सर जी हमारे ग्रंथ में मिलावट होने के कारण आज पति पत्नी के रिश्ते टूट रहे हैं कृष्ण की पत्नी रुक्मणी है। हमारे सनातन संस्कृति में पत्नी का स्थान है दूसरी औरत देवी ही क्यों ना हो तब भी वह पत्नी के स्थान पर नहीं बैठ सकती। जब से राधा को कृष्ण के साथ विठला है तब से हमारे देश के भी टुकड़े हुए सनातन संस्कृति के टुकड़े हुए आप पति पत्नी के रिश्ते भी तोड़ रही है। राधा ने सिर्फ अश्लील दादी है कृष्ण की पत्नी रुक्मणी है जब तक हमारे उदाहरण शिव पार्वती राम सीता कृष्ण रुक्मणी हमारे दिल और दिमाग में नहीं बिठा आएंगे तब तक हमारी सनातन संस्कृति कैसे बचेगी। राम के समय एक भी पति पत्नी का रिश्ता नहीं टूटा राम सीता का प्रेम कभी अलग नहीं हुआ हमारे उदाहरण ऐसे होना चाहिए हमारे देवी देवता एक पत्नी एक पत्नी वाला ही पूजनीय होना चाहिए।
@RajendraPurohit-k9c2 күн бұрын
वैदिक धर्म की जय।ओ३म् का झण्डा ऊंचा रहे।
@shivkumarshastri3185Күн бұрын
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय बहुत बहुत धन्यवाद जी
@munnalal-ui6lb4 күн бұрын
❤ ग के रहस्य को नहीं समझ सके इसलिए ग में मिलावट को बता दिया। ऐसा नहीं है। कलयुग में सारे शास्त्रों को पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आगे अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक ने जागृत बुद्धि से खोला है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है। भागवत के बिना कोई पूर्ण ब्रह्म को जान नहीं सकता भागवत सारे शास्त्रों का सार है😮 और भागवत पांचवा वेद है।