बहुत सुंदर पिक्चर बनाकर वीडियो में चलाना एक गांव के बुजुर्ग एवं सयानो का बातों का जिक्र का वर्णन किया गया है
@DurgeshKumarDhruw2 жыл бұрын
Bahut suandr prastuti chhattisgarhi video
@tularamnishad66812 жыл бұрын
सधन्यवाद आप झन के टीम ला 🙏 बढ सुघ्घर पहल हे अइसने ज्ञानवर्धक फिल्म बनात रहो 🙏जय जोहार
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
bahut bahut dhanyawaad
@kesharbhunjiya31962 жыл бұрын
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति आपके टीम को धन्यवाद
@sukhramsinghmaravi29802 жыл бұрын
बहुत बढ़िया।सानदार प्रस्तुति
@lileshrawte72992 жыл бұрын
सादर प्रणाम जय जोहार
@priyeshporte5612 жыл бұрын
वाह भईया गज़ब के जानकारी बहुत बहुत आभार 🙏
@vrs30222 жыл бұрын
विश्व में जब पर्यावरण बचाने की जद्दोजेहद चल रही है तब मेरे भारत का छत्तीसगढ़ वन भूमि पट्टा-पट्टा खेल रहा है, वाह 👍
@narsinghthakur19782 жыл бұрын
# जानकारी बहुत ही उपयोगी एवं सरल तरीक़े से बताया गया है # वनाधिकार समिति ग्राम मौहाभाठा के अध्यक्ष मंगलू के पास पूर्व से काबिज एवं काश्तकारी कर रहे 15 एकड़ जमीन में सिर्फ 10 एकड़ (4 हेक्टेयर ) का ही वनाधिकार पट्टा बनेगा बाकि बचत 5 एकड़ का क्या होगा स्पष्ट नहीं किया गया है क्या नियमावली है # पूर्व से काबिज व्यक्ति के जमीन पर नये व्यक्ति को वन पट्टा दे दिया गया है तो पूर्व से काबिज व्यक्ति दावा आपत्ति कर वन पट्टा निरस्त करा कर अपने नाम वन पट्टा बना सकता है क्या नियम क्या है # साक्ष्य के लिए # सैटेलाइट मैप (HD) कहाँ से प्राप्त कर सकते हैं # गूगल अर्थ में स्पष्ट चित्र नहीं मिलता है # राजस्व भूमि का काबिज जमीन किस अधिकार के तहत पट्टा बनेगा नहीं बताया गया है # सभी के कार्य , मेहनत एवं प्रयास के लिए बधाई
@somnathuikey16583 жыл бұрын
बेहतरीन ग्राम स्तर पर पहुचाने के लिए सन्देश
@deepakkunjam56982 жыл бұрын
.... बहुत ही अच्छी जानकारी
@sewakramyadav80633 жыл бұрын
सब सगँवारी मन ला जय जोहार
@yashwantshriwas99962 жыл бұрын
Bahut hi sunder au sarahniy 🙏🙏🙏
@manojmandavi39013 жыл бұрын
बहुत बढ़िया जानकारी 🙏🙏
@baldevthakur35102 жыл бұрын
बहुत अच्छा वीडियो है प्रणाम
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद आपके
@dijansinghnagesh22682 жыл бұрын
बहुत सुन्दर👋👋👋
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
bahut bahut dhanyawad
@jageshwarsahu65992 жыл бұрын
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 😘😘👌🌾🙏
@pritamthakur11542 жыл бұрын
जय जोहार संगवारी हो..
@vandanadhurwe45412 жыл бұрын
बहुत अच्छी पहल 🙏sir महत्वपूर्ण जानकारी दिए और ऐसा जानकारियाँ जरूर लोंगो तक ये बात पहुँचे 🙏🙏
@ramdarammunda49792 жыл бұрын
Johaer jharkhand bahut achha laga jankari me garm sadha jinda dadh
@vijaynagesh78233 жыл бұрын
बहुत ही सुंदर
@manojku533 жыл бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद
@VikashKumarganjhuVikashK-oi7fd Жыл бұрын
Bahut achchha jai johar jharkhand
@vrs30222 жыл бұрын
हमर जंगल हमर अधिकार लेकिन *जंगल के अस्तित्व बचाए बर घलो करो बिचार* 🙏🙏🙏 *जंगल नहीं तो आदिवासी भी नहीं यह याद रखे हर आदिवासी !!!* please save natural forests 🙏🙏🙏
@ramanramansinghdhru48322 жыл бұрын
हमर जंगल हमर अधिकार nice information
@vrs30222 жыл бұрын
ऐसा न हो एकदिन प्रकृति हम मनुष्यों पर तरस खाना छोड़ दे !
@kumarsingharmo83682 жыл бұрын
बहुत सुदंर. सर
@BABAJIONWHEELS2 жыл бұрын
वाह बहुत ही शानदार 👌
@gunjarikoshle70052 жыл бұрын
Nice movie jai chhatishgarh
@ramniwaskorcho1522 жыл бұрын
Bahut badhuha
@user-rbharti2 жыл бұрын
Bahut sundar muvi
@praveenravi58922 жыл бұрын
बहुत बढ़िया
@singernareshbaghelsevaniya84182 жыл бұрын
जय जोहार
@vikramraj0033 жыл бұрын
ज्ञानवर्धक प्रस्तुति... ✨🌻🙏👍
@satyendraverna662 жыл бұрын
👌🙏
@dharmarajdhurwe9022 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
dhanyawad
@charandastofa90422 жыл бұрын
This is very important film
@SATYAM.SORI.2 жыл бұрын
Jai aadiwashi
@ansingh17932 жыл бұрын
बहूत बढीया वीडियो प्रस्तुति
@ramrooprana29252 жыл бұрын
जय आदिवासी।
@jxjkcznchocolatecnnm50152 жыл бұрын
PremLalyadav. 👌👌👌👌
@dileeppatel93263 жыл бұрын
Nice video 📹👍
@mandavidevend7502 жыл бұрын
👌👌👍
@pkchandrakar53513 жыл бұрын
nice
@manojku533 жыл бұрын
धन्यवाद भाई
@vrs30222 жыл бұрын
जलवायु परिवर्तन अब प्रत्यक्ष हो रहा है और जंगलों का रकबा कम होने से अब और ज्यादा जंगली जानवर भी गाँवों-शहरों में घुसे चले आ रहे हैं लेकिन हमको तो अधिकार चाहिए और खेत चाहिए पर क्या प्रकृति ने जंगली जानवरों पक्षियों के लिए जंगल नहीं बनाया है, क्या जंगल केवल मनुष्यों के लिए है ?
@DilipKumar-ol4cv2 жыл бұрын
🙏🙏🏜🏝🏞🏕🙏🙏jay johar jay adiwasi jay mulniwasi jay bhim jay bhilprdesh jay svindhan jay bhart johar मालिक
@vrs30222 жыл бұрын
जानकारी तो बहुत अच्छी है लेकिन 2005 के बाद जिन लोगों ने वन अधिकार प्रपत्र के लालच में जंगलों को साफ कर के खेती की है, दबाव की वजह से उन पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है इसका क्या करें ?
@saurabhgoswami1462 жыл бұрын
जय हो मोला भी लेलो महू एक्टिंग करना है
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
hao bhaai
@tribaldastak4218 Жыл бұрын
CFR ka sampund giya hai
@vrs30222 жыл бұрын
हम आदिवासी या अन्य जो भी हों, क्या करेंगे इतने खेतों का जब जंगल ही नहीं रहेंगे ?
@internationalviralvideo27072 жыл бұрын
Part 1 kidhar hai
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
isi channel par hai dost
@internationalviralvideo27072 жыл бұрын
@@swapnildigitalstudio आपके चैनल द्वारा बनाया गया यह जन जागरूकता विडियो तारीफ़ ए काबील है।।🙏
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
dhanyawad aabhar
@rhishikumarkumbhare28302 жыл бұрын
बहुत सुंदर जानकारी हे मेहा महाराष्ट्र शासन के जनजाती विभाग मे वनअधिकार के तालुका प्रबंधक हावं
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
Dhanyawad bhai
@hamarsurguja3 жыл бұрын
सुग्घर मूवी
@manojku533 жыл бұрын
धन्यवाद भाई
@vrs30222 жыл бұрын
मुझे 13 दिसम्बर के बाद जंगल को साफ करके खेत बनाने वालों से जंगल की जमीन वापस लेनी है और सरकार चाहे जो भी हो मुझे अपना जंगल वापस चाहिए, माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध है जहां-जहां जंगल में वन अधिकार प्रपत्र या पट्टा दिया गया है या विचाराधीन है वहाँ अचानक जाएँ यदि जंगलों की हालत पर तरस न आए तो मेरा नाम बदल दें !
@vrs30222 жыл бұрын
Please Sir 🙏, एक बार जंगलों की ओर बिना किसी स्वार्थ के देखिए, वन अधिकार प्रपत्र की घोषणा के बाद से जंगल बहुत ही दयनीय स्थिति में आ गए हैं । एक तो जलाऊ के लिए निरंतर कटाई का दबाव! खेती के लिए वन भूमि साफ करने का दबाव! इस तरह कब तक चलेगा sir, कृपया इस पर रोक लगाईये please, और जिस तरह से 2005 से पहले वन भूमि दी गई है तो उसके बाद की अतिक्रमित वन भूमि सख्ती से वापस लेकर उसे जंगल बनाने की अधिसूचना की सख्त आवश्यकता है । एक भारतीय, एक आदिवासी और एक जंगल हितरक्षक की प्रार्थना है कृपया अन्यथा न लें ।🙏🙏🙏
@swapnildigitalstudio2 жыл бұрын
bahut sahi keh rahe hain aap
@chummansahu52602 жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा सर् आपने
@vrs30222 жыл бұрын
पुराने आवेदन पर वन अधिकार प्रपत्र बांटे जा चुके हैं अच्छी बात है लेकिन जब वन अधिकार प्रपत्र के हजारों नए आवेदन ठोस कारणों से निरस्त हो चुके हैं तो क्यों फिर से उनपर पुन: विचार करने का दबाव डाला जा रहा है ?