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आज आपको मिलवा रहे हैं एक ऐसे किसान से जो एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं वैसे तो आठवीं पास हैं लेकिन किसी इंजीनियर से कम इनका दिमाग नहीं है इन्होंने अपने खेत में एक ऐसा गोबर गैस प्लांट डिवेलप किया है जो की हर किसान लगा सकता है यदि एक पशु भी है एक गाय या भैंस है तो भी यह बेहद कामयाब है तो आपको बता दें कि यह गोबर गैस प्लांट किसानों के लिए रामबाण है सबको लगवाना चाहिए क्योंकि इससे डबल फायदा है आम के आम गुठलियों के दाम
क्या डबल फायदा है कैसे यह डिजाइन किया गया है कैसे आसानी से आप लगा सकते हैं जानते हैं पूसाराम जी से आपको बता दें की पूसाराम जी प्राकृतिक खेती करते हैं नेचुरल फार्मिंग करते हैं और राजस्थान में जोधपुर के डोली गांव के रहने वाले हैं अपने खेत में रहते हैं और बड़े ही एडवांस टेक्निक के साथ खेती करते हैं यह मॉडल क्या है पूरा समझेंगे पूसाराम जी से
प्राकृतिक तौर पर एक बार मैंने इसको खुद ही इंस्टॉल किया है इसमें यह 1100 लीटर की टंकी है इसमें ढक्कन ऊपर से खुलता है पहले एक बार गोबर से भर कर इसको टंकी के ढक्कन को सील कर दिया है जो 1 मिनट के बाद इसमें जो प्रक्रिया शुरू होती है जो फर्निश होता है तो वह गैस निकलती है इसमें से निकलकर वह पाइप से होकर घर में जाती हैं और जो सलरी निकलती है वह यहां से जो वाॅल लगा हुआ है यहां से सलरी निकलती है जो अपने खाद में मिलाने के काम आती है और ऐसे ही लिक्विड रूप में देना चाहे तो ड्रिप इरिगेशन से दे सकते हैं शुरुआती प्रक्रिया यह है कि इसमें सबसे पहले 20-25 किलो गोबर को 20-25 लीटर पानी में डालकर घोल बनाकर पानी और आधे गोबर को मिलाकर घोल बनाया जाता है फिर इसमें इसको इस गोबर के गोल को टंकी में डाल दिया जाता है यहां से जो अंदर पाइप लगा हुआ है तो वह गोबर यहां से निकलता है नीचे फिर यह जितनी भी इसकी गैस बनती है यहां स्टोर होकर टंकी के ढक्कन को एयरटाइट कर दिया इसके बाद यह पाइप से होकर सीधा घर में जाती है और सलरी कहां से निकलती है सलरी निकालने के लिए यह वाॅल है जितना हम गोबर डालते हैं जिसमें अगर हमने 25 किलो गोबर रोज का डाला है तो इससे 25 किलो सलरी वापस निकल जाती है इसका बैलेंस बना रहता है इसमें 20 से 25 किलो निकाल दिया तो 20 से 25 किलो ही डाल दिया जाता है तो इसलिए यह गैस बनने की प्रक्रिया लगातार चलती रहती है गैस कितना काम देती है मतलब की क्या क्या काम कर सकते हैं इस छोटे से मॉडल की गैस का
Farmer Phusaram is no less than a skilled engineer, he is such an engineer without a degree who designed a small bio gas plant in the field and has made such a scientific technique to make this cow dung gas plant successful, seeing that you will also say wow what a skilled is a farmer
Phusaram's gobar gas plant is also successful at home and is very useful for the farmers in the field because it gives very good manure in the form of slurry and gas is available for burning the stove, so let's go to this cow dung gas plant of phusaram. understand design
Phusaram has joined 4 tubes of truck tires together and has connected these tubes to the Gobar gas plant. The gas of the Gobar gas plant collects in these tubes, due to which the gas pressure in the Gobar gas plant does not increase and it leaks. does not happen
Phusaram built a cow dung gas plant by putting jugaad in the water tank and then invented such a technique that the tank does not leak due to the pressure of the gas and the gas can be used in the kitchen.
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