़ को गूगल करेंगे तो कई जगह मिल जाएगा।
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