Jai shree radha krishna sir ji .❤ Her her mahadev sir ji aapko koti koti pranam .❤ Thankyou sir ji for your nice knowledge .❤ Thankyou univers .❤
@devkidevi6659 Жыл бұрын
ब्रह्म विद्या 🙏🙏
@ramchandrrahate9740 Жыл бұрын
Thanks a million times, Master.
@georgia.1914 Жыл бұрын
Kitna easy ho gya jinfdngi ko denny ka najaria he bdl gya
@crkurup5727 Жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@MarotiBarai5 ай бұрын
P m c sey judnekey ley kay kerna pdega thanks
@pundliksangolkar6820 Жыл бұрын
Mai samaz rha hu. Achha lag rha hai. Kuchh gudh bate hai. Apni hi jindagi ke bare me sun rha hu.Vistar se sunana hai.
@kantagambhir9477 Жыл бұрын
🙏
@harshasarvaiya7092 Жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🍫
@PSandeep4 Жыл бұрын
Do cutting tree should be considered as a bad karma?
@shrutim-xi5gi Жыл бұрын
Yes it is, According to patriji hurting anyone be it humans, animals,birds,or trees is a bad karma
@jayshri_patel17 Жыл бұрын
Thank you so much sir valuable guidance ... Mera el sawal tha sir ho sake to plz rply jarur karna Sir hamare sath koi galat karta hai ...tab wo hamara pichaha ya is janma ka karm hoga ....right ..to sab log apana pichaha hi chukate hai to naye karma kese bante hai !! Kyoki mene aab tak jitna suna sab yahi bata rahe hai ki tamare sath kuch burka kia kisine to jarur tumne pahele kuch kia hoga usaka bhugtan hai .....sir kya ham achhe hai abhi ir koi burka karta hai to kya usaka naya karm nahi ho sakata ?? Plz guide me ...
@Rajiv-Gupta Жыл бұрын
Watch the upcoming episodes for answers
@jayshri_patel17 Жыл бұрын
@@Rajiv-Gupta thanks sir
@triptigore Жыл бұрын
Kya pitrudosh hota hai?
@Rajiv-Gupta Жыл бұрын
Watch the upcoming episodes for answer
@poojadusa8598 Жыл бұрын
Sir agar kisiki shadi na ho har prayas ke bad,use kya karna chahiye
@PawanVerma-co8fr Жыл бұрын
Use shadi nhi karni chahiye kabhi bhi
@Rajiv-Gupta Жыл бұрын
Watch the upcoming episodes for answer
@triptigore Жыл бұрын
Ek Ghar me bap bete ded mahine me chal baste hai? Kyu
@sultanlimba4366 Жыл бұрын
यह संसार कर्म प्रधान है। साथ ही यह संसार एक जेलखाना है। यहां जीवों को कर्म के द्वारा बांधा गया है। इस संसार का एक मालिक भी है।वह नहीं चाहता कि कोई भी जीव कर्मरहित हो । क्योंकि कर्म के बिना किसी जीव को यहां बांधकर नहीं रखा जा सकता। जहां तक मरने जीने का सवाल है।कुछ लोग जल्दी चले जाते हैं।तो हमें दुःख होता है।यह स्वाभाविक है क्योंकि हम मोह के बंधन से बंधे हुए होते हैं।कुछ लोग हैं जो कि मरते ही नहीं।सो से भी अधिक आयु हो जाती है और लोग उनके मरने की कामना करते हैं। ये सब कर्मो का ही परिणाम होता है। प्रत्येक जीव एक दूसरे के साथ कर्मो या संस्कारों से बंधा हुआ है।जब सभी से संस्कार समाप्त हो जाते हैं तो जीव मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। हम अज्ञानता वश दुःख उठाते रहते हैं।हर व्यक्ति के स्वांस भी गिनती के होते हैं।जितने स्वांस हमें मिले हैं उनसे ज्यादा एक भी स्वांस हम नहीं ले सकते है यह कुदरत का नियम है।जब कोई कम आयु में चला जाता है तो हमें लगता है कि अन्याय हुआ है। लेकिन कुदरत बड़ा बेरहम बादशाह है। छोटे बड़े का सवाल ही नहीं है।हम ही अज्ञानता और भावनावश ऐसा सोचते हैं। लेकिन है सब कर्म का ही प्रभाव।