Excellent and heart touching recitation of holy Quran by Sheikh Dossary. Ma SHA Allah subhan Allah. May Allah bless you and your family members. Ameen summa ameen ya Rabbal alameen .
❤ لا اله إلا الله ❤️ 🌴 سبحان الله والحمدالله ولا اله إلا الله والله أكبر 🌴
@mohdahmedkhan81675 ай бұрын
MashaAllha Good surprise❤
@brightangle86085 ай бұрын
43:57 तथा जब मरयम के पुत्र का उदाहरण दिया गया, तो सहसा आपकी जाति उसपर शोर मचाने लगी। 43:58 तथा उन्होंने कहा : क्या हमारे देवता अच्छे हैं या वह? उन्होंने आपके लिए यह (उदाहरण) केवल झगड़ने के लिए दिया है। बल्कि वे झगड़ालू लोग हैं। 43:59 वह तो केवल एक बंदा है, जिसपर हमने उपकार किया तथा हमने उसे बनी इसराईल के लिए एक उदाहरण बना दिया। 43:60 और यदि हम चाहें तो अवश्य तुम्हारे स्थान पर फ़रिश्तों को बना दें, जो धरती में उत्ताराधिकारी हों। 43:61 तथा निःसंदेह वह (ईसा) निश्चय क़ियामत की एक निशानी है। अतः तुम उसमें कदापि संदेह न करो और मेरी पैरवी करो, यही सीधा रास्ता है। 43:62 तथा शौतान तुम्हें कदापि रोकने न पाए। निश्चय वह तुम्हारा खुला शत्रु है। 43:63 और जब ईसा खुले तर्कों के साथ आया, तो उसने कहा : निःसंदेह मैं तुम्हारे पास हिकमत लेकर आया हूँ और ताकि मैं तुम्हारे लिए कुछ ऐसी बातें स्पष्ट कर दूँ, जिनमें तुम विभेद करते हो। अतः अल्लाह से डरो और मेरा कहना मानो। 43:64 निःसंदेह अल्लाह ही मेरा रब और तुम्हारा रब है। अतः उसी की इबादत करो। यही सीधा मार्ग है। 43:65 फिर कई गिरोहों ने आपस में विभेद किया। तो उन लोगों के लिए जिन्होंने ज़ुल्म किया एक दर्दनाक दिन के अज़ाब से बड़ा विनाश है। 43:66 वे क़ियामत के सिवा किस चीज़ का इंतज़ार कर रहे हैं कि वह उनपर अचानक आ जाए और वे सोचते भी न हों? 43:67 उस दिन नेक लोगों को छोड़कर सभी सच्चे दोस्त एक-दूसरे के दुश्मन होंगे। 43:68 ऐ मेरे बंदो! आज न तुमपर कोई भय है और न तुम शोकाकुल होगे। 43:69 वे लोग जो हमारी आयतों पर ईमान लाए तथा वे आज्ञाकारी थे। 43:70 तुम और तुम्हारी पत्नियाँ जन्नत में प्रवेश कर जाओ। तुम्हें खुश रखा जाएगा। 43:71 उनपर सोने की थालें तथा प्याले फिराए जाएँगे और वहाँ वह सब कुछ होगा, जो दिलों को भाए और जिससे आँखें आनंदित हों और तुम उसमें सदा निवास करने वाले हो। 43:72 और यही वह जन्नत है, जिसके तुम उत्तराधिकारी बनाए गए हो, उसके बदले में जो तुम कार्य करते थे। 43:73 तुम्हारे लिए इसमें बहुत-से मेवे हैं, जिनसे तुम खाते रहोगे। 43:74 निःसंदेह अपराधी लोग जहन्नम की यातना में सदैव रहने वाले हैं। 43:75 वह (यातना) उनसे हल्की नहीं की जाएगी तथा वे उसी में निराश पड़े रहेंगे। 43:76 और हमने उनपर अत्याचार नहीं किया, बल्कि वे स्वयं ही अत्याचारी थे। 43:77 तथा वे पुकारेंगे : ऐ मालिक! तेरा पालनहार हमारा काम तमाम ही कर दे। वह कहेगा : निःसंदेह तुम (यहीं) ठहरने वाले हो। 43:78 निःसंदेह हम तो तुम्हारे पास सत्य लेकर आए हैं, लेकिन तुममें से अधिकतर लोग सत्य को नापसंद करने वाले हैं। 43:79 या उन्होंने किसी कार्य का दृढ़ निश्चय कर लिया है? तो निःसंदेह हम भी दृढ़ उपाय करने वाले हैं। 43:80 या वे समझते हैं कि हम उनके रहस्य और उनकी कानाफूसी को नहीं सुनते? क्यों नहीं, और हमारे भेजे हुए (फ़रिश्ते) उनके पास लिखते रहते हैं। 43:81 (ऐ नबी!) आप कह दें : यदि रहमान की कोई संतान हो, तो मैं सबसे पहले इबादत करने वाला हूँ। 43:82 पवित्र है आकाशों तथा धरती का पालनहार, सिंहासन का स्वामी उन बातों से जो वे बयान करते हैं। 43:83 तो आप उन्हें छोड़ दें व्यर्थ की बहस करते रहें तथा खेलते रहें, यहाँ तक कि उनका सामना उनके उस दिन से हो जाए, जिसका उनसे वादा किया जाता है। 43:84 वही है जो आकाश में पूज्य है और धरती में भी पूज्य है और वही पूर्ण ह़िकमत वाला, सब कुछ जानने वाला है। 43:85 और बड़ा ही बरकत वाला है वह, जिसके पास आसमानों और ज़मीन की बादशाही है और उसकी भी जो उन दोनों के दरमियान है तथा उसी के पास क़ियामत का ज्ञान है और उसी की ओर तुम लौटाए जाओगे। 43:86 तथा वे लोग जिन्हें ये उसके सिवा पुकारते हैं, वे सिफ़ारिश का अधिकार नहीं रखते। परंतु जिसने सत्य की गवाही दी और वे (उसे) जानते हों। 43:87 और निश्चय यदि आप उनसे पूछें कि उन्हें किसने पैदा किया? तो वे अवश्य कहेंगे : अल्लाह ने। तो फिर वे कहाँ बहकाए जाते हैं? 43:88 तथा (उसके पास) रसूल के इस कथन (का भी ज्ञान है कि) : ऐ मेरे पालनहार! ये तो ऐसे लोग हैं, जो ईमान नहीं लाते। 43:89 अतः आप उनसे मुँह फेर लें तथा कह दें कि सलाम है तुम्हें। जल्द ही उन्हें पता चल जाएगा।
@MalangSano-y7w5 ай бұрын
Salla Allahu aleyhi wa salam ❤
@MalangSano-y7w5 ай бұрын
Allah akhbar
@saibsano43385 ай бұрын
Mâcha Allah
@identityofallah5 ай бұрын
Allah Almighty Exalted Above the heaven Above His 'Arsh: (Above The Greatest Throne), Everything is under His knowledge, control & vision. All praise belongs to Allah Alone All power and all dominion. Allah created every existing being, Allah is Not like any created thing. Our Lord is Allah SWT. There is no 'True God' / 'True Ilah except Allah. Allah is Exalted Above ‘Arsh, above the heaven. Holy Qur'an is Allah's Word and final revelation for mankind. Allah is the One and Unique True Deity'. None is worthy of worship except Allah. Muhammad PBUH is Allah's servant and messenger.♥♥♥
@umairawan71995 ай бұрын
❤ لا اله إلا الله ❤️ 🌴 سبحان الله والحمدالله ولا اله إلا الله والله أكبر 🌴
@mohdsubhan91235 ай бұрын
Allah pak ham sabko hamare walidain ke saath haramain sahrifain me namaz-e Fajr padhna naseeb farma....❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@Asfaque-q7x5 ай бұрын
Sweet surprise ❤❤❤
@brightangle86085 ай бұрын
43:57 And when the son of Mary was presented as an example, immediately your people laughed aloud. 43:58 And they said, "Are our gods better, or is he?" They did not present it [i.e., the comparison] except for [mere] argument. But, [in fact], they are a people prone to dispute. 43:59 He [i.e., Jesus] was not but a servant upon whom We bestowed favor, and We made him an example for the Children of Israel. 43:60 And if We willed, We could have made [instead] of you angels succeeding [one another] on the earth. 43:61 And indeed, he [i.e., Jesus] will be [a sign for] knowledge of the Hour, so be not in doubt of it, and follow Me. This is a straight path. 43:62 And never let Satan avert you. Indeed, he is to you a clear enemy. 43:63 And when Jesus brought clear proofs, he said, "I have come to you with wisdom [i.e., prophethood] and to make clear to you some of that over which you differ, so fear Allāh and obey me. 43:64 Indeed, Allāh is my Lord and your Lord, so worship Him. This is a straight path." 43:65 But the denominations from among them differed [and separated], so woe to those who have wronged from the punishment of a painful Day. 43:66 Are they waiting except for the Hour to come upon them suddenly while they perceive not? 43:67 Close friends, that Day, will be enemies to each other, except for the righteous 43:68 [To whom Allāh will say], "O My servants, no fear will there be concerning you this Day, nor will you grieve, 43:69 [You] who believed in Our verses and were Muslims. 43:70 Enter Paradise, you and your kinds, delighted." 43:71 Circulated among them will be plates and vessels of gold. And therein is whatever the souls desire and [what] delights the eyes, and you will abide therein eternally. 43:72 And that is Paradise which you are made to inherit for what you used to do. 43:73 For you therein is much fruit from which you will eat. 43:74 Indeed, the criminals will be in the punishment of Hell, abiding eternally. 43:75 It will not be allowed to subside for them, and they, therein, are in despair. 43:76 And We did not wrong them, but it was they who were the wrongdoers. 43:77 And they will call, "O Mālik, let your Lord put an end to us!" He will say, "Indeed, you will remain." 43:78 We had certainly brought you the truth, but most of you, to the truth, were averse. 43:79 Or have they devised [some] affair? But indeed, We are devising [a plan]. 43:80 Or do they think that We hear not their secrets and their private conversations? Yes, [We do], and Our messengers [i.e., angels] are with them recording. 43:81 Say, [O Muḥammad], "If the Most Merciful had a son, then I would be the first of [his] worshippers." 43:82 Exalted is the Lord of the heavens and the earth, Lord of the Throne, above what they describe. 43:83 So leave them to converse vainly and amuse themselves until they meet their Day which they are promised. 43:84 And it is He [i.e., Allāh] who is [the only] deity in the heaven, and on the earth [the only] deity. And He is the Wise, the Knowing. 43:85 And blessed is He to whom belongs the dominion of the heavens and the earth and whatever is between them and with whom is knowledge of the Hour and to whom you will be returned. 43:86 And those they invoke besides Him do not possess [power of] intercession; but only those who testify to the truth [can benefit], and they know. 43:87 And if you asked them who created them, they would surely say, "Allāh." So how are they deluded? 43:88 And [Allāh acknowledges] his saying, "O my Lord, indeed these are a people who do not believe." 43:89 So turn aside from them and say, "Peace." But they are going to know.
@alveerakhan76335 ай бұрын
Assalamu Alaikum warahmatUllah wabarakatuhu Alhamdulillah Surah Zukhruf JAZALLAHU ANNA MUHAMMADAN SALLALAHU ALAIHI WASSALLAM MA HUWA AHLUHU Jazak Allah khairan kaseer Ya Allah please accept all the good deeds and bless success to Muslims especially those who have sincerely served Islam ameen Ya Allah please bless them success in both the lives through mercy and grace ameen Assalamu Alaikum warahmatUllah wabarakatuhu
Why the schedule has been changed? From today The Fajor & Asor prayer will lead Sheikh Bandar Baleelah but again Sheikh Dosary.. Where is Sheikh Bandar?? 😢😢😢
@nadeemislam83165 ай бұрын
I think Sheikh Baleela was maybe busy to come today. Tomorrow fajr he should be here in'sha'allah