गजब शानदार है बात रावजी सा रूघूनाथजी साऊ धोराणी डावल साचोर जालोर
@bagsinghgurlai10322 жыл бұрын
वाह सा वा राव जी ऐडी बाता हरेक जगा सुणने कौनी मिल सा पैली तौ शाम री टैममिलती अबे कौनी
@mandrupdudi2 жыл бұрын
बात घणी बढ़िया बात लागी सा।
@subhashmanju20122 жыл бұрын
बहुत बहुत अच्छा
@raojiofficialstudio2 жыл бұрын
धन्यवाद सुभासजी
@prithvirajbishnoi50002 жыл бұрын
बहुत ही ज्ञान वर्धक बात सुनाई रावजी राम राम सा
@fusaram9824 Жыл бұрын
राम राम सा बहुत अच्छी बात सुनाई है सा हमेशा सुनाईजो सा
@nagsinghrathorekartiya19122 жыл бұрын
राम राम राम सा जगदीश जी रावजी बहुत ही सुन्दर बात सुणाई सा आपको बोहोत बोहोत ही धन्यवाद सा
@binsilalbishnoi6682 Жыл бұрын
बहुत बहुत सुंदर
@vishnoi1002 жыл бұрын
Bahut hi gyan ki baat batai
@omprakashgoyal72252 жыл бұрын
बहुत बहुत बधाई हो सा
@omprakeshbishnoi16242 жыл бұрын
नेण परिवार चीरढाणी पीपाङ सीटी जोधपुर की ओर से सभी को मेरा प्रणाम
@raghunathsau1892 жыл бұрын
जय श्री राधे कृष्ण हरे कृष्ण गोविन्द हरे जय हो शावरिया सेठजी की धरणीधर शावला सेठ के जय हो विष्णू भगवान जय गोपाल जय शावरिया सेठजी की
@kishansingh6752 жыл бұрын
K एलएल लोक लाखllllllllllhgg
@omprakeshbishnoi16242 жыл бұрын
राम राम भाई साहब मेरा प्रणाम जय हो
@roopsingh45492 жыл бұрын
पुरानी संस्कारित बातो के लिए आपको धन्यवाद, बहुत अच्छा लगता है, पुराने लोकोक्ति मुहावरे से ज्ञान मिलता है l सबसे ज्यादा से ज्यादा परिवार में देखना चाहिए l जिन्दाबाद सा ....
@raojiofficialstudio2 жыл бұрын
धन्यवाद सा रुपसिंहजी
@malaramdewasiandaramji43382 жыл бұрын
Ram ram sa ba
@mahendrasinghkhokher93322 жыл бұрын
पंडित मूरख था जो छः महीने तक उनके घर ठहरा या फिर वो फिर वो मूरख है जिसने यह मनगढ़ंत कहानी बनाई
@durgeshdurgeshbhai27592 жыл бұрын
बहुत-बहुत धन्यवाद राव जी बहुत अच्छी बात ऐसी बातें सुनाने पर भगवान हमेशा खुश रखे आपको
@mahendrasinghkhokher93322 жыл бұрын
इता नाजोगा रे महाभारत छः महीने तक बांची ही क्यूं
@raojiofficialstudio2 жыл бұрын
पहला ठा तोङी पङे सा मेह मोत और दातार का पहले पता नहीं चलता है
@mahendrasinghkhokher93322 жыл бұрын
@@raojiofficialstudio छः महीने में भी नहीं पता नहीं चला तभी तो कह रहा हूं कि वो कथावाचक खुद घोर मूर्ख
@raojiofficialstudio2 жыл бұрын
पंडित जी महा ज्ञानी थे, मुर्ख तो वो परिवार था जीसने इतने अच्छे ज्ञान का अर्थ नही किया, अनर्थ किया,,यह बात अर्थ ओर अनर्थ की ही थी
@raojiofficialstudio2 жыл бұрын
आज भी जो अच्छा व्यक्ति होता है वो ज्ञान का सही अर्थ करता है और अपना कल्याण भी करते हैं,, और जो मुर्ख होते हैं वो सही ज्ञान का गलत मकसद निकालता है,, इसलिए हर बात को सही नजरीए से देखनी चाहिए
@mahendrasinghkhokher93322 жыл бұрын
@@raojiofficialstudio हां सा तभी तो पंडित जी भैंस के आगे बीन बजाते रहे तो इसमें पंडित मूरख हुए या भैंस मूर्ख हुई रावजी तर्क संगत यह तो मानना ही पड़ेगा कि वास्तव में पंडित ही मूरख था जो छः महीने में भी अपने श्रोताओं को जान नहीं पाया