मैंने भाई साहब आपका पूर्ण वीडियो गौर से देखा है ज्यादातर तो इंडिया का और आपका कलर से है उसे जगह ऐसी होती है जिसमें डिफरेंस है सबसे पहले तो आपका पहनावा है वह मुस्लिम टाइप लगता है और आपकी लैंग्वेज है वह भी मुस्लिम टाइप है इसके बाद में जब आप खाना खा रहे थे जब अपने जीजा को वह खाना खिला रहे थे उसका बैठने का तरीका सही नहीं था प्रकार दूल्हा राजा बैठता है इसी प्रकार बैठकर खाना खाना चाहिए था आमने-सामने ज्यादातर बाराती लोग खाना खा रहे थे तो कुकड़ू बैठकर खा रहे थे बाकी की रिवाज से मैं थोड़ा बहुत अलग हटके है ऐसी बात नहीं है आपके वहां बारात के अंदर जिसको खाना खिलाया जाता है बिरयानी और चावल होता है दूसरा आइटम कुछ नहीं होता है अरे इंडिया के अंदर जो बारात जाती है तो उसमें जी गांव बारात गई है इस समय मैं खाना खाने के लिए बुलाते हैं तो हम एक लाइन में बैठ जाते हैं फाल्गुनी मार के और दूसरी आ रही और बना देते इस प्रकार चार से पांच हरि बन जाती है फिर खाना खिलाने वाला एक बाल्टी के अंदर खाना लेकर आएगा एक बंदा प्लेट लेकर खड़ा रहेगा आगे वाला प्लेट लगाएगा उनके पीछे वाला छमचे खानपरूचेगा खाने में हम हवा मिठाई मुक्ति जलेबी दाल का हलवा गुदपातका हलवा
@The_kafirАй бұрын
Bhai tu thoda sahi se likhna sikh le
@PremmrscreationАй бұрын
जब मेरा बीच में छूट गया मैं पूर्ण दिखता हूं तीन प्रकार की सब्जियां बारात लेकर वापस आ रहे थे जब प्रत्येक उंगली पर छीन कर रहे थे हमारे यहां ऐसा नहीं होता है हमारे यहां एक बर्तन के अंदर कलर उसके अंदर हाथ रख बाराती के पीठ पीछे थपका लगते हैं इसे हम मारवाड़ी में बोलते हैं छाप एक आप बारात करने दुल्हन के सोना गाने चांदी गाने वह नहीं दिख रहे थे लेते हैं या नहीं मुझे पता नहीं जो बंदा बारात लेकर गया वह अच्छा खासा परिवार लग रहा था इसके अंदर ज्वेलरी नहीं दिख रहे आप या आपके अंदर होती नहीं है कि आप बताते नहीं हो जब बिन राजा अपने घर पहुंचे एक बर्तन के अंदर कलर लगाकर उनके दोनों पांव अंदर करें फिर अपने पास से कुछ चावल को बर्तन गिराया फिर आगे यह गोल-गोल स्टील के बर्तन लेकर आप 5-7 बर्तन रखते हो गोल-गोल हम भी रखते हैं लेकिन हम रखते हैं काशी के बर्तन जब सा बर्तन रखकर हम एक राइट साइड में एक लेफ्ट साइड में उनका तलवार चेखिचकाताहै फिर वह दुल्हन और दुल्हन के साथ एक लेडिस और आती है वह लाइट और ट्रैक्टर लाइट से वह बर्तन वापस लेती है इस प्रकार सात बार किया जाता है फिर दुल्हन के सास के पास यह बटन रखते हैं फिर दुले की माता दुल्हन को कुछ देती है जैसे ₹5000 हो या सोने की अंगूठी हो या सोने की चेन हो ऐसा कुछ देते हैं जब दुल्हन अपने ससुराल जाती है तो उसकी मां उसकी आरती उतारने आती है दूल्हे की मां तब आपके दोनों साइड में कुछ बांदा हुआ था उसके नीचे से निकाल दे हमारे यहां ऐसा नहीं होता है ऐसा तो हमारे यहां ससुराल में होता उसे बोलते हम तोरण अब मेरा पूरा विवरण आपको कैसे लगा है इसको आपके कमेंट में वापस जरूर बताना मेरे भाई हो सके तो आप हिंदी में भेजना मैं समझने में आसानी होगी जय हिंद जय भारत