Assalamualaikum aamin alhamdolilah Dua ki azizana darakhast ilteja iltemase dua
@SufiyanHusian3 ай бұрын
Bhai ye khuwaja sil sile se hai
@rashidrasheed96754 ай бұрын
Sahaba r.a nai aise karamatain kiyn nahi kin
@rashidrasheed96754 ай бұрын
Bhai ab aise karamat kiyn nahi hoti
@ghayasakhtar96566 ай бұрын
मियां मीर मुहम्मद नौमान बल्कि रहमतउल्लाह अलेहे को कहां भूल गऐ शेख ऐहमद सिर्हिंदी के बाद वह बाकि बिल्लाह रेहमतउललाह के सब से क़रीब थे। आगरा मे थे और शेख सिरहिंदी के पहले खलीफा थे. शेख ने उन्हे बुरहानपुर भेजा लेकिन जहांगीर वहां उनकी फौज मे मक़बूलियत से डर गया था और आगरा बुलाया जहां उन्होने सुकूनत इख्तियार की. आज भी आप का मजा़र आगरा में है और फैज़ जारी है. मीर हाशिम, और बदरुद्दीन सिरहिंदी रेहमतउल्लाह की किताबे पढे और मीर नौमान रहमतउललाह के मरतबे से रूहशनाज़ हों।
@ghayasakhtar96566 ай бұрын
बल्ख़ी पढा जाऐ
@ghayasakhtar96566 ай бұрын
अमीर अब्दुल्ला बल्खी़ रहमतउल्लाह अलेहे के मुरीदेन में अहमद सिरहिंदी रहमत उल्लाह अलेहे और मीर मुहम्मद नौमान बल्ख़ी शामिल थे. दोनो पाऐ के बुजुर्ग थे और वाकि बिल्लाह रहमत उल्लाह के मुरीद थे