Soybean farmers । सोयाबीन उत्पादक शेतकरी नाडला जातोय का? पाहा महाचर्चा । Bade Mudde

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Күн бұрын

This is the death story outside the soybean shopping center in Marathwada and Vidarbha ... The owner of the house is left to queue. Those who did not have to buy for five to five days and at night, the lives of those who did not have to buy are beginning to hang. Because the government will end the deadline for the purchase of soybeans. Farmers were outraged as the queue was not purchased despite the range of soybeans. Angry farmers have stopped the Tuljapur Solapur-Latur highway. Do not extend the purchase to the farmer
#beedsarpanchcase #soyabean #omrajenimbalkar #beedsarpanchcase #pashapel #bacchukadu
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Пікірлер: 422
@SuhasGhadage-w7z
@SuhasGhadage-w7z 6 күн бұрын
सोयाबीन विषयी बोल्याबद्दल धन्यवाद बडे साहेब
@SatishYashwante-h5y
@SatishYashwante-h5y 3 күн бұрын
विषय: GM सोयाबीन खेती और GM ऑयल इंपोर्ट नीति की समीक्षा हेतु अनुरोध माननीय मंत्रीजी, मैं आपके ध्यान में एक महत्वपूर्ण विषय लाना चाहता हूँ, जो भारतीय किसानों और राष्ट्रीय कृषि नीति के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में हमारे किसान सोयाबीन खेती से लाभ नहीं कमा पा रहे हैं, जबकि अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों से GM तेल का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस समस्या को और बढ़ावा मिल रहा है मकई (corn) के सस्ते DDGS के कारण, जिससे सोयाबीन DOC के रेट प्रभावित हो रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो भविष्य में किसान सोयाबीन की खेती से दूर हो सकते हैं, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा और इंपोर्ट डिपेंडेंसी और अधिक बढ़ जाएगी। इसी संदर्भ में मैं सरकार से निम्नलिखित प्रस्ताव रखना चाहता हूँ: GM सोयाबीन खेती की अनुमति दी जाए अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों ने GM सोयाबीन को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन को तीन गुना बढ़ाया है। यदि भारत में भी GM सोयाबीन की खेती की अनुमति मिले, तो किसान अपनी लागत निकालकर अधिक लाभ कमा सकते हैं और इंपोर्ट पर निर्भरता भी कम होगी। इससे देश का इंपोर्ट बिल घटेगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। कोई बड़ा पर्यावरणीय या स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं अमेरिका, China ,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में वर्षों से GM सोयाबीन की खेती हो रही है, और अब तक कोई गंभीर पर्यावरणीय या स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। यदि इन देशों में GM टेक्नोलॉजी से किसानों को लाभ हुआ है, तो भारत को भी इसे अपनाने से नहीं हिचकना चाहिए। MSP बढ़ाए बिना किसान की आय में बढ़ोतरी GM सोयाबीन के ज़रिए उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत घटेगी, जिससे किसान बिना MSP बढ़ाए भी अधिक कमाई कर सकेंगे। यह सरकार की ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने’ की नीति के अनुरूप भी है। इंपोर्ट निर्भरता कम हो यदि भारत में GM सोयाबीन की खेती को मंजूरी दी जाती है, तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और GM तेल व सोयाबीन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी। इससे देश का कृषि क्षेत्र मजबूत होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। सोया क्रशिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने का अवसर वर्तमान में सोयाबीन की कमी और DOC के गिरते दामों के कारण देश में कई सोया क्रशिंग प्लांट बंद हो रहे हैं। यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होगा, तो सोया क्रशिंग इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सकेगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निष्कर्ष: उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि GM सोयाबीन खेती और GM तेल के इंपोर्ट नीति की समीक्षा की जाए। यदि भारत में GM सोयाबीन खेती की अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम GM तेल के इंपोर्ट पर रोक लगाकर भारतीय किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। आशा है कि सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय लेकर किसानों के भविष्य को सुरक्षित करेगी और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगी। सादर PK SINGHAL
@pandujadhav8888
@pandujadhav8888 6 күн бұрын
शेतकर्‍यांच्या पोरांना हात जोडून एक विनंती आता बास काहीही करा पण चुकूनही शेती करू नका 😞😞😞😞 एक शेतकरी पुत्र #कृषिप्रधान देश
@jaymaharashtra3342
@jaymaharashtra3342 5 күн бұрын
१०० 👍🚩
@prasadyerte7975
@prasadyerte7975 5 күн бұрын
पहिला चैनल आहे सोयाबीन विषयी बोलत आहे धन्यवाद बडे साहेब 💯💯
@nagnathmuktta6831
@nagnathmuktta6831 6 күн бұрын
बडे साहेब आपण जी शेतकऱ्याची बाजू धरला त्याबद्दल लाख लाख लाख लाख उपकार होतील असेच सर्व पत्रकारांनी शेतकऱ्याचा बाजू घेऊन त्यांच्या सर्व समस्या ताणून धरल्या पाहिजेत
@digambarkhapate8707
@digambarkhapate8707 6 күн бұрын
मनःपूर्वक धन्यवाद दादासाहेब आपण शेतकरी आवाज पोहोचण्यासाठी मदत केली
@SatishYashwante-h5y
@SatishYashwante-h5y 3 күн бұрын
विषय: GM सोयाबीन खेती और GM ऑयल इंपोर्ट नीति की समीक्षा हेतु अनुरोध माननीय मंत्रीजी, मैं आपके ध्यान में एक महत्वपूर्ण विषय लाना चाहता हूँ, जो भारतीय किसानों और राष्ट्रीय कृषि नीति के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में हमारे किसान सोयाबीन खेती से लाभ नहीं कमा पा रहे हैं, जबकि अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों से GM तेल का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस समस्या को और बढ़ावा मिल रहा है मकई (corn) के सस्ते DDGS के कारण, जिससे सोयाबीन DOC के रेट प्रभावित हो रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो भविष्य में किसान सोयाबीन की खेती से दूर हो सकते हैं, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा और इंपोर्ट डिपेंडेंसी और अधिक बढ़ जाएगी। इसी संदर्भ में मैं सरकार से निम्नलिखित प्रस्ताव रखना चाहता हूँ: GM सोयाबीन खेती की अनुमति दी जाए अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों ने GM सोयाबीन को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन को तीन गुना बढ़ाया है। यदि भारत में भी GM सोयाबीन की खेती की अनुमति मिले, तो किसान अपनी लागत निकालकर अधिक लाभ कमा सकते हैं और इंपोर्ट पर निर्भरता भी कम होगी। इससे देश का इंपोर्ट बिल घटेगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। कोई बड़ा पर्यावरणीय या स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं अमेरिका, China ,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में वर्षों से GM सोयाबीन की खेती हो रही है, और अब तक कोई गंभीर पर्यावरणीय या स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। यदि इन देशों में GM टेक्नोलॉजी से किसानों को लाभ हुआ है, तो भारत को भी इसे अपनाने से नहीं हिचकना चाहिए। MSP बढ़ाए बिना किसान की आय में बढ़ोतरी GM सोयाबीन के ज़रिए उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत घटेगी, जिससे किसान बिना MSP बढ़ाए भी अधिक कमाई कर सकेंगे। यह सरकार की ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने’ की नीति के अनुरूप भी है। इंपोर्ट निर्भरता कम हो यदि भारत में GM सोयाबीन की खेती को मंजूरी दी जाती है, तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और GM तेल व सोयाबीन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी। इससे देश का कृषि क्षेत्र मजबूत होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। सोया क्रशिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने का अवसर वर्तमान में सोयाबीन की कमी और DOC के गिरते दामों के कारण देश में कई सोया क्रशिंग प्लांट बंद हो रहे हैं। यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होगा, तो सोया क्रशिंग इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सकेगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निष्कर्ष: उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि GM सोयाबीन खेती और GM तेल के इंपोर्ट नीति की समीक्षा की जाए। यदि भारत में GM सोयाबीन खेती की अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम GM तेल के इंपोर्ट पर रोक लगाकर भारतीय किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। आशा है कि सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय लेकर किसानों के भविष्य को सुरक्षित करेगी और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगी। सादर PK SINGHAL
@dattagalande9804
@dattagalande9804 6 күн бұрын
धन्यवाद बडे सर
@Shivam_Chavan_512
@Shivam_Chavan_512 6 күн бұрын
हेच पाशा पटेल 2012 ला शेतकरी दिंडी काढून 6000 भाव मागू लागले
@shindeannasaheb3913
@shindeannasaheb3913 5 күн бұрын
6000नाही ७०००
@भारत-म8झ
@भारत-म8झ 5 күн бұрын
पाशा पटेल नालायक माणूस आहे शेतकरी विरोधी आहे आज गप्पा का बसला आहे सोयाबीन काँग्रेस सरकार चा काळात ६००० ते ८००० हजार होते
@INDIANARMY-uy4db
@INDIANARMY-uy4db 6 күн бұрын
बच्चू भाऊ , ॐ राजे , रविकांत तुपकर... ✍🏻
@GajananTanpure-bl8mt
@GajananTanpure-bl8mt 6 күн бұрын
बडे साहेब यांचे मनःपूर्वक धन्यवाद
@sharaddeshmukh8486
@sharaddeshmukh8486 5 күн бұрын
रविकांत भाऊ तुपकर जे बोलले ते 100 टक्के खर आहे भाऊंचे खूप खूप धन्यवाद
@gulabraothombre1889
@gulabraothombre1889 5 күн бұрын
खरोखर विलास दादा बडे यांचे मनःपूर्वक असं अभिनंदन करतो आम्ही शेतकरी म्हणून कारण त्यांनी हा कापूस सोयाबीनचा प्रश्न योग्य वेळी हात घातला न्यूज 18 लोकमत मनापासून सर्व भारतभर शेतकऱ्यांच्या वतीने आपले आभार मनःपूर्वक आभार
@SatishYashwante-h5y
@SatishYashwante-h5y 3 күн бұрын
विषय: GM सोयाबीन खेती और GM ऑयल इंपोर्ट नीति की समीक्षा हेतु अनुरोध माननीय मंत्रीजी, मैं आपके ध्यान में एक महत्वपूर्ण विषय लाना चाहता हूँ, जो भारतीय किसानों और राष्ट्रीय कृषि नीति के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में हमारे किसान सोयाबीन खेती से लाभ नहीं कमा पा रहे हैं, जबकि अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों से GM तेल का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस समस्या को और बढ़ावा मिल रहा है मकई (corn) के सस्ते DDGS के कारण, जिससे सोयाबीन DOC के रेट प्रभावित हो रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो भविष्य में किसान सोयाबीन की खेती से दूर हो सकते हैं, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा और इंपोर्ट डिपेंडेंसी और अधिक बढ़ जाएगी। इसी संदर्भ में मैं सरकार से निम्नलिखित प्रस्ताव रखना चाहता हूँ: GM सोयाबीन खेती की अनुमति दी जाए अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों ने GM सोयाबीन को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन को तीन गुना बढ़ाया है। यदि भारत में भी GM सोयाबीन की खेती की अनुमति मिले, तो किसान अपनी लागत निकालकर अधिक लाभ कमा सकते हैं और इंपोर्ट पर निर्भरता भी कम होगी। इससे देश का इंपोर्ट बिल घटेगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। कोई बड़ा पर्यावरणीय या स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं अमेरिका, China ,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में वर्षों से GM सोयाबीन की खेती हो रही है, और अब तक कोई गंभीर पर्यावरणीय या स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। यदि इन देशों में GM टेक्नोलॉजी से किसानों को लाभ हुआ है, तो भारत को भी इसे अपनाने से नहीं हिचकना चाहिए। MSP बढ़ाए बिना किसान की आय में बढ़ोतरी GM सोयाबीन के ज़रिए उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत घटेगी, जिससे किसान बिना MSP बढ़ाए भी अधिक कमाई कर सकेंगे। यह सरकार की ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने’ की नीति के अनुरूप भी है। इंपोर्ट निर्भरता कम हो यदि भारत में GM सोयाबीन की खेती को मंजूरी दी जाती है, तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और GM तेल व सोयाबीन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी। इससे देश का कृषि क्षेत्र मजबूत होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। सोया क्रशिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने का अवसर वर्तमान में सोयाबीन की कमी और DOC के गिरते दामों के कारण देश में कई सोया क्रशिंग प्लांट बंद हो रहे हैं। यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होगा, तो सोया क्रशिंग इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सकेगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निष्कर्ष: उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि GM सोयाबीन खेती और GM तेल के इंपोर्ट नीति की समीक्षा की जाए। यदि भारत में GM सोयाबीन खेती की अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम GM तेल के इंपोर्ट पर रोक लगाकर भारतीय किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। आशा है कि सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय लेकर किसानों के भविष्य को सुरक्षित करेगी और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगी। सादर PK SINGHAL
@y.a.s.h.empire4144
@y.a.s.h.empire4144 5 күн бұрын
बडे साहेब तुम्ही सगळ्या समाजातील घटकांचा विचार करता तुमचे मनापासून आभार मानतो
@yogeshbahadare4204
@yogeshbahadare4204 5 күн бұрын
खरंच मनापासून धन्यवाद आज एक न्यूज चैनल शेतकरी साठी बोलत आहे त्यासाठी खरंच मनापासून धन्यवाद
@balajiwaghmode1641
@balajiwaghmode1641 6 күн бұрын
बडे सर मनापासून आभार
@VinodSavant-i8v
@VinodSavant-i8v 5 күн бұрын
आज वाटलं कुठेतरी एक इमानदारी चायनल आहे . खुप खुप आभारी आहे बडे साहेब तुम्ही खरे पत्रकार खुप आभारी आहे बडे साहेब
@bhagwandarekar
@bhagwandarekar 5 күн бұрын
बडे साहेब आपल्याला कडक सलाम सरकारला शेतकऱ्यांच्या हितासाठी प्रश्न विचारले धन्यवाद बडे साहेब
@SurajKokate-b6o
@SurajKokate-b6o 6 күн бұрын
सर तुम्ही खरोखरच शेतकऱ्याची व्यर्था माडल्या सर मी एक स्वतः शेतकरी आहे सरकार माय बाप शेतकरी बगा साहेब 😭😭😭🙏🙏
@dilipshelke2675
@dilipshelke2675 5 күн бұрын
आमच्या जिल्ह्यातील दमदार खासदार उंबराचे साहेब यांनी खंबीरपणे सोयाबीनची बाजू मांडल्याबद्दल आपली शेती शहा आभार
@bhagwatshembade2628
@bhagwatshembade2628 5 күн бұрын
बडे साहेब डोळे पाणावले खुप वाईट स्थिति आहे बड़े साहेब सलाम तुमच्या पत्रकारिला
@RamchandraKale-u9h
@RamchandraKale-u9h 6 күн бұрын
धन्यवाद बडे साहेब
@sureshraka5212
@sureshraka5212 5 күн бұрын
शेतकऱ्याची व्यथा मांडल्यामुळे न्यूज लोकमतचे मनःपूर्वक धन्यवाद...
@RameshorBhendekar
@RameshorBhendekar 12 сағат бұрын
माननीय बडे साहेब व चैनल चे शतशा आभार आणि माझे सर्व चैनल च्या पत्रकारांना नम्र विनंती आहे जसे बडे साहेब बोलले तसे तुम्ही शेतकऱ्या विषयी बोलले तर शेतीमालाला भाव नक्की मिळेल व शेतकरी वाचेल.
@ShivparsadGajare
@ShivparsadGajare 5 күн бұрын
आयबीएन लोकमत आणि विलास बडे जी आपलं मनापासून आभार तुम्ही शेतकऱ्याची व्यथा आज आपल्या चैनल मार्फत मांडली
@laxmanvidhate977
@laxmanvidhate977 5 күн бұрын
मनःपूर्वक धन्यवाद बडे साहेब
@dhondirampanhalkar
@dhondirampanhalkar 6 күн бұрын
धन्यवाद। बडे सर
@shrikantkalyankar9824
@shrikantkalyankar9824 5 күн бұрын
खरेच पहिल्यांदा ibn लोकमत चे विशेष आभार.... कारण आपण ही निवडणूक झाल्यानंतर पहिल्यांदा शेतकऱ्यांच्या विषयावर चर्चा घडवून आणली..... खरंच शेतकऱ्याची खूप बिकट अवस्था होतं चालली आहे 🙏🏻
@munjapadaghan9052
@munjapadaghan9052 Күн бұрын
धन्यवाद बंडे साहेब शेतकऱ्याचा मुद्दे मांडले
@marotikadam8986
@marotikadam8986 5 күн бұрын
शेतकऱ्यांनी मुकाट्याने जगावे कारण आपण हुकुमशाही मध्ये वावरत आहोत.बडे साहेब.माझ्या आईवडीलांची छत्रपती शिवाजी महाराजांची या भारतभुमीची शपथ घेऊन सांगतो आम्हा शेतकऱ्यांना 4892 सोयाबीनचा भाव परवडत नाही आम्ही काय करावं हे सुचेनासे झालयं.बडे साहेब.यावर्षी शेतकरी आत्महत्या वाढतील 😢😢😢😢
@Maratha12366
@Maratha12366 5 күн бұрын
शेतकऱ्याचे घर अंधारामध्ये राहिलो तर यांना काय फरक पडणार सर्व अधिकारी सरकार आणि शेतकऱ्यांना लुटणारे आहेत साहेब फक्त तुमचाच चैनल आहे फक्त शेतकऱ्यांसोबत आहे
@SatishYashwante-h5y
@SatishYashwante-h5y 3 күн бұрын
विषय: GM सोयाबीन खेती और GM ऑयल इंपोर्ट नीति की समीक्षा हेतु अनुरोध माननीय मंत्रीजी, मैं आपके ध्यान में एक महत्वपूर्ण विषय लाना चाहता हूँ, जो भारतीय किसानों और राष्ट्रीय कृषि नीति के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में हमारे किसान सोयाबीन खेती से लाभ नहीं कमा पा रहे हैं, जबकि अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों से GM तेल का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस समस्या को और बढ़ावा मिल रहा है मकई (corn) के सस्ते DDGS के कारण, जिससे सोयाबीन DOC के रेट प्रभावित हो रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो भविष्य में किसान सोयाबीन की खेती से दूर हो सकते हैं, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा और इंपोर्ट डिपेंडेंसी और अधिक बढ़ जाएगी। इसी संदर्भ में मैं सरकार से निम्नलिखित प्रस्ताव रखना चाहता हूँ: GM सोयाबीन खेती की अनुमति दी जाए अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों ने GM सोयाबीन को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन को तीन गुना बढ़ाया है। यदि भारत में भी GM सोयाबीन की खेती की अनुमति मिले, तो किसान अपनी लागत निकालकर अधिक लाभ कमा सकते हैं और इंपोर्ट पर निर्भरता भी कम होगी। इससे देश का इंपोर्ट बिल घटेगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। कोई बड़ा पर्यावरणीय या स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं अमेरिका, China ,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में वर्षों से GM सोयाबीन की खेती हो रही है, और अब तक कोई गंभीर पर्यावरणीय या स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। यदि इन देशों में GM टेक्नोलॉजी से किसानों को लाभ हुआ है, तो भारत को भी इसे अपनाने से नहीं हिचकना चाहिए। MSP बढ़ाए बिना किसान की आय में बढ़ोतरी GM सोयाबीन के ज़रिए उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत घटेगी, जिससे किसान बिना MSP बढ़ाए भी अधिक कमाई कर सकेंगे। यह सरकार की ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने’ की नीति के अनुरूप भी है। इंपोर्ट निर्भरता कम हो यदि भारत में GM सोयाबीन की खेती को मंजूरी दी जाती है, तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और GM तेल व सोयाबीन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी। इससे देश का कृषि क्षेत्र मजबूत होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। सोया क्रशिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने का अवसर वर्तमान में सोयाबीन की कमी और DOC के गिरते दामों के कारण देश में कई सोया क्रशिंग प्लांट बंद हो रहे हैं। यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होगा, तो सोया क्रशिंग इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सकेगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निष्कर्ष: उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि GM सोयाबीन खेती और GM तेल के इंपोर्ट नीति की समीक्षा की जाए। यदि भारत में GM सोयाबीन खेती की अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम GM तेल के इंपोर्ट पर रोक लगाकर भारतीय किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। आशा है कि सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय लेकर किसानों के भविष्य को सुरक्षित करेगी और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगी। सादर PK SINGHAL
@vishalsirsat9363
@vishalsirsat9363 4 күн бұрын
आज खरा विषय मांडला आहे धन्यवाद ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@vaijinathkumbhar4223
@vaijinathkumbhar4223 2 сағат бұрын
धन्यवाद साहेब शेतकऱ्याची व्यथा मांडल्याबद्दल
@ramdassarakate7
@ramdassarakate7 6 күн бұрын
बडे साहेब धन्यवाद
@AjayMane-nw5eq
@AjayMane-nw5eq 4 күн бұрын
News 18 lokmat खुप महत्त्वाच्या मुद्द्यांवर बोललात धन्यवाद 🙏
@manojmete277
@manojmete277 5 күн бұрын
धन्यवाद बडे साहेब छान माहिती दिली आहे बडेसाहे
@panditmore6614
@panditmore6614 Күн бұрын
बडे साहेब तुमचे खुप खुप धन्यवाद पाशा ला ठाम प्रश्न विचारल्याबद्दल
@ManoharGawande-y4m
@ManoharGawande-y4m 5 күн бұрын
खुप खुप धन्यवाद साहेब
@ravithorat8686
@ravithorat8686 5 күн бұрын
धन्यवाद सर 🙏🙏
@akashkadam3892
@akashkadam3892 5 күн бұрын
धन्यवाद शेतकरी म्हणून बातम्या दाखवलात बडे साहेब 💐💐
@SatishYashwante-h5y
@SatishYashwante-h5y 3 күн бұрын
विषय: GM सोयाबीन खेती और GM ऑयल इंपोर्ट नीति की समीक्षा हेतु अनुरोध माननीय मंत्रीजी, मैं आपके ध्यान में एक महत्वपूर्ण विषय लाना चाहता हूँ, जो भारतीय किसानों और राष्ट्रीय कृषि नीति के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में हमारे किसान सोयाबीन खेती से लाभ नहीं कमा पा रहे हैं, जबकि अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों से GM तेल का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस समस्या को और बढ़ावा मिल रहा है मकई (corn) के सस्ते DDGS के कारण, जिससे सोयाबीन DOC के रेट प्रभावित हो रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो भविष्य में किसान सोयाबीन की खेती से दूर हो सकते हैं, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा और इंपोर्ट डिपेंडेंसी और अधिक बढ़ जाएगी। इसी संदर्भ में मैं सरकार से निम्नलिखित प्रस्ताव रखना चाहता हूँ: GM सोयाबीन खेती की अनुमति दी जाए अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों ने GM सोयाबीन को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन को तीन गुना बढ़ाया है। यदि भारत में भी GM सोयाबीन की खेती की अनुमति मिले, तो किसान अपनी लागत निकालकर अधिक लाभ कमा सकते हैं और इंपोर्ट पर निर्भरता भी कम होगी। इससे देश का इंपोर्ट बिल घटेगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। कोई बड़ा पर्यावरणीय या स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं अमेरिका, China ,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में वर्षों से GM सोयाबीन की खेती हो रही है, और अब तक कोई गंभीर पर्यावरणीय या स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। यदि इन देशों में GM टेक्नोलॉजी से किसानों को लाभ हुआ है, तो भारत को भी इसे अपनाने से नहीं हिचकना चाहिए। MSP बढ़ाए बिना किसान की आय में बढ़ोतरी GM सोयाबीन के ज़रिए उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत घटेगी, जिससे किसान बिना MSP बढ़ाए भी अधिक कमाई कर सकेंगे। यह सरकार की ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने’ की नीति के अनुरूप भी है। इंपोर्ट निर्भरता कम हो यदि भारत में GM सोयाबीन की खेती को मंजूरी दी जाती है, तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और GM तेल व सोयाबीन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी। इससे देश का कृषि क्षेत्र मजबूत होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। सोया क्रशिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने का अवसर वर्तमान में सोयाबीन की कमी और DOC के गिरते दामों के कारण देश में कई सोया क्रशिंग प्लांट बंद हो रहे हैं। यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होगा, तो सोया क्रशिंग इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सकेगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निष्कर्ष: उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि GM सोयाबीन खेती और GM तेल के इंपोर्ट नीति की समीक्षा की जाए। यदि भारत में GM सोयाबीन खेती की अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम GM तेल के इंपोर्ट पर रोक लगाकर भारतीय किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। आशा है कि सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय लेकर किसानों के भविष्य को सुरक्षित करेगी और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगी। सादर PK SINGHAL
@kadamnivrutti6878
@kadamnivrutti6878 5 күн бұрын
धन्यवाद लोकमत
@dhirajpatil6624
@dhirajpatil6624 6 күн бұрын
धन्यवाद साहेब... शेतकरी
@राजेंद्रगायकवाड-म7छ
@राजेंद्रगायकवाड-म7छ 5 күн бұрын
शेतकऱ्याची व्यथा अतिशय सुंदर कवितेमधून मांडल्याबद्दल खूप खूप लोक मतला धन्यवाद.... जय जिजाऊ जय शिवराय जय शंभुराजे जय बळीराजा जय महाराष्ट्र जय संविधान......🙏✍️💐
@Omkarkanje-d6m
@Omkarkanje-d6m 5 күн бұрын
धन्यवाद बडे साहेब चर्चा घडवून आणल्याबद्दल
@shivajijadhao475
@shivajijadhao475 5 күн бұрын
धन्यवाद बडे साहेब शेतकऱ्याचा आवाज उचलण्यासाठी
@dadakonda667
@dadakonda667 5 күн бұрын
धन्यवाद, बडे साहेब आणी न्यूज 18 लोकमत शेतकर्‍यांची न्यूज लावल्या बदल
@ajinkyachoure5805
@ajinkyachoure5805 4 күн бұрын
रविकांत तुपकर you are right obzarvation
@GopalDeshmukh-m6n
@GopalDeshmukh-m6n 5 күн бұрын
धन्यवाद साहेब
@anilkadam4166
@anilkadam4166 5 күн бұрын
मनःपूर्वक धन्यवाद बडे‌ सर
@SatishKalbande-x7c
@SatishKalbande-x7c 5 күн бұрын
धन्यवाद बडे साहेब आपण शेतकऱ्या बद्दल थोडीशी मांडला त्याबद्दल आपल्याला सलाम
@jaymaharashtra3342
@jaymaharashtra3342 5 күн бұрын
जबरदस्त बडे साहेब...❤❤❤
@shriniwaskanwate883
@shriniwaskanwate883 3 күн бұрын
Great news Lokmat 👏🏼👍
@pavankadam4916
@pavankadam4916 5 күн бұрын
हा मूद्दा उचलून धरल्या बद्दल धन्यवाद साहेब
@maheshraoshinde7300
@maheshraoshinde7300 6 күн бұрын
चिमणी करत नाहीयेत आणि व्यापाऱ्याची नोंदणी पैसे घेऊन एका दिवसामध्ये होऊन त्याचे माप पण होते शेतकऱ्याच्या कागदाला केराची टोपली
@lucifermorningstar7019
@lucifermorningstar7019 5 күн бұрын
शम्बर टक्के खरं आहे भाऊ
@lucifermorningstar7019
@lucifermorningstar7019 5 күн бұрын
नाफेड खरेदी केंद्रात मध्ये लूट होत आहे याची तक्रार कुठे करायची? गाडी थांबवून ठेवावी लागते रांगेत लागल्यास इकुन तिकून नंबर आला तर.. पाच दिवस थांबली तर दहा हजार भाडं... व्यापारी लोकांचं मात्र लगेच घेतात हे लोकं
@balajipotdar1891
@balajipotdar1891 5 күн бұрын
अतिशय सत्य सूत्रसंचालन. धन्यवाद साहेब. आपण शेतकर्यांचे संकट तुम्हाला कळले.
@prafuldeshmukh4636
@prafuldeshmukh4636 5 күн бұрын
बडे साहेब तुम्ही सोयाबीन कपसा बद्द्ल बोलले तुमचे खूप खूप धन्यवाद सर 🙏
@Itsbk99
@Itsbk99 5 күн бұрын
आम्ही शेतकरी असून आमच्या समोर कधी भावाच्या नावाखाली तर कधी सरकारी नाफेड खरेदीच्या नावाखाली क्विंटल ला 150 घेऊन तर कधी सोयाबीन क्वालिटी व माती आहे म्हणून ठीक ठिकाणी नाडल जात आहे😢😢
@SatishYashwante-h5y
@SatishYashwante-h5y 3 күн бұрын
विषय: GM सोयाबीन खेती और GM ऑयल इंपोर्ट नीति की समीक्षा हेतु अनुरोध माननीय मंत्रीजी, मैं आपके ध्यान में एक महत्वपूर्ण विषय लाना चाहता हूँ, जो भारतीय किसानों और राष्ट्रीय कृषि नीति के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में हमारे किसान सोयाबीन खेती से लाभ नहीं कमा पा रहे हैं, जबकि अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों से GM तेल का इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। इस समस्या को और बढ़ावा मिल रहा है मकई (corn) के सस्ते DDGS के कारण, जिससे सोयाबीन DOC के रेट प्रभावित हो रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो भविष्य में किसान सोयाबीन की खेती से दूर हो सकते हैं, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा और इंपोर्ट डिपेंडेंसी और अधिक बढ़ जाएगी। इसी संदर्भ में मैं सरकार से निम्नलिखित प्रस्ताव रखना चाहता हूँ: GM सोयाबीन खेती की अनुमति दी जाए अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों ने GM सोयाबीन को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन को तीन गुना बढ़ाया है। यदि भारत में भी GM सोयाबीन की खेती की अनुमति मिले, तो किसान अपनी लागत निकालकर अधिक लाभ कमा सकते हैं और इंपोर्ट पर निर्भरता भी कम होगी। इससे देश का इंपोर्ट बिल घटेगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी। कोई बड़ा पर्यावरणीय या स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं अमेरिका, China ,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में वर्षों से GM सोयाबीन की खेती हो रही है, और अब तक कोई गंभीर पर्यावरणीय या स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। यदि इन देशों में GM टेक्नोलॉजी से किसानों को लाभ हुआ है, तो भारत को भी इसे अपनाने से नहीं हिचकना चाहिए। MSP बढ़ाए बिना किसान की आय में बढ़ोतरी GM सोयाबीन के ज़रिए उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत घटेगी, जिससे किसान बिना MSP बढ़ाए भी अधिक कमाई कर सकेंगे। यह सरकार की ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने’ की नीति के अनुरूप भी है। इंपोर्ट निर्भरता कम हो यदि भारत में GM सोयाबीन की खेती को मंजूरी दी जाती है, तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और GM तेल व सोयाबीन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर निर्भरता घटेगी। इससे देश का कृषि क्षेत्र मजबूत होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। सोया क्रशिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने का अवसर वर्तमान में सोयाबीन की कमी और DOC के गिरते दामों के कारण देश में कई सोया क्रशिंग प्लांट बंद हो रहे हैं। यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होगा, तो सोया क्रशिंग इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सकेगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। निष्कर्ष: उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि GM सोयाबीन खेती और GM तेल के इंपोर्ट नीति की समीक्षा की जाए। यदि भारत में GM सोयाबीन खेती की अनुमति नहीं दी जाती है, तो कम से कम GM तेल के इंपोर्ट पर रोक लगाकर भारतीय किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। आशा है कि सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय लेकर किसानों के भविष्य को सुरक्षित करेगी और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगी। सादर PK SINGHAL
@kiranpawar8999
@kiranpawar8999 5 күн бұрын
धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏👍
@MadukarBorude-o3c
@MadukarBorude-o3c 5 күн бұрын
Dhannaywa d saheb
@SwastikRathod-vf5bz
@SwastikRathod-vf5bz 5 күн бұрын
Bade saheb....tum jio hajaro sal
@ajaykevadkar1737
@ajaykevadkar1737 5 күн бұрын
शेतकऱ्याच्या सोयाबीनची चर्चा केल्याबद्दल धन्यवाद बडे साहेब
@dattarajmhaske5634
@dattarajmhaske5634 5 күн бұрын
बडे साहेब खूप छान विषय मांडला धन्यवाद
@विठ्ठलदशरथकाकडे
@विठ्ठलदशरथकाकडे 6 күн бұрын
धन्यवाद विलास सर
@UmakantTavale
@UmakantTavale 5 күн бұрын
बडे साहेबांचे मनापासून आभार शेतकऱ्या बद्दल चर्चा घडवल्याबद्दल.
@moviescuts4073
@moviescuts4073 5 күн бұрын
dhanyawad lokamat ha vishay ghetlyabaddal
@sandiptonchar7225
@sandiptonchar7225 3 күн бұрын
सोयाबीन विषय घेतल्याबद्दल धन्यवाद साहेब
@kisanbhoyar-s7k
@kisanbhoyar-s7k 4 күн бұрын
Good coverage sir.
@INDIANARMY-uy4db
@INDIANARMY-uy4db 6 күн бұрын
व्हा काय सुरुवात केली राव... 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
@शिवाजीचव्हाण-न3द
@शिवाजीचव्हाण-न3द 5 күн бұрын
विलास बडे सर एकच नंबर आपण असे विषय मांडतात
@pramodchavan7582
@pramodchavan7582 6 күн бұрын
Thanks bhade saheb
@Shreeaghao51
@Shreeaghao51 5 күн бұрын
लोकमतचे धन्यवाद
@GhadgeBabas
@GhadgeBabas 5 күн бұрын
धन्यवाद बडे साहेब सोयाबीन चा मुद्या उचलल्या बद्ल.
@shrikantkadam-v5w
@shrikantkadam-v5w 5 күн бұрын
धन्यवाद सर आपण या मुद्यावर चर्चा केल्या बद्दल.
@ashishumekar1036
@ashishumekar1036 5 күн бұрын
Khup dhanyavad saheb shetkaryanache prashan madalya badal
@gshinde5386
@gshinde5386 5 күн бұрын
खूप धन्यवाद साहेब आपण शेतकऱ्यांच्या व्यथा सरकारपर्यंत पोहोचवतात
@dattraoshinde6204
@dattraoshinde6204 5 күн бұрын
बडे साहेब मी नाफडे केंद्रावर सोयाबीन नेल दोन दिवसाची खूटी लागली माझ सोयाबीन 26.14 कीटल झाल एका कीटल सोयाबीनला 2 कीलो माती काटली 52 कीलो डडागी 4 कीलो ते 100 कीलो गेल पून्हा चालली रीकामे पोते 31 कीलो रिकाम्या पोत्यात वजन झाल 7 कीलो आस सर्व काटाकाटी करून 26.14 कीलो मधून 183 कीलो काटल राह्यल 24.31 कीलो त्यातल नाफेडला 24 कीटला भाव 4892 रूपये 31 कीलो राह्यल त्याला भाव 4100 रूपये पून्हा हमाली 80 रूपये प्रमाण 1950 रूपये माझ्या पासून घेतले पून्हा नेयाचे भाडे भरायची हामाली 3600 रूपये आसी आहे लूट नाफडे केंद्राची ही कामेट पाश्या पटेल वाच 2012 ला 6000 हाजार भाव मागत होता आज 2025 आहे असे नालायक लोक सरकार मधे बसल्यावर कसी देशाच वाट लागते
@pandurangdeshmukh5225
@pandurangdeshmukh5225 5 күн бұрын
शेतकऱ्यांची बाजू मांडल्या बद्दल खूप खूप आभारी बडे साहेब
@marotikale5254
@marotikale5254 5 күн бұрын
अभिनंदन साहेब
@rangnathkaldate8324
@rangnathkaldate8324 5 күн бұрын
बडे सर धन्यवाद तुम्ही शेतकऱ्यांचा विषय मांडला
@amitkumarbidrewadi1118
@amitkumarbidrewadi1118 5 күн бұрын
माय माउली शेतकऱ्यांचा आवाज उठवल्याबद्दल व निर्भीड पत्रकारिते बद्दल बडे साहेब धन्यवाद , असेच आवाज उठवत रहा आम्ही तुमच्या सोबत आहोत
@dhirajpatil6624
@dhirajpatil6624 6 күн бұрын
तुमच्या विषयी खुप इज्जत वाढली साहेब
@dnyaneshwarbombejaihind9565
@dnyaneshwarbombejaihind9565 5 күн бұрын
दिल्लीला सर्व शेतकऱ्यांना येऊ दिले जात नाही कृपया याची नोंद घ्या
@vijaydahatre8950
@vijaydahatre8950 4 күн бұрын
बढे साहेब खुप खुप अभिनदन
@samirdautpuredautpure8281
@samirdautpuredautpure8281 5 күн бұрын
Bade saheb aabhar
@gautamthele2333
@gautamthele2333 5 күн бұрын
शेतकऱ्यांचं आवाज उचलून खरच तुम्ही मदतीला धावून आले धन्यवाद
@vitthaljadhao6915
@vitthaljadhao6915 6 күн бұрын
अगदी बरोबर बंछू भाऊ
@SharadCrafty
@SharadCrafty 5 күн бұрын
बडे साहेबांचा धन्यवाद सोयाबीन प्रश्नावर बोलल्याबद्दल
@RajuTamgadge-f9q
@RajuTamgadge-f9q 5 күн бұрын
शेतकरयांच्या प्रश्नांवरील ही सर्वात पहिली महाचर्चा पाहिली .
@digambarkhatake5523
@digambarkhatake5523 5 күн бұрын
पाशा पटेल आणि अमोल मिटकरी दोघेही सत्तेची फळे खाऊन शेतकऱ्यांच्या समस्यांवरील उपाय सांगायचे सोडून वेगळीच बडबड करत आहेत.
@Balubakal95
@Balubakal95 5 күн бұрын
शेतकऱ्या विषयी बोलले धन्यवाद बडे साहेब
@VachistSapakal
@VachistSapakal 5 күн бұрын
न1बडे साहेब
@Arun-g8o7k
@Arun-g8o7k 5 күн бұрын
धन्यवाद 😭
@SantoshChambhare-gp9en
@SantoshChambhare-gp9en 4 күн бұрын
एका कुंटल पाच किलो ग चालू आहे
@harshadjadhav9104
@harshadjadhav9104 5 күн бұрын
शेतकऱ्यांचं वाटोळं केलं सरकारने ,सोयाबीन खरेदी la लई निकष आहे .आमदार खासदार मंत्री साहेब मस्त VIP गाडी,बंगल्यात राहता.शेतकऱ्यांना रात्री 11ते सकाळी 6वाजेपर्यंत लाईट असते .येवढ्या महागड्या खतांच्या किमती झाल्या .कर्जाचा डोंगर झाला शेतकऱ्यांवर🙏
@pralhadmunde9457
@pralhadmunde9457 5 күн бұрын
बडे साहेब पाशा पटेल सारख्या बेजबाबदार माणसाला चर्चेत बोलावण्याऐवजी केंद्र किंवा राज्यसरकार मधील एखाद्या प्रमुख मंत्र्याला चर्चेत बोलवायला पाहिजे होतं.
@dilipshelke2675
@dilipshelke2675 5 күн бұрын
तुपेकर साहेब एकदम खरे बोलले
@PavanNagre-ft8fm
@PavanNagre-ft8fm 5 күн бұрын
विलास बडे❤🙏
@keshaoghule3822
@keshaoghule3822 4 күн бұрын
जय किसान
@SahadevDake
@SahadevDake 5 күн бұрын
खरच बडे साहेब तुम्ही बड्या मुद्द्याला हात घातला
@ManishaJatale-d7y
@ManishaJatale-d7y 6 күн бұрын
धन्यवाद साहेब आपण शेतकऱ्यांचे प्रश्नन मांडल्या बदल
@ManishaJatale-d7y
@ManishaJatale-d7y 5 күн бұрын
धन्यवाद
@RaghunathSuruse
@RaghunathSuruse 5 күн бұрын
व्हेरी गुड थॉट विलास बडे साहेब
@MunjaSonawane-r6o
@MunjaSonawane-r6o Минут бұрын
Badde.saheb.tummi.greet.ahot.setkryncha.vidivo.banvlat.tya.badaal.subhecha.
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Celine Dept
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