वाह, भाई वाह... बेवफ़ाई की परिभाषा तो कोई मन्नू भंडारी से पूछे. पहली बार जब इस कहानी को पढ़ा था तब 14 साल का था और आज 33 साल का... लेकिन शिवानी के प्रति अपनी नफरत मे ज़रा भी कमी नहीं पाता हूँ. अपने व्यक्तिगत जीवन मे एक असफल पत्नी के रूप मे मन्नू ने जीवन बिताया है. मैं समझ सकता हूँ कि मन्नू ने शिवानी को आखिर क्यों गढ़ा था. मन्नू ने तो अतुल को आदर्श बना दिया... और शिशिर को? एक आम सा पुरुष जिसे शिवानी ने अपने हिसाब से परिभाषित करती रही. पीड़ा से मुक्त करने के लिए शिवानी से देह का सहारा लिया. अगर आप को याद हो तो शिवानी ने कहा था कि मेरे लिए जैसे शिशिर वैसे तुम... भाई वाह... और अब कहती है कि शिशिर आप की जगह कोई नहीं ले सकता.. क्या बात है... बेवफ़ाई फिर आखिर है क्या .... कहना तो बहुत कुछ है लेकिन कोई तुक नहीं बनता
@sumanlata93913 жыл бұрын
बहुत खूब।ऐसे पात्र मन्नू भंडारी जी ही रच सकती हैं।
@manjumudila53914 жыл бұрын
Bahut achhi story h
@RakeshMishra-dp6sh4 жыл бұрын
🙏 bahut sunder
@satyapriyanshu90962 жыл бұрын
sach mein Mannu ji naitik-anaitik se pare hai aur yathart ki pratyakshdarshi hai. anurag kashyap bhi inhi se prabhavit lagte hain.
@extratwo277 Жыл бұрын
Bechare pati ne shayad bachchonka khayal karke apna dil bada kar diya..... Patni ka character toh sau choohe kha ke Haz yatra karnewali billi jaisa.
@poojajoshi71494 жыл бұрын
Nice
@leelamkumari14475 жыл бұрын
Very nice story ☺️
@NARESHPATEL-ci3zb5 жыл бұрын
Thank you ma'am....🙏👍
@Neel7494 жыл бұрын
Mam ur explanation is too good... Plz explain( pathar ka dheeraj)
@sarwaboy99844 жыл бұрын
धन्यवाद् मैडम जी
@sanskritsurbhi36445 жыл бұрын
Mam aap k muh se katha manthan shabd bhut achha lagta h